कोरोना महामारी और रूस-यूक्रेन युद्ध की वजह से दुनिया भर में महंगाई बेकाबू हो रही है। खाद्य पदार्थों की कीमतें आसमान छू रही हैं तो कई देशों ने गेहूं, चीनी, तेल, मांस के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया है। इस प्रतिबंध ने महंगाई को और बढ़ा दिया है। महंगाई के साथ ही कई देशों की अर्थव्यवस्था खस्ताहाल है। श्रीलंका और पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था डगमगा गई है। अफ़्रीका एवं यूरोप के देशों में गेंहू, तेल और रसोई ईंधन की कीमतें बढ़ गईं हैं। सिंगापुर, मलेशिया में भी महंगाई काफी बढ़ चुकी है। दुनिया भर में बढ़ रही महंगाई के पीछे विशेषज्ञों कहना है कि कोरोना के कारण लगे लॉकडाउन में लंबे समय तक उत्पादन बंद रहा, जिससे जरूरी चीजों के दाम बढ़ गए। वहीं रूस-यूक्रेन युद्ध की वजह से दुनिया भर में महंगाई और बेरोजगारी बढ़ी। युद्ध की वजह से जर्मनी जैसे संपन्न देश में भी महंगाई बढ़ रही है। पेट्रोल और गैस के दाम 50 प्रतिशत से ज़्यादा बढ़ गए हैं। इन चुनौतियों को मात देते हुए भारत की अर्थव्यवस्था ने तेज गति से विकास किया है। चालू वित्त वर्ष में भारत की जीडीपी वृद्धि दर 13.5 फीसदी रही है। वहीं 2021 की अंतिम तिमाही में ब्रिटेन को पीछे छोड़ते हुए भारत अब दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। अभी दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में अमेरिका है। जबकि दूसरे नंबर पर चीन फिर जापान और जर्मनी का नंबर है। एक दशक पहले भारत इस सूची में 11वें नंबर पर था और ब्रिटेन पांचवें पायदान पर। भारत जहां आर्थिक मोर्चे पर लगातार तरक्की कर रहा है वहीं विपक्षी पार्टी कांग्रेस को कोई मुद्दा नहीं मिला तो महंगाई को लेकर हल्ला बोल रैली कर दिया। अब इसे तो नासमझी ही कहा जा सकता है।
महंगाई को लेकर हल्ला बोल' रैली का जवाब देते खुद कांग्रेस नेता pic.twitter.com/zEILhT35Ft
— Social Tamasha (@SocialTamasha) September 4, 2022
जब देश में कांग्रेस की सरकार थी तब महंगाई के मुद्दे पर प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू से लेकर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा यह सुनना इसलिए दिलचस्प है कि जो कांग्रेस महंगाई का विरोध कर रही है उसे उसके नेता ही जबाव दे रहे हैं। यहां कांग्रेस नेता रेणुका चौधरी का भी बयान है और गरीबों का मजाक उड़ाते हुए कहती हैं कि एलपीजी गरीब नहीं इस्तेमाल नहीं करते। दरअसल कांग्रेस की सोच ही थी अमीरों के लिए काम करना है। अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व उज्ज्वला योजना के जरिये करोड़ों गरीब परिवारों के घरों में एलपीजी पहुंच चुकी है। क्या रेणुका चौधरी अब भी ये कहेंगी कि एलपीजी गरीब इस्तेमाल नहीं करते।
कांग्रेस नेताओं के बयान आप भी देखिए और पढ़िए-
जवाहर लाल नेहरूः अगर कोरिया में लड़ाई हो तो यहां चीजों के भाव बढ़ जाते हैं। अगर अमेरिका में कोई बात तो चीजों के दाम यहां भी बढ़ जाएंगे।
कांग्रेस के महंगाई को लेकर हल्ला बोल' रैली का जवाब देते मनमोहन सिंह pic.twitter.com/1HA8TjhAGU
— mahendra soni (@mahenomni) September 4, 2022
मनमोहन सिंहः पेट्रोलियम पदार्थों पर दी जाने वाली सब्सिडी में बड़े पैमाने पर इजाफा हुआ है। पिछले साल यह सब्सिडी 1 लाख 40 हजार करोड़ रुपये थी। अगर हमने कोई कार्रवाई नहीं की होती तो इस साल यह सब्सिडी बढ़कर 2 लाख करोड़ रुपये हो जाती। इसके लिए पैसा कहां आता। पैसा पेड़ों पर लगता नहीं।
रेणुका चौधरीः आप क्या कहना चाहते हैं कि आप इतने गरीब हैं कि गैस सिलेंडर के 900 रुपये नहीं दे सकते। आप क्या कहना चाहते हैं एलपीजी आम गरीब इस्तेमाल करता है। जब आप चाहते हैं गरीब में जुड़ जाते हैं नहीं तो बड़े अमीर हैं आप।
@SupriyaShrinate 900 was not more for a gas cylinder at that time abhi mehanga ho gaya hai ?
— Raj Singh (@SinghAadityaraj) September 5, 2022
कांग्रेस के नेताओं के बयान पर सोशल मीडिया में एक यूजर ने सवाल उठाया कि उस समय एलपीजी 900 रुपये में महंगा नहीं था और आज महंगा हो गया।