आज इतिहास अपने आप को दोहरा रहा है। वर्तमान में मध्यकालीन इतिहास को किताबों में पढ़ा नहीं, बल्कि देखा जा सकता है। जिस तरह भारत पर कब्जा करने के लिए यहां के राजाओं ने मुगलों का साथ दिया, उसी तरह महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे ने राज्यसभा चुनाव में बीजेपी को हराने के लिए असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी से समर्थन लिया है। दोनों दल एक-दूसरे के धूर विरोधी है। जहां शिवसेना की राजनीति हिंदूत्व के मुद्दे पर केंद्रित रहती है, वहीं AIMIM अपने आप को मुस्लिम का सबसे बडा नुमाइंदा बताया है। लेकिन इसके बाद भी AIMIM ने राज्यसभा चुनाव में मतदान शुरू होने से पहले शिवसेना को समर्थन देने का ऐलान कर दिया।
महाराष्ट्र में AIMIM के सासंद इम्तियाज जलील ने ट्वीट कर समर्थन के बारे में जानकारी दी। औरंगाबाद से सांसद इम्तियाज जलील ने बताया कि हमारी पार्टी ने बीजेपी को हराने के लिए राज्यसभा में महाविकास अघाड़ी के उम्मीदवार को वोट देने का फैसला किया है। गुरुवार को जलील ने एमवीए नेताओं के साथ सिलसिलेवार बैठकें की थीं। शाम को, उन्होंने शिवसेना सांसद हेमंत पाटिल से मुलाकात की और राकांपा विधायकों के लिए उपमुख्यमंत्री अजीत पवार द्वारा आयोजित रात्रिभोज में भी शामिल हुए। राज्यसभा चुनाव के संबंध में चर्चा के लिए एमवीए नेताओं ने असदुद्दीन ओवैसी से संपर्क करने के बाद बैठक की।
To defeat BJP, our party AIMIM has decided to vote for Maha Vikas Aghadi (MVA) in the Rajya Sabha elections in Maharashtra. Our 2 AIMIM Maharashtra MLAs have been asked to vote for the Congress candidate Imran Pratapgarhi: Imtiaz Jaleel, AIMIM Maharashtra president pic.twitter.com/avKeuj88dG
— ANI (@ANI) June 10, 2022
उद्धव ठाकरे और ओवैसी की इस दोस्ती पर बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनवाला ने टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस ने हमेशा एआईएमआईएम पर बीजेपी की “बी-टीम” होने का आरोप लगाया, लेकिन वास्तव में, ओवैसी के नेतृत्व वाली पार्टी एमवीए सहयोगियों की “ए-टीम” है। यह हमेशा उनके लिए तुष्टिकरण का गठबंधन रहा है।” पूनवाला ने आगे कहा, “शायद एआईएमआईएम ‘नई शिवसेना’ को औरंगजेब पर अकबरुद्दीन की स्तुति करने के लिए नरम होने के लिए पुरस्कृत कर रही है।”
AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के ऐलान के बाद मनसे ने शिवसेना पर जमकर हमला बोला। मनसे ने कहा है कि ओवैसी की पार्टी से समर्थन लेकर शिवसेना का हिंदुत्व उजागर हो गया है। मनसे के प्रवक्ता गजानन काले ने कहा, “शिवसेना ने निजाम के वंशजों से समर्थन लिया है। उनका हिंदुत्व कैसा है, यह उजागर हो गया है।”
गौरतलब है कि महाराष्ट्र में 6 सीटों पर राज्यसभा चुनाव हो रहा है। यहां 6वीं सीट पर निर्दलियों की भूमिका अहम मानी जा रही है। महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी गठबंधन ने चार उम्मीदवार उतारे हैं। जबकि बीजेपी ने 3 उम्मीदवारों को उतारा है। महाराष्ट्र में एक राज्यसभा सीट जीतने के लिए 42 विधायक चाहिए। 288 सीटों वाली महाराष्ट्र विधानसभा में AIMIM के 2 विधायक हैं।