प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज 9 मार्च को अरुणाचल प्रदेश के ईटानगर में विकसित भारत विकसित नॉर्थ-ईस्ट कार्यक्रम को संबोधित किया। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने मणिपुर, मेघालय, नागालैंड, सिक्किम, त्रिपुरा और अरुणाचल प्रदेश में 55,600 करोड़ रुपये की कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। उन्होंने दुनिया की सबसे लंबी सुरंग सेला टनल को भी राष्ट्र को समर्पित किया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा कि नॉर्थ ईस्ट के विकास के लिए हमारा विजन- अष्ट लक्ष्मी का रहा है। आज यहां एक साथ 55 हज़ार करोड़ रुपए से अधिक के प्रोजेक्ट्स उसका लोकार्पण या शिलान्यास हुआ है। आज अरुणाचल प्रदेश के 35 हजार गरीब परिवारों को अपने पक्के घर मिले हैं। अरुणाचल प्रदेश और त्रिपुरा के हजारों परिवारों को नल कनेक्शन मिले हैं। नॉर्थ ईस्ट के अलग-अलग राज्यों में कनेक्टिविटी से जुड़े अनेक प्रोजेक्ट्स का शिलान्यास और लोकार्पण हो रहा है। बिजली, पानी, सड़क, रेल, स्कूल, अस्पताल, टूरिज्म, अनगिनत विकास के ये इंफ्रास्ट्रक्चर नॉर्थ ईस्ट के हर राज्य के विकसित बनने की गारंटी लेकर के आए हैं। नॉर्थ ईस्ट के विकास पर हमने जितना निवेश बीते 5 वर्ष में किया है, यानि पहले जो कांग्रेस के या पुरानी सरकारें करती थीं, उससे करीब-करीब 4 गुना ज्यादा।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘मोदी की गारंटी का मतलब क्या होता है, ये अरूणाचल आएंगे तो आपको साक्षात नजर आएगा, पूरा नॉर्थ ईस्ट देख रहा है कि मोदी की गारंटी कैसे काम कर रही है। अब देखिए, 2019 में यहीं से मैंने सेला टनल का शिलान्यास करने का काम किया था, और आज क्या हुआ, बन गया कि नहीं बन गया, बन गया कि नहीं बन गया। 2019 में ही, डोनी पोलो एयरपोर्ट का भी शिलान्यास मैंने किया था। आज ये एयरपोर्ट, शानदार सेवाएं दे रहा है। और मोदी की ऐसी गारंटी जब पूरी होती है, तो नॉर्थ ईस्ट भी हर कोने से कह रहा है, यहां की पहाड़ियों से भी गूंज सुनाई दे रही है, यहां की नदियों के कलरव में भी शब्द सुनाई दे रहे हैं और एक ही आवाज आ रही है- अबकी बार-400 पार!, अबकी बार मोदी सरकार!’
सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, ’10 सालों में हमने यहां आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर को विस्तार दिया। लगभग एक दर्जन शांति समझौते लागू किए। अनेक सीमा विवाद सुलझाए। अब विकास का अगला कदम नॉर्थ ईस्ट में इंडस्ट्री के विस्तार करने का है। 10 हज़ार करोड़ रुपए की उन्नति योजना, नॉर्थ ईस्ट में निवेश और नौकरियों की नई संभावनाएं लेकर आएगी। इससे यहां मैन्युफेक्चरिंग के लिए नए-नए सेक्टर्स और सर्विस से जुड़े नए उद्योग लगाने के लिए सरकार मदद देगी। मेरा पूरा जोर इस बात पर रहा है कि इस बार इससे स्टार्ट अप्स, नई टेक्नोल़ॉजी, होम स्टे, टूरिज्म ऐसे अनेक क्षेत्रों में जो युवा हमारे आना चाहते हैं, मैं उन नौजवानों को पूरा-पूरा सपोर्ट करने की गारंटी देता हूं।’
