प्रधानमंत्री बनने के बाद हर साल सेना या सुरक्षाबलों के बीच दिवाली मनाने वाले पीएम नरेंद्र मोदी ने इस साल जम्मू-कश्मीर के गुरेज में जवानों के बीच दिवाली मनाई और कहा कि सेना के जवान ही उनके परिवार हैं। सेना की वर्दी में जवानों के बीच जब पीएम मोदी पहुंचे तो एक अलग ही जोश और जज्बा देखने को मिला। पीएम मोदी ने जवानों का मुंह मीठा करके दिवाली की शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा कि वह भी अपने परिवार के साथ दिवाली मनाना चाहते हैं, इसलिए वह जवानों के पास आए हैं क्योंकि वह जवानों को ही अपना परिवार मानते हैं।
वन रैंक, वन पेंशन लागू कर पूरा किया वादा
इस मौके पर पीएम मोदी ने जवानों को संक्षिप्त संबोधन किया जिसमें उन्होंने वन रैंक वन पेंशन का ज़िक्र करके बताया कि उनकी सरकार ने सेना के 40 साल की पुरानी मांग को पूरा करके उनका हक अदा किया है। सेना की तारीफ और उनसे मिलने वाली प्ररेणा का ज़िक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा, ”सैनिकों का जीवन तपस्या है। जब मैं आप से हाथ मिलाता हूं कि मुझे नई उर्जा मिलती है।”
योग करने के मिलेगी शांति, बनें ट्रेनर
योग के बारे में बात करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्हें बताया गया है कि यहां मौजूद जवान रोजाना योग करते हैं। उन्होंने कहा कि इससे उनकी योग्ताएं बढ़ेंगी और शांति भी मिलेगी। उन्होंने कहा कि सेना में अपनी सेवा पूरी करने के बाद जवान योग के बेहतरीन प्रशिक्षक बन सकते हैं। इस अवसर पर थल सेनाध्यक्ष जनरल बीएस रावत और सेना के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।
Spending time with our Forces gives me new energy. We exchanged sweets & interacted. Happy to know the Jawans practice Yoga regularly. pic.twitter.com/zvHmaO8bPv
— Narendra Modi (@narendramodi) October 19, 2017
प्रधानमंत्री बनने के बाद से नरेंद्र मोदी हर साल दिवाली पर जवानों के बीच जाते हैं और उनके साथ दिवाली मनाते हैं। पिछले तीन सालों की तरह इस बार भी नरेंद्र मोदी ने जवानों के साथ दिवाली मनाई। ये चौथा मौका है जब प्रधानमंत्री देश के जवानों के साथ दिवाली मनाने बॉर्डर पर गए। पीएम बनने के बाद हर साल मोदी जवानों के साथ दिवाली के मौके पर मौजूद रहे हैं।
आइये देखते हैं प्रधानमंत्री ने जवानों के साथ कब-कब दिवाली मनाई
साल 2014
बतौर प्रधानमंत्री ये नरेंद्र मोदी की पहली दिवाली थी। उन्होंने जम्मू कश्मीर के सियाचिन पहुंचकर जवानों के साथ दिवाली मनाई। 20 हजार फीट की ऊंचाई पर मौजूद दुनिया के सबसे ऊंचे रणक्षेत्र जहां पर तापमान माइनस पचास डिग्री होता है। शून्य से पचास डिग्री नीचे तक पहुंच जाता है वहां हमारे वीर जवान तैनात रहते हैं। प्रधानमंत्री के वहां जाने से जवानों में एक नया जोश भर गया।
साल 2015
इस साल प्रधानमंत्री मोदी ने पंजाब में अमृतसर के डोगराई वॉर मेमोरियल में दिवाली मनाई। यहां पर मौजूद जवानों के साथ उन्होंने पूरे जोश के साथ इस पर्व को मनाया।
साल 2016
प्रधानमंत्री मोदी दिवाली पर एक बार फिर जवानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े नजर आए। वे दिवाली मनाने हिमाचल के किन्नौर पहुंचे और आईटीबीपी, सेना और डोगरा स्काउट के साथ दिवाली मनाई।