लव जिहाद, जबरन धर्म परिवर्तन, आईएस के लिए आतंकी भेजने, अरब देशों से फंड जुटाने के मामलों को लेकर अब पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) पर प्रतिबंध लग चुका है और उसके देश विरोधी कारनामे पर लगाम लगाने की पूरी तैयारी कर ली गई है। कभी SIMI (स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट आफ इंडिया) के नाम से तो कभी PFI के नाम से मुस्लिम कट्टरपंथी अपने नापाक इरादे और गजवा-ए-हिंद के नाम पर देश में जिहाद कर दहशत पैदा करते रहे हैं। SIMI को बैन किया गया तो PFI खड़ा हो गया। अब PFI को भी बैन कर दिया गया है तो कुछ दिन बाद कोई दूसरा संगठन दिखाई देगा। ये संगठन जिहाद की आड़ में लव जिहाद, धर्मांतरण का खुला खेल देशभर में खेल रहे हैं। इसकी खबरें यदाकदा आती ही रहती हैं। लेकिन केरल में लव जिहाद और धर्मांतरण के जरिये 32 हजार हिंदू लड़कियां पिछले कुछ सालों में गायब हो गई हैं। यह अपने आप में दिल दहलाने वाला है। पहले लड़कियों को लव जिहाद में फंसाया गया फिर धर्मांतरण किया गया और उसके बाद उन्हें आतंकवादी संगठन ISIS को सुपुर्द कर दिया गया। यह काफी गंभीर मसला है। देश की बेटियों को लव जिहाद से सावधान रहने की जरूरत है। केरल में लव जिहाद पर फिल्म ‘द केरल स्टोरी’ बनी है जो कि पांच मई को रिलीज होगी।
30 से 40,000 grls सिर्फ केरल में 👇 pic.twitter.com/VkTeVScVi8
— ExSecular (@XSeculr) April 27, 2023
केरल में 10 साल में 32 हजार लड़कियों को इस्लाम में धकेला गया
वर्ष 2021 में सिट्टी मीडिया के साथ एक साक्षात्कार में ‘द केरल स्टोरी’ फिल्म के निर्देशक सुदीप्तो सेन ने कहा था कि केरल से 32,000 लड़कियों के गायब होने के ये आंकड़े उनके नहीं हैं। वह राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री ओमन चांडी के साथ अपनी बातचीत के आधार पर केरल में हिंदू और ईसाई लड़कियों के 32,000 जबरन धर्मांतरण की संख्या तक पहुंचे। सेन के अनुसार, ओमन चांडी ने कहा था कि “हर साल लगभग 2,800 से 3,200 लड़कियां इस्लाम अपना रही हैं। इस तरह 10 साल में ये संख्या 32,000 तक पहुंच गई।
लव जिहाद में फंसकर केरल से 32 हजार हिंदू लड़कियां गायब
हाल की एक जांच के अनुसार, 2009 से केरल और मैंगलोर की लगभग 32,000 हिंदू और ईसाई समुदायों की लड़कियों को लव जिहाद में फंसाया गया और फिर इस्लाम में परिवर्तित किया गया। पहले इन्हें लव जिहाद के ट्रैप में फंसाया गया, उसके बाद धर्मांतरण कर मुसलमान बना दिया गया। ये लड़कियां नर्स बनकर अपना जीवन सुखमय बिताना चाहती थीं लेकिन अब वह आतंकवादी बन गई हैं। लव जिहादियों ने उन्हें अपने जाल में फंसाने और मुसलमान बनाने के बाद सीरिया, अफगानिस्तान के आतंकवादी संगठनों आईएसआईएस और हक्कानी जैसे आतंकवादी संगठनों के हवाले कर दिया।
"भाई देख कर रोंगटे खड़े हो जाएंगे"
आज के दिन में ऐसी फिल्म बनाना सच में हिम्मत का काम है !!
विपुल शाह की बहादुरी को सलाम !!
कैसे हिंदू बेटियों को एक धर्म विशेष यूज करता है *द केरल स्टोरी* में दिखाया गया है !!
