Home चुनावी हलचल अपने पंजाब एजेंडे पर वायलेंट सिद्धू CM Face न बनाए जाने से...

अपने पंजाब एजेंडे पर वायलेंट सिद्धू CM Face न बनाए जाने से साइलेंट सिद्धू बने, कांग्रेस की चुनावी बारात में नाराज ‘फूफा’ बने सिद्धू ने प्रियंका वाड्रा के सामने ही भाषण से किया इनकार

SHARE

पंजाब में कांग्रेस का सीएम फेस न बनाए जाने से लाफ्टर सिद्धू, आक्रामक सिद्धू, अपने एजेंडे को लेकर वायलेंट सिद्धू अचानक साइलेंट सिद्धू बन गए हैं। शादी के ऐन मौके पर जिस तरह कोई फूफा-जीजा नाराज होकर मुंह फुलाकर घूमा करता है, वैसे ही सिद्धू पंजाब में चुनाव के ऐन मौके पर नाराज हो गए हैं, लेकिन चुनाव में कांग्रेसी बारातियों से साथ मुंह फुलाए घूम जरूर रहे हैं। लेकिन क्या मजाल कि कोई ‘ठोको ताली’ से जनसभा में भी कांग्रेस के समर्थन में भाषण करवा ले। गुरू ने एक बार मना कर दिया तो कर दिया। औरों की छोड़िये कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिद्धू ने कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के सामने ही भाषण देने से साफ इनकार कर दिया।

पंजाब में कांग्रेस अपने ही कर्मों से डूबने वाली स्थिति में आई
ऐसा लग रहा है कि पंजाब में कांग्रेस अपने ही कर्मों से ज्यादा डूबने वाली स्थिति में है। पहले कैप्टन की चलती सरकार में अंगुली करके उनको राहुल एंड कंपनी ने पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया। अब चुनाव से पहले मौजूदा CM चरणजीत सिंह चन्नी को ही 6 फरवरी को पार्टी का मुख्यमंत्री चेहरा राहुल गांधी ने घोषित कर दिया। सिद्धू खुद को पहले से ही सीएम फेस प्रोजेक्ट कर रहे थे। उन्हें पूरी उम्मीद थी कि राहुल भी ऐसा करेंगे, लेकिन राहुल ने उनका सारी आशाओं पर पानी फेर दिया। तब से नवजोत सिद्धू नाराज चल रहे हैं।

प्रियंका गांधी के सामने ही सिद्धू ने भाषण देने से इनकार कर दिया
सिद्धू का रोष कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी की धूरी रैली में भी सामने आया। धूरी में कांग्रेस प्रत्याशी दलबीर सिंह गोल्डी की रैली में सिद्धू ने भाषण देने से इनकार कर दिया। स्टेज से सिद्धू का नाम बार-बार पुकारा जाता रहा, लेकिन वे भाषण के लिए नहीं आए। बस सिद्धू अपनी जगह से उठे, हाथ जोड़े और मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी की ओर इशारा कर बोले, इन्हें बुलवाओ। चन्नी को सीएम चेहरा घोषित करने के बाद से ही नवजोत सिद्धू साइलेंट हैं। हालांकि इस फैसले पर सिद्धू ने बयान दिया था कि पार्टी हाईकमान का निर्णय उन्हें मंजूर है, लेकिन उनके बर्ताव से साफ लग रहा है कि वह यह बात ऊपर से कुछ और बोल रहे हैं और भीतर अभी भी विरोध का लावा उबल रहा है। सिद्धू के इनकार पर प्रियंका मंद-मंद मुस्कराती रहीं।

चन्नी को दूल्हा बना दिया है तो उन्हीं से चुनाव रैलियों में भाषण कराओ
कांग्रेस नेता सुनील जाखड़ के भाषण के बाद मंच से दलबीर सिंह गोल्डी की पत्नी सिमरन खंगूड़ा ने नवजोत सिद्धू को भाषण देने के लिए आमंत्रित किया। सिद्धू ने मंच पर खड़े होकर हाथ जोड़कर लोगों का अभिवादन किया और चरणजीत सिंह चन्नी की ओर इशारा किया। इस दौरान फिर सिमरन खंगूड़ा ने उनका नाम लिया, लेकिन सिद्धू ने इशारा कर फिर मना कर दिया। इसके बाद सिमरन ने मंच से ऐलान किया कि सिद्धू साहब कह रहे हैं कि मैं तो आपके बीच का ही हूं। चन्नी साहब से बुलवाओ। दरअसल, सिद्धू का तर्क है कि जब चुनाव का दूल्हा चन्नी को बना ही दिया है तो उन्हीं को बुलवाओ। पिछले चुनाव में कैप्टन सीएम फेस बने थे तो वे ही प्रचार की अगुवाई करते थे।

चुनावी रैलियों में मंत्री पद और टिकट बांटने वाले सिद्धू अब अमृतसर ईस्ट तक सिमटे
चन्नी को कांग्रेस का सीएम फेस बनाए जाने से पहले सिद्धू सूबे में अपने ‘पंजाब मॉडल’ के साथ प्रचार कर रहे थे। मंच पर खड़े होकर मंत्री पद और टिकट बांट रहे थे। वहीं, अब सिद्धू अपने विधानसभा क्षेत्र अमृतसर ईस्ट तक ही सिमट गए हैं। यह पहली बार है कि नवजोत अपने हलके में डोर-टु-डोर प्रचार कर रहे हैं। उन्हें प्रचार के लिए भी अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी रहे नेताओं का सहारा लेना पड़ रहा है।यूपी और उत्तराखंड के स्टार प्रचारकों की सूची से भी सिद्धू साफ
कभी कांग्रेस के स्टार प्रचारक रहे सिद्धू को कांग्रेस ने इससे पहले ही पंजाब तक सीमित कर दिया था। उत्तरप्रदेश और उत्तराखंड के स्टार प्रचारकों की सूची में चन्नी को तो शामिल किया गया, लेकिन सिद्धू का पत्ता काट दिया। इस घोषणा से पहले प्रदेश कांग्रेस कमेटी प्रधान नवजोत सिद्धू पंजाब में कांग्रेस के स्टार प्रचारक थे और उन्होंने पूरे राज्य में प्रचार की कमान संभाल रखी थी। वह 54 विधानसभा हलकों में प्रचार कर चुके थे। वहीं, कई रैलियों के मंच से उन्होंने अपने चहेतों को मंत्री और पार्टी का उम्मीदवार बनाने का ऐलान भी किया। साथ ही रैलियों और मीडिया के सामने सिद्धू पंजाब मॉडल की बात करते रहे।

Leave a Reply