Home समाचार महबूबा की ‘पाकिस्तान भक्ति’: श्रीनगर-शारजाह फ्लाइट पर इमरान का समर्थन!

महबूबा की ‘पाकिस्तान भक्ति’: श्रीनगर-शारजाह फ्लाइट पर इमरान का समर्थन!

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मोदी सरकार ने श्रीनगर से शारजाह के लिए फ्लाइट का ऐलान किया तो पाकिस्तान के पेट में दर्द होने लगा। पाकिस्तान के एयर स्पेस में परवाज भरते भारतीय विमानों को देख इमरान खान के पसीने छूटने लगे। देश में भी मोदी विरोध के नाम पर राजनीति करने वालों को मोदी सरकार की ये पहल रास नहीं आई। नतीजा हुआ कि कश्मीर के लोगों की बात पीछे छूट गई और इमरान सरकार ने श्रीनगर से शारजाह की उड़ान को मंजूरी देने से इनकार कर दिया। 

फ्लाइट रोकने के इमरान के फैसले का समर्थन

जैसे ही इमरान सरकार ने कश्मीर के लोगों की उम्मीदों पर पलीता लगाया वैसे ही हिंदुस्तान में पाकिस्तान और चीन परस्त राजनीति करने वालों की बांछें खिल गई। हर बात पर कश्मीर का हल्ला मचाने वाली पीडीपी अध्यक्ष और जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने इमरान सरकार की करतूत पर चुप्पी साध ली। उल्टा कश्मीर के लोगों की मुश्किलें बढ़ाने वाले इमरान सरकार के फैसले की लानत मलानत के बदले, मोदी सरकार पर निशाना साधना शुरू कर दिया। महबूबा मुफ्ती ने ट्वीट कर मोदी सरकार को नसीहत भी दे डाली।

पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर लिखा, ‘‘हैरानी की बात है कि भारत सरकार ने श्रीनगर से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र के इस्तेमाल के लिए उससे अनुमति लेने की भी जहमत नहीं उठाई। बिना किसी जमीनी कार्य के केवल फालतू पीआर कार्यक्रम।’

पाकिस्तान के फैसले से श्रीनगर से शारजाह जाने वालों की बढ़ेगी मुश्किल

इमरान सरकार ने श्रीनगर शारजाह फ्लाइट को मंजूरी ना देने का फैसला कर, ना तो कश्मीर के लोगों के हितों का ख्याल किया और ना ही इंसानियत का ही लिहाज रखा। लेकिन महबूबा मुफ्ती पाकिस्तान के सबसे नाकाम पीएम इमरान खान के फैसले के साथ खड़ी नजर आईं।  

  • पाकिस्‍तान के फैसले से कश्मीर के लोगों की परेशानी बढ़ेगी
  • श्रीनगर से शारजाह के सफर में 1 घंटे का ज्यादा वक्त लगेगा।
  • विमानों को उदयपुर, अहमदाबाद और ओमान से उड़ान भरनी होगी
  • इससे सफर करने वालों पर किराए का भार बढ़ेगा

11 साल के बाद श्रीनगर और संयुक्त अरब अमीरात के बीच इस उड़ान को शुरू किया गया था। लेकिन पाकिस्तान के इमरान सरकार के फैसले ने कश्मीर के लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं । 

देशहित के खिलाफ महबूबा मुफ्ती के बोल कोई नई बात नहीं

पीडीपी अध्यक्ष और जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने एक बार फिर देशद्रोही बोल कोई नई बात नहीं है। पार्टी के 22वें स्थापना दिवस के अवसर पर 28 जुलाई को श्रीनगर में पार्टी मुख्यालय पर अपने संबोधन में महबूबा मुफ्ती ने सारी हदें पार करते हुए केंद्र की लोकप्रिय मोदी सरकार की तुलना ईस्ट इंडिया कंपनी से कर दी।

महबूबा ने जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे को बहाल करने की मांग करते हुए कहा कि 5 अगस्त, 2019 को केंद्र सरकार ने जो भी अवैध तरीके से छीना था, वो उसे ब्याज के साथ लौटाना पड़ेगा। महबूबा ने कहा, “यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि भारत में एकमात्र मुस्लिम बहुल राज्य विभाजित कर दिया गया है और ये सब भारत और उसके संविधान के द्वारा नहीं, बल्कि एक पार्टी ने किया है।”

महबूबा मुफ्ती ने केंद्र सरकार पर संस्थानों को कमजोर करने का आरोप लगाते हुए उसे आधुनिक ईस्ट इंडिया कंपनी करार दिया। उन्होंने कहा कि जिस तरह अंग्रेजों यानि ईस्ट इंडिया कंपनी ने भारत के ऊपर हुकूमत की। केंद्र की भाजपा सरकार भी उसी तर्ज पर शासन कर रही है। उन्हें मुल्क में रहने वाले हर शख्स पर शक है, चाहे वो कोई बड़ा नेता ही क्यों न हो। इजराइल से मशीनें लाकर हर एक की बातचीत पर नजर रखी जा रही। इससे साबित होता है कि ईस्ट इंडिया कंपनी और भाजपा सरकार में कोई फर्क नहीं है। ईस्ट इंडिया कंपनी भी हिंदुस्तान के लोगों को शक की नजर से देखती थी।

पाकिस्तान की तरफदारी में भारत का हित भूलीं महबूबा 

महबूबा मुफ्ती ने पाकिस्तान के प्रति अपने प्रेम को दिखाते हुए पाकिस्तान से बातचीत करने की वकालत की। उन्होंने कहा कि कश्मीर मुद्दे का हल निकालने और इस क्षेत्र में खून-खराबा रोकने के लिए भारत को पाकिस्तान से बात करनी चाहिए।

अपनी नाकामियों के कारण सरकार चला पाने में अक्षम साबित हुईं जम्मू कश्मीर की पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती अपने असल रंग में आ गई हैं। सत्ता में रहते हुए उन्होंने जहां पत्थरबाजों और आतंकियों की मदद की वहीं सत्ता से बेदखल होने के बाद खुलेआम आतंकी पैदा करने की धमकी दे रही हैं।

महबूबा मुफ़्ती ने आज कहा कि अगर उनकी पार्टी पीडीपी को तोड़ने की कोशिश की गई तो जम्मू कश्मीर में अशांति फैला दिया जाएगा और सैयद सलाहुद्दीन और यासीन मलिक जैसे आतंकी फिर से पैदा होंगे। महबूबा ने जम्मू-कश्मीर को एक बार फिर 1990 जैसा बना देने की धमकी भी दी है।

तिरंगे के अपमान को लेकर भी दिया था बयान

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