प्रयागराज में महाकुंभ शुरू होने के बाद रामनगरी अयोध्या में भी श्रद्धालुओं का आंकड़ा नित-नए रिकॉर्ड बना रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अयोध्या में भव्य-दिव्य राम लला मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा से पहले रोज बमुश्किल 15-20 हजार श्रद्धालु अयोध्या पहुंचते थे। लेकिन अयोध्या के राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की बाद यहां पर पर्यटकों और श्रद्धालुओं का जमावड़ा लगा हुआ है। अब प्रयागराज महाकुम्भ के शुरू होने के साथ ही यहां पर रोजाना 5 से 7 लाख पहुंच रहे हैं। इन दिनों धर्मनगरी के 6 किमी तक दायरे में हर रास्ता पैक है। इतना ही नहीं राम मंदिर ने आय अर्जित करने के मामले में भी नया कीर्तिमान स्थापित किया है। देश विदेश से हर रोज बड़ी संख्या में भक्त रामनगरी अयोध्या में दर्शन-पूजन के लिए पहुंच रहे हैं। प्राण प्रतिष्ठा के बाद अयोध्या नगरी श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए पसंदीदा डेस्टिनेशन बनकर उभरी है। उधर प्रयागराज महाकुंभ में एक अनुमान के मुताबिक अब तक 54.31 करोड़ श्रद्धालु भक्तगण स्नान कर चुके हैं। यह किसी भी कुंभ का अब तक का सर्वकालिक रिकॉर्ड है। प्रयागराज में इतने कम समय में इतने ज्यादा श्रद्धालु कभी नहीं आए हैं। महाकुंभ के समापन में अभी 8 दिन बाकी हैं, लेकिन आस्था और श्रद्धा का सैलाब थमने का नाम नहीं ले रहा है।
राम मंदिर की सालाना आय 7 सौ करोड़ रुपये को पार कर चुकी
श्रद्धालुओं के रोजाना नए-नए रिकॉर्ड बनाने के साथ राम मंदिर की आय में भी तेजी से इजाफा हुआ है। वर्तमान में यह देश का तीसरा सबसे अधिक आय अर्जित करने वाले मंदिरों में से एक है। बीते साल 22 जनवरी 2024 को राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हुई थी, इसके बाद बीते एक सालों में 13 करोड़ से अधिक श्रद्धालु और पर्यटक अयोध्या दर्शन पूजन के लिए पहुंच चुके हैं। इस दौरान मंदिर की सालाना आय भी 7 सौ करोड़ रुपये को पार कर चुकी है। राम मंदिर ने सालाना आय के मामले में स्वर्ण मंदिर (अमृतसर), वैष्णो देवी मंदिर (जम्मू कश्मीर) और शिरडी साई मंदिर (शिरडी महाराष्ट्र) को पीछे छोड़ दिया है। यह आंकड़े बीते साल जनवरी 2024 से जनवरी 2025 तक के हैं। रामनगरी दर्शन पूजन के लिए पहुंच रहे श्रद्धालुओं की वजह से दान के सारे रिकॉर्ड टूट रहे हैं।
महाकुंभ के चलते रोजाना करीब चार लाख श्रद्धालु कर रहे हैं दर्शन
अयोध्या में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के साथ दान का रिकॉर्ड भी टूट रहा है। महाकुंभ में स्नान के बाद लाखों श्रद्धालु रामनगरी पहुंच रहे हैं। राम मंदिर में रोजाना करीब चार लाख श्रद्धालु दर्शन कर रहे हैं, जिससे दान में भारी वृद्धि देखी जा रही है। मंदिर ट्रस्ट के अनुसार,दस काउंटरों पर प्रतिदिन 10 लाख रुपये से अधिक चढ़ावा आ रहा है। रामलला के समक्ष रखी दानपात्रियों में भी बड़ी धनराशि जमा हो रही है। अनुमान के मुताबिक, बीते माह से प्रयागराज में महाकुंभ शुरू होने से राम मंदिर में दर्शन करने वालों की संख्या तेजी से बढ़ गई। यही वजह है कि बीते एक महीने में 15 करोड़ रुपये से अधिक का दान एकत्र हो चुका है। श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ने के साथ दान में और वृद्धि की संभावना है।
