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ममता राज या गुंडाराज! पश्चिम बंगाल में कानून-व्यवस्था की हालत हुई बद से बदतर, अब ED टीम पर हमला

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पश्चिम बंगाल में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के राज में कानून-व्यवस्था की स्थिति बद से बदतर होती जा रही है। राज्य में ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी के गुंडों का आतंक है। टीएमसी के गुंडे खुलेआम लोकतंत्र की धज्जियां उड़ा रहे हैं। अब ताजा मामले में 5 जनवरी 2023 को उत्तर 24 परगना जिला के संदेशकली गांव में प्रवर्तन निदेशालय (ED) टीम पर हमला किया गया। ईडी की टीम राशन घोटाले में बोनगांव नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष शंकर आध्या और टीएमसी नेता शाहजहां शेख के घर छापेमारी के लिए पहुंची थी। शाहजहां शेख के घर ईडी टीम के पहुंचते ही उनके समर्थक वहां जमा हो गए। सैकड़ों की भीड़ ने ईडी टीम पर हमला कर दिया और उनकी गाड़ियों में तोड़फोड़ की। इस हमले में दो अधिकारी घायल भी हुए हैं। शेख शाहजहां उत्तर 24 परगना जिला परिषद के मत्स्य एवं पशु संसाधन अधिकारी होने के साथ-साथ संदेशखाली 1 के ब्लॉक अध्यक्ष भी हैं। पश्चिम बंगाल बीजेपी के नेता सुवेंदु अधिकारी ने ईडी टीम पर हमले की निंदा करते हुए राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा है कि यह हमला दिखाता है कि रोहिंग्या राज्य में कानून-व्यवस्था के साथ क्या कर रहे हैं।

आइए देखते हैं ममता बनर्जी के गुंडाराज में किस तरह पश्चिम बंगाल में हिंसा का तांडव हो रहा है… 

टीएमसी विधायक ने बीजेपी कार्यकर्ताओं पर किया हमला
ममता बनर्जी सरकार में टीएमसी विधायकों और उसके गुंडों का आतंक है। टीएमसी के गुंडे खुलेआम लोकतंत्र की धज्जियां उड़ा रहे हैं। 05 अगस्त, 2022 को टीएमसी के चुंचुड़ा के विधायक असित मजूमदार ने अपने समर्थकों के साथ मिलकर बीजेपी कार्यकर्ताओं पर हमला कर दिया। उन्होंने बीजेपी का प्रचार कर रहे कार्यकर्ताओं को खुद लाठी लेकर दौड़ाया और उनपर लाठियों से प्रहार किया। एक विधायक होकर असित मजूमदार खुलेआम गुंडागर्दी करते रहे, लेकिन उन्हें रोकने वाला कोई नहीं था।

विधानसभा में जनप्रतिनिधि सुरक्षित नहीं, बीजेपी विधायकों पर हमला
पश्चिम बंगाल में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की तानाशाही बढ़ती ही जा रही है। राज्य में कानून-व्यवस्था का हाल यह है कि आम लोगों की बात तो छोड़िए चुनाव से चुनकर आए प्रतिनिधि भी सुरक्षित नहीं हैं। बीरभूम में दस लोग जिंदा जला दिए गए। बीरभूम नरसंहार के मामले को 28 मार्च, 2022 को जब बीजेपी विधायकों ने विधानसभा में उठाने की कोशिश की तो उनके साथ हाथापाई की गई और कपड़े तक फाड़ दिए गए। विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने स्पीकर से पूछा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बीरभूम नरसंहार को लेकर सरकारी मदद की घोषणा विधानसभा से बाहर क्यों कर रही हैं? जबकि नियम यह है कि सत्र जारी रहने पर सरकारी फैसलों की जानकारी पहले सदन को देनी होती है। इसके साथ ही बीजेपी विधायक बीरभूम नरसंहार को लेकर परिचर्चा और ममता बनर्जी से बयान की मांग कर रहे थे। इस पर ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी के विधायकों ने विरोध करते हुए बीजेपी विधायकों के साथ हाथापाई शुरू कर दी। 

टीएमसी के गुंडों ने 10 लोगों को जिंदा जलाकर मार डाला
21 मार्च, 2022 को बंगाल के बीरभूम जिले के रामपुरहाट में 10 लोगों को जिंदा जलाकर मार डाला गया। बारशल ग्राम पंचायत के उप-प्रधान और टीएमसी नेता भादू शेख की हत्या के बाद टीएमसी के समर्थकों की हिंसक भीड़ ने 10 से 12 घरों में आग लगा कर बाहर से ताला लगा दिया, जिससे लोग जिंदा जलकर मर गए। टीएमसी के गुंडे इतने जालिम हो गए हैं कि उन्होंने जलते हुए लोगों को बचाने की कोशिश को भी नाकाम कर दिया। फायर ब्रिगेड के एक कर्मचारी ने नाम उजागर न करने की शर्त पर बताया कि उन्होंने कम से कम 10 घरों को आग से बर्बाद पाया। उन्होंने कहा, ‘हमें कुछ स्थानीय लोगों ने आग बुझाने से भी रोका। अब तक हमें एक घर से 7 शव मिल चुके हैं। वह इतनी बुरी तरह से जले हैं कि यह भी नहीं पहचान हो पाई कि मरने वाले पुरुष थे, महिला थे या फिर नाबालिग हैं।’

निकाय चुनाव में टीएमसी के गुंडों द्वारा हिंसा व धांधली

पूरे देश के लोगों ने फरवरी 2022 में पश्चिम बंगाल के निकाय चुनाव में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की गु़ंडागर्दी व आतंक को देखा। निकाय चुनावों में हिंसा और बूथ लूट को कवर करने के दौरान विभिन्न मीडिया हाउस के कम से कम नौ पत्रकारों को पीटा गया। कोन्नगर के वार्ड 10 के बीजेपी प्रत्याशी और पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष कृष्णा भट्टाचार्य पर हमला किया गया। बीजेपी का आरोप है कि उम्मीदवार को सड़क पर पीटा गया, जिससे उनके पैर में गंभीर चोट आई है। उन्हें गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया। 

जाधवपुर में 40 से अधिक घर जला दिए गए
बंगाल विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद जिस तरह आगजनी, पत्थरबाजी, बलात्कार और हत्या की घटनाएं हुई, उनकी हकीकत जानकर रोंगटे खड़े हो जाते हैं। जाधवपुर में 40 से अधिक बीजेपी कार्यकर्ताओं और दलितों के घर जला दिए गए। जब कोलकाता हाईकोर्ट के आदेश के बाद ‘राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC)’ द्वारा गठित एक टीम इन घटनाओं की जांच करने गई तो इस टीम को भी नहीं बख्शा गया। टीएमसी के गुंडों ने जांच टीम को चारों तरफ से घेर लिया, धमकाया और पत्थरबाजी का भी प्रयास किया। यहां तक कि सीआईएसएफ के जवानों पर भी हमला किया। 

जून 2021 में बेखौफ टीएमसी के गुंडों ने पूर्वी मिदनापुर के पताशपुर में बीजेपी महिला मोर्चा की उपाध्यक्ष रेखा मैती पर निर्मम तरीके से हमला किया था। मैती गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया। बीजेपी कार्यकर्ता देवदत्त माजी ने रेखा मैती की हमले के बाद की तस्वीरें शेयर करते हुए लिखा, “ईस्ट मिदनापुर के पताशपुर में ये रेखा मैती हैं। टीएमसी की हिंसा की पीड़िता। 2018 से इन्हें नरक भोगना पड़ रहा है। उस समय ये 6 माह गर्भवती थीं, तब इन्हें इतनी बेरहमी से पीटा गया था कि इनका मिसकैरिज हो गया था। अब ये और इनका परिवार फिर से बीजेपी का साथ देने का खामियाजा भुगत रहा है। मैं इनके परिवार की मदद करने की कोशिश में लगा हूं।” 

भाजपा सांसद डॉ. जयन्त कुमार रॉय पर हमला
जून 2021 में पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी में भाजपा सांसद डॉ. जयन्त कुमार रॉय पर हमला हुआ। उन्हें घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया। घटना के समय वे भाजपा कार्यकर्ताओं से मिलकर लौट रह थे। जयन्त रॉय के मुताबिक, “करीब 5 बजे TMC के गुंडों ने मुझ पर हमला किया। उन्होंने मुझ पर बांस और डंडे से हमला किया। मेरे हाथ में और सर में चोट लगी है। मेरे साथ अन्य कार्यकर्ताओं पर भी हमला हुआ है। पश्चिम बंगाल में कोई कानून-व्यवस्था नहीं बची है।” भाजपा सांसद के सिर और पेट में चोट लगी थी। 

केंद्रीय मंत्री के काफिले पर टीएमसी के गुंडों का हमला
6 मई, 2021 को केंद्रीय मंत्री वी मुरलीधरन के काफिले पर टीएमसी के गुंडों ने हमला कर दिया। पश्चिम मेदिनीपुर जिले के पंचखुंडी गांव में हुए हमले में हालांकि केंद्रीय मंत्री को चोट नहीं आई, लेकिन उनकी कार को नुकसान पहुंचने के साथ ड्राइवर सहित काफिले में शामिल अन्य लोगों को चोटें आईं। केंद्रीय मंत्री वी मुरलीधरन ने भी अपने ट्विटर हैंडल पर एक वीडियो शेयर किया। 

