प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार (8 जुलाई) को दो दिवसीय यात्रा पर मॉस्को पहुंचे तो एयरपोर्ट पर उनका भव्य स्वागत किया गया। पीएम मोदी जब मॉस्को पहुंचे तो उनका ग्रैंड वेलकम करने के लिए रूस के प्रथम उप प्रधानमंत्री डेनिस मांटुरोव मौजूद थे। इसके पहले रूस की यात्रा करने वाले चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग को ऐसा स्वागत नहीं मिला था। उस दौरान तीसरे नंबर के डिप्टी पीएम दमित्री चेरनेशेंको ने जिनपिंग का स्वागत किया था। इससे साफ जाहिर होता है कि रूस भारत के साथ अपने संबंधों को चीन से अधिक महत्व देता है। पीएम मोदी के स्वागत के दौरान ही चीन को साफ संदेश मिल गया कि चीन नहीं बल्कि भारत रूस का असली दोस्त है। रूस ने पीएम मोदी को जिस तरह से खास तवज्जो दी है, उससे शी जिनपिंग का चिढ़ना तय है। पीएम मोदी और राष्ट्रपति पुतिन जिस गर्मजोशी से मिले, गले मिल, गार्डन में टहले, इलेक्ट्रिक कार में घूमे, यह दोनों नेताओं के बीच एक अलग की केमिस्ट्री को बयां करती है। एक तरफ पश्चिमी देश पुतिन को अछूत बनाने में जुटे थे वहीं दूसरी तरफ पीएम मोदी गर्मजोशी के साथ पुतिन से गले मिल रहे थे। इससे अमेरिका सहित पश्चिमी देश जहां घुटने पर आ गए हैं वहीं रूस ने पीएम मोदी कै ग्रैंड वेलकम कर चीन को औकात दिखा दी है।
पीएम मोदी रूस में, NATO की अमेरिका में मीटिंग, पश्चिम देशों की बढ़ी टेंशन
पीएम मोदी यूक्रेन युद्ध के बाद पहली बार रूस दौरे पर गए हैं। इस वजह से यात्रा के कई मायने निकाले जा रहे हैं, क्योंकि इस समय अमेरिका में नाटो समिट भी हो रहा है। पूरी दुनिया खासकर पश्चिमी देश मोदी के रूस दौरे पर नजर बनाए हुए हैं। हालांकि अमेरिका में नाटो समिट को लेकर भारत के विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि पीएम मोदी के रूस दौरे का नाटो समिट से कोई मतलब नहीं है वहीं रूसी राष्ट्रपति के आवास के क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने कहा कि मोदी की इस यात्रा को पश्चिमी देश ईर्ष्या की नजर से देखते हैं। इस बीच पीएम मोदी की मॉस्को यात्रा पर अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर को मजबूरी में ही सही लेकिन कहना पड़ा भारत एक रणनीतिक साझेदार है। यही नहीं वह भारत से रूस-यूक्रेन युद्ध रुकवाने के लिए मध्यस्थता की अपील भी करने लगा। अमेरिकी प्रवक्ता ने कहा कि ‘हमने रूस के साथ संबंधों के बारे में अपनी चिंताओं को भारत के साथ सीधे तौर पर स्पष्ट कर दिया है। इसलिए हम उम्मीद करेंगे कि भारत या कोई भी देश, जब रूस के साथ बातचीत करेंगे तो साफ बता देंगे कि रूस को संयुक्त राष्ट्र चार्टर का सम्मान करना चाहिए।’
पीएम मोदी को रूस में चीनी राष्ट्रपति से ज्यादा मिला सम्मान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब रूस की राजधारी मॉस्को पहुंचे वहां उनका जोरदार स्वागत किया गया। एयरपोर्ट पर उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। रूस के प्रथम डिप्टी पीएम डेनिस मंटुरोव पीएम मोदी की अगवानी करने के लिए एयरपोर्ट पर मौजूद थे। वे अपनी कार में बिठाकर होटल तक ले गए। ऐसा आमतौर पर बहुत कम होता है। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग जब मॉस्को पहुंचे थे तब उनका भी इस तरह से स्वागत नहीं हुआ था। एयरपोर्ट पर उन्हें लेने के लिए रूस के कम रैंक के उप प्रधानमंत्री पहुंचे थे।
Prime Minister Modi receives a grand welcome in Moscow… pic.twitter.com/ii9D5vkjqd
— Amit Malviya (@amitmalviya) July 8, 2024
