बिहार के मुख्यमंत्री रहे लालू यादव जब भ्रष्टाचार में जेल गए तो उन्होंने अपनी पत्नी राबड़ी देवी को मुख्यमंत्री बना दिया। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर जब भ्रष्टाचार की तलवार लटकी तो उन्होंने अपनी पत्नी सुनीता केजरीवाल को मुख्यमंत्री बनाने की अंदरखाने तैयारी शुरू कर दी। अब झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तार होने पर अपनी पत्नी कल्पना सोरेन को मुख्यमंत्री बनाने की तैयारी शुरू कर दी है। इसके लिए आज 3 जनवरी 2024 को विधायक दल की बैठक बुलाई गई है। यही नहीं हेमंत सोरेन ने इसके लिए अपने विधायक सरफराज अहमद से इस्तीफा भी दिलवा दिया है जिससे उनकी पत्नी मुख्यमंत्री बनने पर उस सीट से विधायकी का चुनाव लड़ सकें। इन तीन नेताओं के उदाहरण से स्पष्ट है कि इनके लिए परिवार की सर्वोपरि है। ये अपने भ्रष्टाचार के कारनामे से देश और समाज को तो खोखला कर ही रहे हैं विकास को भी ठेंगा दिखा रहे हैं।
हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना को मुख्यमंत्री बनाने की तैयारी में
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की ओर से भेजे गए सातवें समन के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन वैकल्पिक उपायों पर मंथन कर रहे हैं। चर्चा है कि जरूरत पड़ने पर वे अपनी पत्नी कल्पना सोरेन को मुख्यमंत्री की कुर्सी सौंप सकते हैं। सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा की अगुआई वाले गठबंधन की आज 3 जनवरी 2024 को विधायकों की बैठक बुलाई गई है। मुख्यमंत्री आवास पर शाम साढ़े 4 बजे झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक दल की बैठक होनी है। इस बैठक में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन बैठक में राज्य की ताजा राजनीतिक परिस्थितियों पर विधायकों संग विचार-विमर्श करेंगे। बैठक में पार्टी की रणनीतियों पर भी विमर्श होगा। मिली जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के स्थान पर कल्पना सोरेन को विधायक दल का नेता चुना जा सकता है। वहीं इस बैठक से पहले सीएम हेमंत सोरेन विधि विशेषज्ञों संग विमर्श करते रहे।
हेमंत सोरेन ने कहा, कल्पना को सत्ता नहीं सौंप रहे
झारखंड में चल रहे सियासी घमासान के बीच मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने एक दिन पहले यानि 2 जनवरी को कहा कि वह पत्नी कल्पना को सत्ता नहीं सौंप रहे हैं। यह भाजपा का मनगढ़ंत दावा है। हेमंत ने उनकी पत्नी के राज्य के गांडेय विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने की अटकलों को भी खारिज कर दिया। सोरेन ने कहा कि इन अटकलों में रत्ती भर भी सच्चाई नहीं है। लेकिन सरफराज अहमद जिस तरीके से पद छोड़ा है उससे साफ है कि हेमंत सोरेन पत्नी कल्पना सोरेन के लिए यह सीट खाली करवाया है।
सरफराज अहमद का अचानक इस्तीफा, स्पीकर ने इस्तीफा स्वीकार किया
झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के बुज़ुर्ग विधायक डॉक्टर सरफराज अहमद के अचानक इस्तीफा देने के बाद यह चर्चा और तेज हो गई है कल्पना सोरेन को मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है। साल 2019 के विधानसभा चुनाव में वे गिरिडीह जिले की गांडेय सीट से विधायक चुने गए थे। उन्होंने साल 2023 के आखिरी दिनों में अपना इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष को सौंपा। 31 दिसंबर को स्पीकर रवींद्र नाथ महतो ने उनका इस्तीफा स्वीकार भी कर लिया और किसी को इसकी भनक तक नहीं लगी।
