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मोदी सरकार में बच नहीं सकते आतंकी, सेना ने कश्मीर में बैंक मैनेजर विजय के हत्यारे समेत दो आतंकियों को ढेर कर लिया बदला

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में जम्मू-कश्मीर विकास के पथ पर तेजी से आगे बढ़ रहा है। प्रदेश में विकास योजनाओं के लागू होने और शांति-व्यवस्था कामय होने से आतंकी और उनके संगठन हताश हो चुके हैं। अब लोगों में खासकर हिन्दुओं में दहशत पैदा करने के लिए टारगेट किलिंग को अंजाम दे रहे हैं। लेकिन मोदी सरकार ने भी सेना को टारगेट किलिंग करने वालों के खिलाफ सख्त और तेजी से कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। इसका परिणाम है कि शोपियां जिले में एनकाउंटर के दौरान सुरक्षाबलों ने दो आतंकवादियों को मार गिराया। इनमें से एक बैंक मैनेजर विजय कुमार की हत्या में शामिल था।

मारे गए आतंकियों का कनेक्शन आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से बताया जा रहा है। कांजीलुर इलाके में बुधवार(15-06-2022) को सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ के दौरान दोनों आतंकी मारे गए। आईजीपी कश्मीर ने जानकारी देते हुए इस बात की पुष्टि की है कि सुरक्षा बलों ने दो आतंकवादियों को मार गिराया है। जिसमें से एक की पहचान शोपियां के जान मोहम्मद लोन के रूप में हुई है। सेना ने जान मोहम्मद लोन को ढेर कर बैंक मैनेजर की हत्या का 13 दिन बाद बदला ले लिया।

पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की जांच से पता लगाया था कि एक आतंकी का चेहरा शोपियां के आतंकवादी जान मोहम्मद लोन से मिल रहा था। उसके माता-पिता ने अपने बेटे की पहचान की। परिवार वालों ने बताया कि पिछले 2 महीने से वो रातभर ऑनलाइन चैटिंग करता था। अटैक करने के बाद से वो गायब था। शोपियां मुठभेड़ में मारे गए दूसरे आतंकवादी की पहचान तुफैल गनई के तौर पर हुई है। कश्मीर पुलिस के आईजी ने बताया कि मुठभेड़ स्थल से आपत्तिजनक सामग्री, हथियार और गोला बारूद, एक एके-47 राइफल और एक पिस्तौल बरामद की गयी है। 


गौरतलब है कि दक्षिण कश्मीर के कुलगाम जिले स्थित आरेह गांव में बीती दो जून को आतंकियों ने बैंक में घुसकर मैनेजर विजय कुमार की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इसके बाद आतंकी मौके से फरार हो गए थे। बैंक मैनेजर को गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया था, जहां उन्‍होंने दम तोड़ दिया था। कुलगाम में आतंकी हमले में मारे गए बैंक मैनेजर व‍िजय कुमार राजस्‍थान के रहने वाले थे। कश्मीर में पिछले कुछ दिनों से नौकरी करने वाले कर्मचारियों को निशाना बनाने की कई घटनाएं सामने आयी हैं।

बीते दिनों जानकारी मिली थी कि इन टारगेट किलिंग की प्लानिंग पिछले साल पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में रची गई। इस दौरान 200 ऐसे लोगों की लिस्ट तैयार की गई थी जिनकी जान लेनी थी। PoK के मुजफ्फराबाद में रची गई इस साजिश में कई आतंकी संगठनों ने हिस्सा लिया था। 21 सितंबर, 2021 को PoK के मुजफ्फराबाद में ISI के अफसरों और अलग अलग आतंकी संगठनों के बीच मीटिंग हुई थी।

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