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पीएम मोदी के 1348 उपहारों की ई-नीलामी, लोगों के लिए गंगा संरक्षण में योगदान का अवसर, नीलामी से मिली राशि “नमामि गंगे” को होगी समर्पित

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अक्सर देश और विदेश का दौरा करते रहते हैं। इस दौरान लोग उपहार देकर अपना प्यार और सम्मान व्यक्त करते हैं, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी किसी भी उपहार को अपने पास नहीं रखते। वह इन उपहारों को लोककल्याणकारी योजनाओं के लिए दान कर देते हैं। इसके लिए प्रधानमंत्री मोदी ने उपहारों को नीलाम करने की परंपरा की शुरुआत गुजरात में मुख्यमंत्री रहने के दौरान की थी, जो अब भी जारी है। ई-नीलामी का तीसरा संस्करण 17 सितंबर से 7 अक्टूबर, 2021 तक वेब पोर्टल https://pmmementos.gov.in. के माध्यम से आयोजित किया जा रहा है। प्रधानमंत्री मोदी को मिले 1348 उपहारों की एक प्रदर्शनी नई दिल्ली के राष्ट्रीय आधुनिक कला संग्रहालय में लगाई गई है।

30 सितंबर, 2021 को उपहारों की ई-नीलामी की समीक्षा करने संग्रहालय पहुंचे केंद्रीय जल शक्ति राज्य मंत्री प्रह्लाद पटेल ने कहा कि नरेन्द्र मोदी देश के पहले प्रधानमंत्री हैं, जिन्होंने देश की जीवन रेखा-गंगा नदी के संरक्षण के नेक काम के लिए सभी उपहारों को “नमामि गंगे” के माध्यम से नीलाम करने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि ई-नीलामी आम जनता को न केवल प्रधानमंत्री को उपहार में दी गई अमूल्य स्मृतियों को रखने का अवसर प्रदान करती है, बल्कि गंगा के संरक्षण के लिए योगदान देने का भी अवसर प्रदान करती है। उन्होंने इस इन्नोवेटिव और नेक पहल के लिए प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद दिया।

ई-नीलामी के लिए रखे गए वस्तुओं में टोक्यो 2020 पैरालंपिक खेलों और टोक्यो 2020 ओलंपिक खेलों के विजेताओं द्वारा प्रधानमंत्री को उपहार में दिए गए स्पोर्ट्स गियर और उपकरण शामिल हैं। अन्य कलाकृतियों में अयोध्या राम मंदिर की प्रतिकृति, चारधाम, रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर, मॉडल, मूर्तियां, पेंटिंग और अंगवस्त्र शामिल हैं। इनमें नीरज चोपड़ा द्वारा इस्तेमाल किए गए भालों का आधार मूल्य एक करोड़ रुपये है। सबसे कम कीमत वाली वस्तु एक छोटे आकार का सजावटी हाथी है जिसकी कीमत 200 रुपये है।

दान देने में पीएम मोदी ने पेश की मिसाल

  • सितंबर 2020 में पीएम केयर्स फंड के लिए 2.25 लाख रुपये का दान किया।
  • 2019 में कुंभ मेले में स्वच्छता कर्मचारियों के कल्याण के लिए 21 लाख रुपये दान किया।
  • 2019 में सोल पीस प्राइज़ के साथ मिली 1.3 करोड़ की राशि को ‘नमामि गंगे’ मिशन को दान किया।
  • जनवरी 2019 में स्मृति चिन्हों की नीलामी से मिले 3.40 करोड़ रुपये ‘नमामि गंगे’ मिशन को दान किया।
  • 2015 में सूरत में उपहारों की नीलामी से मिले 8.35 करोड़ रुपये ‘नमामि गंगे’ मिशन को दान किया।
  • 2014 में पीएम पद संभालने से पहले गुजरात सरकार के कर्मचारियों की बेटियों की पढ़ाई के लिए 21 लाख रुपये का दान किया।
  • गुजरात के मुख्यमंत्री कार्यकाल के दौरान मिले सभी उपहारों की नीलामी से मिले 89.96 करोड़ रुपये को कन्या केलावनी फंड में दे दिया।

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