मैंने पार्टी हित में अपना इस्तीफा दियाः सरफराज अहमद
सरफराज अहमद ने बीबीसी से कहा, “मैंने स्वयं यह निर्णय लिया है। इसके लिए मुझे किसी ने नहीं कहा। मुझे लगा कि मेरी पार्टी जेएमएम और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर संकट आ सकता है, तो मैंने इस्तीफा देना ज्यादा मुनासिब समझा। मैं पार्टी का सिपाही हूं और मेरा निर्णय जाहिराना तौर पर पार्टी के हित में है।” यह पूछे जाने पर कि क्या आपने यह सीट कल्पना सोरेन के लिए खाली की है, डॉक्टर सरफराज अहमद ने कहा कि मैंने पार्टी हित में अपना इस्तीफा दिया है। फ़िलहाल इससे अधिक मैं कुछ और नहीं कह सकता।
हेमंत सोरेन डरे हुए हैं इसलिए तिकड़म कर रहेः बीजेपी प्रवक्ता
बीजेपी के झारखंड प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने बीबीसी से कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ईडी के समन से डरे हुए हैं। इसलिए वे सारे तिकड़म कर रहे हैं। प्रतुल शाहदेव ने बीबीसी से कहा, “सरफराज अहमद का इस्तीफा साबित करता है कि जेएमएम जैसी वंशवादी पार्टियां परिवार के अलावा कुछ और नहीं सोच सकतीं। यही कारण है ईडी की कार्रवाई और अपनी संभावित गिरफ़्तारी से डरे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन विकल्प के तौर पर अपनी पत्नी कल्पना सोरेन का नाम आगे कर रहे हैं। वे चाहते तो जेएमएम के किसी वरिष्ठ नेता को अपना उत्तराधिकारी बना सकते थे लेकिन वे ऐसा नहीं करेंगे।”
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी को एहसास हो गया है कि उनके कयामत की घड़ी नजदीक आ गई है।
The Day of Reckoning has come.@yourBabulal @LKBajpaiBJP @BJPNagendraJi @bjpkarmveer @itssuniltiwari #JharkhandNews #HemantSoren #Corruption #Jharkhand pic.twitter.com/SQEixPBAco
— Pratul Shah Deo🇮🇳 (@pratulshahdeo) January 2, 2024
झारखंड मुक्ति मोर्चा के कई नेताओं के ठिकानों पर छापेमारी
झारखंड में विधायक दल की बैठक से पहले राजधानी रांची समेत कई जिलों के अलग-अलग लोकेशनों पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) की छापेमारी चल रही है। झारखंड मुक्ति मोर्चा के कई नेताओं के ठिकानों पर ये छापेमारी हो रही है जिनमें हेमंत सोरेन के कई करीबी भी शामिल हैं। ऐसे में ईडी की ये कार्रवाई सीएम के लिए परेशानी का सबब बन सकते हैं।
हेमंत सोरेन के मीडिया सलाहकार अभिषेक प्रसाद के ठिकाने पर छापेमारी
ईडी की टीम मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के मीडिया सलाहकार अभिषेक प्रसाद के ठिकाने पर भी पहुंची है। ईडी की छापेमारी में हजारीबाग के पुलिस उपाधीक्षक (DSP) राजेंद्र दुबे का ठिकाना भी शामिल है। इतना ही नहीं साहिबगंज के कलेक्टर राम निवास के घर के साथ ही राजस्थान में स्थित उनकी मूल स्थान पर भी जांच एजेंसी ने रेड की है। ईडी की इस कार्रवाई में कई बड़े अधिकारियों को भी घेरे में लिया गया है।
#WATCH | Ranchi: ED raids are underway at Jharkhand CM Hemant Soren’s press advisor’s residence Abhishek Prasad alias Pintu in connection with an illegal mining case.
