Home समाचार इंडी अलायंस को पाकिस्तानी सांसद ने दिखाया आईना, कहा- हिंदुस्तान के...

इंडी अलायंस को पाकिस्तानी सांसद ने दिखाया आईना, कहा- हिंदुस्तान के चुनाव में कोई धांधली नहीं हुई

SHARE

आज भारतीय लोकतंत्र का डंका पूरी दुनिया में बजता है। अब पाकिस्‍तान भी इसका मुरीद हो गया है। देश में लोकसभा चुनाव हाल में संपन्न हुए हैं। इस दौरान इंडी अलायंस ने चुनाव प्रक्रिया पर तरह-तरह के सवाल उठाए और चुनाव आयोग से लेकर ईवीएम तक को बदनाम करने में कोई कमी नहीं रखी। कभी उन्होंने चुनाव आयोग को लेकर बवाल खड़ा किया तो कभी ईवीएम पर हो-हल्ला मचाया। इसके बाद उन्होंने मतदान के आंकड़ों को लेकर रोना-धोना शुरू कर दिया। गजब ये है कि यही इंडी अलायंस जब हिमाचल, तेलंगाना, तमिलनाडु, बंगाल में जीतता है, तो ईवीएम ठीक होती है और जब भाजपा जीतती है, तो ईवीएम का रोना शुरू कर देता है। उसके इस दोहरे चरित्र से अब देशवासी भी परिचित हो चुके हैं। वहीं अब पड़ोसी देश पाकिस्तान ने इंडी अलायंस को आईना दिखाया है। इमरान खान की पार्टी के सांसद शिबली फराज ने पाकिस्तानी संसद में भारत में हुए चुनाव की तारीफ की है। उन्होंने कहा कि सब जानते हैं कि पाकिस्तान में हुए चुनावों में धांधली हुई है पर हमारे पड़ोसी देश भारत में भी चुनाव हुए। लेकिन आज कोई नहीं कह सकता इसमें धांधली की गई।

पाकिस्तानी संसद में भारतीय चुनाव प्रणाली की तारीफ में कसीदे
पाकिस्तानी संसद में भारतीय चुनाव प्रणाली की तारीफ में कसीदे पढ़े गए। पाकिस्‍तान में विपक्ष के नेता शिबली फराज देश में लोकतंत्र और चुनाव प्रणाली पर जारी बहस में हिस्‍सा ले रहे थे। इस दौरान उन्‍होंने भारतीय चुनाव व्‍यवस्‍था की मुक्‍त कंठ से तारीफ की। उन्‍होंने कहा कि भारत में तकरीबन 800 मिलियन (80 करोड़) लोगों के लिए चुनाव कराया गया। देशभर में लाखों लोगों के लिए पोलिंग बूथ स्‍टेशन बनाए गए। उन्‍होंने कहा कि एक मतदाता के लिए लिए भी पोलिंग स्‍टेशन की व्‍यवस्‍था की गई। तकरीबन एक महीने तक मतदान की प्रक्रिया चली। इतने व्‍यापक पैमाने पर चुनाव कराया गया, लेकिन कहीं से भी किसी ने भी यह सवाल नहीं उठाया कि चुनाव में धांधली हुई है। इस तरह शिबली फराज ने अपने देश और नीति-निर्माताओं को आईना दिखाते हुए भारत से कुछ सीखने को कहा। इसके साथ ही फराज ने इंडी अलायंस को भी आईना दिखाने का काम किया।

कभी पाकिस्तान में बिना धांधली के चुनाव हो सकते हैं?
फराज ने अपनी सरकार से पूछा कि क्या हिंदुस्तान के चुनावों के नतीजों को लेकर अभी तक एक भी आवाज उठी है। वहां की सारी पार्टियों ने माना है कि चुनाव निष्पक्ष हुए हैं। उन्होंने संसद में सवाल उठाया कि क्या कभी पाकिस्तान में भी बिना किसी धांधली के चुनाव हो सकते हैं। पाकिस्तान में 8 फरवरी को चुनाव हुए थे, जिसमें इमरान खान की पार्टी हार गई थी। शिबली फराज ने संसद के स्पीकर सरदार सादिक से कहा कि हम लोग भी चाहते हैं कि पाकिस्तान में निष्पक्ष चुनाव हों। हमारे यहां चुनाव होते हैं तो इसके रिजल्ट्स को न तो हारने वाली पार्टी मानती है न ही जीतने वाली। इस तरह की चीज ने हमारी पॉलिटिकल सिस्टम को पूरी तरह खोखला कर दिया है। उन्होंने कहा कि क्यों नहीं हम लोग भी हिन्दुस्तान की तरह फ्री एंड फेयर इलेक्शन करा सकते हैं। लेकिन सबको पता है कि इस देश की ज्यादा पॉलिटिकल पार्टियां ऐसा होने नहीं देंगी।

पाकिस्तान के गृह मंत्री भी कर चुके भारत की तारीफ
इससे पहले पाकिस्तान के गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने भी भारत की तारीफ की थी। नकवी ने कहा था कि आज भारत में वहां के व्यापारियों की वजह से विकास हो रहा है। भारत में बिजनेसमैन की इज्जत की जाती है। जबकि पाकिस्तान में अगर कोई व्यापारी आगे बढ़ता है तो उसे चोर कह दिया जाता है। मोहसिन नकवी हाल ही में सामने आई दुबई लीक्स रिपोर्ट के बारे में बात कर रहे थे। इस रिपोर्ट में खुलासा किया गया है कि आर्थिक तंगी से जूझ रहे पाकिस्तान के 17 हजार नागरिकों के पास दुबई में 23 हजार से ज्यादा प्रॉपर्टीज हैं। इनकी कुल कीमत 91 हजार करोड़ से ज्यादा है। इस लिस्ट में पाकिस्तान राजनेताओं, मंत्रियों और फौज के अधिकारियों के साथ मोहसिन नकवी की पत्नी का भी नाम है।

