प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर अपना बयान दिया। अपने भाषण के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्ष पर जमकर निशाना साधा। प्रधाननंत्री ने कहा कि हमने बुद्धिजीवी और श्रमजीवी तो सुने थे, लेकिन पिछले कुछ समय से देश में आंदोलनजीवियों की एक नई जमात आ गई है, जो हर आंदोलन में दिखाई देते हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों की पहचान कर देश को इनसे बचाना होगा। उन्होंने ये भी कहा कि एमएसपी था, एमएसपी है और हमेशा रहेगा।
MSP was there.
MSP is there.
MSP will remain in the future.
Affordable ration for the poor will continue.
Mandis will be modernised: PM @narendramodi #PMinRajyaSabha
— PMO India (@PMOIndia) February 8, 2021
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा यह देश हर सिख पर गर्व करता है। उन्होंने देश के लिए क्या कुछ नहीं किया। उनका जितना हम आदर करें, वो कम होगा। जो लोग उनको गुमराह करने की कोशिश करते हैं, उससे देश का कभी भला नहीं होगा। उन्होंने कहा कि गांव और शहर की खाई को अगर हमें पाटना है तो उसके लिए आत्मनिर्भर भारत की ओर बढ़ना होगा।
गांव और शहर की खाई को अगर हमें पाटना है तो उसके लिए आत्मनिर्भर भारत की ओर बढ़ना होगा: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) February 8, 2021
उन्होंने कहा कि हमें एक बार देखना चाहिए कि कृषि परिवर्तन से बदलाव होता है कि नहीं। कोई कमी हो तो उसे ठीक करेंगे, कोई ढिलाई हो तो उसे कसेंगे। मैं विश्वास दिलाता हूं कि मंडियां और अधिक आधुनिक बनेंगी प्रधानमंत्री मोदी ने सदन में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का कथन पढ़ा, ‘हमारी सोच है कि बड़ी मार्केट को लाने में जो अड़चने हैं, हमारी कोशिश है कि किसान को उपज बेचने की इजाजत हो।’ प्रधानमंत्री ने कहा कि जो मनमोहन सिंह ने कहा वो मोदी को करना पड़ रहा है, आप गर्व कीजिए।
कांग्रेस और सभी दलों ने कृषि सुधारों की बात कही है। पिछले 2 दशक से ये सारी बातें चल रही हैं। ये समाज परिवर्तनशील है। आज के समय हमें जो सही लगा उसे लेकर चलें, आगे नई चीजों को जोड़ेगें। रुकावटें डालने से प्रगति कहां होती है।
दूध उत्पादन किन्हीं बंधनों में बंधा हुआ नहीं है। दूध के क्षेत्र में या तो प्राइवेट या को-ऑपरेटिव दोनों मिलकर कार्य कर रहे हैं।
पशुपालकों जैसी आजादी, अनाज और दाल पैदा करने वाले छोटे और सीमांत किसानों को क्यों नहीं मिलनी चाहिए: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) February 8, 2021
पीएम मोदी ने कहा कि पहली बार हमने किसान रेल की कल्पना की। छोटा किसान जिसका सामान बिकता नहीं था, आज गांव का छोटा किसान किसान रेल के माध्यम से मुंबई के बाजार में अपना सामान बेचने लगा, इससे छोटे किसान को फायदा हो रहा है। 2014 के बाद हमने कुछ परिवर्तन किया, हमने फसल बीमा योजना का दायरा बढ़ा दिया ताकि किसान, छोटा किसान भी उसका फायदा ले सके। पिछले 4-5 साल में फसल बीमा योजना के तहत 90 हजार करोड़ रुपये के क्लेम किसानों को दिए गए है। उन्होंने कहा कि दूध उत्पादन किन्हीं बंधनों में बंधा हुआ नहीं है। दूध के क्षेत्र में या तो प्राइवेट या को-ऑपरेटिव दोनों मिलकर कार्य कर रहे हैं। पशुपालकों जैसी आजादी, अनाज और दाल पैदा करने वाले छोटे और सीमांत किसानों को क्यों नहीं मिलनी चाहिए।
भारत की युवा शक्ति पर हम जितना जोर लगाएंगे, हम जितने अवसर उनको देंगे, मै समझता हूं कि वो हमारे देश के उज्ज्वल भविष्य के लिए मजबूत नींव बनेंगे: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) February 8, 2021
श्री मोदी ने कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति को जिस प्रकार देशभर में स्वीकृति मिली है, वह अपने आपमें सराहनीय है। भारत की युवा शक्ति पर हम जितना जोर लगाएंगे, हम जितने अवसर उनको देंगे, मै समझता हूं कि वो हमारे देश के उज्ज्वल भविष्य के लिए मजबूत नींव बनेंगे।
India is not merely the world's largest democracy.
India is the 'Mother of Democracy' and this is our ethos. Our nation's temperament is democratic: PM @narendramodi #PMinRajyaSabha
— PMO India (@PMOIndia) February 8, 2021
विपक्षी सदस्यों से पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना के कारण आप लोग फंसे रहते होंगे, लेकिन आपने सारा गुस्सा मेरे ऊपर निकाल दिया तो आपका मन भी हल्का हुआ। मैं आपके काम आया, ये मैं अपना सौभाग्य मानूंगा। ये आनंद आप लगातार लेते रहिए और मोदी है तो मौका लीजिए।
Speaking in the Rajya Sabha. https://t.co/lepprXZ8Ak
— Narendra Modi (@narendramodi) February 8, 2021