Home नरेंद्र मोदी विशेष यह है पीएम मोदी का विजन और शक्ति, एक ही दिन में...

यह है पीएम मोदी का विजन और शक्ति, एक ही दिन में दिया साबरमती से शांति और पोकरण से भारत के बढ़ते सामर्थ्य का दिया संदेश

SHARE

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को दुनिया को भारत की तरफ से दो अहम संदेश दिए। सुबह गुजरात के साबरमती के आश्रम में पहुंचकर उन्होंने शांतिदूत के रूप में भारत का संदेश दिया, वहीं शाम को राजस्थान के पोखरण में शक्तिदूत भारत की भी पहचान बताई। इनके जरिए पीएम ने दुनियाभर को अहसास कराया कि भारत जितना शांति का उपासक है, उतना ही शक्तिशाली भी है। पीएम मोदी ने कहा कि बापू का साबरमती आश्रम, देश की ही नहीं, बल्कि मानव जाति की ऐतिहासिक धरोहर है। हमें इस विरासत को पूरे सम्मान के साथ संजोना है। जैसलमेर की पोकरण फील्ड फायरिंग रेंज में तीनों सेनाओं के एकीकृत युद्धाभ्यास और स्वदेशी रक्षा क्षमताओं का प्रदर्शन देखने के बाद उपस्थित लोगों से उन्होंने कहा कि विकसित भारत की कल्पना, आत्मनिर्भर भारत के बिना संभव ही नहीं है। भारत को विकसित होना है, तो हमें दूसरों पर अपनी निर्भरता को कम करना ही होगा और इसलिए आज भारत, खाने के तेल से लेकर आधुनिक लड़ाकू विमान तक, हर क्षेत्र में आत्मनिर्भरता पर बल दे रहा है।साबरमती आश्रम देश की ही नहीं, मानवजाति की ऐतिहासिक धरोहर है
पीएम मोदी साबरमती में महात्मा गांधी के आश्रम पहुंचे। जहां उन्होंने आश्रम में एक पौधा लगाया। इसके बाद उन्होंने वहां की जनता को भी संबोधित किया। साबरमती आश्रम का महत्व बताते हुए पीएम मोदी ने कहा, “जो देश अपनी विरासत नहीं संजो पाता, वो देश अपना भविष्य भी खो देता है। बापू का ये साबरमती आश्रम, देश की ही नहीं, बल्कि मानवजाति की ऐतिहासिक धरोहर है। आजादी के बाद जो सरकारें रहीं, उनमें देश की ऐसी विरासत को बचाने की न सोच थी और न ही राजनीतिक इच्छाशक्ति थी। एक तो विदेशी दृष्टि से भारत को देखने की आदत थी और दूसरी तुष्टिकरण की मजबूरी थी। अतिक्रमण, अस्वच्छता, अव्यवस्था आदि ने हमारी विरासतों को घेर लिया था।” पीएम मोदी ने कहा, “पूज्य बापू के ये साबरमती आश्रम हमेशा से ही एक अप्रतिम ऊर्जा का जीवंत केंद्र रहा है। हर किसी को जब-जब यहां आने का अवसर मिलता है, तो बापू की प्रेरणा हम अपने भीतर स्पष्ट रूप से अनुभव कर सकते हैं।”ऐतिहासिक अवसर पर साबरमती से शुरू हुआ अमृत महोत्सव
पीएम मोदी ने कहा, “आजाद भारत में भी ये तारीख ऐसे ही ऐतिहासिक अवसर के नए युग का सूत्रपात करने की गवाह बन चुकी है। 12 मार्च, 2022 को इसी साबरमती आश्रम से देश ने आजादी के अमृत महोत्सव का शुभारंभ किया था। दांडी यात्रा ने आजाद भारत की पुण्यभूमि तय करने में एक अहम भूमिका निभाई थी और अमृत महोत्सव के शुभारंभ ने अमृतकाल में भारत के प्रवेश का श्रीगणेश किया। अमृत महोत्सव ने देश में जन-भागीदारी का वैसा ही वातावरण बनाया, जैसा आजादी से पहले दिखा था।” उन्होंने कहा, “आज 12 मार्च की ऐतिहासिक तारीख भी है। आज के ही दिन बापू ने स्वतंत्रता आंदोलन की धारा को बदला और दांडी यात्रा स्वतंत्रता के आंदोलन के इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में अंकित हो गई। पूज्य बापू का ये साबरमती आश्रम सदैव शांति और अतुल्य ऊर्जा का जीवंत केंद्र रहा है। जब भी हम यहां आते हैं तो हम बापू की प्रेरणा को अपने भीतर महसूस कर सकते हैं।”पोकरण फिर आत्ननिर्भर, आत्म विश्वास व आत्म गौरव का त्रिवेणी स्थल बना
जैसलमेर में देर शाम को पोकरण फील्ड फायरिंग रेंज में प्रधानमंत्री की मौजूदगी में स्वदेशी हथियारों के पराक्रम का प्रदर्शन किया गया। पीएम मोदी ने कहा कि आज हमारा पोकरण एक बार फिर आत्ननिर्भर, आत्म विश्वास व आत्म गौरव का त्रिवेणी स्थल बना है। भारत शक्ति का उत्सव राजस्थान में हो रहा रहा है, लेकिन इसकी गूंज भारत ही नहीं बल्कि दुनिया में सुनाई दे रही है। जल-थल और नभ के क्षेत्र में कार्यरत देश की तीनों सेनाओं का एकीकृत युद्धाभ्यास भारत शक्ति का आयोजन पोकरण फील्ड फायरिंग रेंज में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में हुआ। पीएम मोदी ने कहा कि तीनों सेनाओं का अद्भुत गौरव हम सभी ने देखा है। आसमान में गर्जना, जमीन पर पाबंदी और चारों दिखाओं में नए भारत का आह्वान…। गौरतलब है कि पीएम मोदी की यात्रा को देखते हुए सैन्य बलों के साथ राज्य सरकार, जिला प्रशासन-पुलिस और सभी एजेंसियों की तरफ से पिछले दिनों से जोरदार ढंग से तैयारियों को अंजाम दिया गया।

तीनों सेनाओं का प्रदर्शन देख प्रधानमंत्री ने कहा- यही तो भारत शक्ति है
प्रधानमंत्री मोदी की उपस्थिति में आत्मनिर्भरता की दिशा में अग्रसर तीनों सेनाओं के लिए स्वदेशी रूप में विकसित हथियारों और उपकरणों की प्रस्तुति फायरिंग रेंज में दी गई। मोदी ने कहा कि हमारी तोपों, टैंकों, लड़ाकू जहाजों, हेलीकॉप्टर, मिसाइल सिस्टम, ये जो गर्जना आप देख रहे हैं- यही तो भारत शक्ति है। हथियार और गोला बारूद, संचार उपकरण, सायबर और स्पेस तक, हम मेड इन इंडिया की उड़ान अनुभव कर रहे हैं। हमारे पायलट आज भारत में बने तेजस लड़ाकू विमान, एडवांस्ड लाइट हेलीकाप्टर, लाइट कॉम्बैट हेलीकाप्टर उड़ा रहे हैं। हमारे सेलर्स पूरी तरह से भारत में बनी पनडुब्बियां, डेस्ट्रोयर्स और एयरक्राफ्ट करियर में लहरों के पार जा रहे हैं, हमारी थल सेना के जवान, भारत में बने आधुनिक अर्जुन टैंक्स और तोपों से देश की सीमाओं की सुरक्षा कर रहे हैं- यही तो भारत की शक्ति है।

Leave a Reply