दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल अक्सर कहते हैं और इस साल जनवरी में पंजाब चुनाव प्रचार के दौरान भी कहा था- “कोरोना के चलते चुनाव आयोग ने डोर टू डोर कैंपेनिंग के लिए कहा है, लेकिन हम तो डोर टू डोर ही करते हैं। ये ट्रेडिशनल तरीका होता था चुनाव लड़ने का। अब तो पैसे खर्चते हैं। बड़े-बड़े एड देते हैं। वो आम आदमी पार्टी को नहीं आता। हमारे पास पैसे नहीं हैं। हम ईमानदार पार्टी हैं।’” केजरीवाल जी की ईमानदारी आपने देख ली अब आंकड़ों पर आइए। पूरे देश की आबादी 138 करोड़ है। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने 138 करोड़ लोगों के लिए 2021-22 में 280.28 करोड़ रुपये का विज्ञापन दिया। वहीं दिल्ली की आबादी 3 करोड़ है। दिल्ली के 3 करोड़ लोगों के लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की सरकार ने 2021-22 में 488.97 करोड़ रुपये का विज्ञापन दिया।
Population of India: 138 Crores
Expenses on ad by @narendramodi in 2021-22: ₹280.28 CroresPopulation of Delhi: 3 Crores
Expenses on ad by @ArvindKejriwal in 2021-22: ₹488.97 Crores pic.twitter.com/Fwty8kE5xH— Shashank Shekhar Jha (@shashank_ssj) August 24, 2022
भारत की जनसंख्या: 138 करोड़
2021-22 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा विज्ञापन पर खर्च: ₹280.28 करोड़
दिल्ली की जनसंख्या: 3 करोड़
2021-22 में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जी के विज्ञापन पर खर्च: ₹488.97 करोड़— Shiv Pratap Singh⬆️ (@Th_ShivPratap) August 26, 2022
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल चुनाव के दौरान विज्ञापन पर कम खर्च करने का दावा तो करते हैं, लेकिन दिल्ली में उनकी सरकार ने कोरोना काल की महामारी के दौरान हर रोज लगभग एक करोड़ रुपए विज्ञापन पर खर्च किए हैं। यह जानकारी सूचना का अधिकार (आरटीआई) के जरिए सामने आ चुकी है। न्यूज़लॉन्ड्री ने आरटीआई के जरिए पूछा था कि दिल्ली सरकार द्वारा एक मार्च 2020 से 30 जुलाई 2021 तक विज्ञापन पर कितने रुपए खर्च किए गए हैं? इसके जवाब में सूचना एवं प्रचार निदेशालय ने बताया कि मार्च 2020 से जुलाई 2021 के दौरान विज्ञापन एवं प्रचार पर कुल 490 करोड़ रुपए खर्च किए गए।
दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने अपना चेहरा चमकने के लिए 44 गुणा बढ़ाया विज्ञापन खर्च #KejriwalExposed pic.twitter.com/6bXvWZd0So
— Amit Mittal (@amitmittal01) August 23, 2022
Aapiya's will reply as:
1. Education model dekho delhi ka, poore world mei no. 1
2. Modi g kejriwal se darte hain
3. Hum kattar imaandar hain
4.Sisodiya most handsome education minister of the world— Bharat ?? (@bharatk20441) August 24, 2022
केजरीवाल जो बेरोजगार/निकम्मा घर पर बैठा था अन्ना को बेवकूफ बना कर अपने आप को सत्यवादी दिखा कर, मुफ्त रेवाड़ी बांट कर चाहे प्रदेश कर्ज में डूबा हो ,jhud बोलकर,भ्रष्टाचार से कमा तो करोड़ो लिया,जनता का टैक्स ध्वरा फालतू विज्ञापन देकर मीडिया को bribe कर जी रहा है,आज जनता समझ चुकी है
— sanjeev (@hailsanjeev) August 25, 2022
In rational comparison, India’s expenditure looks fair. But seeing at Delhi’s unnecessary expense makes me feel sad for people like me who are tax payers of Delhi ?
