प्रगतिशीलता और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर फिल्मों में हिन्दू प्रतीकों का अपमान कोई नई बात नहीं है। वेब सीरीज तांडव में भी भगवान शिव और राम का अपमान किया गया है। इसी वजह से देश भर में तांडव का विरोध हो रही है। देश भर में इस वेब सीरीज के विरोध के बीच करणी सेना ने इसके खिलाफ अदालती लड़ाई लड़ने की बात कही है। करणी सेना पूर्व में तमाम ऐसी फिल्मों के विरोध के कारण चर्चा में रह चुकी है, जो कि ऐतिहासिक घटनाओं या राजवंशों पर आधारित रही हैं। ऐसे में शिव के नाम पर बनी कथित हिन्दूवादी पार्टी शिवसेना की चुप्पी पर लोग सवाल उठा रहे हैं। तांडव को लेकर शिवसेना के रवैये की सोशल मीडिया में खासी आलोचना हो रही है। यूजर्स शिवसेना के इस रवैये का जमकर मजाक उड़ा रहे हैं।
“ताँडव” में “शिव” के अपमान पर “शिव”सेना की जुबान क्यों बन्द है.?
धर्म की न सही, कम से कम अपने नाम की तो लाज रखो.
— Dwarkanath Kulkarni #BJP Forever #Nation_With_BJP (@DwarkanathKulk9) January 19, 2021
वेब सीरीज ‘तांडव’ का विरोध करने उतरी करणी सेना की प्रदेश संगठन महामंत्री श्वेताराज सिंह ने कहा कि वेब सीरीज में जिस तरह से हिन्दू धर्म सनातन संस्कृति से खिलवाड़ किया जा रहा, उसे किसी भी तरह से बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने मांग किया है कि यदि हिन्दू धर्म सनातन संस्कृति से खिलवाड़ करने वाली वेब सीरीज पर बैन नहीं लगाया गया, तो करणी सेना कोर्ट में पीआईएल दाखिल करेगी। श्वेता राज सिंह ने मांग की है कि वेब सीरीज के लिए भी सेंसर बोर्ड बनना चाहिए।