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भारत-रूस के बीच हुए 8 अहम समझौते, प्रधानमंत्री मोदी ने कहा-अपने आप में अनूठी है हमारी दोस्ती

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भारत और रूस ने एस-400 एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम डील को हरी झंडी दे दी है। भारत और रूस ने शुक्रवार को 5.43 अरब डॉलर के एस-400 एयर डिफेंस सिस्टम सौदे पर हस्ताक्षर किए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूस के राष्‍ट्रपति व्‍लादिमीर पुतिन के बीच 19वें शिखर सम्मेलन के बाद इस सौदे पर हस्ताक्षर किए गए। भारत 400 किलोमीटर तक हवा से हवा में मार करने वाली इन असाधारण मिसाइलों के पांच स्क्वैड्रन खरीदेगा। मिसाइलों की आपूर्ति हस्ताक्षर होने के दो वर्ष के भीतर यानी 2020 तक शुरू हो जायेगी। शुक्रवार को दिल्‍ली के हैदराबाद हाउस में दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय वार्ता के बाद साझा बयान भी जारी किया गया।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि राष्ट्रपति के डेलिगेशन का स्वागत कर खुशी हुई। रूस के साथ अपने संबंधों को भारत सर्वोच्च प्राथमिकता देता है। तेजी से बदलते युग में हमारे और ज्यादा संबंध प्रासंगिक हो गए हैं। वैश्विक मामलों पर हमारे सहयोग को मायने मिले हैं। आज के निर्णय हमारे संबंधों के ताकतवर बनाएंगे।

प्रधानमंत्री ने कहा कि, ‘भारत- रूस मैत्री अपने आप में अनूठी है। इस विशिष्ट रिश्ते के लिए राष्ट्रपति पुतिन की प्रतिबद्धता से इन संबंधों को और भी ऊर्जा मिलेगी। और हमारे बीच प्रगाढ़ मैत्री और सुदृढ़ होगी और हमारी Special and Privileged Strategic Partnership को नई बुलंदियां प्राप्त होंगी।

उन्होंने कहा कि, ‘मानव संसाधन विकास से लेकर प्राकृतिक संसाधन तक, व्यापार से लेकर निवेश तक, नाभिकीय ऊर्जा के शान्तिपूर्ण सहयोग से लेकर सौर ऊर्जा तक, तकनीक से लेकर टाइगर कन्ज़र्वेशन तक, सागर से लेकर अंन्तरिक्ष तक, भारत और रूस के सम्बन्धों का और भी विशाल विस्तार होगा’

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि, ‘आतंकवाद के विरूद्ध संघर्ष, अफगानिस्तान तथा इंडो-पैसिफिक के घटनाक्रम, जलवायु परिवर्तन, एससीओ, ब्रिक्स जैसे संगठनों एवं जी-20 तथा आसियान जैसे संगठनों में सहयोग करने में हमारे दोनों देशों के साझा हित हैं। हम अंतरराष्ट्रीय संस्थानों में अपने लाभप्रद सहयोग को जारी रखने पर सहमत हुए हैं।’

प्रधानमंत्री मोदी के वक्तव्य का मूलपाठ-

Your Excellency

रूसी संघ के राष्ट्रपति और मेरे घनिष्ठ मित्र व्लादीमिर व्लादीमिरोविच,
दोनों देशों के सम्माननीय प्रतिनिधि, नमस्कार।

दोब्री दीन।

उन्नीसवें वार्षिक शिखर सम्मेलन के लिए भारत में राष्ट्रपति पुतिन तथा उनके delegation का स्वागत करते हुए मुझे बहुत प्रसन्नता हो रही है। हम एक ऐसे देश के राष्ट्रपति के रूप में आपका स्वागत कर रहे हैं, जिस के साथ हमारे अद्वितीय संबंध हैं। इन संबंधों के लिए आपने अमूल्य व्यक्तिगत योगदान दिया है। राष्ट्रपति पुतिन द्वारा Sochi में आयोजित की गई अनौपचारिक शिखर सम्मेलन की स्मृतियां मेरे मन में ताज़ा हैं। उस खास मुलाक़ात से हम दोनों को खुलकर गहन चर्चा करने का अवसर प्राप्त हुआ।

राष्ट्रपति जी,
रूस के साथ अपने संबंधों को भारत सर्वोच्च प्राथमिकता देता है। तेजी से बदलते हुए इस विश्व में हमारे संबंध और अधिक प्रासंगिक हो गए हैं। उन्नीस शिखर सम्मेलनों की निरन्तर श्रृंखला से हमारी Special और Privileged Strategic Partnership को लगातार नई ऊर्जा और दिशा मिली है। और वैश्विक मामलों पर हमारे सहयोग को नए मायने एवं मकसद भी मिले हैं।

