दिवालिया होने के कगार पर पहुंच जाने के बाद भी पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के 78वें सेशन में एक बार फिर से कश्मीर का राग अलापा है। UNGA में अपने भाषण में पाकिस्तान के कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवारुल हक काकर ने एक बार फिर कश्मीर का मुद्दा उठाया। हालांकि भारत ने करारा जवाब देते हुए पड़ोसी मुल्क से कहा कि पाकिस्तान ने भारत की भूमि का जो अवैध कब्जा कर रखा है यानि PoK को खाली करना चाहिए और सीमा पार आतंकवाद को रोकना चाहिए। भारत ने पाकिस्तान को खरी-खरी सुनाते हुए कहा कि केंद्रशासित प्रदेश जम्मू कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है, पाकिस्तान को हमारे आंतरिक मामलों में बोलने का कोई अधिकार नहीं है। भारत ने कहा कि पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र के मंच का हमेशा दुरुपयोग करता आ रहा है और यहां से भारत के ख़िलाफ़ आधारहीन, दुर्भावनापूर्ण प्रोपेगैंडा फैलाता है। इसके साथ ही भारत ने कहा कि पाकिस्तान मुंबई हमले के दोषियों पर कार्रवाई करे।
भारत ने कहा- पाकिस्तान PoK खाली करे
भारत ने करारा जवाब देते हुए पाकिस्तान ने भारत की जितनी भूमि पर कब्जा कर रखा है, उसे खाली करना चाहिए और सीमा पार आतंकवाद को रोकना चाहिए। यूएन में भारत के परमानेंट मिशन में प्रथम सचिव पेटल गहलोत ने राइट टु रिप्लाई के तहत पाकिस्तान को जवाब दिया। पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) का नाम लिए बिना उन्होंने कहा कि सबसे पहले तो पाकिस्तान उन इलाकों को खाली करे, जिस पर उसने अवैध कब्जा कर रखा है।
#WATCH | First Secretary at United Nations for 2nd Committee of UNGA, Petal Gahlot says “Pakistan has become a habitual offender when it comes to misusing this August forum to peddle baseless and malicious propaganda against India. Member states of the United Nations and other… pic.twitter.com/eIyynFFa1Q
— ANI (@ANI) September 23, 2023
जम्मू-कश्मीर और लद्दाख’ भारत के अभिन्न अंग
भारतीय राजनयिक ने पाकिस्तान को लताड़ते हुए दोहराया कि केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के साथ-साथ लद्दाख भी भारत के अभिन्न अंग हैं। पाकिस्तान को भारत के घरेलू मामलों के बारे में बयान देने का कोई ‘अधिकार’ नहीं है। पेटल गहलोत ने कहा कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख केंद्र शासित प्रदेशों से संबंधित मामले पूरी तरह से भारत के आंतरिक हैं।
मुंबई हमले के अपराधियों के खिलाफ विश्वसनीय जांच करे
भारत ने कहा कि पाकिस्तान 2011 के मुंबई आतंकवादी हमले के अपराधियों के खिलाफ ‘विश्वसनीय और सत्यापन योग्य कार्रवाई’ करे और 26/11 मुंबई हमलों के दोषियों पर कार्रवाई करे। पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिबंधित लोगों की सबसे बड़ी संख्या का घर और संरक्षक रहा है।
भारत ने पाकिस्तान को दी तीन नसीहत
भारत ने दक्षिण एशिया में शांति के लिए पाकिस्तान को तीन नसीहत देते हुए कहा कि पाकिस्तान को तुरंत सीमा पार भारत में आतंकवादी गतिविधियों पर रोक लगानी चाहिए। आतंकी ठिकानों को बिना देरी बंद करें। केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर के जिन इलाकों (पीओके) पर पाकिस्तान ने अवैध कब्जा किया हुआ है, उसे तुरंत खाली करे। पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के ख़िलाफ हो रहे मानवाधिकारों का उल्लंघन तुरंत बंद हो।