Searches are being carried out at 12 locations including Abhishek Prasad’s residence and the residence of… pic.twitter.com/fRuJWQkxw8
— ANI (@ANI) January 3, 2024
कल्पना सोरेन झारखंड की अगली मुख्यमंत्री बनेंगीः निशिकांत दुबे
बीजेपी के सांसद निशिकांत दुबे ने ‘एक्स’ पर अपने पोस्ट में दावा किया कि कल्पना सोरेन झारखंड की अगली मुख्यमंत्री बनेंगी। उन्होंने लिखा, “झारखंड के गांडेय विधायक सरफ़राज़ अहमद ने विधानसभा से इस्तीफ़ा दिया। इस्तीफ़ा स्वीकार हुआ। हेमंत सोरेन जी मुख्यमंत्री पद से इस्तीफ़ा देंगे। झारखंड की अगली मुख्यमंत्री उनकी पत्नी कल्पना सोरेन जी होंगी। नया साल सोरेन परिवार के लिए कष्टदायक।”
झारखंड के गांडेय विधायक सरफराज अहमद ने विधानसभा से इस्तीफ़ा दिया,इस्तीफ़ा स्वीकार हुआ । हेमंत सोरेन जी मुख्यमंत्री पद से इस्तीफ़ा देंगे,झारखंड की अगली मुख्यमंत्री उनकी पत्नी कल्पना सोरेन जी होंगी । नया साल सोरेन परिवार के लिए कष्टदायक @itssuniltiwari pic.twitter.com/jl06AtXurh
— Dr Nishikant Dubey (@nishikant_dubey) January 1, 2024
गांडेय विधानसभा सीट के लिए अब चुनाव नहीं हो सकता
बीजेपी के सांसद निशिकांत दुबे ने हालांकि, अपने दूसरे पोस्ट में मुंबई हाई कोर्ट के एक फ़ैसले का हवाला देते हुए यह भी लिखा कि गांडेय विधानसभा सीट के लिए अब चुनाव नहीं हो सकता। क्योंकि, झारखंड की मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल एक साल से भी कम है। उन्होंने राज्यपाल को इस मामले में क़ानूनी सलाह लेने का सुझाव भी दिया है।
मुम्बई हाईकोर्ट के काटोल विधानसभा के निर्णय के अनुसार अब गांडेय में चुनाव नहीं हो सकता । काटोल विधानसभा जब महाराष्ट्र में ख़ाली हुआ तब विधानसभा का कार्यकाल 1 साल 50 दिन ख़ाली था।@CPRGuv राज्यपाल महोदय यदि कल्पना सोरेन जी कहीं से विधायक नहीं बन सकती हैं तो मुख्यमंत्री कैसे… pic.twitter.com/WyYht0W0Eu
— Dr Nishikant Dubey (@nishikant_dubey) January 1, 2024
हेमंत सोरेन के दिन अच्छे नहीं चल रहे
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के दिन अच्छे नहीं चल रहे। ईडी, हाईकोर्ट, सुप्रीम कोर्ट और मामलों-मुकदमों में वे उलझ कर रह गए हैं। जमीन घोटाला, खनन लीज मामला और ईडी से लगातार मिल रहे समन के खिलाफ हाईकोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक हेमंत चक्कर लगा लिए और दोनों जगह याचिका खारिज हो गई। जमीन घोटाले में मनी लांड्रिंग की जांच कर रही ईडी ने हेमंत सोरेन को आखिरी नोटिस (समन) 29 दिसंबर को जारी किया। इस नोटिस में ईडी ने लिखा है कि इस बार आपको पीएमएलए की धारा 50 के तहत बयान दर्ज करने के लिए आखिरी मौका दिया जा रहा है। लेकिन वे इस समन पर ईडी के सामने पूछताछ के लिए उपस्थित नहीं हुए।
हेमंत सोरेन ने कहा, ईडी का समन अवैध
