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पेगासस पर ज्ञान देने वाली महुआ मोइत्रा ने बॉयफ्रेंड सुहान मुखर्जी की जासूसी करवाई, बंगाल पुलिस से करवाती थी अवैध सर्विलांस

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कभी पेगागस स्पाइवेयर और फोन हैकिंग को लेकर हंगामा करने वाली तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की निलंबित सांसद महुआ मोइत्रा अब खुद अपने जाल में फंस गई है। महुआ पर अब आरोप लगा है कि उन्होंने अपने बॉयफ्रेंड सुहान मुखर्जी की जासूसी करवाई थी। महुआ मोइत्रा ने पश्चिम बंगाल के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ मिलकर अवैध सर्विलांस की साजिश रची। वो ये भी पता लगाती रहीं कि सुहान मुखर्जी या उनकी महिला मित्र किस वक्त कहां पर हैं। इसके लिए उनके फोन नंबरों का इस्तेमाल किया गया। ये कितनी अजीब बात है कि जो महुआ मोइत्रा इजरायली सॉफ्टवेयर ‘पेगासस’ के जरिए विपक्षी नेताओं की जासूसी का आरोप मोदी सरकार पर लगाती रही, वह खुद अपने बॉयफ्रेंड का अवैध सर्विलांस करवा रही थी। दिलचस्प बात यह है कि उन पर यह आरोप उनके पूर्व प्रेमी जय अनंत देहाद्राई ने लगाए हैं। जय अनंत से पहले उन्होंने बिजनेसमैन दर्शन हीरानंदानी को अपना दोस्त बताया था। ऐसे में सबके मन यह सवाल उठना भी लाजिमी है कि निलंबित सांसद के कितने बॉयफ्रेंड थे।

महुआ ने बॉयफ्रेंड सुहान मुखर्जी की अवैध सर्विलांस करवाई
सुप्रीम कोर्ट के वकील और महुआ मोइत्रा के पूर्व बॉयफ्रेंड जय अनंत देहाद्राई ने CBI को 29 दिसंबर, 2023 भेजे शिकायती पत्र में बड़ा खुलासा किया है कि महुआ मोइत्रा ने अपने पूर्व बॉयफ्रेंड सुहान मुखर्जी की जासूसी भी करवाई थी। ट्विटर हैंडल ‘The Hawk Eye’ ने बताया है कि न सिर्फ सुहान मुखर्जी, बल्कि उनकी एक महिला मित्र को भी अवैध सर्विलांस का शिकार बनाया गया। महुआ मोइत्रा ने पश्चिम बंगाल के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ मिल कर अवैध सर्विलांस की साजिश रची। वो ये भी पता लगाती रहीं कि सुहान मुखर्जी या उनकी महिला मित्र किस वक्त कहां पर हैं। इसके लिए उनके फोन नंबरों का इस्तेमाल किया गया। आरोप है कि उन्होंने एक प्राइवेट सिटीजन का CDR (कॉल रिकॉर्ड) अपने पीछा करने की अपनी व्यक्तिगत इच्छा को पूरा करने के लिए निकलवाया।

महुआ के पास मुखर्जी के फोन के पूरे कॉल रिकॉर्ड और हिस्ट्री थे
वकील देहाद्राई ने अपनी शिकायत में यह भी कहा कि निलंबित सांसद ने सक्रिय तौर से 2019 में सुहान मुखर्जी नाम के एक शख्स को ट्रैक कर रही थीं।” उन्होंने आगे कहा, “मोइत्रा ने मुझे पहले भी कई मौकों पर मौखिक रूप से और 26 सितंबर, 2019 को व्हाट्सएप्प पर लिखकर बताया था कि वह अपने पूर्व प्रेमी सुहान मुखर्जी पर सक्रिय तौर से नजर रख रही थीं क्योंकि उन्हें उनके एक जर्मन महिला के साथ संबंध होने का शक था।” जय अनंत आरोप लगाया कि मोइत्रा के पास वरिष्ठ बंगाल पुलिस अधिकारियों की मदद से मुखर्जी के फोन के पूरे कॉल रिकॉर्ड और हिस्ट्री थे। इसमें उसे उन लोगों के बारे में सटीक जानकारी थी जो मुखर्जी के संपर्क में थे। इसके साथ ही दिन के सभी घंटों के लिए मुखर्जी कहां रहते थे ये भी पता रहते थे।”