देश का तीसरा सबसे अधिक आय वाला है राम लला मंदिर
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार आंध्रप्रदेश के तिरुपति वेंकटेश्वर मंदिर की सालाना आय 15 सौ करोड़ से 1650 करोड़ है। केरल स्थित पद्मनाभस्वामी मंदिर की सालाना 750 करोड़ से 800 करोड़ रुपये है। इसी तरह स्वर्ण मंदिर (पंजाब) की 650 करोड़, वैष्णो देवी मंदिर (जम्मू कश्मीर) की 600 करोड़, शिरडी साईं मंदिर (मंदिर) की 500 करोड़ रुपये सालाना आय है। इसी तरह जगन्नाथ मंदिर (उड़ीसा) की सालाना आय भी 400 करोड़ रुपये से अधिक है। इसके बाद केंद्रीय राजधानी दिल्ली स्थित अक्षरधाम मंदिर की 200 से 250 करोड़, जबकि गुजरात स्थित सोमनाथ मंदिर की 150 से 200 करोड़ रुपये सालाना आय है। अयोध्या में श्रद्धालुओं की भीड़ का दबाव के चलते बीते कुछ दिनों से मंदिर रात 12 बजे तक खुला रहता था, लेकिन रविवार को यह समय रात 11 बजे तक सीमित रहा। प्रशासन ने पहले की तरह ही व्यवस्थाओं को प्रभावी बनाए रखा है। रविवार को करीब तीन लाख श्रद्धालुओं ने आसानी से दर्शन पूजन किए और मंदिर परिसर जय श्रीराम के नारों से गुंजायमान होता रहा।
प्रयागराज महाकुंभ से अयोध्या में भी बना नया कीर्तिमान
प्रयागराज में महाकुंभ के आगमन के साथ ही अयोध्या में स्थित राम मंदिर ने न केवल श्रद्धालुओं के लिए एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल के रूप में पहचान बनाई, बल्कि अब आय अर्जित करने में भी एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। पिछले कुछ महीनों में अयोध्या में श्रद्धालुओं का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है। खासतौर पर राम मंदिर में भगवान राम के दर्शन के लिए आने वाले भक्तों की संख्या में आशातीत वृद्धि देखी जा रही है। यह वृद्धि न केवल श्रद्धालुओं की संख्या में है, बल्कि दान में भी रिकॉर्ड तोड़े जा रहे हैं। राम मंदिर की आय में जबरदस्त वृद्धि हुई है और वर्तमान में यह देश के सबसे अधिक आय अर्जित करने वाले मंदिरों में तीसरे स्थान पर पहुंच चुका है। इस दौरान मंदिर की सालाना आय 700 करोड़ रुपये से भी अधिक हो चुकी है।
अयोध्या : भव्य राम मंदिर में दान के नए रिकॉर्ड
राम मंदिर में रोजाना करीब 4 लाख श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं, जिससे दान में भारी वृद्धि हो रही है। मंदिर ट्रस्ट के मुताबिक, राम मंदिर के दस काउंटरों पर रोजाना 10 लाख रुपये से अधिक का चढ़ावा चढ़ता है। रामलला के समक्ष रखी दानपात्रों में भी बड़ी धनराशि जमा हो रही है। महाकुंभ के दौरान श्रद्धालुओं की संख्या में बढ़ोतरी होने से दान में और भी वृद्धि की संभावना है। पिछले एक महीने में ही लगभग 15 करोड़ रुपये का दान एकत्र हो चुका है, और यदि श्रद्धालुओं की संख्या इसी तरह बढ़ती रही तो यह आंकड़ा और बढ़ सकता है।
प्रयागराज: महाकुंभ में अब तक 54.31 करोड़ श्रद्धालुओं ने किया स्नान