विधानसभा चुनाव में टीएमसी की जीत का खूनी जश्न
बंगाल विधानसभा चुनाव में टीएमसी की जीत के बाद हिंसा का दौर जारी रहा। टीएमसी के गुंडों ने जीत का खूनी जश्न मनाया। बीजेपी के महासिचव कैलाश विजयवर्गीय ने ट्वीट कर एक वीडियो शेयर किया , जिसमें लाठियों और हथियारों से लैश टीएमसी के गुंडों को बीजेपी कार्यकर्ताओं के घरों में तोड़फोड़ और आगजनी करते देखा जा सकता हैं। विजयवर्गीय ने ट्वीट में लिखा, ‘देखिए कैसे बंगाल के बहुसंख्यक समाज के गांव में इस तरह से ये गुंडे आतंक मचा रहे है। पूरे बंगाल में ऐसा ही मौहोल है।’

देखिए कैसे बंगाल के बहुसंख्यक समाज के गाँव में इस तरह से ये गुंडे आतंक मचा रहे है । पूरे बंगाल में ऐसा ही मौहोल है । #Bengalviolence pic.twitter.com/8f3x1DmnPP

बंगाल में जीत मिलते ही बीजेपी के बूथ एजेंट के घर को टीएमसी समर्थकों ने जलाया। बिष्णुपुर की घटना। नतीजे आते ही हिंसा की चपेट में बंगाल

पश्चिम बंगाल के सियासी रक्त चरित्र ने हजारों बेकसूर लोगों की जिंदगी छीन ली है। 2024 के आम चुनाव की आहट होते ही ममता बनर्जी ने भी बीजेपी कार्यकर्ताओं में दहशत पैदा करने के लिए सुनियोजित हमले की छूट दे दी है। नीचे हम उन भाजपा कार्यकर्ताओं का विवरण दे रहे हैं, जिन्होंने तृणमूल की घृणा की राजनीति में अपनी जान गंवाई है। हमें अब तक 160 में से 106 भाजपा कार्यकर्ताओं का ब्योरा मिला है। आप भी देखिए ये पूरी लिस्ट-

बीजेपी कार्यकर्ता शुभदीप मिश्रा ऊर्फ दीपू की हत्या
08/11/2023
टीएमसी के गुंडों ने बांकुड़ा जिले के गंगाजलघाटी थाना इलाके के निधिरामपुर गांव में बीजेपी कार्यकर्ता शुभदीप मिश्रा ऊर्फ दीपू की हत्या कर दी। दीपू का शव पेड़ से लटका हुआ मिला। दीपू के दोनों हाथ बंधे हुए थे। दीपू की हत्या की खबर फैलते ही इलाके में तनाव फैल गया। हत्या से आक्रोशित लोगों ने पुलिस के वाहन को घेर लिया और विरोध प्रदर्शन किया। बीजेपी ने टीएमसी के गुंडों पर हत्या का आरोप लगाते हुए सीबीआई जांच की मांग की।

बीजेपी कार्यकर्ता मृत्युंजय बर्मन की हत्या
26/04/2023
उत्तरी दिनाजपुर जिले में एक बीजेपी कार्यकर्ता की हत्या का मामला सामने आया। बीजेपी ने आरोप लगाया कि कालियागंज में 26 अप्रैल, 2023 की देर रात मृत्युंजय बर्मन नाम के एक बीजेपी कार्यकर्ता की गोली मारकर हत्या कर दी गई। विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने पुलिस पर छापेमारी के दौरान बीजेपी कार्यकर्ता की गोली मारकर हत्या करने का आरोप लगाया।

बीजेपी नेता राजू झा की हत्या
01/04/2023
पश्चिम बंगाल के पूर्व वर्धमान जिले में 01 अप्रैल की देर रात बीजेपी नेता राजू झा की गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस हमले में दो अन्य लोग भी घायल हो गए। घटना आसनसोल-दुर्गापुर क्षेत्र में हुई। बीजेपी नेता राजू झा उर्फ राकेश पेशे से एक कोयला कारोबारी भी थे। वह कहीं जा रहे थे तभी बर्द्धमान के शक्तिगढ़ में कुछ हमलावरों ने उनके ऊपर ताबड़तोड़ फायरिंग की। गोली लगने के बाद बीजेपी नेता ने मौके पर ही दम तोड़ दिया।

बीजेपी कार्यकर्ता समीर पाहन की हत्या
21/02/2023
पश्चिम बंगाल के दक्षिण दिनाजपुर के बालुरघाट में बीजेपी के बूथ अध्यक्ष समीर पाहन का शव पेड़ से लटका हुआ मिला। इससे इलाके में हड़कंप मच गया। परिवार के मुताबिक समीर पेशे से मजदूर था। शिवरात्रि के दिन से घर नहीं लौटा था। हालांकि उसने घर से संपर्क किया था, लेकिन बाद में डांगा ग्राम पंचायत के नामडांगा जंगल से शव बरामद किया गया। बीजेपी ने टीएमएसी गुंडों पर हत्या का आरोप लगाया।

बीजेपी कार्यकर्ता सहदेव खा की हत्या
27/06/2022
पश्चिम बंगाल में बांकुड़़ा जिले के कोटलदिघी इलाके में सोमवार (27 जून, 2022) को पाथरचट्टी कबरिस्तान के निकट एक बीजेपी कार्यकर्ता का शव पेड़ से लटकता हुआ मिला। मृतक की पहचान सहदेव खा के रूप में हुई। बीजेपी की राज्य इकाई ने आरोप लगाया कि पार्टी कार्यकर्ता सहदेव की हत्या तृणमूल कांग्रेस के गुंडों ने घर लौटते समय की। आत्महत्या का मामला बनाने के लिए उसके शव को पेड़ से लटका दिया।

बीजेपी कार्यकर्ता कृष्णा पात्रा की हत्या
11/05/2022
पश्चिम बंगाल में पूर्व मेदिनीपुर जिले के मोयना विधानसभा क्षेत्र में बीजेपी कार्यकर्ता कृष्णा पात्रा की हत्या कर दी गई। उसका शव रहस्यमय परिस्थितियों में बरामद किया गया। बीजेपी का कहना है कि कृष्णा का घर से अपहरण के बाद टीएमसी के बदमाशों ने उसकी हत्या कर दी। पात्रा के परिजनों ने भी हत्या के लिए सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया।

बीजेपी कार्यकर्ता अर्जुन चौरसिया की हत्या
06/05/2022
कोलकाता के काशीपुर इलाके में बीजीपी कार्यकर्ता अर्जुन चौरसिया का शव फंदे से लटका मिला। अर्जुन चौरसिया के परिवार का आरोप है कि उन्हें चुनाव के बाद से ही धमकी दी जा रही थी। अर्जुन गुरुवार, 5 मई को दोपहर में काम पर जाने के लिए घर से निकला था, लेकिन वह रात तक वापस नहीं लौटा। रात में हर जगह तलाश करने पर भी उसके बारे में कोई जानकारी नहीं मिली। शुक्रवार को उसका शव रेलवे क्वार्टर में फंदे पर लटकता मिला। बीजेपी मे टीएमसी पर हत्या का आरोप लगाया है।

भाजपा कार्यकर्ता पूर्णचंद्र नाग की हत्या
19 अप्रैल, 2022
बीरभूम जिले में मल्लारपुर थान के बरोतुरी पंचायत में एक भाजपा कार्यकर्ता पूर्णचंद्र नाग का शव पेड़ से लटका हुआ मिला। संदेह जताया गया कि हत्या करने के बाद शव को पेड़ से लटकाया गया। मृतक दिहाड़ी मजदूर के रूप में छोटे-छोटे काम करके अपना घर चलाते थे। पूर्णचंद्र भाजपा का कट्टर समर्थक थे। भाजपा ने टीएमसी पर हत्या का आरोप लगाया।

बीजेपी कार्यकर्ता शुभ्रज्योति घोष की हत्या
05 जनवरी, 2022
अलीपुरद्वार जिले में बीजेपी की युवा इकाई के नेता का शव 5 जनवरी को बांस के ढांचे से लटका मिला। पुलिस के अनुसार शुभ्रज्योति घोष बुधवार को बंचुकमरी क्षेत्र के घाघरा गांव में अपने आवास के पास लटके पाए गए। बीजेपी ने टीएमसी के गुंडों पर हत्या का आरोप लगाया है। शुभ्रज्योति घोष मंगलवार शाम से ही लापता थे। स्थानीय बीजेपी कार्यकर्ताओं ने घटना के विरोध में प्रदर्शन किया और दोषियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की।