सुहान मुखर्जी-हेलेना लेर्श के रिश्ते से महुआ को नींद नहीं आती थी
सुहान मुखर्जी के जिस महिला मित्र की जासूसी करवाई गई, उनका नाम हेलेना लेर्श (Helena Lersch) है और वो जर्मनी की रहने वाली हैं। पत्र के अनुसार, महुआ मोइत्रा को शक था कि सुहान और हेलेना रिलेशनशिप में हैं। पत्र में लिखा है कि महुआ मोइत्रा ने कहा था, “मुखर्जी और लेर्श रात-रात भर बातें कर रहे हैं, इसीलिए भयंकर चिंता और घबराहट के कारण मुझे नींद नहीं आ रही है।” महुआ मोइत्रा ने ऐसा लिख कर भेजा था, जिसका स्क्रीनशॉट इस पत्र के साथ सीबीआई को उपलब्ध कराया गया है।

सुहान मुखर्जी पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के कानूनी सलाहकार थे
सुहान मुखर्जी नामी वकीलों में से एक हैं जो ‘PLR चैंबर्स’ नामक कंपनी चलाते हैं। साथ ही वो 2012-14 में तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के कानूनी सलाहकारों में से एक था। कोयला घोटाले में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी के भी वो वकील थे। साथ ही वो पश्चिम बंगाल के स्टैंडिंग काउंसल भी रहे हैं।

महुआ मोइत्रा ने सुहान मुखर्जी को ‘इलेक्शन एजेंट’ बनाया था
महुआ मोइत्रा ने 2019 के लोकसभा चुनाव में सुहान मुखर्जी को अपना ‘इलेक्शन एजेंट’ बनाया था। साथ ही ये दोनों एक कंपनी में साथ में डायरेक्टर भी थे। पत्र में आरोप है कि महुआ मोइत्रा ने हेलेना लेर्श के खिलाफ ByteDance में भी शिकायत की जहां वो काम करती थीं। उन पर कंपनी के वकील सुहान के साथ रिलेशनशिप में जाकर ‘हितों के टकराव’ का आरोप लगाया। चीनी कंपनी ByteDance ने ही ‘TikTok’ एप बनाया है।

सुहान मुखर्जी को धमकाने के लिए महुआ होटल पहुंच गई
महुआ मोइत्रा का मानना था कि पश्चिम बंगाल के पुलिस अधिकारियों पर उनके एहसान हैं और इसीलिए वो उनका कहा नहीं टाल सकते। पत्र में आरोप है कि एक बार महुआ मोइत्रा को पता चला कि सुहान मुखर्जी किसी होटल में हैं तो वो ‘कारवां’ पत्रिका के संपादक अनंत नाथ के साथ बिना बताए वहां पहुंच गईं। उन्होंने धमकाने के लिए वहां अपने लिए एक कमरा बुक कर लिया। पत्र के अनुसार, महुआ मोइत्रा को अपनी इन हरकतों और अपने रसूख पर बड़ा नाज है।

जय अनंत ने शिकायत में अपनी सुरक्षा को लेकर चिंता जताई
जय अनंत देहाद्राई ने इस शिकायत में बताया है कि उन्हें पूरा यकीन है कि महुआ मोइत्रा अपने रसूख का इस्तेमाल कर के उनकी भी जासूसी करवा रही हैं। उन्होंने कहा कि वो जिन-जिन के संपर्क में हैं, उन पर भी नजर रखी जा रही है। उन्होंने अपनी सुरक्षा को लेकर चिंता जताते हुए कहा है कि महुआ मोइत्रा सुहान मुखर्जी वाला प्रकरण उन्हें सुनाती थी, ताकि वो ये एहसास दिला सकें कि वो जब चाहें तब जय को प्रताड़ित कर सकती हैं। उन्होंने लिखा कि महुआ मोइत्रा कई बार उन्हें कह चुकी हैं कि उनके लोकेशन के बारे में उन्हें सब पता है, वो जिन परिचितों से मिलते हैं उसकी खबर भी निलंबित सांसद को है।

