Home समाचार भगवान श्री राम की नगरी अयोध्या पधारे देश के पांच प्रधानमंत्री, सिर्फ...

भगवान श्री राम की नगरी अयोध्या पधारे देश के पांच प्रधानमंत्री, सिर्फ नरेन्द्र मोदी ने किया रामलला का दर्शन

SHARE

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इतिहास रचने में विश्वास करते हैं। उन्होंने देश के पूर्ववर्ती प्रधानमंत्रियों से अलग एक अपनी राह बनाने और परंपरा को तोड़ने की कोशिश की है। प्रधानमंत्री मोदी से पहले चार प्रधानमंत्रियों ने भगवान श्री राम की नगरी अयोध्या का दौरा किया, लेकिन किसी ने रामलला का दर्शन नहीं किया। नरेद्र मोदी देश के ऐसे पहले प्रधानमंत्री हैं, जिन्होंने अयोध्या जाकर रामलला का दर्शन और पूजन किया। यहां तक कि भव्य राम मंदिर के भूमि पूजन का भी गौरव हासिल किया। अब प्रधानमंत्री मोदी छोटी दिवाली के मौके पर दूसरी बार अयोध्या का दौरा करेंगे और रामलला के दर्शन के बाद दीपोत्सव में शामिल होंगे।

यह पहला अवसर होगा, जब प्रधानमंत्री दीपोत्सव में सम्मिलित होंगे। इसके साथ ही वह दीपोत्सव में सम्मिलित होने वाले पहले प्रधानमंत्री के तौर पर इतिहास के पन्नों में अंकित हो जाएंगे। दीपोत्सव के छठें संस्करण में राम की पैड़ी पर 16 लाख से अधिक दीप जलाए जाएंगे। यह अब तक का सबसे भव्य दीपोत्सव होगा। नगरी के 21 मंदिरों में साढ़े चार लाख दीप प्रज्वलित किए जाएंगे। रामजन्मभूमि परिसर को करीब एक लाख दीपों से आलोकित किया जाएगा। इसके अलावा प्रधानमंत्री मोदी रामनगरी में सांस्कृतिक कार्यक्रम का अंग बनेंगे।

इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने 5 अगस्त, 2020 को अयोध्या का दौरा किया था। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने पूरे विधि-विधान के साथ अयोध्या में भव्य श्रीराम मंदिर की नींव रखी। प्रधानमंत्री मोदी ने भूमि पूजन के बाद अभिजीत मुहूर्त में श्रीराम मंदिर का शिलान्यास किया। इसके साथ ही मंदिर निर्माण का कार्य शुरू हुआ। काशी के प्रकांड विद्धानों ने भूमि पूजन का अनुष्ठान कराया। प्रधानमंत्री मोदी को यजमान के तौर पर संकल्प दिलाया गया। इसके बाद गणेश पूजन के साथ भूमि पूजन का कार्यक्रम शुरू हुआ। भूमि पूजन में बैठे प्रधानमंत्री मोदी पूरी तरह से लीन हो कर मंत्रोच्चार दोहराते हुए आराधना में डूबे थे।

मंत्रोच्चार के बीच भूमि पूजन का पूरा कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। भूमि पूजन कार्यक्रम करीब 48 मिनट चला। भूमि पूजन और शिला पूजन के बाद रामलला के प्रति श्रद्धा का एक अद्वितीय तस्वीर देखने को मिली, जब देश का प्रधानमंत्री रामलला के चरणों में लेटा था। प्रधानमंत्री मोदी ने साक्षात दंडवत कर देश की तरक्की और कोरोना के नाश का वरदान प्रभु श्रीराम से मांगा। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी पूरी तरह पारंपरिक परिधान में नजर आए। उन्होंने हल्के पीले रंग का कुर्ता, सफेद धोती और भगवा रंग का गमछा धारण किया था। 

इससे पहले जनवरी 1992 में नरेन्द्र मोदी तत्कालीन बीजेपी अध्यक्ष डा. मुरली मनोहर जोशी के साथ अयोध्या आए थे और उनके साथ रामलला का दर्शन-पूजन किया था। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वर्ष 2009, 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में यहां सभा कर चुके हैं। हालांकि, ये तीनों ही दौरे पूरी तरह से राजनीतिक थे। 

गौरतलब है कि नरेन्द्र मोदी श्रीरामजन्मभूमि परिसर में विराजमान रामलला के दर्शन करने वाले देश के पहले प्रधानमंत्री है। वैसे उनसे पहले अटल बिहारी वाजपेयी, एचडी देवेगौड़ा, राजीव गांधी और इंदिरा गांधी प्रधानमंत्री रहते अयोध्या पहुंचे थे, लेकिन किसी ने रामलला का दर्शन नहीं किया था। हालांकि, इंदिरा जी के आगमन के समय रामजन्मभूमि पर ताला लगा था।

अटल बिहारी वाजपेयी

बीजेपी के महान नेता, भारत रत्न, और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी बतौर प्रधानमंत्री रहते यहां दो बार अयोध्या आए थे। वर्ष 2002 में मंदिर आंदोलन के शलाका पुरुष रामचंद्रदास परमहंस के साकेतवास पर और वर्ष 2004 में उन्होंने हवाई अड्डे पर चुनावी सभा को संबोधित किया था। दोनों ही अवसरों पर उन्होंने कहा था कि परमहंस जी का सपना अवश्य पूरा होगा, लेकिन प्रधानमंत्री रहते उन्होंने रामलला और बजरंगबली का दर्शन-पूजन नहीं किया था।

एचडी देवगौड़ा

अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में बीजेपी की सरकार केन्द्र में पहली बार 13 दिनों के लिए बनी, लेकिन संख्या के अभाव में एचडी देवगौड़ा प्रधानमंत्री बने। वर्ष 1997 में तत्कालीन प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा सरयू रेलवे ओवरब्रिज का शिलान्यास करने आए थे। उन्होंने कैंट में सभा की थी, लेकिन रामलला का दर्शन नहीं किया था।

राजीव गांधी

राजीव गांधी के प्रधानमंत्री पद पर रहते हुए 9 नवंबर, 1989 को जन्मभूमि पर रामलला के मंदिर का शिलान्यास हुआ था, लेकिन राजीव गांधी स्वयं अयोध्या नहीं आए थे, बल्कि दिगंबर अखाड़ा के महंत रामचंद्रदास परमहंस, गोरक्षपीठ के महंत रहे अवेद्यनाथ, विहिप के शीर्ष नेता अशोक सिंहल और कामेश्वर चौपाल आदि ने मंदिर का शिलान्यास किया था। वर्ष 1990 में सद्भावना यात्रा में उनका आना हुआ था, लेकिन रामलला का दर्शन-पूजन नहीं किया था।

इंदिरा गांधी

पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी तीन बार अयोध्या आईं। 1966 में वह सरयू पुल का उद्घाटन करने अयोध्या आईं थीं। इसके बाद 1975 में वह आचार्य नरेंद्रदेव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय का शिलान्यास करने अयोध्या आईं। वर्ष 1979 में भी अयोध्या आने पर उन्होंने बजरंगबली का दर्शन-पूजन किया था।

 

 

 

 

 

Leave a Reply