भाजपा के बूथ सचिव भास्कर बेरा की पीट-पीटकर हत्या
13 नवंबर, 2021
पूर्व मेदिनीपुर जिले के भगवानपुर में सड़क किनारे बीजेपी नेता भास्कर बेरा का शव मिलने से सनसनी फैल गई। परिजनों ने बताया कि भास्कर को घर से बुलाकर खटियार ग्राम में ले जाया गया और वहीं उनकी पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। बीजेपी ने इस हत्या का आरोप टीएमसी के स्थानीय कार्यकर्ताओं पर लगाया गया। बीजेपी के कांथी सांगठनिक जिला के अध्यक्ष अनूप चक्रवर्ती ने बताया कि भास्कर बीजेपी के बूथ स्तरीय महासचिव थे।

भाजपा कार्यकर्ता शंभू माइति की पीट-पीटकर हत्या
6 नवंबर, 2021 
पूर्व मेदिनीपुर जिले में बीजेपी कार्यकर्ता शंभू माइति को सड़क पर पीट-पीटकर मार डाला गया। शंभू का शव रविवार सुबह डेरिया दिघी क्षेत्र के नंटू प्रधान कॉलेज के पास केलेघई नदी के किनारे से बरामद किया गया। शंभू के शरीर पर जगह-जगह गहरे जख्म के निशान थे। शंभू के परिवार और बीजेपी ने टीएमसी के गुंडों पर हत्या का आरोप लगाया।

भाजपा उम्मीदवार मानस साहा की मौत
22 सितंबर, 2021
दक्षिण 24 परगना जिले के मगराहाट पश्चिम से बीजेपी के उम्मीदवार और मथुरापुर के बीजेपी उपाध्यक्ष मानस साहा ने करीब छह महीने तक जिंदगी के लिए संघर्ष करने के बाद दम तोड़ दिया। मानस पर टीएमसी के गुंडों ने उस समय हमला किया था, जब वो 2 मई को बीजेपी समर्थकों के साथ डायमंड हार्बर कॉलेज के मतगणना केंद्र से वापस आ रहे थे। इस दौरान टीएमसी के गुंडों ने उनकी बेरहमी से पिटाई की थी, जिससे वे गंभीर रूप से जख्मी हो गए थे। बीजेपी के मुताबिक तबीयत बिगड़ने के बाद मानस साहा को ठाकुरपुकुर के नर्सिंग होम ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई। 

भाजपा कार्यकर्ता इंद्रजीत सूत्रधार की हत्या
03 अगस्त, 2021
बीरभूम जिले के खोइरासोल में भाजपा कार्यकर्ता इंद्रजीत सूत्रधार का शव लंबे समय से खाली पड़े एक मकान के छत से लटका मिला। मृतक इंद्रजीत के दोनों हाथ बंधे हुए थे। मृतक के परिजनों ने कहा कि इंद्रजीत सोमवार रात से गायब थे और उनकी कुछ स्थानीय लोगों से कहासुनी भी हुई थी।

भाजपा कार्यकर्ता तपन खटुआ की हत्या
03 अगस्त, 2021
पूर्व मेदिनीपुर जिले के एगरा इलाके में स्थित एक तालाब से भाजा के 45 वर्षीय कार्यकर्ता तपन खटुआ का शव मिला। खटुआ के परिवार ने उनकी मौत के लिए टीएमसी को जिम्मेदार ठहराया।

भाजपा कार्यकर्ता समरेश पाल की हत्या
26 जुलाई, 2021
दक्षिण 24 परगना जिले के काकद्वीप विधानसभा क्षेत्र में माधवनगर के सक्रिय भाजपा कार्यकर्ता 36 साल के समरेश पाल मृत पाए गए। प्रदेश बीजेपी ने टीएमसी के गुंडों पर पाल की हत्या का आरोप लगाया।

भाजपा कार्यकर्ता देवेश बर्मन की हत्या
20 जुलाई, 2021
उत्तर दिनाजपुर के दक्षिण बिष्णुपुर में भाजपा कार्यकर्ता देवेश बर्मन का शव पेड़ से लटकता हुआ मिला। बीजेपी ने टीएमसी के गुंडों पर हत्या करने का आरोप लगाया। उधर परिवार का कहना है कि देवेश सोमवार रात से लापता था। मंगलवार यानि 20 जुलाई, 2021 की सुबह घर से करीब 500 मीटर दूरी पर उसका शव आम के पेड़ से लटका मिला। परिवार और स्थानीय लोगों का दावा है कि लोगों की आंखों में धूल झोंकने के लिए देवेश की हत्या के बाद आम के पेड़ से लटका दिया गया।

भाजपा नेता देबाशीष आचार्य की संदिग्ध मौत
17 जून, 2021
ममता के भतीजे अभिषेक बनर्जी को 2015 में एक कार्यक्रम के दौरान थप्पड़ मारने वाले भाजपा नेता देबाशीष आचार्य की रहस्यमयी ढंग से मृत्यु हो गई। कुछ अज्ञात लोगों ने उन्हें बेहद गंभीर हालत में मिदनापुर के तमलुक जिला अस्पताल पहुंचाया था और कुछ देर बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया गया था। परिवार ने आरोप लगाया है कि देवाशीष की हत्या की गई है।

भाजपा कार्यकर्ता जय प्रकाश यादव की हत्या
06 जून, 2021 
उत्तर 24 परगना के बैरकपुर इलाके में भाजपा कार्यकर्ता जय प्रकाश यादव पर बम से हमला कर निर्मम तरीके से हत्या कर दी गई। बीजेपी ने एक बयान जारी कर दावा किया कि जय प्रकाश यादव के खिलाफ कई झूठे मामले भी दर्ज किए गए थे।‌

भाजपा कार्यकर्ता अनिल बर्मन की हत्या
30 मई, 2021
उत्तर बंगाल के कोचबिहार जिले में बीजेपी के एक कार्यकर्ता अनिल बर्मन का शव पेड़ से झूलता हुआ पाया गया। बीजेपी ने इसे हत्या बताते हुए सत्ताधारी टीएमसी पर हत्या करने का आरोप लगाया।

भाजपा कार्यकर्ता प्रसेनजीत दास की हत्या
23 मई, 2021
कोलकाता के दमदम पार्क में एक बीजेपी कार्यकर्ता प्रसेनजीत दास का शव फंदे से झूलता हुआ पाया गया। परिजनों के मुताबिक चुनाव नतीजे घोषित होने के बाद प्रसेनजीत हमले के डर से छिप गया था। लेकिन वह अपने पिता की बीमारी के कारण घर लौटा था। इस दौरान टीएमसी के गुंडों ने उसके साथ मारपीट की थी।

भाजपा कार्यकर्ता अभिजीत सरकार की हत्या
2 मई, 2021
बंगाल में टीएमसी की जीत बाद ममता के गुंडों ने खूनी जश्न मनाना शुरू कर दिया। कोलकाता के बेलिहाता में अभिजीत सरकार नामक एक बीजेपी कार्यकर्ता ने फेसबुक लाइव के माध्यम से टीएमसी के गुंडों के तांडव के बारे में जानकारी दी। उन्होंने रोते हुए बताया कि उनके घर और एनजीओ दफ्तर को तोड़ डाला गया है। उसके कुछ ही देर बाद उनकी पीट-पीटकर हत्या कर दी गई।

भाजपा कार्यकर्ता किरंजन घोष की हत्या
23 अप्रैल, 2021
आसनसोल के पांडवेश्वर में एक बीजेपी कार्यकर्ता की हत्या कर दी गई। हत्यारों ने हत्या के बाद शव को पेड़ से लटका दिया। मृतक की पहचान अलीनगर गांव के 32 वर्षीय किरंजन घोष के रूप में हुई है। हत्या की खबर सुनते ही जामुड़िया के बीजेपी प्रत्याशी तापस राय मौके पर पहुंचे। उन्होंने टीएमसी के गुंडों पर हत्या का आरोप लगाया।

भाजपा के पोलिंग एजेंट आनंद बर्मन की हत्या
10 अप्रैल, 2021
कूचबिहार जिले के सितलकुची विधानसभा क्षेत्र में भाजपा के एक कार्यकर्ता आनंद बर्मन की हत्या कर दी गई। भाजपा के मुताबिक आनंद पथनतुली क्षेत्र के बूथ नंबर 85 का पार्टी का पोलिंग एजेंट था। टीएमसी के गुंडों ने बूथ के बाहर ही उसकी गोली मार कर हत्या कर दी।

भाजपा कार्यकर्ता गुरुपद प्रधान की पीट-पीटकर हत्या
01 अप्रैल, 2021
दूसरे चरण के मतदान के दौरान पूर्वी मेदिनीपुर के चांदीपुर में भी टीएमसी के गुंडों ने एक भाजपा कार्यकर्ता गुरुपद प्रधान की पीट-पीटकर हत्या कर दी। बीजेपी नेताओं ने चुनाव आयोग को टैग कर इस घटना के बारे में जानकारी दी।

