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बिहार में गुंडाराज : हत्या, चोरी और डकैती की बढ़ती घटनाओं से लोगों में दहशत, 2005 से पहले के लालू-राबड़ी राज की याद हुई ताजा

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बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विपक्ष का पीएम उम्मीदवार बनने को लेकर जोड़-तोड़ में व्यस्त हैं। वहीं उनके पास राज्य का गृह विभाग होने के बावजूद अपराधियों के हौसले बुलंद है। महागठबंधन की सरकार आने के बाद अपराधियों को पुलिस और कानून का कोई डर नहीं है, क्योंकि नीतीश मंत्रिमंडल में उनके संरक्षक भरे हुए हैं। जब राज्य के उपमुख्यमंंत्री तेजस्वी यादव ही केंद्रीय मंत्री को धमकाते नजर आ रहे हो, तो राज्य में बिगड़ती कानून-व्यवस्था का सहज अंदाजा लगाया जा सकता है। हत्या, चोरी, डकैती, अपहरण और रंगदारी की घटनाएं काफी बढ़ गई हैं। इससे लोगों में काफी दशहत है। 

लालू व राबड़ी राज को याद कर लोग सहमे  

राज्य में बढ़ी आपराधिक घटनाओं से लोगों को 2005 से पहले के लालू-राबड़ी राज की याद सता रही है। बीजेपी नेता सम्राट चौधरी ने कहा कि बिहार की जनता लालू यादव व राबड़ी देवी की सरकार को याद कर सहम जाती है। वैसे ही उनके बेटे उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी आजकल मीडिया के लोगों को धमकी देने का कार्य कर रहें है। तेजस्वी यादव शायद यह भूल गए है कि बिहार में लोकतंत्र है। राजतंत्र नहीं है।

5 रुपये के लिए नाबालिग दुकानदार को मारी गोली

बिहार में अपराधी इतने बेखौफ है कि पटना में महज 5 रुपये के लिए एक लड़के को गोली मार दी। 30 अगस्त, 2022 की सुबह बदमाशों ने छोले भटूरे के स्टॉल पर काम करने वाले 15 साल के लड़के पर जानलेवा हमला कर दिया और गोली मारकर गंभीर से घायल कर दिया। घटना को अंजाम देकर अपराधी बड़ी आसानी से भाग निकले। घायल लड़के को पटना पीएमसीएच में एडमिट कराया गया है। गंभीर हालत में अस्पताल में जिंदगी के लिए संघर्ष कर रहे लड़के का नाम ज्योतिष कुमार है, जो वैशाली के राघोपुर का रहने वाला है। हाल ही में पटना में 25 साल के शुभम किशोर की गोली मारकर हत्या कर दी गई। शुभम के शव को बिहटा थाना क्षेत्र के किशुनपुर बधार में झाड़ियों में फेंक दिया गया जो कि मृतक के गांव से एक किलोमीटर की दूरी पर है।  

एक रात और एक गांव में 4-4 घरों में हो रही चोरी

राज्य में कानून-व्यवस्था खराब होने से चोरी की घटनाएं बढ़ गई हैं। सीवान जिले में अलग-अलग गांवों के दो घरों से बुधवार (31 अगस्त, 2022) की रात चोरों ने तीन लाख की सम्पति चोरी कर ली। बताया जाता है कि थाना क्षेत्र बगौरा गांव निवासी बैजनाथ शर्मा के घर में चोर छत पर चढ़कर दो कमरो का ताला तोड़कर 10 हजार नगदी सहित करीब 50 हजार की सम्पति चोरी कर ली। चोर पेटी और कुछ कपड़े मंछा गांव के समीप छोड़ गए। सुबह जब घरवालों की नींद खुली तो देखा कि कमरा बाहर से बंद है। चोरी का आलम ये है कि चोर एक ही रात में चार-चार घरों को निशाना बना रहे हैं। 

आपराधिक घटनाओं से लोगों में बढ़ी असुरक्षा   

बढ़ती चोरी, डकैती, हत्या, बाइक चोरी, छिनौती आदि की घटनाओं से बिहार के लोग अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। बढ़ रही अपराधिक घटनाओं से लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है। जबकि पुलिस अब तक सभी घटनाओं में चोरी और डकैती घटनाओं का खुलासा करने में नाकाम रही है। यहां तक कि पुलिस किसी चोर और डकैत को गिरफ्तार नहीं कर पायी है। इससे लोग अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं।

बिहार में नकाबपोश डकैतों का आतंक   

उधर मधुबनी में लगभग 20 की संख्या में आये नकाबपोश डकैतों ने सोना व्यावसायी के घर को निशाना बनाया। डकैतों ने फायरिंग कर दहशत का माहौल बनाया और घर में रखे जेवरात, घर की महिलाओं के हाथों से अंगूठी, मंगलसूत्र समेत पहने हुए सभी सोने के जेवरात लूटकर फरार हो गए। जिसके बाद व्यवसायी ने घटना की जानकारी पुलिस को दी। सोना व्यवसायी के घर पर डकैतों ने उस समय भीषण चोरी की, जब घर में सभी लोग सो रहे थे।स्थानीय लोगों के बीच भय कायम करने के लिए कई बम फेंके और फायरिंग भी की। इससे पहले भी करीब 20 की संख्या में अपराधियों ने पिस्टल के बल पर तीन घरों में डकैती की घटना को अंजाम दिया। अपराधियों ने जेवरात, नकद व मोबाईल समेत करीब 10 लाख रुपये लूट ले गए। पूर्वी चम्पारण जिला के ढाका थाना अंतर्गत जमुआ गांव में लोगो के दरवाजे से बाइक चोरी हो जा रही है।

पुलिस से उठा भरोसा, ग्रामीण युवाओं ने संभाला मोर्चा 

चोरों में पुलिस का खौफ न देखकर ग्रामीण युवाओं ने ही मोर्चा संभालने का काम किया है। सीवान के जगदीशपुर और सिसवां जैसे राज्य के ऐसे अनेक गांव हैं, जहां के युवाओं ने अलग-अलग गश्ती दल बनाया है, जो गांव के एक छोर से दूसरे छोर तक गश्ती कर रहे है। इसी बीच जगदीशपुर में दो तीन रात्रियों में चोरों के मंसूबों पर पानी फेरने के साथ भागने पर मजबूर कर दिया है। बढ़ती चोरी की घटना से ग्रामीण रतजग्गा को विवश है। बढ़ती अपराधिक वारदातों ने पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े कर दिए है।

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