फिल्म का ट्रेलेयर ऐसा है तो फिल्म कैसी होगी सोचिए,5 मई को दुनिया… pic.twitter.com/xXYPmZVchu
— Saurabh Singh Bhadouria ( सौरभ सिंह ) (@Bhadourialive) April 26, 2023
हिंदू लड़कियों को आतंकवाद की आग में झोंकने की मार्मिक कहानी
बॉलीवुड के निर्माता-निर्देशक विपुल अमृतलाल शाह की फिल्म ‘द केरल स्टोरी’ का ट्रेलर 26 अप्रैल, 2023 को रिलीज किया गया। सच्ची घटनाओं पर आधारित इस फिल्म का ट्रेलर 2 मिनट 45 सेकंड का है। इसमें केरल की महिलाओं की तस्करी और धर्मांतरण कराकर उन्हें आतंकवाद की आग में झोंकने की कहानी को मार्मिक तरीके से पेश किया गया है। यह फिल्म 5 मई 2023 को सिनेमाघरों में रिलीज होगी।
केरल से गायब हुईं लड़कियां कभी नहीं लौटीं घर
फिल्म के सिंपल लेकिन लोगों को हिला कर रख देने वाले इस टीज़र ने एक महिला की कहानी दिखाई है जो नर्स बनने का सपना देखती थी, लेकिन उसे उसके घर से अपहरण कर लिया गया था और अब अदा शर्मा द्वारा निभाई गई आईएसआईएस आतंकवादी के रूप में अफगानिस्तान में जेल में बंद है। यही कहानी 32 हजार गायब हुई हिंदू लड़कियों की हैं जो लव जिहाद में फंसकर आखिरकार आतंकवादी संगठनों के चंगुल में पहुंच चुकी हैं।
लड़कियों को इस्लाम अपनाने के लिए किया जाता है ब्रेनवॉश
द केरला स्टोरी की ट्रेलर शालिनी उन्नीकृष्णन नाम की एक हिंदू महिला की कहानी से शुरू होती है। शालिनी अपने चार अन्य दोस्तों के साथ रह रही है। ट्रेलर में दिखाया गया है कि कैसे अदा की एक दोस्त आईएसआईएस में भर्ती करती है और कैसे वह दूसरी लड़कियों को इस्लाम अपनाने के लिए ब्रेनवॉश करती है। ट्रेलर में और भी बहुत कुछ है जो लोगों का मन विचलित कर रहा है।
4 साल के व्यापक और गहन रीसर्च के बाद बनी फिल्म
ज्यादातर लोग इस तरह के सबजेक्ट से कतराते हैं लेकिन निर्माता विपुल अमृतलाल शाह इस भयानक कहानी को 4 साल के व्यापक और गहन रीसर्च के साथ बड़े पर्दे पर लाने के लिए दृढ़ थे। निर्देशक सुदीप्तो सेन ने स्टेट और यहां तक कि अरब देशों की यात्रा की, स्थानीय लोगों और पीड़ितों के परिवारों से मुलाकात की और निष्कर्षों से हैरान रह गए। अपने पहले के बयान में विपुल ने साझा किया था, “मैं पहली नरेशन मीटिंग में ही रो रहा था।”
He is not from BJP.#TheKeralaStory pic.twitter.com/4b5lmVODa9
— Kreately.in (@KreatelyMedia) April 26, 2023
अच्युतानंदन ने कहा- पॉपुलर फ्रंट केरल को इस्लामी राज्य बनाना चाहता
केरल राज्य की हजारों बेटियां दिन ढले गायब होती रही हैं और ये सिलसिला पिछले 12 साल से चला आ रहा है। फिल्म के टीजर की शुरुआत 2006 से लेकर 2011 तक केरल के मुख्यमंत्री रहे वी एस अचुतानंदन के एक कथित बयान से होती है जिसमें वह कहते दिख रहे हैं, ‘पॉपुलर फ्रंट केरल को एक इस्लामी राज्य बनाने के लिए प्रयत्नशील है। प्रतिबंधित संगठन एनडीएफ की तरह इनका ध्येय भी अगले 20 साल में केरल को मुस्लिम राज्य में परिवर्तित कर देना है।’ अमृता टीवी के सौजन्य से हासिल इस वीडियो क्लिप की तारीख 24 जुलाई 2010 की बताई गई है।
इस्लामिक युद्ध क्षेत्रों में हजारों लड़कियों की तस्करी हुई
