कांग्रेस पार्टी संकट की घड़ी में भी राजनीति करने में पीछे नहीं रहती। कोरोना संकट काल में जब देश एकजुट होकर इससे सामना कर रही है, कांग्रेस ने श्रमिक स्पेशल ट्रेन पर राजनीति शुरू कर दी है। केंद्र सरकार विभिन्न राज्यों में फंसे छात्रों और मजदूरों को अपने गृह राज्य जाने के लिए श्रमिक स्पेशल ट्रेन चला रही है। इस स्पेशन ट्रेन का किराया केंद्र और राज्य सरकार मिलकर वहन कर रही है। इस तरह से इस स्पेशल ट्रेन में घर जाने वाले मजदूरों को कोई किराया नहीं देना पड़ रहा है। यानी इसमें यात्रा करना पूरी तरह से फ्री है, लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने यह कह कर राजनीतिक लाभ उठाने की कोशिश की है कि पार्टी घर वापस जाने वाले मजदूरों का किराया वहन करेगी।
कांग्रेस अध्यक्षा, श्रीमती सोनिया गांधी का बयान
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने यह निर्णय लिया है कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी की हर इकाई हर जरूरतमंद श्रमिक व कामगार के घर लौटने की रेल यात्रा का टिकट खर्च वहन करेगी व इस बारे जरूरी कदम उठाएगी। pic.twitter.com/DWo3VZtns0
— Congress (@INCIndia) May 4, 2020
सवाल उठता है कि जब इस ट्रेन में मजदूरों से कोई किराया नहीं लिया जा रहा है तो कांग्रेस ने इस तरह प्रोपगेंडा फैला कर लोगों में फेक न्यूज फैलाने की कोशिश क्यों की? जबकि रेलवे ने भी साफ कहा था कि इस श्रमिक स्पेशल ट्रेन के लिए टिकट की बिक्री नहीं होगी इसलिए लोगों को टिकट खरीदने के लिए मजदूरों को स्टेशन आने की जरूरत नहीं है। इस ट्रेन से वही लोग यात्रा कर सकेंगे, जिन्हें राज्य सरकार चुनेंगी।
Railways are not running any trains other than special trains requisitioned by State Govts.
Passengers BROUGHT and FACILITATED by State Govts. can ONLY travel
No one should come to Station
No tickets are being sold at any station#IndiaFightsCorona https://t.co/6RBWWwIks7 pic.twitter.com/jKI2ZgNxQY— Ministry of Railways (@RailMinIndia) May 2, 2020
कांग्रेस की इस प्रोपगेंडा में शामिल ‘द हिंदू’ 3 मई को बिना किसी सबूत के खबर छापता है कि लोगों से किराया वसूला जा रहा है।
बिना इस बात का जिक्र किए कि रेलवे का आदेश क्या है और एक दिन पहले खुद उसी ने क्या खबर छापी थी। हिंदू सहित ज्यादा अखबारों ने यह खबर प्रकाशित की कि श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलाई जाएंगी और किराया केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर उठाएंगी। टिकट नहीं बेचे जाएंगे। मजदूरों को घर तक पहुंचाया जाएगा।
इसके साथ ही 3 मई की रात को एक रेलवे टिकट सोशल मीडिया पर फैला दिया गया कि रेलवे मजदूरों से किराया ले रही है। ये टिकट वसई रोड से गोरखपुर का है। जबकि इस रूट पर कोई श्रमिक स्पेशल नहीं है। यानी ये टिकट फोटोशॉप है।
इसके बाद कांग्रेसी पक्षकारों के साथ राहुल गांधी ने भी लोगों को भड़काने की कोशिश की।
#PMCARES https://t.co/7wcyWX9tD1
— Rohini Singh (@rohini_sgh) May 2, 2020
एक तरफ रेलवे दूसरे राज्यों में फँसे मजदूरों से टिकट का भाड़ा वसूल रही है वहीं दूसरी तरफ रेल मंत्रालय पीएम केयर फंड में 151 करोड़ रुपए का चंदा दे रहा है।
जरा ये गुत्थी सुलझाइए! pic.twitter.com/qaN0k5NwpG
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) May 4, 2020
फिर 4 मई की सुबह सोनिया गांधी टीवी पर प्रकट होती हैं और कहती हैं कि मजदूरों का सारा खर्चा कांग्रेस उठाएगी। मीडिया से लेकर सोशल मीडिया तक में मैडम के चमचे वाह-वाह कर उठते हैं। पीएम केयर्स की जगह Who Cares की हेडलाइन छपती है।
पहले पालघर हत्याकांड और अब ये रेल किराया कांड इसी का सबूत है। कांग्रेस जिस प्रकार से इस मामले को प्रोपगेंडा और फेक न्यूज फैलाकर बढ़ावा दे रही है उससे साफ है कि वह हर इंसान को अपने घर लौटने के लिए प्रोत्साहित कर रही है जिससे बीमारी बढ़ने में आसानी होगी।