युद्धग्रस्त अफगानिस्तान की वर्तमान स्थिति काफी खराब और चिंताजनक है। सत्ता पर कब्जा करने के बाद तालिबान ने मान्यता पाने के लिए सभी धर्मों को साथ लेकर चलने का दावा किया। लेकिन अब अल्पसंख्यकों खासतौर पर सिख समुदाय के धार्मिक स्थलों को निशाना बना रहे हैं। हाल ही में तालिबान ने सिखों को आदेश दिया था कि वे इस्लाम ग्रहण कर सुन्नी मुस्लिम बन जाएं या देश छोड़कर चले जाएं। ऐसी स्थिति में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में उनकी सरकार अपने देश के नागरिकों और वहां के सिख समुदाय को बचाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। इसी का नतीजा है कि गुरुनानक देव की 552वीं जयंती के मौके पर अफगानिस्तान में फंसे सतवीर सिंह और सुरजीत सिंह को भारत लाने में सफलता मिली।
On the eve of the 552nd birth anniversary of Guru Nanak Dev, Indian World Forum in coordination with GoI & assistance from Sobti Foundation has evacuated Satvir Singh and Sorjit Singh from Afghanistan earlier today. They will be arriving tomorrow at 2210 hrs at Delhi Airport pic.twitter.com/XNJRJzAxsc
— ANI (@ANI) November 18, 2021
शुक्रवार (19 नवंबर, 2021) देर रात अफगानिस्तान से बचकर भारत पहुंचे सुरजीत सिंह ने मोदी सरकार को आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि इस मुश्किल और कठिन वक्त में मुझे अफगानिस्तान से सुरक्षित निकालने के लिए मैं मोदी सरकार का शुक्रगुजार हूं। मैं वहां पंद्रह दिन के लिए गया था लेकिन आठ माह बाद लौट सका। वहीं काबुल के करता परवान के प्रमुख ग्रंथि सतवीर सिंह ने कहा कि अफगानिस्तान में लोग डर में जी रहे हैं। हाल ही में सिख समुदाय के कई सदस्यों ने मोदी सरकार को एसओएस संदेश भेजकर तालिबान के कब्जे वाले क्षेत्र से उन्हें तत्काल निकालने की अपील की थी। इसके बाद मोदी सरकार वहां फंसे सिख समुदाय और अन्य लोगों को भारत लाने का प्रयास कर रही है। गौरतलब है कि 15 अगस्त को राजधानी काबुल पर तालिबान के कब्जे के बाद मोदी सरकार ने बड़े पैमाने पर लोगों को वहां से निकालने की प्रक्रिया शुरू की थी। अन्य देशों की तरह, भारत अपने दूतावास के कर्मचारियों के साथ-साथ अन्य नागरिकों को वापस लाने में सफल रहा।
अफगानिस्तान संकट : मोदी सरकार के क्षेत्रीय सुरक्षा के प्रयास
- भारत ने अफगानिस्तान की मौजूदा स्थिति पर चर्चा के लिए बैठक की।
- रूस, ईरान सहित कुल सात देशों के NSA ने वार्ता में हिस्सा लिया।
- अफगानिस्तान से आतंकवाद के सफाए पर दिल्ली घोषणापत्र जारी की।
- आम सहमति से फैसले के बाद 8 देशों के NSA पीएम मोदी से मिले।
- काबुल में एक समावेशी सरकार बनाने के लिए प्रयास शुरू किया गया।
- पीएम मोदी ने G-20 संबोधन में अफगानों को मदद देने पर जोर दिया।
- अफगानों के लिए 50 हजार मीट्रिक टन गेहूं भेजने का फैसला किया।
- अफगानिस्तान से लोगों को निकालने के लिए ‘ऑपरेशन देवी शक्ति’ चलाया।
- अफगानिस्तान में फंसे भारतीयों के लिए विशेष हेल्पलाइन जारी की गई।
- भारत में शरण लेने वाले अफगानियों के लिए वीजा नीति में बदलाव किया।
- गृह मंत्रालय ने e-Emergency X-Misc Visa कैटेगरी की शुरुआत की।
- भारतीयों के साथ अफगान व नेपाली नागरिकों को भी भारत लाया गया।
- सिख समुदाय के श्री गुरु ग्रंथ साहिब की 3 प्रतियों को भारत लाया गया।