फांसी के फंदे से लटका मिला भाजपा कार्यकर्ता उदयशंकर दुबे का शव
01 अप्रैल, 2021
नंदीग्राम के भेकुटिया में भाजपा कार्यकर्ता उदयशंकर दुबे का शव उसके घर पर फांसी के फंदे से लटका मिला। भाजपा नेताओं ने आरोप लगाया है कि उदय को टीएमसी के गुंडों ने ही मारकर फांसी पर लटकाया है। भाजपा नेताओं के मुताबिक उदयशंकर टीएमसी की ओर से मिल रही धमकियों के चलते तनाव में था। 30 मार्च को उदय मिथुन चक्रवर्ती के रोड शो में शामिल हुआ था, जिसके बाद टीएमसी के गुंडे लगातार धमकियां दे रहे थे।

बीजेपी के बूथ सेक्रेट्री लालमोहन सोरेन का शव पेड़ लटका मिला
26 मार्च, 2021
पश्चिम बंगाल के मेदिनीपुर मेंं बीजेपी के बूथ सेक्रेट्री लालमोहन सोरेन का शव पेड़ लटका मिला। बीजेपी ने टीएमसी के गुंडों पर सोरेन की हत्या का आरोप लगाया। पार्टी नेताओं ने बंगाल के मुख्य चुनाव अधिकारी से मुलाकता कर इसकी शिकायत की।

बीजेपी कार्यकर्ता प्रताप बर्मन और दीपंकर विश्वास की हत्या
25 मार्च, 2021
नदिया के शांतिपुर में बीजेपी कार्यकर्ता प्रताप बर्मन और दीपंकर विश्वास का रक्तरंजित शव बरामद हुआ। बंगाल बीजेपी के मुताबिक टीएमसी के गुंडों ने राजनीतिक कारणों से दोनों दोस्तों की हत्या की। दोनों बीजेपी में सक्रिय भूमिका निभा रहे थे। 

पार्टी दफ्तर के पास मिला मंडल अध्यक्ष अमित सरकार का शव
24 मार्च, 2021
कूचबिहार जिले में दिनहाटा मंडल अध्यक्ष अमित सरकार का शव पार्टी दफ्तर के पास लटकता मिला। अमित सरकार का शव दिनहाटा वेटनरी हॉस्पिटल के परिसर से बरामद किया गया। बीजेपी ने इसके लिए सत्तारूढ़ टीएमसी को जिम्मेदार ठहराया है। स्थानीय बीजेपी नेताओं का आरोप है कि यह एक पूर्व-नियोजित हत्या है। 

विकास नस्कर का शव पेड़ से लटकता मिला
18 मार्च, 2021
राजधानी कोलकाता से सटे सोनारपुर में एक बीजेपी कार्यकर्ता विकास नस्कर का शव पेड़ से लटकता मिला है। वह दक्षिण 24 परगना जिले के सोनारपुर दक्षिण के निवासी थे। बीजेपी ने कहा है कि विकास नस्कर की हत्या कर दी गई है। वह बूथ नंबर 57 का बीजेपी का कार्यकर्ता था। यह केवल एक युवक की हत्या नहीं है, वरन प्रजातंत्र की हत्या है। बंगाल की जनता इसका जवाब देगी। बीजेपी ने आरोप लगाया है कि विकास नस्कर को टीएमसी के गुंडों ने मारकर उसके शव को नायलन की रस्सी के सहारे पेड़ से टांग दिया। ऐसा दिखाने की कोशिश की गयी है मानो विकास ने आत्महत्या की है।

बीजेपी कार्यकर्ता बापी आंकुड़े की हत्या
16 मार्च, 2021
पश्चिम बंगाल में बीरभूम जिले के इलम बाजार में बीजेपी कार्यकर्ता बापी आंकुड़े का शव मिला है। 24 साल के बापी आंकुड़े का शव नदी के किनारे से बरामद हुआ है। कार्यकर्ता का शव मिलने के बाद से इलाके में तनाव है। बीजेपी ने टीएमसी पर हत्या का आरोप लगाया है। बीरभूम जिला बीजेपी अध्यक्ष ध्रुव साहा ने कहा है कि बापी आंकुड़े बीजेपी का इलम बाजार बी मंडल का सक्रिय कार्यकर्ता था। वह अचानक सोमवार को गायब हो गया। मंगलवार सुबह उसका शव नदी के किनारे मिला। बीजेपी कार्यकर्ता की हत्या के बाद से ही इलम बाजार के नदास ग्राम में बीजेपी कार्यकर्ताओं और स्थानीय नेताओं का जुटना जारी है। लोगों ने स्थानीय प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन भी किया है।

भाजपा कार्यकर्ता मीना कराई की हत्या
10 जनवरी, 2021
पश्चिमी मेदिनीपुर जिले के डेबरा में टीएमसी के गुंडों ने आदिवासी महिला और भाजपा कार्यकर्ता मीना कराई की दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी। प्रदेश भाजपा ने ममता सरकार पर हमला बोलते हुए सवाल किया कि राज्य में महिलाओं से दुष्कर्म और हत्याएं आम हो गई हैं। क्या यही बंगाल की संस्कृति है?

भाजपा कार्यकर्ता अमूल्य मंडल की हत्या
3 जनवरी, 2021
टीएमसी के गुंडों ने पूर्वी मेदिनीपुर जिले के पटासपुर में भाजपा के एक बूथ कार्यकर्ता अमूल्य मंडल की हत्या कर दी। अमूल्य सलामाबाद गांव के रहने वाले थे। भाजपा ने आरोप लगाया कि अमूल्य मंडल को सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस के लोगों ने मारा। उनकी गलती सिर्फ इतनी थी कि वह भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता थे। 

भाजपा कार्यकर्ता अशोक सरदार की हत्या
22 दिसंबर, 2020
कोलकाता से 15 किमी की दूरी पर उत्तरी चौबीस परगना जिले के मध्यमग्राम में एक भाजपा कार्यकर्ता अशोक सरदार की सरेआम गोली मारकर हत्या कर दी गई। मृतक के बेटे ने दावा किया कि उनके पिता की टीएमसी के लोगों ने हत्या कराई है। 

भाजपा कार्यकर्ता सैकत भावल की हत्या
12 दिसंबर, 2020
उत्तरी चौबीस परगना जिले के हालिसहर में टीएमसी के गुंडों ने एक बीजेपी कार्यकर्ता सैकत भावल की पीट-पीटकर हत्या कर दी और 6 अन्य को घायल कर दिया। बीजेपी ने कहा कि कार्यकर्ता जब डोर टू डोर कैंपेन चला रहे थे, उसी समय इन्हें निशाना बनाया गया।

भाजपा कार्यकर्ता स्वप्न दास की हत्या
9 दिसंबर, 2020
पश्चिम बंगाल के कूचबिहार में एक भाजपा कार्यकर्ता स्वप्न दास की हत्या कर दी गई। स्वप्न दास का शव अन्द्वान फूलबाड़ी गर्ल्स स्कूल के साइकल स्टैंड के बरामदे में फांसी के फंदे पर लटकता हुआ मिला। परिजनों का आरोप है कि स्वप्न दास ने आत्महत्या नहीं की है, बल्कि उसकी हत्या की गई है। स्वप्न दास सुभाष पल्ली इलाके के 192 नंबर वार्ड में बीजेपी बूथ कमिटी के सदस्य थे।

भाजपा कार्यकर्ता उलन रॉय की हत्या
7 दिसंबर, 2020
सिलीगुड़ी में भाजपा के कार्यकर्ता ममता बनर्जी की सरकार के कुशासन के खिलाफ रैली निकाल रहे थे। इस दौरान पुलिस के हमले में भाजपा के एक वरिष्ठ कार्यकर्ता उलन रॉय की मौत हो गई और कई घायल हो गए। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने दावा किया कि पार्टी कार्यकर्ता उलन रॉय पुलिस कार्रवाई में जख्मी हुआ था और एक स्थानीय अस्पताल में उसकी मौत हो गई।

भाजपा कार्यकर्ता कालाचांद कर्मकार की हत्या
18 नवंबर, 2020
पश्चिम बंगाल के कूचबिहार जिले के तूफानगंज में एक बीजेपी कार्यकर्ता कालाचांद कर्मकार की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। पुलिस के मुताबिक काली पूजा के विसर्जन के बाद बीजेपी और टीएमसी के कार्यकर्ताओं में झड़प हो गई। टीएमसी के गुंडों के हमले में बीजेपी बूथ कमेटी के सचिव कर्मकार गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें गंभीर हालत में तूफानगंज अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई।

भाजपा कार्यकर्ता गोकुल जेना की हत्या
11 नवंबर, 2020
पश्चिम बंगाल के पूर्वी-मेदिनीपुर के इटाबेड़िया इलाके में टीएमसी के गुंडों ने एक बीजेपी कार्यकर्ता गोकुल जेना की हत्या कर दी। गोकुल का शव इलाके के ही एक जंगल से पाया गया। गोकुल के शरीर पर लाठी डंडों के निशान पाए गए, जिससे ये अंदाज लगाया गया कि हमलावरों ने उनकी हत्या लाठी-डंडों से पीटकर की है। इस मामले में भाजपा नेता शायंतन बसु ने तृणमूल कांग्रेस के गुंडों पर हत्या का आरोप लगाया।