प्रयागराज महाकुम्भ में एक अनुमान के मुताबिक अब तक 54.31 करोड़ श्रद्धालु भक्तगण स्नान कर चुके हैं। सरकार को महाकुंभ में 40 करोड़ भक्तों के आने का अनुमान था। लेकिन ये कभी का ध्वस्त हो चुका है। महाकुंभ के समापन में अभी 8 दिन बाकी हैं, लेकिन आस्था और श्रद्धा का सैलाब थमने का नाम नहीं ले रहा है। ऐसा इसलिए भी है कि इस बार जैसा महाकुंभ 144 साल बाद आया है और ऐसा अवसर फिर 144 साल बाद ही आएगा। इसलिए देश-विदेश से महाकुंभ में भक्तों का आवागमन जारी है। प्रयाग के स्थानीय लोगों का भी सामना पहली बार इतने आस्थावान जनसैलाब से हो रहा है। रविवार को 60 उड़ानों से 20 हजार से ज्यादा श्रद्धालु आए-गए। ट्रेनों में भी भीड़ मौनी अमावस्या जैसी है। रविवार को 179 मेला विशेष ट्रेनें चलाई गईं। प्रयागराज जंक्शन के बाहर 1 लाख लोगों का होल्डिंग एरिया है, जहां से हर मिनट करीब 300 यात्री स्टेशन पहुंच रहे हैं। मौनी अमावस्या के बाद मेला क्षेत्र नो व्हीकल जोन घोषित है।वाराणसी: एक महीने में ही विश्वनाथ मंदिर में 9 करोड़ रुपये का दान
काशी विश्वनाथ कॉरिडोर साल 2021 में बना। इसके बाद बनारस में जितनी भीड़ शिवरात्रि या अन्य पर्वों पर होती रही, उतनी महाकुम्भ के दिनों में रोज हो रही है। हर दिन 8 से 10 लाख श्रद्धालुओं की मौजूदगी से मंदिर के 5 किमी दायरे में है। ऐसा पहली बार है, जब लगातार 25 दिन से शहर में शिव भक्तों और श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ रहा है। इन दिनों बाबा विश्वनाथ का मंदिर 18 घंटे तक खुल रहा है। एक महीने में ही विश्वनाथ मंदिर में 9 करोड़ रुपये से ज्यादा का चढ़ावा आया है। अभी शिवरात्रि आने को है और तब तक शिव भक्तों का आवागमन ऐसे ही तेज गति से चलता रहेगा।
अयोध्या, काशी और प्रयागराज में श्रद्धालुओं ने यूपी की इकोनॉमी को बूस्ट किया
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि महाकुंभ में स्नानार्थियों की संख्या 60 करोड़ तक पहुंचती है तो अनुमान है कि यूपी की जीडीपी में 3.15 से 3.50 लाख करोड रुपये की अतिरिक्त बढ़ोतरी होगी। महाकुंभ का विरोध करने वालों से हमारी इकॉनमिक्स बेहतर है। अगर केंद्र-राज्य की तरफ से मिलकर 7500 करोड़ रुपये खर्च करके अर्थव्यवस्था में तीन से साढ़े तीन लाख करोड़ की अतिरिक्त वृद्धि हो सकती है तो कितनी बेहतर सोच है। अपनी संस्कृति और परंपराओं को सम्मान देकर किस तरह देश की एकता और आर्थिकी को प्रोत्साहित किया जा सकता है, यह महाकुंभ के अवसर पर सहज ही अनुभव किया जा सकता है। योगी सोमवार को अपने सरकारी आवास पर महाराष्ट्र से आए युवा उद्यमियों से संवाद कर रहे थे। युवा भारत संस्था के तत्वावधान में मुंबई के औद्योगिक घरानों से जुड़े उद्यमी संवाद में शामिल हुए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पीएम नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में अयोध्या, काशी और प्रयागराज समेत कई आस्थास्थलों में जिस तरह श्रद्धालु आ रहे हैं, उसने भारतीय संस्कृति को नई पहचान तो दी ही है, अर्थव्यवस्था को भी बड़ा बूस्ट दिया है। इसने भारत के पोटेंशल को दर्शाया है।