”गरीब कल्याण इस सरकार की पहचान के साथ जुड़ी हुई है। गरीब का सपना मेरी सरकार का सपना है। गरीब की मुश्किलें कम करना मेरी सरकार का दायित्व है।” इन शब्दों के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के गरीबों को बड़ी सौगात देने की घोषणा की। देश में सभी घरों तक बिजली पहुंचाने के लिये प्रधानमंत्री सहज बिजली हर घर योजाना यानि ‘सौभाग्य’ की शुरुआत की। इसके तहत मार्च 2019 तक सभी घरों को बिजली उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा गया है।
देश के किसी घर में अंधेरा नहीं रहेगा
ओएनजीसी के नये कारपोरेट कार्यालय भवन दीन दयाल ऊर्जा भवन को राष्ट्र को समर्पित करने के एक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने कहा कि यह योजना सातों दिन चौबीसों घंटे हर घर में बिजली पहुंचाने की है। इस योजना का फायदा उन लोगों को मिलेगा जो पैसों की कमी के चलते अभी तक बिजली कनेक्शन हासिल नहीं कर पाए हैं। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत हर घर को रोशनी में समेट कर प्रगति के पथ पर ले जाना है।
गरीबों के घर जाकर बिजली कनेक्शन देगी सरकार
प्रधानमंत्री ने कहा कि स्वतंत्रता के इतने दिनों के बाद भी अब भी 4 करोड़ लोगों के घर तक बिजली नहीं पहुंची है, उन घरों में मोमबत्ती जलती हैं। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष आज के ही दिन हमने गरीब कल्याण वर्ष शुरू किया था और आज सौभाग्य योजना की शुरुआत हो रही है। जिस गरीब को बिजली के लिए सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगाने पड़ते थे उन्हें अब मेरी सरकार उनके घर जाकर बिना कोई शुल्क की बिजली देगी। मेरी सरकार ने गरीब को सौभाग्य देने का संकल्प किया है। प्रधानमंत्री ने कहा, अभी देश में 25 करोड़ घर हैं जिनमें से 4 करोड़ घरों में बिजली का कनेक्शन नहीं है। इन 4 करोड़ अंधेरे घरों में बिजली पहुंचाने का हमारा लक्ष्य है और देश के हर घर को बिजली कनेक्शन से जोड़ने का आज हम संकल्प लेते हैं।
सौभाग्य पर 16 हजार करोड़ रुपये होंगे खर्च
प्रधानमंत्री ने कहा कि इस योजना पर 16 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का खर्च आएगा। यह उन चार करोड़ परिवारों के घर में नयी रोशनी लाने के लिए है जिनके घरों में आजादी के 70 साल के बाद भी अंधेरा है। उन्होंने कहा कि इस सरकार ने संकल्प किया है कि गरीबों को सौभाग्य देकर ही रहेंगे । इस सरकार ने गरीब को ये सौभाग्य देकर ही रहेंगे। संकल्प करें और सिद्ध करें। प्रधानमंत्री ने कहा कि न्यू इंडिया के हर घर में बिजली कनेक्शन भी होगा। यह देश में ऊर्जा क्रांति का जीता जागता सबूत है।
संकल्प ही नहीं, सिद्धि तक पहुंचती है ये सरकार
प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार की योजनाओं की परख उसी से होती है जिससे गरीब को कितना लाभ होता है यह पता लगे। सरकार ने 18 हजार गांवों तक बिजली पहुंचाने की ठानी थी, जहां आजादी के इतने वर्षों तक बिजली नहीं पहुंची थी। 18 हजार गांवों में से तीन हजार से भी कम ऐसी गांव बचे हैं जहां बिजली पहुंचेगी। पहुंचा देंगे और पहुंच जाएगी। उन्होंने कहा कि ये योजना पिछले तीन वर्षों में किए गए केंद्र सरकार के किए गए प्रयासों का भी प्रतीक है। ये सरकार सिर्फ संकल्प नहीं करती उसकी सिद्धि भी करती है।
गरीब का सपना मेरी सरकार का सपना
प्रधानमंत्री ने गरीबों के लिए कल्याण के लिए किए गए केंद्र सरकार के कामों के बारे में कहा कि किसी ने सोचा था कि कोई ऐसी सरकार आएगी, जो 30 करोड़ गरीबों का बैंक में खाता खुलवाएगी। महिलाओं को रसोई में धुएं से मुक्ति दिलवाएगी। हवाई चप्पल पहनने वालों को हवाई जहाज में सफर कराएगी। स्टेंट की कीमतें कम कर देगी, घुटने के इम्प्लांट को गरीब की पहुंच में ले आएगी। 1 रुपये महीने और 90 पैसे प्रतिदिन के प्रीमियम पर गरीबों को बीमा उपलब्ध कराएगी और जो बिना बैंक गारंटी के कर्ज देगी। 9 करोड़ खाता धारकों को बिना किसी गारंटी के 3.5 लाख करोड़ रुपये का लोन दिया गया। गरीब का सपना मेरी सरकार का सपना है। गरीब की मुश्किलें कम करना मेरी सरकार का दायित्व है।
गरीब कल्याण मेरी सरकार की पहचान
प्रधानमंत्री मोदी ने योजना की शुरुआत करते हुए कहा, पिछले वर्ष आज ही के दिन सरकार ने पंडित दीन दयाल उपाध्याय जी के जन्मशती वर्ष के मौके पर गरीब कल्याण वर्ष का आरंभ किया था, जिसका आज समापन जरुर हो रहा है लेकिन गरीब का कल्याण इस सरकार की पहचान के साथ हमेशा जुड़ा रहेगा। उन्होंने कहा कि जनधन योजना से स्वच्छ भारत अभियान तक, उज्जवला से मुद्रा तक, स्टार्ट अप इंडिया से स्टैंड अप इंडिया तक, उजाला से उड़ान तक आपको सिर्फ गरीबों का कल्याण ही दिखेगा।