फिल्म के टीजर में कहा गया है कि बीते 10 साल में आईएसआईएस और दूसरे इस्लामिक युद्ध क्षेत्रों में हजारों लड़कियों की तस्करी हुई है। इसी के बाद पहली बार परदे पर फिल्म का नाम ‘द केरला स्टोरी’ लिखकर आता है। फिल्म लिखने के लिए प्रयुक्त किए गए अक्षरों का आकार और प्रकार वैसा ही है जैसा फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ का है। दावा किया गया है कि ये फिल्म उन 32 हजार लड़कियों की कहानी पर आधारित है जिनका बीते 10 साल से कोई पता नहीं चला है और ये संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है।
तालिबान के शासन में चार भारतीय महिलाएं अफगान जेल में बंद मिलीं
कुछ बातें ऐसी भी हैं जो फिल्म की कहानी को सही ठहराती हैं। जैसे कि जब तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्जा किया तो खबर आई थी कि चार भारतीय महिलाएं अफगान जेल में बंद हैं। बाद में यह बताया गया कि वे आईएसआईएस में शामिल होने के लिए अफगानिस्तान गई थीं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार अफगानिस्तान की जेल में बंद चार भारतीय महिलाएं खुरासान प्रांत (ISKP) में इस्लामिक स्टेट में शामिल होने के लिए अपने पतियों के साथ गई थीं। बाद में उनके माता-पिता ने भारत सरकार से उनकी स्वतंत्रता और उन्हें भारत वापस लाने का अनुरोध किया था लेकिन उन्हें अनुमति नहीं दी गई और उन्हें एक अफगान जेल में डाल दिया गया।
फिल्म में उठाया गया मुद्दा सच के बेहद करीब
इस फिल्म को लेकर तरह तरह की रिपोर्ट्स मौजूद हैं। आप भले ही लड़कियों के इतनी बड़ी संख्या में गायब होने की बात को तत्काल हजम ना कर पाएं लेकिन इस बात से इनकार भी नहीं कर पाएंगे कि इस फिल्म में जो मुद्दा उठाया गया है वो सच के काफी करीब है। 5 मई को सिनेमाघरों में रिलीज होने जा रही ‘द केरला स्टोरी’ केरल में हिंदू और ईसाई लड़कियों की कहानी है, जिन्हें पहले लव जिहाद में फंसाया गया और बाद में ISIS आतंकवादी बनने के लिए इराक, सीरिया और अफगानिस्तान भेजा गया।
फिल्म ‘द केरला स्टोरी’ के प्रमुख बिंदूः
- इस फिल्म में भारत के केरल राज्य में 32 हजार लड़कियों के गायब होने की कहानी है जो एक बार जाने के बाद अपने घर वापस नहीं लौट सकी। यह आंकड़ा बीते 12 सालों का बताया जा रहा है।
- फिल्म के टीजर में केरल के पूर्व मुख्यमंत्री वीएस अचुतानंदन कहते हैं कि केरल को एक मुस्लिम राज्य बनाने की साजिश की जा रही है और आने वाले 20 सालों में केरल मुस्लिम राज्य होगा।
- केरल से जितनी भी लड़कियां गायब हुई वो आईएसआईएस को या युद्धग्रस्त इस्लामिक क्षेत्रों में तस्करी कर दी गई।
- केरल में हिंदू और ईसाई समुदाय की लड़कियों को ही सोच समझकर निशाना बनाया जा रहा है।
- जो भी लड़कियां गायब हुई है उनका जबरन धर्म परिवर्तन और आईएसआईएस के लड़ाकों से शादी का भी दावा किया जा रहा है और उनकी जबरन शादी करवाई जा रही है।
- ये सब पता होने के बाद भी राज्य सरकार कोई सही प्रतिक्रिया में नजर नहीं आ रही है ना तो लड़कियों की तस्करी करने वालों के खिलाफ और ना ही लव जिहाद के खिलाफ।
- यह सब केरल को एक इस्लामिक राज्य बनाने के लिए किया जा रहा है और वहां हिंदुओ पर जुल्म की कई घटनाएं सामने आती रहती है। इन सबमें एक इस्लामिक कट्टरपंथी समूह पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया का नाम सामने आया है।