बिहार के जंगलराज में जनता त्राहिमाम कर रही है। वहीं सत्ताधारी दलों के नेताओं पर वीआईपी कल्चर पूरी तरह से हावी है। हर कोई अपने पद के रुतबे का पूरा प्रदर्शन कर रहा है। इसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी किसी से पीछे नहीं है। सीएम साबह के काफिले की रफ्तार धीमी नहीं पड़े इसके लिए पूरा प्रशासनिक तंत्र सक्रिय हो जाता है। जिस रास्ते से उनका काफिला गुजरता है, उस रास्ते पर आम लोगों के आने-जाने पर प्रतिबंध लगा दिया जाता है। यहां तक कि गंभीर हालत में मरीज को लेकर जा रही एंबुलेंस को भी रोक दिया जाता है। मुख्यमंत्री नीतीश और पुलिस इतने संवेदनहीन हो चुके हैं कि एंबुलेंस में मरीज तड़प रहा होता है, फिर भी उसे रास्ता नहीं दिया जाता है।
बिहार में तथाकथित सुशासन बाबू नीतीश जी की सरकार का करामत तो देखिए, पटना में सोमवार को मुख्यमंत्री के काफिले को लेकर इमरजेंसी मरीज से लदे एंबुलेंस को, पुलिस प्रशासन ने रोक दिया, जबकि इस दौरान इमरजेंसी मरीज के लिए परिजन बिलख बिलख कर रो रहे थे वायरल विडियो में देखा जा सकता है, नीतीश… pic.twitter.com/V7V5u8yhYY
— Harsh Chaturvedi BJP (@harshcha) August 22, 2023
दरअसल सोशल मीडिया में एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जो नीतीश कुमार और बिहार के प्रशासनिक तंत्र की संवेदनहीनता की कहानी बयां कर रहा है। सोमवार (21 अगस्त, 2023) को राजधानी पटना में नीतीश कुमार का काफिल निकला तो पुलिस ने एक एंबुलेंस को रोक दिया। एंबुलेंस में मरीज की हालत काफी गंभीर थी। एंबुलेंस में मौजूद मरीज के परिजन रोते-बिलखते रहे। पुलिस से गाड़ी को जाने देने की गुहार लगाते रहे। इसके बावजूद पुलिस ने मरीज की गाड़ी को तब तक रोके रखा जब तक नीतीश कुमार का काफिला निकल नहीं गया।
एम्बुलेंस रुकी हुई है, एक मरीज जिंदगी और मौत से जूझ रहा है,परिजन रो रहे हैं, सब इसलिए क्योंकि शहंशाह-ए-बिहार नीतीश कुमार वहां से गुजर रहे हैं..
शर्म करो पलटू कुमार 😡 pic.twitter.com/yjQ5PFWccd
— Abhishek Kumar Kushwaha (@TheAbhishek_IND) August 22, 2023
इसके अलावा एक और एंबुलेंस को रोका गया। इसमें भी मरीज की हालत गंभीर थी। लेकिन पुलिस ने एंबुलेंस को आगे जाने से रोक दिया और उसे सड़क पर दूसरे लेन में खड़ा होने का निर्देश दिया। इस वायरल वीडियो में भी देखा जा सकता है कि नीतीश कुमार की पुलिस ने इंसानियत को ताक पर रखकर एंबुलेंस को तब तक रोके रखा जब तक की सीएम का काफिला गुजर नहीं गया।
पटना में मुख्यमंत्री के काफिले के दौरान पुलिस प्रशासन ने मरीज को लेकर जा रही एंबुलेंस को रोक दिया। वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि नीतीश कुमार की पुलिस ने इंसानियत को ताक पर रखकर एंबुलेंस को तब तक रोके रखा जब तक की सीएम का काफिला पास नहीं हो गया।#Patna #NitishKumar… pic.twitter.com/hMe8a8Rz4y
— Bihar Tak (@BiharTakChannel) August 22, 2023
इन दोनों वीडियो को देखकर हर कोई हैरान है। बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने ट्वीट कर नीतीश कुमार और पुलिस पर निशाना साधा है। उन्होंने लिखा है, “प्रधानमंत्री बनने का सपना देख रहे नीतीश कुमार की संवेदनहीनता देखिए। उनके क़ाफ़िले की रफ़्तार कम ना पड़े, इसके लिए वो किसी की जान दांव पर लगा सकते हैं। एक तरफ़ जहां मोदी जी ने कई दफ़ा ना सिर्फ़ अपने क़ाफ़िले बल्कि रोड शोज़ तक एंबुलेंस को रास्ता देने के लिए रुकवा दिये, नीतीश बाबू ने एंबुलेंस में बिलख रहे परिवार के बारे में तनिक नहीं सोचा। यही भ्रष्ट और संवेदनहीन लोगों के घमंडिया गठबंधन का सच है। शर्मनाक!”