यह लड़ाई खतरनाक है, लेकिन पीछे नहीं हटूंगाः जय अनंत
इस संबंध में 3 जनवरी 2023 को जय अनंत देहाद्राई ने कहा, ‘मैंने अपनी शिकायत सीबीआई को दे दी है। यह एक बहुत गंभीर मुद्दा है और इसमें ओडिशा के कुछ लोग उन्हें वित्तीय सहायता प्रदान कर रहे हैं, जिसके खिलाफ मैंने शिकायत दे दिया है। यह लड़ाई खतरनाक है, लेकिन मैं पीछे नहीं हटूंगा।’

महुआ मोइत्रा ने फोन हैकिंग को लेकर लोकसभा स्पीकर को लिखा था पत्र
फोन हैकिंग मामले को लेकर TMC नेता महुआ मोइत्रा ने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को पत्र लिखा था। उन्होंने अपने पत्र में कई रिपोर्टों का हवाला दिया। साथ ही महुआ ने मौलिक अधिकारों पर बड़ा हमला बताया। महुआ मोइत्रा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर जानकारी देते हुए बताया कि विपक्षी सदस्यों पर निगरानी के गंभीर मुद्दे को लेकर लोकसभा अध्यक्ष को पत्र लिखा है। उन्होंने लिखा- बहुत निराशा के साथ मैं आपको इस पत्र के माध्यम से बता रही हूं कि मुझे और लोकसभा के कई अन्य सदस्यों के फोन और ईमेल पर एप्पल से एक अलर्ट आया। इसमें बताया गया कि उनके फोन हैक कराने की कोशिश की गई है।

महुआ मोइत्रा ने कहा था- मौलिक अधिकारों पर हमला है फोन हैकिंग का मामला
महुआ मोइत्रा ने कहा कि हम भारत की संसद के प्रतिनिधि हैं। सरकार द्वारा उपलब्ध सॉफ्टवेयर का उपयोग करके अवैध निगरानी करना हमारे महान लोकतंत्र और मौलिक अधिकारों पर सबसे बुरा हमला है। उन्होंने आरोप लगाया कि पिछले कुछ सालों में विपक्ष के सदस्यों की लोकतांत्रिक स्वतंत्रता पर लगातार हमले किए गए हैं। महुआ ने कहा कि केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग किया गया। उन्होंने लोकसभा स्पीकर से अपील करते हुए कहा कि आप लोकसभ सदस्यों के अभिभावक हैं। मैं आपसे अनुरोध करती हूं कि विपक्ष के रूप में अपने कर्तव्यों को जारी रखने के लिए हमें तुरंत सुरक्षा प्रदान की जाए। मुझे विश्वास है कि आप इस मामले को गंभीरता से लेंगे, जिसके वह हकदार हैं।

घूस लेकर संसद में सवाल पूछने के मामले में महुआ को राहत नहीं
टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा को 8 दिसंबर को पेश की गई ‘कैश फॉर क्वेरी‘ में एथिक्स कमेटी की रिपोर्ट पर चर्चा के बाद लोकसभा से निष्कासित कर दिया गया था। महुआ ने इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी। 3 जनवरी 2024 को इस मामले में महुआ मोइत्रा की तरफ से पेश वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि महुआ को केवल अपनी लॉगिन आईडी शेयर करने की वजह से निष्कासित किया गया है। लेकिन घूस लेकर संसद में सवाल पूछने के मामले में लोकसभा से निष्कासित टीएमसी नेता महुआ मोइत्रा को फिलहाल राहत नहीं मिली है। सुप्रीम कोर्ट ने निष्कासन के फैसले पर अंतरिम रोक लगाने से इनकार कर दिया। इसके साथ ही अदालत ने महुआ की संसद कार्यवाही में हिस्सा लेने की इजाजत देने की अर्जी को ठुकरा दिया। अदालत ने लोकसभा के महासचिव को नोटिस जारी कर मामले पर जवाब मांगा है। मामले पर अगली सुनवाई 11 मार्च को होगी।

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