Home समाचार पाकिस्तान में भारत का एक और दुश्मन निपटा, 2015 में गुरदासपुर...

पाकिस्तान में भारत का एक और दुश्मन निपटा, 2015 में गुरदासपुर आतंकवादी हमले के मास्टरमाइंड को अज्ञात लोगों ने मौत की नींद सुलाई

SHARE

पाकिस्तान में भारत के एक और दुश्मन को अज्ञात लोगों ने गोली मारकर मौत की नींद सुला दी। पाकिस्तान के कराची में पुलिस उपाधीक्षक (DSP) और ISI अधिकारी अली रजा को 7 जुलाई को अज्ञात हमलावरों ने गोली मार दी, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। अली रजा साल 2015 में पाकिस्तान बॉर्डर से महज 15 किलोमीटर दूर पंजाब के गुरदासपुर में आतंकवादी हमले का मास्टरमाइंड था। गुरदासपुर में सेना की वर्दी में आए पाकिस्तानी आतंकवादियों ने पहले जम्मू के कटरा जा रही बस पर अंधाधुंध फायरिंग की। उनके निशाने पर अमरनाथ यात्रा पर जा रहे श्रद्धालु थे। इसके बाद गोलियां चलाते हुए दीनानगर पुलिस स्टेशन में घुस गए। आतंकवादियों ने थाने पर हमला करने के बाद परिसर के उस हिस्से पर भी गोलियां चलाईं और ग्रेनेड फेंके जहां पुलिसकर्मियों के परिवार रहते थे। इस हमले में एक एसपी और होमगार्ड के तीन जवान शहीद हो गए थे जबकि तीन आम नागरिकों की मौत हो गई थी। इसके अलावा 15 लोग घायल हुए थे।

ये नया भारत है, चुन-चुनकर विदेश में मारे जा रहे दुश्मन
पीएम मोदी के नेतृत्व में जिस तरह भारत का कद बढ़ता जा रहा है, वह विदेशी ताकतों को पसंद नहीं आ रहा है। इसीलिए वे तरह-तरह के प्रपंच कर भारत को बदनाम करने, उसकी विकास की रफ्तार को रोकने के षडयंत्र में जुटे हैं। लेकिन यह नया भारत है, ​​भारत के दुश्मन जहां कहीं भी हो उनका खत्म होना निश्चित है, चाहे वे कहीं भी छिपे हों। 2014 से पहले की सरकारें आतंकवादी हमला होने पर संयुक्त राष्ट्र और अमेरिका जैसे देशों से निहोरा करती थीं कि वे इसकी निंदा करें और भारत को इन आतंकवादी हमलों से बचाएं। आज पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत इस कदर सशक्त, सबल और सक्षम हुआ है कि अब वह दुश्मनों को मुंहतोड़ जवाब देता है। यही वजह है कि अब भारत नहीं, पाकिस्तान खुद को आतंकवाद से पीड़ित बता रहा है।

पाकिस्तान में अब तक दो दर्जन से अधिक आतंकवादी मारे गए
पाकिस्तान में अब तक भारत के दुश्मन दो दर्जन से अधिक आतंकवादी मारे जा चुके हैं, वहीं कुछ अन्य देशों में भारत के दुश्मनों को ढेर किया जा चुका है। वर्ष 2024 में पाकिस्तान में अब तक भारत के तीन दुश्मन को मौत की नींद सुलाया जा चुका है। वर्ष 2023 में भारत के दुश्मन 27 आतंकवादी मारे गए, वहीं 2022 में पांच भारत विरोधी आतंकवादी मारे गए थे। पिछले एक-दो वर्षों में विदेशी धरती पर भारत विरोधी हरदीप सिंह निज्जर, अवतार सिंह खांडा, परमजीत पंजवार, रिपुदमन सिंह मलिक, हरविंदर रिंडा, सुखदूल सिंह, हैप्पी संघेड़ा के साथ ही अबू कासिम, जहूर मिस्त्री, अब्दुल सलाम भुट्टावी, सैयद नूर, एजाज अहमद, खालिद रजा, बशीर अहमद, शाहिद लतीफ, मुफ्ती कैसर फारूक, जियाउर रहमान, मलिक दाऊद, सुक्खा दुनिके, ख्वाजा शाहिद, मौलाना तारिक रहीम उल्‍लाह तारिक, साजिद मीर, अदनान अहमद उर्फ हंजला अदनान, मौलाना शेर बहादुर, अब्दुल्ला शाहीन और खालिस्तानी आतंकवादी लखबीर सिंह रोडे जैसे आतंकियों की रहस्यमय तरीके से मौत हो गई।

