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फेक न्यूज फैलाने में माहिर केजरीवाल का पेटेंट लाइन हो गया है- बीजेपी आप से डर गई है

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दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनके करीबी मंत्री से लेकर पार्टी के सांसद-विधायक फेक न्यूज फैलाने में माहिर हैं। सत्ता बचाने के लिए झूठ बोलना, फेक न्यूज फैलाना केजरीवाल एंड कंपनी की फितरत हो गई है। शिक्षा के परिणाम के मामले में जो दिल्ली कभी टॉप 10 में रहा करती थी अब केजरीवाल ने शिक्षा में इतना सुधार ला दिया कि दिल्ली टॉप 10 से ही बाहर हो गई है। कितनी हास्यास्पद बात है कि दिल्ली शिक्षा के मामले में पिछड़ रही है वहीं केजरीवाल कहते हैं कि अमेरिका के लोग दिल्ली की शिक्षा की तारीफ कर रहे हैं और न्यूयार्क टाइम्स उस पर खबर भी छाप देती है। केजरीवाल की फेक न्यूज फैलाने की आदत कोई नई बात नहीं है। अभी कुछ दिन पहले ही सीएम पद की मर्यादा को तार-तार करते हुए केजरीवाल ने कहा था कि दिल्ली में स्कूलों के मॉडल से ब्रिटेन के पीएम कैंडिडेट प्रभावित हैं और वो इसका अध्ययन कर रहे हैं। अब यह सहज ही अनुमान लगाया जा सकता है कि ब्रिटेन में चुनाव लड़ रहे उम्मीदवार को दिल्ली के स्कूल से क्या मतलब।

आइए केजरीवाल की 10 फेक न्यूज पर नजर डालते हैंः

दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन जेल में हैं और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया पर शराब घोटाले में गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है। सीबीआई सिसोदिया के घर सहित 21 ठिकानों पर छापेमारी कर चुकी है। अब तिममिलाए केजरीवाल के सामने फेक न्यूज फैलाने के अलावा कोई चारा नहीं है। यही वजह है कि अब वे ये कहने लगे हैं कि भाजपा आप से डर गई है और गुजरात में विधानसभा भंग कर सकती है।

अब केजरीवाल के फेक न्यूज का नमूना देखिए। चुनाव आयोग ने समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार का नामांकन खारिज किया। एक आम नागरिक की हैसियत से देखिए तो यही समझ में आता है कि नामांकन दाखिल करने में कुछ कमी रही होगी इसीलिए चुनाव आयोग ने नामांकन खारिज किया होगा। लेकिन केजरीवाल ने इसे पीएम मोदी से जोड़ दिया और यहां तक कह दिया मोदी डर गए।

केजरीवाल की राजनीति अलग किस्म की है। दिल्ली में जनता प्रदूषण से मर रही है, स्वास्थ्य सेवाओं का बुरा हाल है। दिल्ली के बड़े अस्पतालों में स्वास्थ्य जांच की कई मशीनें महीनों से खराब पड़ी है, उसे ठीक कराने के बजाय मोहल्ला क्लीनिक खोला जाने लगा जो कि एक छलावा के सिवा कुछ नहीं है। मोहल्ला क्लीनिक की दुर्दशा से तो सभी परिचित ही हैं और केजरीवाल चल पड़े हरियाणा के डिस्पेंसरी का हाल जानने। अपनी गलती पर पर्दा डालने का केजरीवाल का यह नायाब तरीका है। केजरीवाल के इस ट्वीट पर लोगों ने तंज भी कसा… तुझे अब भी राजनीति सूझ रही है। हरियाणा की डिस्पेंसरी की चिंता छोड़ और दिल्ली की जनता की चिंता कर।

अभी आपने ऊपर पढ़ा कि केजरीवाल हरियाणा की डिस्पेंसरी का हाल जानना चाहते थे अब यहां आप विधायक सोमनाथ भारती उत्तर प्रदेश के रायबरेली में सरकारी स्कूल का हाल जानने निकले थे। केजरीवाल के इस ट्वीट पर लोगों ने टिप्पणी की है- सोमनाथ भारती पुलिस के सामने योगी जी को मारने की बात कर रहा है और दिल्ली के मुख्यमंत्री आरोपी को बचाने में लगे हुए हैं। शर्म करो अरविंद केजरीवाल।

अब केजरीवाल का ट्वीट देखिए- ”आज मनीष CBI का इंतज़ार करते रहे, CBI नहीं आयी। अभी तक लोग CBI से डरते थे। पहली बार CBI किसी से डर रही है।” इसमें आपको केजरीवाल का अहंकार दिखाई देगा।

यह 2015 का ट्वीट है। इसमें केजरीवाल जी कह रहे हैं–”हमें आपके रेड से डर नहीं लगता।” अब पिछले दिनों के घटनाक्रम पर नजर डालें तो पता चल जाएगा कि डर लगता है या नहीं। जब केजरीवाल सत्येंद्र जैन, मनीष सिसोदिया गिरफ्तारी की भविष्यवाणी कर रहे थे… और अब तो अपनी गिरफ्तारी की भी भविष्यावाणी कर दी है। यह डर नहीं क्या है?

दिल्ली एमसीडी चुनाव को लेकर केजरीवाल का एक बार फिर फेक न्यूज देखिए। फिर वही पुराना डायलॉग कि बीजेपी आम आदमी पार्टी से डर गई है।

केजरीवाल फेक न्यूज गढ़ने में इतने माहिर हो गए हैं कि अगर किसी घर में टीवी का सिग्नल सही नहीं आ रहा है तो इसके लिए भी वह पीएम मोदी को ही जिम्मेदार ठहरा देते हैं।

अब केजरीवाल का 2016 का फेक न्यूज दीजिए। आनंदीबेन पटेल ने इस्तीफा दिया तो उन्होंने कहा कि उनका यह इस्तीफा आप की बढ़ती लोकप्रियता का नतीजा है। अपने मुंह मियां मिट्ठू बनने में कोई बुराई तो नहीं है। लेकिन इस पर एक ट्वीटर यूजर ने कुछ तरह केजरीवाल पर तंज कसा- सर आपकी पार्टी की महिला सदस्य सोनी ने तो आपके कॉम्प्रॉमायज़ कर लो से डर के खुदख़ुशी तक कर ली। इतना भय है सबको आपसे।

केजरीवाल के फेक न्यूज की कोई सानी नहीं है। जिस अजय कोठियाल को उन्होंने उत्तराखंड का मुख्यमंत्री उम्मीदवार बनाया और पार्टी में शामिल करने पर गर्व महसूस करते हुए यह ट्वीट किया है, वही कोठियाल पार्टी में एडजस्ट नहीं कर पाए और इस्तीफा दे दिया। 

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