एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी और उनके भाई अकबरूद्दीन ओवैसी को जब भी मौका मिलता है समाज के बीच खुलेआम जहर उगलते हैं। वे यह नहीं सोचते कि उनकी जहरीली बयानबाजी समाज के लिए कितनी घातक है और इसका कितना बुरा असर पड़ेगा। दिल्ली हिंसा की आग अभी ठंडी भी नहीं हुई है कि ओवैसी के भाई और उनके विधायक ने भड़काऊ बयान देकर फिर समाज में जहर घोलने का काम किया है।
अकबरूद्दीन ओवैसी का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वह एक सभा को संबोधित करते हुए नजर आ रहे हैं। वीडियो में अकबरूद्दीन को कहते सुना जा सकता है, “हम पैड, गलब्स सब पहनकर तैयार है, जब कैप्टन बोलेगा उतर जाओ, तो उतर जाऊंगा। कैप्टन ने ओपनर की हैसियत से इनिग्स का आगाज किया है। अब नाइट वॉचमैन इनिग्स को क्लोज करेगा। जब वक्त आएगा, हम आएंगे। हम सारे हौसले और जुनून के साथ आएंगे।”
#AkbaruddinOwaisi Pad, Gloves sab pehan ke #Tayyar hai, Jab #Captain bolega utarjao #Utarjayega………
Jab #Waqt ayega #Ayenge, #Hum apne saarey #Azm #Housley aur #Junoon ke saath aagey #badhenge…….. @akbarowaisii @irfankhan1802 pic.twitter.com/zXIDtl8NWJ— Hussain Khan (@aimimhusssain) March 1, 2020
इससे पहले अकबरुद्दीन ओवैसी ने 2013 में एक बयान दिया था कि अगर 15 मिनट के लिए पुलिस हटा ली जाए तो हिंदू-मुस्लिम का रेशियो बराबर करने में देर नहीं लगेगी। जुलाई 2019 में यह बयान उन्होंने दोहराया। अकबरुद्दीन ओवैसी ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि वो लोग उनके खून के प्यासे हैं, इसलिए सारे मुसलमान को उनके खिलाफ एक हो जाना चाहिए। साथ ही उसने वहाँ उपस्थित लोगों से कहा कि उन्हें भाजपा, आरएसएस और बजरंग दल वालों से डरने की जरुरत नहीं है।
अकबरुद्दीन ने मॉब लिंचिंग पर मुसलमानों को शेर बनने की सलाह देते हुए एक बार फिर अपनी 15 मिनट वाले बयान को दोहराया। उसने कहा कि दुनिया उसी को डराती है जो डरता है और दुनिया उसी से डरती है जो डराना जानता है। अकबरुद्दीन ओवैसी ने कहा कि उनके 15 मिनट वाले बयान को लेकर लोग अभी तक दहशत में हैं। इसीलिए मॉब लिंचिंग करने वाले और आरएसएस वाले उनसे डरते हैं। उसने कहा कि मुसलमानों को शेर बनना होगा, ताकि कोई ‘चायवाला’ उनके सामने खड़ा न हो सके।
उधर एआईएमआईएम के विधायक मुफ्ती मोहम्मद इस्माईल ने भी आपत्तिजनक बयान दिया है। मुफ्ती मोहम्मद इस्माईल ने मालेगांव में कहा कि शहर में गोलीबारी की घटना हुई, कोई एफआईआर क्यों नहीं दर्ज की गई?… अगर यह हमारे पास आते हैं तो विभाग (पुलिस विभाग) को ध्यान देना चाहिए कि यदि हम शांति बनाए रखना जानते हैं, तो हम यह भी जानते हैं कि शांति कैसे चली जाएगी। हमने चूड़ियां नहीं पहन रखी हैं।
#WATCH Mufti Mohd Ismail,AIMIM MLA in Malegaon: …An incident of firing took place in city,why was no FIR registered?…If it comes to us then dept(Police dept)should note that if we know to maintain peace,we also know how peace would go away. We aren’t wearing bangles.” (29.02) pic.twitter.com/TDlu0SgHxe
— ANI (@ANI) March 2, 2020
अपने बयान पर सफाई देते हुए मुफ्ती मोहम्मद इस्माईल ने कहा कि मैंने इसे अपने शहर के संदर्भ में कहा था। यह महाराष्ट्र या भारत से जुड़ा बयान नहीं है। फायरिंग जो हमारे लोगों (एआईएमआईएम के रिजवान खान के घर पर) के करीब हो रही थी, इस संदर्भ में मैंने कहा कि हम शांति बनाए रखने में विभाग की मदद करते हैं, अगर हम इसे रोकते हैं तो शांति बाधित होगी।
MM Ismail:I said it in context of my city. It’s not connected with Maharashtra or India. Firing which our ppl are being subjected to(at AIMIM’s Rizwan Khan’s house), in this context I said we help the dept in maintaining peace,if we stop that then peace would be disrupted.(01.03) https://t.co/SdyvfkKTb1
— ANI (@ANI) March 2, 2020
बता दें कि इससे पहले एआईएमआईएम नेता वारिस पठान ने कर्नाटक के कलबुर्गी में 16 फरवरी को नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध में आयोजित एक रैली में कहा था कि हमें साथ मिलकर आगे बढ़ना होगा। हमें आजादी चाहिए, इस तरह की चीजें हमें केवल मांगने से नहीं मिलती हैं, हमें इसे छीनना पड़ता है। याद रखना हम 15 करोड़ हैं लेकिन 100 करोड़ पर भारी हैं। पठान का यह बयान सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ था।
#WATCH AIMIM leader Waris Pathan: …They tell us that we’ve kept our women in the front – only the lionesses have come out&you’re already sweating. You can understand what would happen if all of us come together. 15 cr hain magar 100 ke upar bhaari hain, ye yaad rakh lena.(15.2) pic.twitter.com/KO8kqHm6Kg
— ANI (@ANI) February 20, 2020
इसके पहले, एमआईएमआईएम नेता वाारिस पठान के एक विवादित बयान पर जमकर सियासत गरमा गई थी। वारिस पठान के इस बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसमें वारिस पठान ने कहा था, ‘ईंट का जवाब पत्थर से देना सीख लिया है हमने, मगर इकट्ठा होकर चलना पड़ेगा, आजादी लेनी पड़ेगी, और जो चीज मांगने से नहीं मिलती उसको छीनकर लेना पड़ेगा। अब वक्त आ गया है, हमको बोला मां बहनों को आगे भेज दिया, अरे भाई अभी तो सिर्फ शेरनियां बाहर निकली हैं और तुम्हारे पसीने छूट गए हैं, अगर हम लोग साथ में आ गए तो क्या होगा।’