प्रधानमंत्री बनने का सपना देख रहे नीतीश कुमार की संवेदनहीनता देखिए। उनके क़ाफ़िले की रफ़्तार कम ना पड़े, इसके लिए वो किसी की जान दांव पर लगा सकते हैं। एक तरफ़ जहां मोदी जी ने कई दफ़ा ना सिर्फ़ अपने क़ाफ़िले बल्कि रोड शोज़ तक एंबुलेंस को रास्ता देने के लिए रुकवा दिये, नीतीश बाबू… pic.twitter.com/gJjz5Jj9wo
— Amit Malviya (@amitmalviya) August 22, 2023
पीएम मोदी से सीखने की मिली नसीहत
सोशल मीडिया में दोनों वीडियो वायरल होने के बाद लोगों ने नीतीश कुमार और उनके प्रशासनिक तंत्र पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। लोगों का कहना है कि नीतीश कुमार ने शराब पर पाबंदी लगा दी है, लेकिन उन पर सत्ता का नशा हावी हो चुका है। मुख्यमंत्री से प्रधानमंत्री बनने की महत्वाकांक्षा ने उन्हें जनता से दूर कर दिया है। पहले बिहार में गुंडाराज तो था ही, अब शाहंशाह सीएम नीतीश कुमार की इंसानियत भी मारी गयी है। कुछ लोगों ने नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से सीखने की नसीहत दी है।
प्राथमिकता अपनी-अपनी
एक तरफ प्रधानमंत्री @narendramodi जी अपना काफिला रोककर एम्बुलेंस को रास्ता देते हैं, लेकिन वहीं एम्बुलेंस को सड़क पर रोककर नीतीश कुमार के काफिले को रास्ता दिया गया।
सत्ता का अहंकार…एक नागरिक सड़क पर तड़पता रहा मगर नीतीश कुमार संवेदनहीनता दिखाते रहे। pic.twitter.com/r04gohLht8
— Parvesh Sahib Singh (@p_sahibsingh) August 22, 2023
बिहार में गुंडा राज तो था ही, अब शहंशाह सीएम @NitishKumar की इंसानियत भी मारी गयी है
मरीज कराह रहा है लेकिन उसके एम्बुलेंस को रोका गया क्यूंकि नितीश का काफिला वहां से गुजरना था
बिहारवासियों ये VIP कल्चर को JDU, RJD जैसी पार्टियों के साथ ख़त्म करो , कल इस एम्बुलेंस में हम और… pic.twitter.com/lLWwfrxmG6
— Modi Bharosa (@ModiBharosa) August 22, 2023
राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री अपना क़ाफ़िला रोककर एंबुलेंस को जगह दे सकते हैं… लेकिन बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव नहीं.
जानते हैं क्यों? क्योंकि इनके अंदर अहम और अहंकार भरा पड़ा है. pic.twitter.com/0zSQIOtqQz
— Himanshu Mishra 🇮🇳 (@himanshulive07) August 22, 2023
फर्क साफ है।
प्राथमिकता अपनी-अपनी पीएम मोदी जी ने एम्बुलेंस को रास्ता देने के लिए अपना काफिला रोका
मुख्यमंत्री नितीश ने अपने काफिले के लिए एम्बुलेंस को रोका। pic.twitter.com/QLdxTzXJR2
— Krishan Gahlot (@KrishanGahlot_) August 22, 2023
दूसरों को तानाशाह और लोकतंत्र का हत्यारा बटन3 वाला @NitishKumar का घमंड इतना की एम्बुलेंस तक को रोक लिया जाता है क्यूं की नीतीश को पहले जाना है। ये स्वयं को लोकतंत्र के रक्षक कहलाते हैं। pic.twitter.com/omiIQY46S9
— अभिषेक शांडिल्य (@AbhishekSpeech1) August 22, 2023
कौन कहता है भारत में सामंती प्रथा समाप्त हो चुकी है?
देखिए बिहार के पटना का यह वीडियो, जिसमें एक एंबुलेंस रुकी हुई है, परिजन रो रहे हैं क्योंकि नीतीश जी का काफिला जाने वाला है! रोना वाजिब भी है आखिर बिहार में जो सरकार है वो किसी राजा से कम हैं क्या? प्रजा को थोड़ी देर ही हो गई… pic.twitter.com/Rjt896ahWf— Ritesh Kashyap (@meriteshkashyap) August 22, 2023