पिछले कुछ समय में भारत विरोधी कई आतंकवादी विदेशी धरती पर मारे गए हैं। उन पर एक नजर-

7 जुलाई 2024
गुरदासपुर आतंकवादी हमले के मास्टरमाइंड को अज्ञात लोगों ने निपटा दिया
पाकिस्तान बॉर्डर से महज 15 किलोमीटर दूर पंजाब के गुरदासपुर में 2015 में हुए आतंकी हमले के मास्टरमाइंड अली रजा को पाकिस्तान के कराची में 7 जुलाई 2024 को अज्ञात हमलावरों ने गोली मार दी, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। अली रजा को हमलावरों ने कराची के करीमाबाद, ब्लॉक 1 में गोली मारी। ISI अधिकारी के अलावा एक सिक्योरिटी गार्ड को भी गोली लगी जिससे उसकी भी मौत हो गई। जिस वक्त यह हमला हुआ, उस समय अली रजा अपनी बुलेट प्रूफ गाड़ी में जा रहे था। तभी मोटरसाइकिल पर दो संदिग्ध आए और भागने से पहले अंधाधुंध गोलीबारी की। गोलीबारी में वह बुरी तरह से घायल हो गया। उनको सीने, गर्दन और सिर पर कई गोलियां लगी थीं। अली रजा वर्तमान में पाकिस्तान के कराची में काउंटर टेररिज्म डिपार्टमेंट में पुलिस उपाधीक्षक (DSP) के पद पर तैनात था और पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI से भी उसका जुड़ाव था। उल्लेखनीय है कि गुरदासपुर आतंकी हमले में एक एसपी और होमगार्ड के तीन जवान शहीद हो गए थे जबकि तीन आम नागरिकों की मौत हो गई थी। इसके अलावा 15 लोग घायल हुए थे।

17 जून 2024
सुंजवान आर्मी कैम्प पर हमले का मास्टरमाइंड अमीर हमजा मारा गया
भारत का दुश्मन और भारतीय सेना पर आतंकी हमला कराने वाला ISI एजेंट आमिर हमजा की गोलियां बरसाकर मौत के घाट उतार दिया गया। पाकिस्तान की जिस धरती पर रहते हुए उसने भारत के खिलाफ साजिश रची अंततः उसी धरती पर वह ढेर हो गया। आमिर हमजा की पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में 17 जून की देर शाम गोली मार दी गई। पाकिस्तान में रहने वाला आईएसआई का एजेंट और आर्मी का रिटायर्ड ब्रिगेडियर आमिर हमजा 17 जून की शाम परिवार के साथ कार से कहीं जा रहा था। उसी दौरान अज्ञात हमलावरों ने ताबड़तोड़ गोली चलाकर हमजा को मौत के घाट उतार दिया। यह हमला पंजाब के झेलम जिले में हुआ। आमिर हमजा भले ही पाकिस्तान आर्मी का हिस्सा था पर वो बहुत बड़ा आतंकी था। उसके हाथ दुनियाभर के कई आतंकी हमलों में रहा। वह भारत का बहुत बड़ा दुश्मन था। आमिर हमजा ने भारत के जम्मू-कश्मीर के सुंजवान आर्मी कैंप पर साल 2018 में आतंकी हमला करवाया था, जिसमें 6 जवान शहीद हो गए थे। इसके अलावा उसने कई बार भारत में हमले करवाने को लेकर साजिश रची। आमिर हमजा कई बड़े आतंकी हमलों का साजिशकर्ता था। पाकिस्तानी पुलिस का कहना है कि यह टारगेट किलिंग है।

