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18वीं लोकसभा में विपक्ष का विवाद जारी, आपातकाल की निंदा पर हंगामा

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18वीं लोकसभा के पहले सत्र के तीसरे दिन भाजपा सांसद और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के उम्मीदवार ओम बिरला लोकसभा के अध्यक्ष चुने गए। कुर्सी संभालते ही बिरला ने 18वीं लोकसभा के पहले सत्र को संबोधित किया। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी और सदन के सभी सदस्यों का धन्यवाद किया। साथ ही आपातकाल की निंदा की। इस दौरान विपक्ष ने जमकर हंगामा किया। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने 1975 के आपातकाल पर एक बयान पढ़ा और इसे भारत के इतिहास का एक काला अध्याय बताया। इस पर विपक्ष की आपत्ति के बाद सदन में हंगामा हुआ और कार्यवाही गुरुवार तक के लिए स्थगित कर दी गई। इंडी अलायंस ने इससे पहले स्पीकर पद पर तकरार किया और प्रोटेम स्पीकर पर बवाल खड़ा किया। इससे साफ है कि 18वीं लोकसभा में इंडी अलायंस विवाद के लिए विवाद पैदा करना चाहती है।

आइए देखते हैं कब-कब विपक्षी दलों ने 18वीं लोकसभा में हंगामा कर विवाद पैदा किया और सदन की कार्यवाही को बाधित किया- 

विवाद नंबर-3
आपातकाल की निंदा पर हंगामा
26/06/2024
18वीं लोकसभा के पहले सत्र के तीसरे दिन (26 जून 2024) लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कुर्सी संभालते ही प्रधानमंत्री मोदी और सदन के सभी सदस्यों का धन्यवाद किया। साथ ही आपातकाल की निंदा की। इस दौरान विपक्ष ने जमकर हंगामा किया। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने 1975 के आपातकाल पर एक बयान पढ़ा और इसे भारत के इतिहास का एक काला अध्याय बताया। ओम बिरला ने कहा, ‘ये सदन 1975 में देश में आपातकाल (इमरजेंसी) लगाने के निर्णय की कड़े शब्दों में निंदा करता है। इसके साथ ही हम, उन सभी लोगों की संकल्पशक्ति की सराहना करते हैं, जिन्होंने आपातकाल का पुरजोर विरोध किया, अभूतपूर्व संघर्ष किया और भारत के लोकतंत्र की रक्षा का दायित्व निभाया।’ इस पर विपक्ष की आपत्ति जताते हुए सदन में हंगामा शुरू कर दिया। इसके बाद सदन की कार्यवाही गुरुवार तक के लिए स्थगित कर दी गई।

विवाद नंबर-2
स्पीकर पद पर तकरार
25/06/2024
आमतौर पर लोकसभा अध्यक्ष सर्वसम्मति से चुने जाने की परंपरा रही है। लेकिन विवाद के लिए विवाद पैदा करने की मंशा लेकर चल रहे इंडी अलायंस ने इस पर सहमति नहीं जताई। ऐसे में 1952 के बाद ऐसा पहली बार हुआ कि जब स्पीकर पद के लिए चुनाव हुआ। ऐसा इसलिए क्योंकि इंडी गठबंधन की ओर से भी लोकसभा अध्यक्ष पद को लेकर उम्मीदवार के नाम का ऐलान कर दिया गया। बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए की ओर से ओम बिरला का नाम फाइनल हुआ। उधर इंडी अलायंस की ओर से के. सुरेश का नाम सामने आया। के. सुरेश ने स्पीकर पोस्ट के लिए विपक्ष की ओर से नामांकन कर दिया। इसके बाद बुधवार 26 जून 2024 को ओम बिरला को ध्वनिमत से लोकसभा अध्यक्ष चुन लिया गया।

विवाद नंबर-1
प्रोटेम स्पीकर पर विवाद
24/06/2024
18वीं लोकसभा का पहला सत्र सोमवार (24 जून) को शुरू हुआ। सत्र की शुरुआत से पहले राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सोमवार सुबह भर्तृहरि महताब को प्रोटेम स्पीकर पद की शपथ दिलाई। कांग्रेस समेत दूसरे विपक्षी दलों ने प्रोटेम स्पीकर पद के लिए महताब का नाम आने पर आपत्ति जताई और हंगामा किया। प्रोटेम स्पीकर पर विवाद के बीच विपक्ष ने असहयोग करने की रणनीति बनाई। विपक्षी दलों ने सांसदों की शपथ के दौरान प्रोटेम स्पीकर के सहयोग के लिए स्पीकर की कुर्सी पर नहीं बैठने का फैसला किया। विपक्षी गठबंधन ने पीठासीन अधिकारियों के पैनल से अपने सदस्यों को हटाने का फैसला किया। इन सदस्यों को 26 जून को अध्यक्ष (स्पीकर) के चुनाव तक लोकसभा की कार्यवाही के संचालन में महताब की सहायता करने के लिए नियुक्त किया गया था। इससे पहले राष्ट्रपति ने लोकसभा के नवनिर्वाचित सदस्यों को शपथ दिलाने में महताब की सहायता के लिए कोडिकुन्निल सुरेश (कांग्रेस), टी आर बालू (द्रमुक), राधा मोहन सिंह और फग्गन सिंह कुलस्ते (दोनों भाजपा) तथा सुदीप बंदोपाध्याय (तृणमूल कांग्रेस) को नियुक्त किया था।

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