प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी संसदीय दल की बैठक को संबोधित किया। बैठक में लोकसभा और राज्यसभा के सभी भाजपा सांसद मौजूद रहे। प्रधानमंत्री ने सांसदों से कहा कि उन्हें राजनीति से हटकर काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि देश के सामने जल संकट है, इसलिए सांसदों को अपने-अपने क्षेत्रों में जल संरक्षण की दिशा में काम करना चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा कि सांसदों को अपने इलाके के प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक कर जनता की समस्याओं के बारे में बात करनी चाहिए। पीएम मोदी ने सांसदों को कहा कि सरकारी काम और योजनाओ में बढ़ चढ़ कर भाग लें, सामाजिक कार्यों में हिस्सा लें, जब संसद चल रही हो तो सदन में उपस्थित रहें।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सांसदों को अपने क्षेत्र में जाकर सरकार की योजनाओं के बारे में जनता को बताना चाहिए। प्रधानमंत्री मोदी ने सुझाव दिया कि सांसद अपने संसदीय क्षेत्र के लिए कोई एक इनोवेटिव काम करें। जिला प्रशासन के साथ मिलकर काम करें। राजनिति के साथ-साथ सामाजिक काम करें। जैसे अपने क्षेत्र में जानवरों की बीमारियों पर भी काम करें, टीबी, कोढ़ जैसे बीमारियों पर मिशन मोड में काम करें।
संसद में मंत्रियों की गैरमौजूदगी को लेकर प्रधानमंत्री मोदी ने नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि जो मंत्री रोस्टर ड्यूटी में उपस्थित नहीं रहते हैं, उनके बारे में उसी दिन शाम तक मुझे बताया जाए।
इस बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी, विदेश मंत्री एस. जयशंकर, केंद्रीय मंत्री वी मुरलीधरन समेत कई नेता मौजूद रहे।