16 जून 2024
रियासी हमले का मास्टरमाइंड पाकिस्तान में मारा गया
इससे पहले रियासी हमले का मास्टरमाइंड पाकिस्तान में मारा गया था। पाकिस्तानी यूट्यूबर शोएब चौधरी ने दावा किया है कि जम्मू-कश्मीर के रियासी में हुए हमले में शामिल जिम्मेदार आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा की शाखा द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) के सरगना को पाकिस्तान के किसी अज्ञात जगह पर मौत के घाट उतार दिया गया है। दरअसल कश्मीर की शांति पाकिस्तान को रास नहीं आ रही है। वह अपने गुर्गों को किसी न किसी रूप में यहां भेज रहा है। ऐसा ही एक संगठन है द रेजिस्टेंस फ्रंट। 2023 की शुरुआत में केंद्र सरकार ने UAPA के तहत द रेजिस्टेंस फ्रंट को प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन घोषित किया था। जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 को निरस्त किए जाने और जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा रद्द करने के बाद TRF की शुरुआत लश्‍कर की ऑनलाइन यूनिट के रूप में हुई थी।

 

23 दिसंबर 2023
लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी ‘जिहादी गुरु’ अब्दुल्ला शाहीन की पाकिस्तान में हत्या
पंजाब प्रांत के शहर कसूर में अब्दुल्ला शाहीन को एक वाहन ने टक्कर मार दी थी। घटना अचानक घटी, जिससे उसकी घटनास्थल पर ही तत्काल मौत हो गई। टक्कर मारने वाले वाहन सवारों की पहचान नहीं हो पाई है। अब्दुल्ला शाहीन ने लश्कर-ए-तैयबा में अपनी प्रभावशाली भूमिका के कारण ‘जिहादी गुरु’ का नाम हासिल किया था। नए लोगों को भर्ती करने के नाते, वह व्यक्तियों को कट्टरपंथी बनाने और उन्हें आतंकवादी संगठन में शामिल करने के लिए जिम्मेदार था। उसने लश्कर में अनगिनत नये आतंकियों की भर्ती की थी। उसकी मृत्यु उन लोगों के लिए एक युग के अंत का प्रतीक है जो उसकी कट्टर विचारधाराओं का पालन करते थे। शाहीन की भूमिका की वजह से बाद में उसे लश्कर-ए-तैयबा का एक प्रमुख ऑपरेटर बना दिया गया था। वो मजहब के नाम पर नये लोगों को समूह में शामिल करने में माहिर हो गया था और जिहाद के नाम पर लोगों मरने-मिटने के लिए ब्रेनवाश करने में माहिर हो गया था।

16 दिसंबर 2023
लश्कर आतंकवादी हबीबुल्लाह उर्फ खान बाबा की गोली मारकर हत्या
लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी हबीबुल्लाह उर्फ भोला खान उर्फ खान बाबा का पाकिस्तान में एक अज्ञात गनमैन ने कत्ल कर दिया। लश्कर आतंकी हबीबुल्लाह की गोली मारकर किसने हत्या की है, इसका पता नहीं चल पाया है। आतंकवादी हबीबुल्लाह लश्कर चीफ हाफिज सईद का काफी करीबी था और उसकी हत्या सईद के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। आतंकी हबीबुल्लाह उरी अटैक में शामिल था। आतंकी हबीबुल्लाह को पख्तूनख्वा प्रांत में एक गनमैन ने टारगेट करके गोली मारकर हत्या कर दी। हबीबुल्लाह को लेकर कहा जाता है कि वह पाकिस्तान में आवाम को आतंकी बनने के लिए मोटिवेट करता था और वह लश्कर में भर्ती कराने वाला शख्स था। वह युवाओं को भर्ती करने और प्रशिक्षण देने और उन्हें भारत में आतंकवादी हमलों को अंजाम देने के लिए सीमा पार भेजने के लिए जिम्मेदार था।

Leave a Reply