पाकिस्‍तान चुनाव में धांधली
पाकिस्‍तान में फरवरी में चुनाव कराया गया था। चुनाव से पहले ही जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी को प्रतिबंधित कर दिया गया था। इस वजह से इमरान की पार्टी PTI सीधे तौर पर चुनाव नहीं लड़ सकी थी। इमरान की पार्टी के नेता निर्दलीय चुनाव लड़े और बड़ी तादाद में जीते भी। इमरान खान ने पूरी चुनाव प्रक्रिया को संदिग्‍ध बताते हुए वोटों की चोरी करने का आरोप लगाया। पाकिस्‍तान में अभी भी उस चुनाव में व्‍यापक पैमाने पर हुई धांधली को लेकर सवाल उठ रहे हैं।

भारत में दुनिया का सबसे बड़ा चुनाव
भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है। यहां की चुनाव प्रक्रिया भी दुनिया के तमाम डेमोक्रेटिक देशों से कहीं ज्‍यादा व्‍यापक है। यहां तकरीबन 97 करोड़ पंजीकृत मतदाता हैं। ऐसे में चुनाव आयोग को वोटिंग के लिए व्‍यापक पैमाने पर तैयारियां करनी होती हैं। हजारों पोलिंग बूथ पर EVM से वोटिंग होती है। इस बार भी मतदान प्रक्रिया एक महीने से ज्‍यादा समय तक चली। चुनाव परिणाम सामने आने के एक सप्‍ताह के अंदर केंद्र में सरकार का गठन भी हो गया। इतनी लंबी प्रक्रिया के बावजूद किसी ने भी चुनाव प्रक्रिया पर धांधली का आरोप नहीं लगाया।

लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने सबसे ज्यादा 240 सीटों पर जीत दर्ज की
लोकसभा चुनाव 2024 के 4 जून 2024 को सभी 543 सीटों के आए नतीजे के अनुसार, भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने सबसे ज्यादा 240 सीटों पर जीत दर्ज की है, जबकि 99 सीटों पर जीत के साथ कांग्रेस दूसरे नंबर पर रही। भाजपा के नेतृत्व वाले इंडी गठबंधन को 293 सीटें मिलीं। अन्य बड़े दलों की बात करें तो समाजवादी पार्टी (SP) इस बार 37 सीटों के साथ तीसरे नंबर रही है। समाजवादी पार्टी के बाद ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने 29 सीटों पर जीत दर्ज की। द्रविड़ मुन्नेत्र कड़गम (DMK) ने इस लोकसभा चुनाव में 22 सीटों पर जीत दर्ज की। तेलगु देशम पार्टी (TDP) ने 16 सीटों पर कब्जा करके बड़ी कामयाबी हासिल की। इसके बाद नंबर आता है बिहार के सीएम नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड (JDU) का। जेडीयू ने इस चुनाव में 12 सीटों पर कामयाबी हासिल की है। शिवसेना (उद्धव गुट) ने इस चुनाव में 9 सीटों पर जीत दर्ज की है। एनसीपी (शरद पवार गुट) ने 7, शिवसेना (शिंदे गुट) ने 7 और बिहार में लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) ने 5 सीटों पर विरोधियों को मात दी है। वाईएसआरसीपी को 4 सीटें, राष्ट्रीय जनता दल (RJD) को 4 सीटें, सीपीआई (माले) को 4 सीटों पर जीत मिली है। इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग को 3 सीट, आम आदमी पार्टी (AAP) को 3 सीट, झारखंड मुक्ति मोर्चा को 3 सीट, आंध्र प्रदेश की जनसेना पार्टी को 2 सीट, कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सवादी-लेनिनवादी लिबरेशन) को 2 सीट, जनता दल (सेक्युलर) को 2 सीट, विदुथलाई चिरुथैगल काची को 2 सीट, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी को 2 सीट, राष्ट्रीय लोक दल को 2 सीट और जम्मू एंड कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस तो 2 सीट पर जीत मिली है।

केवल एक सीट तक सिमटी गईं कई पार्टियां
असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम को 1 सीट पर जीत मिली है। वह अपनी हैदराबाद सीट बचाने में कामयाब रहे। वहीं यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल को 1 सीट, असम गण परिषद को 1 सीट, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (सेक्युलर) को 1 सीट, केरल कांग्रेस को 1 सीट, क्रांतिकारी समाजवादी पार्टी को 1 सीट, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को 1 सीट, वॉयस ऑफ द पीपल पार्टी को 1 सीट, जोराम पीपुल्स मूवमेंट को 1 सीट, शिरोमणि अकाली दल को 1 सीट, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी को 1 सीट, भारत आदिवासी पार्टी को 1 सीट, सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा को 1 सीट, मरूमलार्ची द्रविड़ मुनेत्र कड़गम को 1 सीट, आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) को 1 सीट, अपना दल (सोनीलाल) को 1 सीट, आजसू पार्टी को 1 सीट पर जीत मिली। इनके अलावा 7 निर्दलीय प्रत्याशी भी इस बार विजयी रथ पर सवार हुए।

Leave a Reply