Landed in Moscow. Looking forward to further deepening the Special and Privileged Strategic Partnership between our nations, especially in futuristic areas of cooperation. Stronger ties between our nations will greatly benefit our people. pic.twitter.com/oUE1aC00EN
— Narendra Modi (@narendramodi) July 8, 2024
पीएम मोदी के मुकाबले जिनपिंग को कम रैंक वाले डिप्टी पीएम ने किया स्वागत
पीएम मोदी के स्वागत के लिए जहां प्रथम डिप्टी पीएम डेनिस मंटुरोव पहुंचे थे वहीं चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग को लेने के लिए तीसरे नंबर के डिप्टी पीएम दमित्री चेरनेशेंको पहुंचे थे। इससे साफ पता चलता है कि रूस चीन से ज्यादा भारत को महत्व देता है और उसने यह भी जता दिया है कि चीन से ज्यादा गहरा दोस्त भारत है। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग पिछले साल रूस गए थे तो उनका स्वागत रूस के सेकेंड डिप्टी पीएम ने किया था। वरीयता क्रम में देखें तो पीएम मोदी की अगवानी करने वाले डिप्टी पीएम शी जिनपिंग की अगवानी करने वाले डिप्टी पीएम से सीनियर थे।
भारत-रूस की दोस्ती में खलल डालने की चीन की मंशा विफल
शी जिनपिंग जब साल 2023 में मॉस्को गए थे, तब पुतिन ने उनका भी स्वागत ठीक-ठाक ही किया था। मगर उस मुलाकात में मोदी वाली बात नजर नहीं आई। अभी मोदी और पुतिन की मुलाकात दमदार नजर आई। ऐसा लगा जैसे दो जिगरी यार मिल रहे हों, जबकि शी जिनपिंग और पुतिन की मुलाकात औपचारिक दिखाई दी। पुतिन उस वक्त जिनपिंग से गले नहीं मिले थे। मोदी और पुतिन की यह मुलाकात इसलिए भी खास है, क्योंकि बीते कुछ समय से चीन रूस पर खूब डोरे डाल रहा है। भारत और रूस की दोस्ती में खलल डालने की चीन पूरी कोशिश कर रहा है। मगर पीएम मोदी ने भी विषम परिस्थियों में रूस जाकर चीन के साथ-साथ दुनिया को दिखा दिया है कि चाहे जो भी माहौल रहे, भारत और रूस की दोस्ती अटूट है।
होटल पहुंचने पर प्रवासी भारतीयों ने किया स्वागत
हवाई अड्डे पर पीएम मोदी का स्वागत करने वाले रूस के प्रथम उप प्रधान मंत्री डेनिस मंटुरोव उनके साथ होटल गए, जहां भारतीय प्रवासी उनके स्वागत के लिए एकत्र हुए थे। पीएम मोदी ने भारतीय प्रवासियों का अभिवादन किया, जो उनके स्वागत के लिए कार्लटन होटल के बाहर मौजूद थे। उन्होंने भारतीय समुदाय के सदस्यों से हाथ मिलाया और बातचीत की। उन्होंने बच्चों से मुलाकात की जो पीएम मोदी को देखकर खुश हुए। होटल में उनके स्वागत के लिए लोगों ने भारतीय झंडे और पीएम मोदी के पोस्टर लिए हुए थे और “मोदी-मोदी” के नारे लगाए। पीएम मोदी के स्वागत में भारतीय परिधान पहने कलाकारों ने होटल में परफॉर्म किया।
A memorable welcome in Moscow! I thank the Indian community for their affection. pic.twitter.com/acTHlLQ3Rs
— Narendra Modi (@narendramodi) July 8, 2024
मोदी-पुतिन गले मिले, गजब की केमेस्ट्री दिखी
रूस की यात्रा पर पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने जबरदस्त स्वागत किया। देर शाम डिनर के दौरान जब दोनों नेता मिले तो राष्ट्रपति पुतिन ने पीएम मोदी को गले लगा लिया। आमतौर पर पुतिन किसी नेता के लिए ऐसा नहीं करते। उन्हें बेहद प्राइवेट माना जाता है। कई बार तो वे राष्ट्राध्यक्षों से मिलते वक्त काफी दूरी बनाकर रखते हैं। लेकिन पीएम मोदी के साथ उनकी गजब की केमेस्ट्री नजर आई।
Gratitude to President Putin for hosting me at Novo-Ogaryovo this evening. Looking forward to our talks tomorrow as well, which will surely go a long way in further cementing the bonds of friendship between India and Russia. pic.twitter.com/eDdgDr0USZ
— Narendra Modi (@narendramodi) July 8, 2024
पहली बार पुतिन के रेसिडेंस की कुछ झलकियां दुनिया ने देखी