प्रवर्तन निदेशालय द्वारा अंतिम समन जारी होने के बाद सोरेन ने जांच एजेंसी को एक पत्र लिखा। मीडिया रिपोर्ट की मानें तो पत्र में सोरेन ने ईडी पर कई आरोप लगाए हैं। पत्र में उन्होंने कहा कि मुझे जारी किया गया समन पूरी तरह से अवैध है। मैं पहले ही अपनी संपत्तियों का पूरा ब्योरा दे चुका है।
ईडी ने कहा था – पीएमएलए एक्ट के तहत कार्रवाई का अधिकार
ईडी ने हेमंत सोरेन को भेजे नोटिस में लिखा है कि बड़गाई अंचल के गिरफ्तार अंचल उप निरीक्षक भानू प्रताप प्रसाद के घर से छापेमारी के दौरान ईडी को जमीन के कई अहम दस्तावेज मिले थे। इसी मामले में ईडी को उनसे पूछताछ करनी है। ईडी ने नोटिस में यह भी लिखा है कि अगर उनके द्वारा जारी किए गए समन की जान बूझकर अवहेलना की जाती है तो ईडी के पास इस संबंध में पीएमएलए एक्ट की धारा के तहत उचित कार्रवाई करने का अधिकार है।
हिम्मत है तो आओ और गिरफ्तार करो
पिछले साल नवंबर 2022 में हेमंत सोरेन ने ईडी की नोटिस पर अकड़ दिखाते हुए कहा था- हिम्मत है तो आओ और गिरफ्तार करो, पूछताछ क्यों?
सुप्रीम कोर्ट से मिली फटकार, यहां क्यों आए
एक तरफ हेमंत सोरेन अकड़ और अहंकार दिखा रहे हैं वहीं दूसरी तरफ ईडी से बचने के लिए चौथे समन के बाद सिंतबर 2023 में वे सीधे सुप्रीम कोर्ट पहुंच गए। वहां उन्होंने कहा कि ईडी पीछे पड़ी है। लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने फटकार लगाते हुए कहा कि आप यहां क्यों आए, हाईकोर्ट जाइए। इसके बाद उन्होंने याचिका वापस ले ली।
हाईकोर्ट ने भी याचिका खारिज कर दी
हेमंत सोरेन इसके बाद अक्टूबर 2023 में हाईकोर्ट पहुंच गए। लेकिन वहां भी उन्हें निराशा ही हाथ लगी। हाईकोर्ट ने याचिका खारिज कर दी।
ईडी को पीएमएलए एक्ट के सेक्शन 19 के तहत गिरफ्तार करने का अधिकार
अगर कोई शख्स बार-बार समन का जवाब नहीं दे रहा है और न ही पेश हो रहा है तब ईडी सेक्शन 19 पीएमएलए एक्ट के तहत उस शख्स को गिरफ्तार कर सकती है।
राज्यपाल छुट्टी पर चेन्नई गए, 8 जनवरी को लौटेंगे
राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने झारखंड के हालिया राजनीतिक घटनाक्रम पर कहा कि अभी सिर्फ संभावनाएं जताई जा रही हैं, लेकिन उन्होंने इसे एक बार फिर दोहराया कि जिन्होंने गलत किया है, उन्हें परिणाम भुगतना पड़ेगा। राज्यपाल ने हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन को मुख्यमंत्री बनाने की तैयारी पर राजभवन की नजर के मीडिया के सवाल पर कहा कि फिलहाल राजभवन की नजर राज्य की कानून व्यवस्था पर है। दुर्भाग्य से यह बिगड़ रहा है। इधर, राज्य में हाल के दिनों हुई आपराधिक घटनाओं को लेकर राजभवन गंभीर है। राज्यपाल इस पर कड़ा एक्शन ले सकते हैं। जल्द ही वो गृह सचिव को राजभवन बुलाकर इस संबंध में बातचीत करेंगे। राज्यपाल मंगलवार की शाम चेन्नई के लिए रवाना हो गए। वो आठ जनवरी को वापस लौटेंगे।