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘नॉर्थ ईस्ट में महिलाओं का जीवन आसान बनाना, उन्हें नए अवसर देना ये बीजेपी सरकार की प्राथमिकता है। नॉर्थ ईस्ट की बहनों को मदद करने के लिए कल अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर हमारी सरकार ने गैस सिलेंडर के दाम में 100 रुपए की और कमी कर दी। नॉर्थ ईस्ट में हर घर नल से जल पहुंचाने का काम भी बहुत सफलतापूर्वक आगे बढ़ा है। आज यहां अरुणाचल प्रदेश में 45 हज़ार परिवारों तक पीने का पानी पहुंचाने के प्रोजेक्ट्स का लोकार्पण हुआ है। अमृत सरोवर अभियान के तहत भी यहां अनेक सरोवर बनाए गए हैं। हमारी सरकार ने गांव की बहनों को लखपति दीदी बनाने का भी बहुत बड़ा अभियान चलाया है। इसके तहत स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी नॉर्थ ईस्ट की हजारों बहनें लखपति दीदी बन चुकी हैं। अब हमारा लक्ष्य देश में 3 करोड़ बहनों को लखपति दीदी बनाने का है। इसका भी बड़ा फायदा नॉर्थ ईस्ट की महिलाओं को होगा, बहनों-बेटियों को होगा।’
कनेक्टिविटी और बिजली, ये ऐसे काम हैं, जो जीवन भी आसान बनाते हैं और कारोबार भी आसान बनाते हैं। आज़ादी के बाद से लेकर 2014 तक, नॉर्थ ईस्ट में, ये आंकड़ा याद रखिए, नॉर्थ ईस्ट में 10 हज़ार किलोमीटर नेशनल हाईवे बनाए गए थे, यानि 7 दशक में। जबकि बीते 10 वर्षों में, सिर्फ 10 वर्षों में 6 हजार किलोमीटर से अधिक के नेशनल हाईवे बनाए गए हैं। जितना काम 7 दशक में हुआ उतना मैंने एक दशक में करीब-करीब करके दिया है। 2014 के बाद नॉर्थ ईस्ट में करीब 2 हजार किलोमीटर नई रेल लाइन्स बनी हैं। पावर सेक्टर में भी अभूतपूर्व काम हुआ है। आज ही अरुणाचल में दिबांग मल्टीपरपज़ हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट और त्रिपुरा में एक सोलर प्रोजेक्ट पर काम शुरु हुआ है। दिंबाग डैम, देश का सबसे ऊंचा डैम होने वाला है। यानि भारत के सबसे बड़े पुल की तरह ही सबसे बड़े डैम की उपलब्धि भी नॉर्थ ईस्ट को मिलने जा रही है।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘एक तरफ मोदी, विकसित भारत के निर्माण के लिए एक-एक ईंट जोड़कर, युवाओं के बेहतर फ्यूचर के लिए दिन-रात काम कर रहा है। वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस के इंडी गठबंधन के परिवारवादी नेताओं ने, जब ये मैं काम कर रहा हूं ना तो उन्होंने जरा मोदी पर हमले बढ़ा दिए हैं। और आजकल लोग पूछ रहे हैं कि मोदी का परिवार कौन है? कान खोलकर सुनलो गाली देने वालों, ये अरूणाचल के पहाड़ों में रहने वाला हर परिवार कह रहा है- ये मोदी का परिवार है।
प्रधानमंत्री मोदी ने जोर देकर कहा, ‘ये परिवारवादी सिर्फ अपने ही परिवार का फायदा देखते हैं। इसलिए जहां वोट नहीं, वहां ये ध्यान नहीं देते। अनेक दशकों तक देश में परिवारवादियों की सरकारें रहीं, तभी नॉर्थ ईस्ट का विकास नहीं हो पाया। नॉर्थ ईस्ट पार्लियामेंट में कम सदस्य भेजता है, इसलिए कांग्रेस के इंडी गठबंधन ने आपकी परवाह नहीं की, आपकी चिंता नहीं की, आपके बच्चों के भविष्य की चिंता नहीं की। इनको अपने ही बच्चों की चिंता थी, वो अपने ही बच्चों को सेट करने में लगे हैं, आपके बच्चे अपसेट हो जाए उनको कोई परवाह नहीं है। आपके बाल-बच्चे किस हाल में है, इसकी परवाह इन्होंने कभी नहीं की और न कभी करेंगे। लेकिन मोदी के लिए तो दूर-सुदूर बैठा, चाहे वो जंगल में रहता हो, चाहे पहाड़ों पर रहता हो, चाहे दूर-दूर के छोटे गांव में रहता हो, हर एक व्यक्ति, हर एक व्यक्ति, हर एक परिवार, ये सारे मेरे परिवार हैं। जब तक हर व्यक्ति तक पक्का घर, मुफ्त राशन, शुद्ध पीने का पानी, बिजली, टॉयलेट, गैस कनेक्शन, मुफ्त इलाज, इंटरनेट कनेक्शन ऐसी सुविधाएं न पहुंचे, तब तक मोदी चैन से नहीं बैठ सकता। आज जब ये मोदी के परिवार पर सवाल उठाते हैं, तो जैसा मेरे अरूणाचल भाई-बहन कह रहे हैं, देश कह रहा है, उनको जवाब दे रहा है, हर परिवार कह रहा है- मैं हूं, मोदी का परिवार! हर परिवार कह रहा है- मैं हूं, मोदी का परिवार! मैं हूं, मोदी का परिवार!’