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का अपने सरकारी आवास ‘नोवो-ओगरियोवो’ पर एक ‘निजी मुलाकात’ के तहत स्वागत किया। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘यह दो करीबी मित्रों और विश्वसनीय साझेदारों की बैठक थी।” सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि रूस के राष्ट्रपति का निवास काफी सुरक्षा के घेरे में रहता है और इसकी तस्वीरें देखने को नहीं मिलती है। लेकिन पीएम मोदी के दौरे के बाद संभवतः पहली बार पुतिन के रेसिडेंस की कुछ झलकियां दुनिया के सामने दिखी है। मॉस्को के बाहरी इलाके में स्थित पुतिन के निजी आवास के चारों ओर जंगल है। कई एयर डिफेंस सिस्टम तैनात है। परमाणु हमले से बचने वाले बंकर से लेकर कई किलोमीटर लंबी सुरंग होने का अनुमान जताया जाता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स पर एक पोस्ट में नोवो-ओगरियोवो में उनकी मेजबानी के लिए राष्ट्रपति पुतिन के प्रति आभार जताया। निजी मुलाकात के दौरान पुतिन ने भारत के विकास में पीएम मोदी के प्रयासों की सराहना की। इस दौरान पुतिन ने पीएम मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि आपने अपना पूरा जीवन भारतीय लोगों की सेवा में समर्पित कर दिया है और वे इसे महसूस कर सकते हैं।
Dear, Nanny of Thrid time failed & The champion of Relaunch Rahul Gandhi. Here is Some News for you do read it.
Also then PM Manmohan ji was not welcomed for a dinner at Putin’s home but Modi ji has been welcomed and this conversation between them will make you more frustrated. https://t.co/uXMGzuSCFJ pic.twitter.com/Q3uky67i6l— 🇮🇳 𝓐 𝓙 ☀️ (@warrior_soul13) July 9, 2024
पीएम मोदी की डिनर डिप्लोमेसी ने दिखाया दम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 5 साल बाद रूस के 2 दिन के दौरे पर हैं। राष्ट्रपति पुतिन ने पीएम मोदी के लिए अपने आवास पर प्राइवेट डिनर रखा। इस दौरान दोनों नेताओं के बीच अनौपचारिक बातचीत हुई, जिसमें बड़ा फैसला लिया गया है। दरअसल, रूस की सेना में भारतीयों की भर्ती के मामले पर डिनर के दौरान प्रधानमंत्री मोदी नरेंद्र मोदी और पुतिन ने बातचीत की है। पुतिन ने सभी भारतीयों को सेना से रिलीज करने पर सहमति दे दी है। रूस की सेना में शामिल भारतीयों की जानकारी और डेटा को लेकर दोनों देश मिलकर काम करेंगे। करीब 200 लोग एजेंट के झांसे की वजह से रूस-यूक्रेन वॉर जोन में फंसे हैं। नौकरी के लालच में उन्हें रूस जाने पर युद्धक्षेत्र में भेज दिया गया है।
BIG NEWS 🚨 Vladmir Putin congratulates PM Modi for victory & said he is very happy to see Modi back in 2024 🔥🔥
Putin said Modi has great energy & he is doing extremely well for India.
Putin hosts private dinner for PM Modi.
Russia said “West is watching with jealously”… pic.twitter.com/hxeO7m49BO
— Times Algebra (@TimesAlgebraIND) July 8, 2024
समुंदर पार भी पीएम मोदी का जलवा
पीएम मोदी जी के सम्मान में मॉस्को के ओस्टैंकिनो टॉवर जो यूरोप की सबसे ऊंची स्वतंत्र संरचना है, उसे तिरंगे से रोशन किया गया। ऐसा सम्मान भारतीय इतिहास में किसी भी नेता को नहीं मिला, न नेहरू को न इंदिरा को। समुंदर पार भी पीएम मोदी का जलवा है।
मोदी जी के सम्मान में मॉस्को के ओस्टैंकिनो टॉवर जो यूरोप की सबसे ऊंची स्वतंत्र संरचना है, उसे तिरंगे से रोशन किया गया है
ऐसा सम्मान भारतीय इतिहास में किसी भी नेता को नहीं मिला, न नेहरू को न ,ना इंदिरा को !!
समुंदर पार भी NAMO का जलवा है pic.twitter.com/A56QTzKo38
— Hardik Bhavsar (@Bitt2DA) July 8, 2024