भाजपा कार्यकर्ता स्वरूप शॉ की हत्या
9 नवंबर, 2020
दुर्गापुर पूर्वी विधानसभा के पुरुलिया के निवासी और भाजपा के सक्रिय कार्यकर्ता स्वरूप शॉ की हत्या कर दी गई। भाजपा ने आरोप लगाया कि टीएमसी के गुंडे स्वरूप शॉ को घर से उठा कर ले गए और बर्बरता के साथ हत्या कर दी। 

भाजपा कार्यकर्ता बिजॉय सिल की हत्या
1 नवंबर, 2020
पश्चिम बंगाल के नदिया जिले में भाजपा कार्यकर्ता बिजॉय सिल का शव पेड़ से लटका मिला। भाजपा ने सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस के गुंडों पर हत्या करने का आरोप लगाया। भाजपा के मुताबिक गायेशपुर का निवासी बिजॉय सिल उनका कार्यकर्ता था और तृणमूल कांग्रेस के गुंडों ने उसकी जान ले ली। 

भाजपा पार्षद मनीष शुक्ला की हत्या
04 अक्टूबर, 2020
उत्तर 24 परगना जिले में अज्ञात बदमाशों ने टीटागढ़ पुलिस स्टेशन के सामने भाजपा पार्षद मनीष शुक्ला की गोली मारकर हत्या कर दी। मनीष शुक्ला रात करीब साढ़े 8 बजे टीटागढ़ थाने के सामने बने पार्टी कार्यालय में बैठे थे। इसी दौरान यहां पहुंचे बाइक सवार हमलावरों ने उनपर ताबड़तोड़ फायरिंग की। इसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। वहीं प्रदेश भाजपा ने इस हत्या के लिए टीएमसी के गुडों को जिम्मेदार बताया।

भाजपा कार्यकर्ता गणेश रॉय की हत्या
13 सितंबर, 2020
पश्चिम बंगाल में आरामबाग के गोघाट इलाके में एक भाजपा कार्यकर्ता गणेश रॉय की हत्या कर दी गई। स्थानीय लोगों में दहशत फैलाने के लिए टीएमसी के गुंडों ने हत्या के बाद शव को पेड़ से लटका दिया। गणेश रॉय शनिवार की शाम से ही लापता थें और रविवार की सुबह उनकी लाश पेड़ से लटकती हुई मिली। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने टीएमसी पर हत्या का आरोप लगाया। 

भाजपा कार्यकर्ता रॉबिन पॉल की हत्या 
06 सितंबर, 2020
पश्चिम बंगाल के कलना स्थित पथर घाटा में रॉबिन पॉल नाम के भाजपा कार्यकर्त्ता की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई। मृतक के परिवार वालों के मुताबिक उनके घर के सामने मनरेगा के तहत काम हो रहा था। मनरेगा कर्मचारी घर के सामने मौजूद पेड़ काटने लगे तो रॉबिन ने इस पर आपत्ति जताई। मौके पर तृणमूल कांग्रेस के लगभग 50 से अधिक कार्यकर्ता इकट्ठा हो गए और उन्होंने रॉबिन की लिंचिंग कर दी।

भाजपा कार्यकर्ता अनूप रॉय की हत्या
3 सितंबर, 2020
पश्चिम बंगाल के दिनाजपुर जिले के रायगंज इलाके में एक कार्यकर्ता अनूप रॉय की हत्या का मामला सामने आया। इस बार हत्या का आरोप सीधे पुलिस पर लगा। प्रदेश भाजपा के नेताओं ने पुलिस पर थाने में अनूप की पिटाई के बाद गोली मारने का आरोप लगाया। इस हत्या के विरोध में भाजपा कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। जिसमें प्रदेश भाजपा प्रमुख दिलीप घोष भी शामिल हुए।

भाजपा युवा मोर्चा के नेता शौभिक मुखर्जी की हत्या
23 अगस्त, 2020
पश्चिम बंगाल के हुगली जिले के गोघाट थाने के नारायणपुर गांव में भाजपा युवा मोर्चा के नेता शौभिक मुखर्जी (26) का शव उसके घर में फंदे से लटका मिला। शौभिक गोघाट में 46 नंबर जिला परिषद के भाजपा युवा मोर्चा के सचिव थे। परिवार वालों के मुताबिक 22 अगस्त, 2020 की रात करीब पौने ग्यारह बजे शौभिक अपने कुछ सहयोगियों के साथ एक निमंत्रण से घर लौटे थे। रात करीब दो बजे घरवालों ने उनका शव फंदे से लटका देखा।

भाजपा नेता सुदर्शन प्रामाणिक की हत्या
15 अगस्त, 2020
स्वतंत्रता दिवस को तिरंगा फहराने को लेकर हुए विवाद में हुगली के खानाखुल थाना क्षेत्र के नतीबपुर गांव में भाजपा नेता सुदर्शन प्रामाणिक की धारदार हथियार से प्रहार करके हत्या कर दी गई।

भाजपा बूथ सचिव गौतम पात्रा की हत्या
30 जुलाई, 2020
दक्षिण 24 परगना के मथुरापुर में गुरुवार को भाजपा बूथ सचिव गौतम पात्रा का शव पेड़ से लटका मिला। मृतक के परिजनों और प्रदेश भाजपा ने सत्तारूढ़ टीएमसी के गुंडों पर हत्या का आरोप लगाया है। भाजपा ने कहा कि पश्चिम बंगाल में इस तरह की राजनीतिक हत्याएं आम हो चुकी है, जबकि राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के पास ही गृहमंत्री का भी प्रभार है। इन हत्याओं को लिए ममता बनर्जी सीधे तौर पर जिम्मेदार है।

भाजपा बूथ प्रमुख पूर्णचंद्र दास की हत्या
29 जुलाई, 2020
पश्चिम बंगाल के ईस्ट मिदनापुर जिले में भाजपा के बूथ प्रमुख पूर्णचंद्र दास का शव उनके घर के पास पेड़ से लटकता मिला। भाजपा के मुताबिक सत्तारूढ़ दल टीएमसी को भाजपा कार्यकर्ता ने ज्वाइन करने से मना कर दिया, इसी वजह से टीएमसी के गुंडों ने भाजपा कार्यकर्ता की निर्मम हत्या कर दी।

भाजपा कार्यकर्ता बापी घोष की हत्या
15 जुलाई, 2020
नदिया जिले के कृष्णानगर में बीजेपी युवा मोर्चा के कार्यकर्ता बापी घोष की हत्या कर दी गई, उनकी उम्र अभी 38 साल थी। तृणमूल के गुंडों ने बापी घोष के सिर पर बांस और रॉड से हमला कर दिया। इस हमले में बापी घोष बुरी तरह से घायल हो गए। फिर उन्हें तुरंत कृष्णानगर जिला अस्पताल में ले जाया गया लेकिन उनकी बिगड़ती हालत देख डॉक्टर ने कोलकाता स्थित एनआरएस अस्पताल रेफर कर दिया। जहां इलाज के दौरान बुधवार दोपहर को बापी घोष की मौत हो गई। बापी के पिता निमाई घोष का कहना है कि उनका बेटा पहले तृणमूल कांग्रेस में था लेकिन कुछ दिनों पहले ही वो बीजेपी में शामिल हो गया था इसीलिए तृणमूल कांग्रेस के लोगों ने उसे मार डाला।

बीजेपी विधायक देबेंद्र नाथ रॉय की हत्या
13 जुलाई, 2020
सीपीएम छोड़ भाजपा में आए उत्तर दिनाजपुर की सुरक्षित सीट हेमताबाद के विधायक देबेंद्र नाथ रॉय की 13 जुलाई को हत्या कर दी गई। उनका शव एक दुकान के बाहर फंदे पर लटका मिला। स्थानीय लोगों का कहना है कि उन्हें पहले मारा गया और फिर लटका दिया गया। बीजेपी का कहना है कि इस हत्या के पीछे तृणमूल कांग्रेस का हाथ है और हत्या को सुसाइड बनाने की कोशिश की गई है।

शकुंतला हलदर और उसके पति की हत्या
07 अप्रैल, 2020
7 अप्रैल, 2020 को राज्य के कुलताली इलाके के कनकासा गांव में टीएमसी के गुंडों ने भाजपा की पंचायत चुनाव की घोषित प्रत्याशी शकुंतला हलदर और उनके पति चंद्र हलदर की हत्या कर दी। चंद्र हलदर का शव उनके घर के बाहर पेड़ से लटका मिला, जबकि शकुंतला का शव घर के भीतर पड़ी मिली। टीएमसी के गुंडों ने घर में घुसकर मृतक दंपति के बच्चों को भी धमकाया। बताया जा रहा है कि मृतक दंपति ने पीएम मोदी के आह्वान पर 5 अप्रैल को रात 9 बजे घर की लाइट बुझाकर दीया जलाया था। इससे टीएमसी के स्थानीय नेता नाराज थे, क्योंकि उन्होंने किसी से भी प्रधानमंत्री का आग्रह नहीं मानने का फरमान जारी किया था। इसी का बदला लेने के लिए दंपति की निर्मम हत्या कर दी गई।