— Shashank Shekhar Jha (@shashank_ssj) August 25, 2022
? Delhi is paying for the prime ministerial ambitions of a conman. ??♂️ So Delhi! ? pic.twitter.com/2elc3ptS1i
— Ranvir Shorey (@RanvirShorey) August 25, 2022
Delhi ppl to others…. pic.twitter.com/dBCpT760J2
— म_ની_sh ?? (@M_T_6579) August 25, 2022
NYT और खलीज टाइम्स में विज्ञापन देने वाले कम से कम इतनी अक्ल लगाते कि पोल खुलते ही केजरीवाल को किरकिरी हो जायेगी। चीन भी अपने विदेशी बजट का 3% विदेशी मीडिया और दलालों पर खर्च कर अपनी वाहवाही कराती रहती है।
आम आदमी की दौलत विज्ञापन के जरिए अपना महिमंडन करने पर बर्बाद कर रहे हैं। pic.twitter.com/QHDMxDpT1Z— P.N.Rai (@PNRai1) August 19, 2022
एक वर्ष में 488 करोड़ विज्ञापन पर खर्च करने वाला 'आम आदमी' केजरीवाल?आरटीआई के अनुसार केजरीवाल सरकार ने पिछले 10 वर्षों में विज्ञापनों पर खर्च किए गए पैसे में 4200% की वृद्धि की है, जबकि पिछले वर्ष 488 करोड़ रुपये खर्च किए थे।क्या यही है आम आदमी पार्टी ? यह तो विज्ञापन की सरकार है pic.twitter.com/WlqI9XBMSj
— MLMANDOWARA???? (@MLMANDOWARA) August 22, 2022
केजरीवाल साहब इंडिया छोड़ कनाडा तक विज्ञापन पर खर्च कर रहे हैं दिल्ली के लोगों के टैक्स के पैसे को pic.twitter.com/FmcjGlRMoV
— शिव कुमार पंडित जी (@wyAToJb5qpvBfA3) August 19, 2022
केजरीवाल और मनीष सिसोदिया दिल्ली की जनता के पैसों को अपनी अय्याशी और राजनीति के लिए खुलेआम लूटा रहा है।
सिसोदिया ने अपने और पत्नी के इलाज पर 8 सालों में क़रीब 22 लाख रुपए खर्च करवाए
पिछले 7 सालों में विज्ञापन पर क़रीब 1000 करोड़ और इमामों की सैलरी पर 30करोड़ रुपया लुटाया। pic.twitter.com/LvGJ6K7ssb
— Shashi Kumar (@iShashiShekhar) August 19, 2022
केजरीवाल सरकार द्वारा 2015-22 के बीच मीडिया विज्ञापन पर खर्च की गई राशि 1293.94 करोड़ रुपये है।
उनकी सरकार द्वारा बनाया गया नया स्कूल।
2015-20 के बीच एक है।क्या यही कारण है कि बिकता हुए भारत का मीडिया अरविंद केजरीवाल की हर गतिविधि का प्रसारण करता है?
— Avinash Kadbe اویناش کڈبے (@AvinashkadbeMP) August 19, 2022
केजरीवाल की उपलब्धि?
1. दिल्ली की जनता के टैक्स से पंजाब का चुनाव लड़ा।
2. करोडों रुपये विज्ञापन पर उड़ाए।
3. न्यूयॉर्क टाइम्स में झुठ छपवाने के लिए कम से कम 5 से 7 करोड़ खर्च किये।
4. केजरीवाल मॉडल : फ्री खैरात बांटा अब केंद्र से फंड मांग रहा है।#धोकेबाज_केजरीवाल
— Hindurashtra Bharat (@HinduRashtra_BT) August 19, 2022
केजरीवाल मॉडल: सिर्फ विज्ञापन पर पैसे खर्च होंगे। हम काम पर नहीं करते । 20 cr के विज्ञापन में 20 लाख का दो लोन पास करते है।
ऑक्सीजन चोरी करवाते है। एक भी हॉस्पिटल खोद का नही बन है। pic.twitter.com/UAQHMubRif
— ?? Shiwangi ?? (@noneedtoset) August 20, 2022
एक वर्ष में 488 करोड़ विज्ञापन पर खर्च करने वाला 'आम आदमी' केजरीवाल?
इस भ्रष्टाचार का अंदाजा इसी से लगाइए कि #RTI के अनुसार #AAP सरकार ने पिछले 10 वर्षों में विज्ञापनों पर खर्च किए गए पैसे में 4200% की वृद्धि की है, जबकि पिछले वर्ष 488 करोड़ रुपये खर्च किए थे। pic.twitter.com/AeUOZvA6WU
— Desh Ki Beti – Meenakshi Lekhi (@mlekhi_bjp) August 20, 2022