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काश! मुझे भी बचपन में ऐसे घर में रहने का मौका मिला होता- सोलापुर में घरों की चाबी सौंप भावुक हुए प्रधानमंत्री मोदी

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज, 19 जनवरी को महाराष्ट्र के सोलापुर में कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। समारोह के दौरान प्रधानमंत्री मोदी पीएमएवाई-शहरी योजना के तहत तैयार किए गए घरों के बारे में बात करते हुए भावुक हो गए। प्रधानमंत्री ने कहा, “मुझे खुशी है कि सोलापुर के हजारों गरीबों और मजदूर साथियों के लिए हमने जो संकल्प लिया था, वह आज पूरा हो रहा है। आज पीएम आवास योजना के तहत बनी देश की सबसे बड़ी सोसाइटी का लोकार्पण हुआ है। मैं आज देखकर आया और मैंने सोचा काश… मुझे भी बचपन में ऐसे घर में रहने का मौका मिला होता…”

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “हमारे देश में लंबे समय तक गरीबी हटाओ के नारे लगते रहे लेकिन गरीबी नहीं हटी। गरीबों के नाम पर योजनाएं तो बनाई जाती थीं, लेकिन उनका लाभ गरीबों को नहीं मिलता था। उनके हक का पैसा बिचौलिये लूट जाते थे। पहले की सरकारों की नीति, नीयत और निष्ठा कठघरे में थी।” उन्होंने कहा, “2014 में सरकार बनते ही मैंने कहा था, मेरी सरकार गरीबों के लिए समर्पित सरकार है। इसलिए हमने एक के बाद एक ऐसी योजनाएं लागू कीं, जिससे गरीबों की मुश्किलें कम हों और उनका जीवन आसान बने। हमारी सरकार पहले दिन से प्रयास कर रही है कि श्रीराम के आदर्शों पर चलते हुए देश में सुशासन हो, देश में ईमानदारी का राज हो। ये रामराज्य ही है जिसने सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास की प्रेरणा दी है।”

सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि ये समय हम सभी के लिए भक्ति-भाव से भरा हुआ है। 22 जनवरी को वो ऐतिहासिक क्षण आने वाला है, जब हमारे भगवान राम अपने भव्य मंदिर में विराजने जा रहे हैं। हमारे आराध्य के दर्शन टेंट में करने की दशकों पुरानी पीड़ा अब दूर होने जा रही है। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले कुछ संतों के मार्ग दर्शन में मैं अपने यम नियमों में व्यस्त हूं और मैं उसका कठोरता से पालन कर रहा हूं। ये भी संयोग है कि मेरे अनुष्ठान की शुरुआत महाराष्ट्र के नासिक से पंचवटी की भूमि से हुई।

उन्होंने कहा कि विकसित भारत के निर्माण के लिए आत्मनिर्भर भारत बनाना जरूरी है, और आत्मनिर्भर भारत बनाने में हमारे छोटे, लघु और कुटीर उद्योगों की बहुत बड़ी भागीदारी है। इसलिए केंद्र सरकार, एमएसएमई को, छोटे उद्योगों को लगातार बढ़ावा दे रही है। विश्वकर्मा साथियों का जीवन बदलने के लिए हमने पीएम विश्वकर्मा योजना बनाई है। आज जिस प्रकार दुनिया में भारत की साख बढ़ रही है, उससे ‘मेड इन इंडिया’ उत्पादों के लिए भी संभावनाएं बढ़ रही हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि आपका भरोसा ही हमारी सबसे बड़ी पूंजी है। जब ये योजना शुरू हुई थी, तब मैंने सोचा था कि मैं चाबी भी देने खुद आऊंगा। आप जानते हैं कि मोदी की गारंटी यानी गारंटी के पूरा होने की गारंटी है।

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