देशभर में कोरोना टीकाकरण का अगला चरण आज, 1 मार्च से शुरू हो गया। इस चरण में उन लोगों को टीके लगाए जाएंगे जिनकी आयु 60 वर्ष से अधिक है। इसके साथ ही 45 साल से ज्यादा उम्र के उन लोगों को लगेंगे जो गंभीर बीमारियों से ग्रस्त हैं। टीकाकरण के लिए पंजीकरण की एक सरल प्रक्रिया बनाई गई है जिसमें खुद पंजीकरण कराने, ऑनसाइट रजिस्ट्रेशन या सुविधाजनक सह-पंजीकरण कराने का विकल्प दिया गया है। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय और राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण की वेबसाइट पर टीका लगाने वाले सभी प्राइवेट अस्पतालों की एक सूची अपलोड की गई है। लिस्ट देखने के लिए इस लिंक को क्लिक करें-
https://www.mohfw.gov.in/pdf/CGHSEmphospitals.xlsx
और
https://www.mohfw.gov.in/pdf/PMJAYPRIVATEHOSPITALSCONSOLIDATED.xlsx
देशभर में अभी तक कुल 1,43,01,266 लोगों को वैक्सीन की खुराक दी गई है। अभी तक कोरोना के 1.07 करोड़ से अधिक मरीज ठीक हो गए हैं। पिछले 24 घंटों के दौरान 11,288 मरीज ठीक हुए हैं और उन्हें अस्पतालों से छुट्टी दी गई है।
इसके साथ ही कई राज्यों में कोरोना के दैनिक नए मामलों में बढ़ोतरी का रुझान जारी है। महाराष्ट्र, केरल, पंजाब, कर्नाटक, तमिलनाडु और गुजरात में पिछले 24 घंटों के दौरान नए मामलों में बढ़ोतरी हुई है। पिछले 24 घंटों में कोरोना के 15,510 मामले दर्ज हुए हैं। महाराष्ट्र में सबसे अधिक 8,293 नए मामलों का पता चला है। जबकि केरल में 3,254 नए मामले सामने आए हैं। 87.25 प्रतिशत नए मामले इन 6 राज्यों से हैं।
देश में सक्रिय मामलों की कुल संख्या 1,68,627 है। देश में मौजूदा सक्रिय मामलों की संख्या कुल संक्रमित मामलों की केवल 1.52 प्रतिशत है। देश के कुल सक्रिय मामलों में पांच राज्यों की हिस्सेदारी 84 प्रतिशत है। कुल सक्रिय मामलों में अकेले महाराष्ट्र का योगदान 46.39 प्रतिशत है। ऐसे मामलों में केरल का योगदान 29.49 प्रतिशत है। केरल और महाराष्ट्र ऐसे दो राज्य हैं जहां 10,000 से अधिक सक्रिय मामले दर्ज हैं।
केन्द्र सरकार अधिक संख्या में एक्टिव केस वाले राज्यों के साथ लगातार संपर्क में है। राज्यों को कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए लगातार कड़ी निगरानी करने की सलाह दी गई है। प्रभावी परीक्षण, व्यापक ट्रैकिंग, संक्रमित मामलों में तेजी से आइसोलेशन करने और ऐसे मरीजों के नजदीकी संपर्कों को जल्द–से-जल्द क्वारंटीन करने की जरूरत पर जोर दिया गया है।
पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना से 106 मरीजों की मौत हुई है। मौत के 86.79 प्रतिशत नए मामले पांच राज्यों से संबंधित हैं। महाराष्ट्र में सबसे अधिक 62 मौत के नए मामले दर्ज हुए जबकि केरल में 15 मरीजों की मौत हुई।