देवाशीष मंडल की हत्या
07 मार्च, 2020
पश्चिम बंगाल के गंगा सागर में भाजपा कार्यकर्ता देवाशीष मंडल की तृणमूल कांग्रेस के गुंडों ने हत्या कर दी। देवाशीष मंडल भाजपा के बूथ अध्यक्ष थे और इलाके में पार्टी को मजबूत करने में लगे हुए थे। बताया जा रहा है कि स्थानीय टीएमसी नेताओं को उनकी यह सक्रीयता अच्छी नहीं लगती थी और इसी रंजिश में टीएमसी के गुंडों ने देवाशीष मंडल की निर्ममता से हत्या कर दी।

नारायण विश्वास की हत्या
06 फरवरी, 2020
पश्चिम बंगाल में 24 परगना के सोनारपुर में एक और बीजेपी नेता नारायण विश्वास की निर्मम हत्या कर दी गई। बाइक सवार हमलावरों ने पहले नारायण विश्वास को गोली मारी और जब वो जख्मी होकर गिर गए तो चाकू मारकर उनकी हत्या कर दी गई। इस घटना से वहां अफरा-तफरी मच गई। गोली की आवाज सुनकर आसपास के लोगों ने उन्हें अस्पताल पहुंचाया। जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। नारायण विश्वास भारतीय जनता व्यापार संघ के सोनारपुर दक्षिण विधानसभा संख्या 4 के अध्यक्ष थे। भाजपा ने हत्या का आरोप टीएमसी पर लगाया है।

बरसा हांसदा की हत्या
15 नवंबर, 2019
बंगाल के पश्चिमी मेदिनीपुर के संतोषपुर में बरसा हांसदा का शव पेड़ से लटका मिला है। आदिवासी समुदाय का बरसा हांसदा भाजपा का सक्रिय कार्यकर्ता था। भाजपा के मुताबिक टीएमसी के गुंडों ने बरसा हांसदा की पहले बेरहमी से हत्या की और फिर उसका शव पेड़ से लटका दिया।

प्रकाश पाल, पत्नी और बेटे की हत्या
08 अक्तूबर, 2019
पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में तिहरे हत्याकांड से सनसनी फैल गई। जियागंज में एक स्कूल टीचर और उसकी पत्नी और बेटे की हत्या कर दी गई। मृतक स्कूल टीचर आरएसएस का कार्यकर्ता था। मृतक स्कूल टीचर का नाम बंधु प्रकाश पाल था। स्कूल टीचर की पत्नी ब्यूटी गर्भवती थीं और बेटा अंगन आठ साल का था। पड़ोसियों ने जब उनके घर का दरवाजा खोला तो तीनों के खून से लथपथ शव देखकर हैरान रह गए। पुलिस के अनुसार बंधु प्रकाश पाल एक स्कूल टीचर थे जो एक प्राइमरी स्कूल में पढ़ाते थे जबकि उनकी पत्नी गर्भवती थी। तीनों की धारदार हथियार से नृशंस हत्या कर दी गई।

दालु शेख की हत्या
18 अगस्त, 2019
पश्चिम बंगाल के बीरभूम के लाभपुर इलाके में भाजपा कार्यकर्ता दालु शेख की हत्या उनपर बम फेंककर की गई। दालु शेख पर हमला उनके घर के पास हुआ। हत्या के बाद इलाके के लोगों में काफी आक्रोश है।

अब्दुल कादिर मुल्ला की हत्या
18 अगस्त, 2019
पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना में ढोलाघाट के बीजेपी नेता अब्दुल कादिर मुल्ला दो दिन से लापता थे। रविवार 18 अगस्त को उनका शव कालनागिनी नदी में बहता मिला। भाजपा का कहना है कि उनके नेता की हत्या तृणमूल के गुंडों ने की और शव को नदी में बहा दिया।

काशीनाथ घोष की हत्या
28 जुलाई, 2019
पश्चिम बंगाल के हुगली जिले के गोघाट में 40 वर्षीय भाजपा कार्यकर्ता काशीनाथ घोष की हत्या कर दी गई। काशीनाथ घोष का शव गांव के एक तालाब से बरामद किया गया। बताया जा रहा है कि टीएमसी के गुंडों ने ही काशीनाथ को मार कर तालाब में फेंक दिया। भाजपा कार्यकर्ता की हत्या के बाद पूरे इलाके में तनाव का माहौल है और भारी संख्या में पुलिसबल तैनात किया गया है।

रामबाबू शॉ और धर्मेंद्र शॉ की हत्या
20 जून, 2019
पश्चिम बंगाल में दो और बीजेपी के कार्यकर्ता की हत्या कर दी गई। 20 जून को उत्तर 24 परगना जिले के भाटपारा में टीएमसी कार्यकर्ताओं ने झड़प होने पर दो बीजेपी कार्यकर्ताओं रामबाबू शॉ और धर्मेंद्र शॉ की गोली मारकर हत्या कर दी। हत्या के बाद से पूरे इलाके में तनाव का माहौल है।

आनंद पाल की हत्या
18 जून, 2019
पश्चिम बंगाल के कूच बिहार में टीएमसी की गुंडा ब्रिगेड ने एक और भाजपा कार्यकर्ता की हत्या कर दी। मंगलवार, 18 जून को 28 साल के आनंद पाल का गला रेतकर बेरहमी से मार डाला। अब पश्चिम बंगाल में TMC का मतलब Terror-Murder-Congress हो गया है।

सररस्वती दास की हत्या
13 जून, 2019
बशीरहाट लोकसभा क्षेत्र के हासनाबाद में एक महिला भाजपा कार्यकर्ता की सिर में गोली मारकर हत्या कर दी गई। अमलानी पंचायत में 42 साल की सररस्वती दास पर गुरुवार रात टीएमसी के गुंडों ने ताबड़तोड़ फायरिंग की।

अनिल सिंह की हत्या
11 जून, 2019
भारतीय जनता पार्टी के सक्रिय कार्यकर्ता अनिल सिंह दो दिनों से मालदा इलाके से लापता थे। बताया जा रहा है कि इंग्लिशबाजार इलाके में खासे लोकप्रिय भाजपा नेता अनिल सिंह का टीएमसी के गुंडों ने अपहरण कर लिया था और फिर उनकी पीट-पीट कर हत्या कर दी। अनिल सिंह का शव इंग्लिशबाजार इलाके के बाधापुकुर में मिला है। उनके शव पर चोट के निशान हैं।

स्वदेश मन्ना की हत्या
9 जून, 2019
हावड़ा के भाजपा कार्यकर्ता स्वदेश मन्ना का शव रविवार को अतचटा गांव में पेड़ से लटकते हुए मिला। बताया जा रहा है कि स्वदेश मन्ना ने कुछ दिन पहले स्थानीय स्तर पर ‘जय श्रीराम रैली’ निकाली थी। इसी को लेकर तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता नाराज थे और उन्हें जान से मारने की धमकी दे रहे थे। स्थानीय लोगों के मुताबिक टीएमसी के गुंडों ने स्वदेश मन्ना को पीट-पीट कर मार डाला और फिर उनका शव पेड़ से लटका दिया।

समतूल दलूई की हत्या
9 जून, 2019
भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता समतूल दलूई की हत्या भी ‘जय श्रीराम’ का नारा लगाने के चलते कर दी गई। बताया जा रहा है कि रविवार रात को एक स्थानीय कार्यक्रम में भाजपा कार्यकर्ता समतूल दलूई ने कई बार जय श्रीराम का नारा लगाया था, इससे वहां मौजूद टीएमसी के नेता नाराज हो गए। रात में टीएमसी के गुंडों ने दलूई को घर से अगवा कर लिया और पीट-पीट कर हत्या कर दी। इतना ही नहीं टीएमसी के गुंडों ने दलूई के शव को पेड़ से लटका दिया। दलूई बीजेपी के सक्रिय कार्यकर्ता थे और उन्होंने अपने बूथ में लोकसभा चुनाव के दौरान पार्टी को बढ़त दिलाई थी। चुनाव के तुरंत बाद तृणमूल के लोगों द्वारा दलूई के घर पर तोड़फोड़ भी की गई थी।

सुकांता मंडल की हत्या
8 जून, 2019
पश्चिम बंगाल के उत्तरी 24 परगना जिले में 8 जून, 2019 की रात को सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस के गुंडों ने बशीरहाट इलाके के संदेशखाली में भाजपा कार्यकर्ताओं को घेर लिया और उन पर बम व गोलियों से हमला बोल दिया। टीएमसी के गुंडों ने बीजेपी वर्कर सुकांता मंडल की आंखों में गोली मारकर हत्या कर दी

प्रदीप मंडल की हत्या
8 जून, 2019
पश्चिम बंगाल के उत्तरी 24 परगना जिले में 8 जून, 2019 की रात को सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस के गुंडों ने बशीरहाट इलाके के संदेशखाली में भाजपा कार्यकर्ताओं को घेर लिया और उन पर बम व गोलियों से हमला बोल दिया। टीएमसी के गुंडों ने भाजपा कार्यकर्ता प्रदीप मंडल की भी आंखों में गोली मारकर हत्या कर दी।