पाकिस्तान यूएन मंच का करता है दुरुपयोग
आतंकवाद के मुद्दे पर यूएन में भारत ने पाकिस्तान को कड़ा जवाब दिया है। पाकिस्तान के कार्यवाहक प्रधानमंत्री ने इस मंच से कश्मीर का राग अलापा था। कहा था कि शांति स्थापना के लिए कश्मीर कुंजी है। इस पर भारत ने पाकिस्तान को आड़े हाथों लिया है। यूएन में भारत की ओर से पेटल गहलोत ने कहा कि पाकिस्तान इस मंच के दुरुपयोग की आदत का शिकार है। पाकिस्तान यूएन मंच का दुरुपयोग भारत के ख़िलाफ़ आधारहीन, दुर्भावनापूर्ण प्रोपेगैंडा फैलाने के लिए करता है।
पाकिस्तान में मानवाधिकार उल्लंघन का रिकॉर्ड सबसे खराब
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने जम्मू कश्मीर में मानवाधिकार का मुद्दा उठाया था। जिसके जवाब में पाकिस्तान में मानवाधिकार उल्लंघन का रिकॉर्ड दुनिया में सबसे ख़राब होने की बात करते हुए पेटल ने कहा कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र पर उंगली उठाने का अधिकार किसी को नहीं है। पाकिस्तान बार-बार भारत के खिलाफ बेबुनियाद आरोप सिर्फ इसलिए लगता है ताकि पाकिस्तान में धड़ल्ले से हो रहे मानवाधिकारों के उल्लंघन पर दुनिया की नजर न जाए। उन्होंने जोर देकर कहा कि पाकिस्तान का मानवाधिकार का रिकॉर्ड पूरी दुनिया में सबसे खराब है। विशेष तौर पर अल्पसंख्यकों और महिलाओं के खिलाफ अत्याचार के मामले में। पाकिस्तान को सबसे पहले अपने आंतरिक हालात को सुधारना चाहिए।
पाकिस्तान में अल्पसंख्यक हिंदुओं की हालत सबसे खराब
भारत ने कहा कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यक हिंदू, सिख, ईसाई महिलाओं की स्थिति दुनिया में सबसे ख़राब है। इसका ज़िक्र खुद पाकिस्तान के मानवाधिकार आयोग की रिपोर्ट में है। इस रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान में हर साल अल्पसंख्यक समुदाय की करीब 1000 महिलाओं का अपहरण और उनका जबरन धर्म परिवर्तन कर शादी करवा दी जाती है।
ईसाई और अहमदिया पर हमले का मुद्दा उठाया
भारत ने पाकिस्तान के फैसलाबाद जिले के जरांवाला में इसी साल अगस्त में ईसाइयों के खिलाफ हुई हिंसा का भी मुद्दा उठाया। पेटल ने कहा कि हिंसा में कुल 19 चर्च पर हमला किया गया और 89 ईसाई घरों में आग लगा दी गई। ऐसा ही अपराध पाकिस्तान में अहमदिया समुदाय के लोगों पर होता है, जिनके इबादतगाह को पाकिस्तान में गिरा दिया जाता है।
यूएई ने पीओके को बताया भारत का हिस्सा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कूटनीति के सामने पाकिस्तान की हर कुटिल नीति फेल हो रही है। जी-20 सम्मेलन के दौरान यूएई के उप-प्रधानमंत्री सैफ बिन जायद अल नाहयान ने 10 सितंबर को एक वीडियो जारी किया, जिसमें भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारे (आईएमईसी) का नक्शा दिखाया गया था, इस नक्शे में पीओके को भारत का हिस्सा दिखाया गया। इस तरह यूएई ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर को भारत का हिस्सा माना है। आमतौर पर अंतरराष्ट्रीय मंचों पर विवादित हिस्सों को किसी भी देश का हिस्सा नहीं दिखाया जाता है। लेकिन, कश्मीर के मुद्दे पर यह भारत के लिए बड़ी कूटनीतिक कामयाबी है कि पाकिस्तान को एक इस्लामी देश के तौर हर तरह की मदद करने वाले यूएई ने कश्मीर के मसले पर भारत के पक्ष को स्वीकारते हुए इसे भारत का ही हिस्सा माना है। इससे पहले सऊदी अरब भी पीओके को भारत का हिस्सा मान चुका है। यह सब पीएम मोदी की कूटनीति से ही संभव हुआ है।