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योगी और मोदी सरकार में विकास के एक्सप्रेस-वे पर तेजी से आगे बढ़ रहा पूर्वांचल, खत्म हुआ भेदभाव और माफिया राज

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उत्तर प्रदेश की सियासत में माना जाता है कि लखनऊ के सिंहासन का रास्ता पूर्वांचल से होकर गुजरता है और जो पूर्वांचल के 28 जिलों के 156 विधानसभा सीटों पर जीत हासिल करता है, वहीं यूपी का किंग बनता है। यहीं वजह है कि यूपी के सियासी संग्राम में सभी पार्टियों ने पूर्वांचल में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का निर्वाचन क्षेत्र भी इस इलाके में है। दोनों ने पूर्वांचल के विकास के लिए अप्रत्याशित का काम किया है। आज पिछड़ेपन को पीछे छोड़ पूर्वांचल विकास के पथ पर तेजी से आगे बढ़ रहा है। शिक्षा-चिकित्सा और उद्यम के क्षेत्र में लगातार प्रगति हो रही है। अब इस इलाके में फोरलेन, लिंक-एक्सप्रेस-वे के निर्माण से सड़कों का संजाल बिछ गया है।

पूर्वांचल में आवागमन के साधन बढ़ने और माफिया पर शिकंजा कसने से बनारस, प्रयागराज और गोरखपुर के साथ अन्य इलाकों में उद्यमियों ने निवेश शुरू किया। कल कारखाने लगने लगे तो युवाओं को प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रोजगार मिलने लगा। अब पलायन रुकना शुरू हो गया है। प्रधानमंत्री मोदी ने जिस तरह अपने संसदीय क्षेत्र काशी को हजारों करोड़ रुपये की सौगातें दी हैं, उसने पूर्वांचल के लोगों की आंखों में विकास के सपनों की एक नई चमक बिखेर दी है। इससे प्रधानमंत्री मोदी ने आगे भी इस क्षेत्र में विकास की गंगा बहाने का संकेत दिया है।

डबल इंजन की सरकार में पूर्वांचल का तेज विकास

  • पीएम मोदी ने काशी में जुलाई 2021 में 1,500 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया था।
  • गृह मंत्री अमित शाह ने मिर्ज़ापुर में 150 करोड़ रुपये की विंध्याचल कॉरिडोर परियोजना की आधारशिला रखी थी।
  • गोरखपुर में एम्‍स के अलावा पीएम मोदी ने नौ नए मेडिकल कॉलेजों का उद्घाटन किया। इनमें छह पूर्वांचल में हैं।
  • प्रयागराज और कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा ने काम शुरू कर दिया है। आज़मगढ़ में भी हवाई अड्डा का निर्माण हो रहा है।
  • पीएम मोदी ने पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का लोकार्पण किया, जो नौ ज़िलों से होकर गुज़रता है।
  • पीएम मोदी ने 7 दिसंबर, 2021 को गोरखपुर खाद कारखाना का उद्घाटन किया। यह कारखाना 31 वर्ष बाद फिर से शुरू हुआ।
  • 21 दिसंबर, 2021 को प्रयाग राज में पीएम मोदी ने 1.60 लाख महिला एसएचजी के खातों में एक हजार करोड़ रुपये हस्तांतरित किया।
  • 23 दिसंबर, 2021 को काशी-बनास डेयरी संकुल की आधारशिला के साथ 1500 करोड़ रुपये की परियोजनाओं की सौगात दी।
  • वाराणसी में 900 करोड़ रुपये की लागत से भव्य काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर का निर्माण किया गया।

अखिलेश राज में पूर्वांचल से भेदभाव, माफिया का बोलबाला

उत्तर प्रदेश में 2012 से लेकर 2017 तक अखिलेश यादव की सरकार थी। इस दौरान पूर्वांचल माफिया, पिछड़ेपन, बेरोजगारी और पलायन के लिए जाना जाता था। विकास के मामले में पूर्वांचल के साथ भेदभाव किया गया। आजमगढ़ में मुलायम और अखिलेश यादव के चुनाव लड़ने और इसे अपना प्रमुख राजनीतिक बेस बनाने के बावजूद आजमगढ़ में भी विकास न के बराबर हुआ। मुलायम और अखिलेश सरकार का पूरा ध्यान मैनपुरी, इटावा और पश्चिमी यूपी के विकास पर था। मुलायम के राज में शुरू हुआ राजनीति के अपराधीकरण का सिलसिला अखिलेश की सरकार में भी जारी रहा। मुख़्तार अंसारी, बृजेश सिंह, विजय मिश्रा, सोनू सिंह, विनीत सिंह और फिर धनंजय सिंह जैसे माफिया की तूती बोलती थी। ये माफिया जेल में रह कर भी अपना अवैध कारोबार चला रहे थे। लेकिन मुख्यमंत्री योगी ने माफिया के खिलाफ बुलडोजर चलाकर उनके साम्राज्य को ध्वस्त कर दिया है। 

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