तपन मंडल की हत्या
8 जून, 2019
पश्चिम बंगाल के उत्तरी 24 परगना जिले में 8 जून, 2019 की रात को सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस के गुंडों ने बशीरहाट इलाके के संदेशखाली में भाजपा कार्यकर्ताओं को घेर लिया और उन पर बम व गोलियों से हमला बोल दिया। टीएमसी के गुंडों ने भाजपा कार्यकर्ता तपन मंडल की माथे में गोली मारकर हत्या कर दी।

तन्मय संत्रा की हत्या
3 जून, 2019
विष्णुपुर लोकसभा क्षेत्र के तन्मय संत्रा की टीएमसी कार्यकर्ताओं ने मंगलवार, 3 जून को बेरहमी से हत्या कर दी। टीएमसी के गुंडों ने भाजपा के झंडे बांधने के लिए तन्मय की हत्या कर दी।

अजय मंडल की हत्या
2 जून, 2019
उत्तर 24 परगना के बशीरहाट इलाके में बीजेपी कार्यकर्ता अजय मंडल की 2 जून को चाकू से गोदकर हत्या कर दी गई। बादुड़िया निवासी अजय मंडल ने लोकसभा चुनावों से पहले तृणमूल कांग्रेस से नाता तोड़ कर भाजपा का दामन थामा था।

सुशील मंडल की हत्या
30 मई, 2019
लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद 30 मई को प्रधानमंत्री मोदी के शपथ ग्रहण समारोह से कुछ घंटे पहले बंगाल के पूर्व बर्धवान जिले के केतुग्राम में बीजेपी कार्यकर्ता सुशील मंडल (52) की हत्या कर दी गई। सुशील मंडल की पत्नी के मुताबिक जय श्रीराम का नारे लगाने से नाराज टीएमसी के लोगों ने उनके पति की हत्या की है।

चंदन शॉ की हत्या
27 मई, 2019
पश्चिम बंगाल के 24 परगना जिले के भाटापारा में 27 मई को भाजपा कार्यकर्ता चंदन शॉ की हत्या कर दी गई। राजनीतिक रंजिश में टीएमसी कार्यकर्ताओं ने रात साढ़े दस बजे घर लौटते हुए चंदन पर बम से हमला कर उनकी हत्या कर दी।

शान्तनु घोष की हत्या
24 मई, 2019
25 साल के शांतनु घोष को तृणमूल छोड़ भाजपा में जाने की कीमत अपनी जान देकर चुकानी पड़ी है। भाजपा कार्यकर्ता शांतनु घोष की हत्या उत्तरी चौबीस परगना के काकीनारा में हुई। संतु घोष 24 मई को ही टीएमसी छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए थे।

जयदेब बर्मन की हत्या
21 मई, 2019
कूचबिहार में टीएमसी के गुंडों ने भाजपा नेता जयदेब बर्मन की एके-47 से गोली मारकर हत्या कर दी।

हरधन मृधा की हत्या
17 मई, 2019
कृष्णानगर लोकसभा सीट पर 46 वर्षीय भाजपा कार्यकर्ता हरधन मृधा की तृणमूल के गुंडों की हत्या कर दी।

रमन सिंह की हत्या
11 मई, 2019
लोकसभा चुनाव के दौरान पश्चिम बंगाल के झारग्राम लोकसभा क्षेत्र में टीएमसी कार्यकर्ताओं ने राजनीतिक रंजिश में भाजपा वर्कर रमन सिंह(30) की सिर पर लोहे की रॉड मारकर हत्या कर दी।

शिशुपाल सोशीस की हत्या
18 अप्रैल, 2019
पुरुलिया में भाजपा के ग्राम पंचायत सदस्य 22 वर्षीय शिशुपाल को टीएमसी के गुंडों ने पेड़ पर फांसी लगा दी और उसकी हत्या कर दी।

नित्य मंडल की हत्या
4 अप्रैल, 2019
सिलिगुड़ी में प्रधानमंत्री मोदी की रैली के एक दिन बार टीएमसी के गुंडों ने भाजपा कार्यकर्ता नित्य मंडल (42) को भाजपा के बूथ ऑफिस में फांसी पर लटका दिया।

पतनू मंडल की हत्या
29 मार्च, 2019
मालदा के हरिश्चंद्रपुर क्षेत्र दौलतपुर में भाजपा कार्यकर्ता पतनू मंडलकी टीएमसी के लोगों ने उस वक्त हत्या कर दी जब वो सो रहे थे।

संदीप घोष की हत्या
9 दिसंबर, 2018
पश्चिम बंगाल के आसनसोल में भाजपा के ब्लॉक लेवल वर्कर संदीप घोष की उस वक्त निर्ममता से हत्या कर दी गई, जब वो पार्टी की मीटिंग से लौट रहे थे।

रामपद बेरा की हत्या
2 नवंबर, 2018
पश्चिम बंगाल के झारग्राम जिले के धमाल गांव में भाजपा कार्यकर्ता रामपद बेरा की हत्या कर दी गई।

तापस पाल की हत्या
22 अक्टूबर, 2018
भाजपा कार्यकर्ता तापस पाल का बीरभूम में स्थानीय टीएमसी नेता कार्तिक पाल से झगड़ा हुआ था। 22 अक्टूबर को टीएमसी के लोगों ने तापस पाल की हत्या कर दी और उसकी लाश को मयूराक्षी नदी के किनारे पेड़ से लटका दिया।

ममता मिटाना चाहती है विपक्षी दलों का नामो निशान
पिछले कई वर्षों से ऐसा साफ नजर आ रहा है कि ममता बनर्जी ने राज्य में विपक्ष को खत्म करने की योजना बना रखी है। उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस के गुंडे कई सालों से बीजेपी और सीपीएम के कार्यकर्ताओं के पीछे पड़े हुए हैं। यहां तक कि उनकी हत्या करवा रहे हैं। पश्चिम बंगाल में डायमंड हार्बर जाते समय बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर टीएमसी के गुंडों ने हमला किया। टीएमसी के गुंडों ने बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय और मुकुल रॉय की गाड़ी में भी तोड़फोड़ की। कई लोग घायल भी हो गए। इसके पहले पंचायत चुनाव में जो कुछ हुआ वह सबके सामने है। एक महिला को ममता की पार्टी के गुंडों ने निर्वस्त्र तक कर दिया। मतदान केंद्र पर जाने से उन्हें रोका गया। बूथों पर कब्जा कर लिया गया। क्या यह सब राज्य की मुखिया की इजाज़त के बिना हो सकता है?

कोरोना पर केंद्रीय टीम को इजाजत देने से किया इनकार
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कोरोना संकट काल में भी राजनीति करने से बाज नहीं आई। ममता सरकार पर कोरोना से मरने वालों का आंकड़ा छिपाने और कोरोना गाइडलाइन का सख्ती से पालन नहीं करने का आरोप लगने के बाद केंद्र सरकार ने राज्य में आईएमसीटी (इंटर मिनिस्ट्रीयल सेंट्रल टीम) भेजने का फैसला किया। लेकिन ममता बनर्जी ने केंद्रीय टीम को इजाजत देने से इनकार कर दिया। ममता ने साफ कहा है कि वह केंद्रीय टीम की इजाजत नहीं देंगी। हालांकि केंद्रीय टीम पश्चिम बंगाल के अलावा महाराष्ट्र, राजस्थान और मध्य प्रदेश भी गई, लेकिन विरोध सिर्फ ममता बनर्जी ने किया।

नागरिकता संशोधन कानून लागू करने से इनकार
संसद से पास नागरिकता संशोधन कानून में पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान के धार्मिक अल्पसंख्यकों को भारतीय नागरिकता देने का प्रावधान किया गया है। लेकिन सीएम ममता बनर्जी ने इसे मानन से इनकार कर दिया। ममता बनर्जी ने साफ कहा कि नागरिकता संशोधन कानून को वो पश्चिम बंगाल में कभी भी लागू नहीं करेंगी। उन्होंने कहा कि वो इस देश के किसी वैध नागरिक को बाहर नहीं फेंक सकती हैं और न ही उसे शरणार्थी बना सकते हैं। हाल मे ही उन्होंने एनआरसी के मुद्दे पर कहा था, ”बांग्लादेशी घुसपैठियों को देश से निकालने की कोई कोशिश होगी तो ‘गृह युद्ध’ हो जाएगा।”

मोदी सरकार के विरोध में किसान विरोधी बन गईं ममता बनर्जी!
ममता बनर्जी ने अपनी सनक और केंद्र सरकार से विरोध में प्रदेशवासियों के कल्याण को ताक पर रख दिया है। देशभर में किसानों को मोदी सरकार की तरफ से प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि दी जा रही है, लेकिन पश्चिम बंगाल के लाखों किसान इससे वंचित हैं, क्योंकि ममता बनर्जी को केंद्र सरकार की योजनाओं से नफरत है। ममता बनर्जी ने ऐसा कर के किसानों को मिलने वाले बड़े लाभ से वंचित कर दिया है।