हमारे सहयोग को आपकी यात्रा से strategic direction मिला है। आज हमने ऐसे महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं, जो दीर्घाकालिक दृष्टि से हमारे संबंधों को और अधिक ताकतवर बनाएँगे।

Human resource development से लेकर natural और energy resources तक, trade से लेकर investment तक, नाभिकीय ऊर्जा के शान्तिपूर्ण सहयोग से लेकर सौर ऊर्जा तक, technology से लेकर tiger कन्ज़र्वेशन तक, आर्कटिक से लेकर Far East तक, और सागर से लेकर अंन्तरिक्ष तक भारत और रूस के सम्बन्धों का और भी विशाल विस्तार होगा। यह विस्तार हमारे सहयोग को अतीत के कुछ गिने-चुने दायरों के पार ले जाएगा।

साथ ही, हमारे संबंधों के महत्वपूर्ण आधार स्तंभ और मज़बूत होंगे। भारत की विकास यात्रा में रूस हमेशा हमारे साथ रहा है। हमारा अंतरिक्ष में अगला लक्ष्य भारत के Gaganyaan में भारतीय अंतरिक्षयात्री को भेजना है। मुझे बहुत खुशी है कि आपने इस Mission में रूस के पूरे सहयोग का आश्वासन दिया है।

युवाओं में हमारे देशों के भविष्य का कायाकल्प करने की क्षमता है। मुझे इस बात की खुशी है कि भारत एवं रूस के प्रतिभा संपन्न बच्चे सम्मिलित रुप से अपने innovative ideas का प्रदर्शन आज दोपहर बाद करेंगे। ये ideas उन्होंने मिलजुल कर विकसित किए हैं।

हम भारत के फ्लैगशिप कार्यक्रमों में और Business के व्यापक अवसरों में रूस की भागदारी का स्वागत करते हैं। मुझे इस बात की भी खुशी है कि अब से कुछ समय बाद हम India-Russia Business Summit में भाग लेंगें। इसमें दोनों देशों से करीब 200 प्रमुख आर्थिक उद्यमी भाग ले रहे हैं।

भारत एवं रूस पारस्परिक हित के सभी अंतर्राष्ट्रीय मामलों में घनिष्ठता से सहयोग करते रहे हैं। President Putin तथा मैंने इन पर भी विस्तार से चर्चा की है।

भारत और रुस तेजी से बदलते हुए विश्व में Multi-polarity (मल्टी-पोलेरिटी) और Multi-laterism (मल्टी-लेटरलिस्म) को सुदृढ़ करने पर एकमत हैं। आतंकवाद के विरूद्ध संघर्ष, अफगानिस्तान तथा Indo Pacific के घटनाक्रम, जलवायु परिवर्तन, SCO, BRICS जैसे क्षेत्रीय संगठनों एवं G20 तथा ASEAN जैसे बहुपक्षीय संगठनों में सहयोग करने में हमारे दोनों देशों के साझा हित हैं। हम अंतरराष्ट्रीय संस्थानों में अपने लाभप्रद सहयोग और समन्वय को जारी रखने पर सहमत हुए हैं।

मैं President Putin द्वारा रुस के सुदूर पूर्व के विकास के लिए उठाए गए कदमों से बहुत प्रभावित हुआ हूँ। भारत इस क्षेत्र में सहयोग के लिए तत्पर है। आज लिए गए निर्णयों से हमारे सहयोग में और वृद्धि होगी तथा चुनौतियों भरे विश्व में शांति एवं स्थिरता की बहाली में योगदान मिलेगा।

भाइयो बहनों,
भारत और रुस के सम्बन्धों की शक्ति का स्त्रोत सामान्य जन में एक दूसरे के प्रति सद्भाव और मैत्री है। हमने आज ऐसे कई प्रयासों पर विचार किया है जिनसे people-to-people सम्बन्ध और मज़बूत हों। और दोनों देशों के लोगों की, विशेषतः युवाओं की एक-दूसरे के बारे में जानकारी और आपसी समझ और बढ़े। इससे भारत-रुस के सम्बन्धों के भविष्य की एक नई नींव का निर्माण होगा।

Friends,
मैं विश्वासपूर्वक कह सकता हूं कि भारत- रूस मैत्री अपने आप में अनूठी है। मुझे पूरा विश्वास है कि इस विशिष्ट रिश्ते के लिए President Putin की प्रतिबद्धता से इन संबंधों को और भी ऊर्जा मिलेगी। और हमारे बीच प्रगाढ़ विश्वास एवं मैत्री और सुदृढ़ होगी और हमारी Special and Privileged Strategic Partnership को नई बुलंदियां प्राप्त होंगी।

Thank you.

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