पीएम-किसान सम्मान निधि में एक किसान परिवार को सालाना 6,000 रुपये सीधे हस्तांतरित किया जाता है। तीन किस्तों में इस राशि का भुगतान किया जाता है और प्रत्येक किस्त की राशि 2,000 रुपये होती है। लेकिन मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की हठधर्मिता के कारण पश्चिम बंगाल के किसान अब तक लाभ पाने से वंचित रह गए हैं। यह राशि किसानों को कृषि कार्य में मदद के लिए दी जाती है, जिसका इस्तेमाल वे बीज व उर्वरक खरीदने व अन्य आवश्यकतों को पूरा करने में करते हैं।

पश्चिम बंगाल में बंद मोदी सरकार की ‘आयुष्मान भारत’ योजना
प्रधानमंत्री मोदी के विरोध में अंधी हो चुकी ममता बनर्जी ने मोदी सरकार की महात्वाकांक्षी आयुष्मान भारत योजना को पश्चिम बंगाल में बंद करने का ऐलान किया। इस योजना के तहत मोदी सरकार गरीब परिवारों के लोगों को पांच लाख रुपये का सालाना चिकित्सा बीमा उपलब्ध कराती है। योजना लॉन्च होने के बाद से देशभर में लाखों लोग इसका लाभ ले चुके हैं। लेकिन ममता बनर्जी को गरीबों के स्वास्थ्य की कोई चिंता नहीं है। पश्चिम बंगाल को अपनी जागीर समझने वाली सीएम ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार के इस महत्वपूर्ण योजना के लाभ से प्रदेश के लोगों को वंचित कर दिया है।

CAG ऑडिट से इनकार
ममता बनर्जी सरकार ने साल 2018 में राज्य की कानून-व्यवस्था संबंधित खर्च और अन्य चीजों का ऑडिट करने से कैग (CAG) को मना कर दिया था। हालांकि कैग ने इस पर कड़ा ऐतराज जताते हुए राज्य सचिवालय कहा था कि पश्चिम बंगाल सरकार संविधान के दायरे से बाहर नहीं हैं। कैग ने साफ किया कि पश्चिम बंगाल की ढाई हजार किलोमीटर अंतरराष्ट्रीय सीमा है। ऐसे में यहां कानून-व्यवस्था का पालन किस हिसाब से किया जा रहा है, इसकी जांच बेहद जरूरी है। जनसत्ता और दैनिक जागरण में छपी खबर के अनुसार पश्चिम बंगाल गृह विभाग की ओर से कहा गया कि राज्य की कानून-व्यवस्था में कैग को किसी हाल में नहीं घुसने दिया जाएगा। हालांकि कैग ने कहा कि देश के परमाणु कार्यक्रमों एवं सेना के जहाजों की खरीद-बिक्री संबंधी बड़े मामलों का भी ऑडिट करता है तो क्या पश्चिम बंगाल सरकार की कानून- व्यवस्था उससे भी ऊंची चीज है? 

आपको बता दें कि संविधान के तहत हर तरह की सरकारी संस्थाओं के खर्च का ऑडिट कैग कर सकता है। किसी भी तरह की ऐसी संस्था जिसे सरकारी तौर पर सहायता राशि दी जाती है, कैग के दायरे में आती है। कानून- व्यवस्था भले ही राज्य सरकार की जिम्मेदारी है, लेकिन यह पूरी तरह से राज्य सरकार की ही नहीं है। पुलिस के आधुनिकीकरण के लिए केंद्र सरकार धनराशि देती है। राज्य में आइपीएस अधिकारियों की तैनाती राष्ट्रपति के द्वारा होती है।

ब्लू बुक का फॉलो नहीं
ममता ने संविधान और सिस्टम को तब भी ठेंगा दिखाया जब 17 जुलाई, 2018 को मिदनापुर में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रैली की थी। राज्य सरकार ने ‘ब्लू बुक’ फॉलो नहीं किया। पीएम की सुरक्षा के लिए SPG को संसाधन नहीं दिए गए और रैली स्थल से पांच किलोमीटर तक स्थानीय पुलिस की तैनाती नहीं की गई। 

ममता ने बदले केंद्रीय योजनाओं के नाम
ममता सरकार ने ‘दीन दयाल उपाध्याय अंत्योदय योजना’ का नाम  ‘आनंदाधारा’, ‘स्वच्छ भारत अभियान’ का ‘मिशन निर्मल बांग्ला’, ‘दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना’ का ‘सबर घरे आलो’,‘राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन’ को ‘राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन’, ‘प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना’ को ‘बांग्लार ग्राम सड़क योजना’ और ‘प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना’ का नाम बदलकर ‘बांग्लार गृह प्रकल्प योजना’ कर दिया है।

स्वच्छ भारत सर्वेक्षण से परेशान ममता 
प्रधानमंत्री मोदी ने देश में स्वच्छता अभियान के प्रति और जागरुकता पैदा करने और उसमें लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए एक स्वच्छता सर्वेक्षण करवाने का निर्णय किया। केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय ने देश के 500 शहरों में ये सर्वेक्षण कराने का फैसला लिया, लेकिन ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल के 60 शहरों को इस सर्वेक्षण से बाहर कर लिया। 

‘स्मार्ट सिटी मिशन’ से पीछे हट गईं ममता
प्रधानमंत्री मोदी ने जून 2015 में 100 स्मार्ट शहरों के विकास की योजना का शुभारंभ किया। शुरुआत में पश्चिम बंगाल ने चार शहरों कोलकाता, विधान नगर, न्यू टाउन और हल्दिया को इस योजना के लिए नामांकित किया। लेकिन, बाद में न्यूटाउन जो 100 शहरों में से एक शहर चुना गया था उसे ममता बनर्जी ने स्मार्ट सिटी योजना से हटा लिया। 

RERA कानून भी नहीं बनने दिया
RERA कानून के तहत नियमों को नहीं बनाने वाले कुछ राज्यों में पश्चिम बंगाल भी शामिल है। मई 2016 में संसद ने घर खरीदने वालों के अधिकारों को सुरक्षित रखने के लिए इस कानून को पारित किया था। तब राज्यों को केन्द्र के कानून के आधार पर नियमों को अधिसूचित करने के लिए 27 नवंबर 2016 तक का समय दिया गया था।  

नदियों को जोड़ने की परियोजना के लिए तैयार नहीं
केंद्र की मोदी सरकार ‘सबका साथ, सबका विकास’ के ध्येय को पूरा करने के उद्देश्य से मानस-संकोष-तिस्ता-गंगा नदियों को जोड़ने की परियोजना शुरू करना चाहती है। इससे असम, पश्चिम बंगाल और बिहार में बाढ़ की समस्या पर नियंत्रण पाया जा सकेगा और पेयजल और सिंचाई के लिए पानी की व्यवस्था भी हो सकेगा। लेकिन ममता बनर्जी की पश्चिम बंगाल की सरकार इस योजना में शामिल होने के लिए तैयार नहीं है। 

वंदे मातरम पर प्रतिबंध 
बंकिंम चंद्र चटर्जी ने वन्दे मातरम गीत लिखा तो उन्हें कभी यह अंदेशा नहीं रहा होगा कि उनके ही प्रदेश में इसपर पाबंदी लग जाएगी। ममता बनर्जी के पश्चिम बंगाल के बहुतेरे इलाकों में आप वंदे मातरम गुनगुना भी नहीं सकते। ये ममता का सेक्युरिज्म का मॉडल है जहां आप अपना राष्ट्र गीत तक नहीं गा सकते हैं।

संयुक्त इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा (JEE)का विरोध
देश के सभी इंजीनियरिंग कालेजों में प्रवेश के लिए एकल संयुक्त परीक्षा के मोदी सरकार की पहल का ममता बनर्जी ने जमकर विरोध किया। पश्चिम बंगाल के शिक्षा मंत्री पार्था चटर्जी ने केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर को पत्र लिखकर कहा, कि राज्य की इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा को रद्द करके एकल संयुक्त परीक्षा राज्यों के अधिकार क्षेत्र पर केंद्र का अतिक्रमण है। 

शाही इमाम को क्यों दी मनमानी की छूट ?
कोलकाता की टीपू सुल्तान मस्जिद के शाही इमाम को कानून को ताक पर रखकर लाल बत्ती वाली गाड़ी में घूमने की इजाजत ममता बनर्जी ने दी थी। जब पत्रकारों ने इमाम से पूछा कि आप ऐसा क्यों कर रहे हैं, ये तो अब गैर-कानूनी है, तो उन्होंने जवाब दिया, ”ममता बनर्जी बोली आप जला के रखें, खूब जलाएं, आप घूमते रहें, हम हैं।” गौरतलब है कि मोदी सरकार ने एक मई, 2017 से लाल बत्ती की गाड़ियों पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है। सिर्फ इमरजेंसी वाहनों को आवश्यकतानुसार लाल-नीली बत्ती के इस्तेमाल का अधिकार दिया गया है।

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