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Year Ender-2023: खेलों की दुनिया में भारत का विश्व भर में बजा डंका, कई नए विश्व रिकॉर्ड भारतीय खिलाड़ियों ने अपने नाम किए, पीएम मोदी के खेलो इंडिया का परचम

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इस साल के वायरल वीडियो में पीएम मोदी का वह वीडियो खासा चर्चित रहा, जिसमें वे भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ियों से विश्वकप फाइनल में हार के बार मिले और उन्हें भविष्य के लिए प्रोत्साहित किया। पीएम मोदी की यही खासियत साल 2023 भारतीय खेलों और खिलाड़ियों के लिए एक महत्वपूर्ण बदलाव का प्रतीक बन गई है। पीएम अक्सर वैश्विक स्तर पर मेडल लाने वाले खिलाड़ियों का इस्तकबाल करते नजर आते हैं। इससे सभी खिलाड़ियों में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए उत्साह का संचार होता है। इस साल एशियाई खेलों सहित कई खेलों में वैश्विक स्तर पर कई खिलाड़ियों ने यादगार प्रदर्शन कर इतिहास रचा है। एशियाई खेलों में रिकॉर्ड पदक हासिल करने और कई विश्व चैंपियनशिप स्पर्धाओं में प्रथम स्थान के साथ, भारत ने वैश्विक मंच पर एक उभरती ताकत के रूप में अपनी प्रतिष्ठा मज़बूती से स्थापित की है। इस साल की शानदार सफलता अगले साल पेरिस ओलंपिक में प्रतिस्पर्धा करने के इच्छुक भारतीय एथलीटों के लिए प्रेरणा और जीत का खाका तैयार करने का काम करेगी।

एशियाई खेलों में यादगार प्रदर्शन, पहली बार पदक का आंकड़ा 100 पार
पहले बात करते हैं इस साल हुए एशियाई खेलों की, जिनमें भारतीय खिलाड़ियों ने ऐतिहासिक प्रदर्शन किया। 28 स्वर्ण, 38 रजत और 41 कांस्य सहित 107 पदकों के रिकॉर्ड तोड़ प्रदर्शन के साथ, भारत ने हांगझोऊ एशियाई खेलों में एक नया बेंचमार्क (मानदंड) स्थापित किया। भारतीय दल ने 2018 संस्करण में देश के 70 पदकों के पिछले रिकॉर्ड को तोड़ दिया। विशेष रूप से, एथलेटिक्स ने 29 पदकों का योगदान दिया, जबकि तीरंदाजी और निशानेबाजी ने क्रमशः 9 और 22 पदकों का योगदान दिया। एशियन गेम्स के इतिहास में यह पहली बार था कि भारत की पदक तालिका तीन अंकों के आंकड़े को पार कर गई। ओलंपियन ऐश्वर्य प्रताप सिंह तोमर के नेतृत्व में निशानेबाजों ने एशियाई खेलों में 22 पदक जीते, जिसमें सात स्वर्ण पदक शामिल थे। सात में से चार स्वर्ण पदक विश्व रिकॉर्ड के साथ आए, जो अपने आप में एक बड़ी बात थी।

भाला फेंक में नीरज चोपड़ा ने पदक जीतकर फिर बढ़ाया देश का गौरव
एशियाई खेलों में के इस इवेंट में नीरज चोपड़ा भाला फेंक स्वर्ण के लिए फेवरेट एथलीट थे, लेकिन उनके हमवतन ओडिसा के किशोर जेना ने हांगझोऊ खेलों में न सिर्फ ओलंपिक चैंपियन बल्कि सभी को अपने प्रदर्शन से प्रभावित किया। नीरज चोपड़ा के इस युग में किसी और खिलाड़ियों का सुर्खियों में बड़ी बात है। जेना ने थोड़े समय के लिए चोपड़ा से आगे रहते हुए अपने तीसरे थ्रो के साथ 86.77 मीटर की दूरी तय की और अपने चौथे थ्रो के साथ 87.54 मीटर का अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। हालांकि, चोपड़ा ने एशियन गेम्स के अपने खिताब को डिफेंड करने के लिए अपने चौथे प्रयास में अपने सीज़न का सर्वश्रेष्ठ 88.88 मीटर का थ्रो निकाला और भारत ने पुरुषों की भाला फेंक स्पर्धा में 1-2 से बढ़त हासिल कर पदक जीता। इसके अलावा नीरज चोपड़ा ने इस साल बुडापेस्ट में विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतकर देश का गौरव बढ़ाया। नीरज चोपड़ा चैंपियनशिप के 19 संस्करणों में स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय बने हैं।

महिला-पुरुष एथलीटों ने भी स्वर्ण पदकों से जीत की नई आभा बिखेरी
इन खेलों में अविनाश साबले, पारुल चौधरी और अन्नू रानी द्वारा जीते गए स्वर्ण पदकों की चमक भी कम नहीं थी। अविनाश साबले ने पुरुषों की 3000 मीटर स्टीपलचेज में एशियाई खेलों का रिकॉर्ड बनाया। पारुल चौधरी ने महिलाओं की 5000 मीटर दौड़ में सबसे शानदार फिनिश के साथ जीत हासिल की। यह पहली बार था जब किसी महिला ने एशियाई खेलों के संस्करण में महिलाओं की 3000 मीटर स्टीपलचेज (रजत) और 5000 मीटर दोनों में पदक जीते थे। सीजन के अधिकांश समय फॉर्म के लिए संघर्ष करने के बावजूद अन्नू रानी ने महिलाओं की भाला फेंक स्पर्धा में स्वर्ण जीतने के लिए बड़े मंच पर कदम रखा।

भारत ने इस साल तीरंदाजी में भी पिछली उपलब्धियों को पीछे छोड़ा
इस साल भारत ने तीरंदाजी में भी पिछली उपलब्धियों को पीछे छोड़ दिया। भारतीय तीरंदाजों द्वारा जीते गए नौ पदकों में पांच स्वर्ण शामिल हैं। गौरतलब है कि एशियाई खेलों के पिछले 18 संस्करणों में भारत ने तीरंदाजी में केवल 10 पदक जीते थे। 2023 में तीरंदाजी भारत के लिए एक यादगार खेल रहा। भारत में तीरंदाजी के इतिहास में पहली बार सीनियर विश्व चैंपियनशिप से लेकर एशिया कप तक 16 अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में 107 पदक जीते। सोने पर सुहागा पैरा तीरंदाजों का प्रदर्शन था। विशेषकर बिना हाथ वाली प्रतिभावान तीरंदाज शीतल देवी का, जिन्होंने हांगझोऊ में एशियाई पैरा खेलों में अपने पदार्पण पर एक स्वर्ण सहित दो पदक अपने नाम किए।

अदिति स्वामी और ओजस देवताले ने ऐतिहासिक स्वर्ण पदक जीते
बर्लिन में विश्व तीरंदाजी चैंपियनशिप 2023 रिकर्व तीरंदाजों के लिए ओलंपिक क्वालीफायर था। क्वालीफायर के लिहाज़ से भारत को निराशा का सामना करना पड़ा, लेकिन देश के कंपाउंड तीरंदाजों ने अगस्त में तीन स्वर्ण पदक और एक कांस्य के साथ इसे भारत के लिए एक ऐतिहासिक आयोजन बना दिया। 17 वर्षीय अदिति स्वामी और 21 वर्षीय ओजस प्रवीण देवताले ने विश्व चैंपियनशिप में भारत के लिए पहली बार महिला और पुरुष व्यक्तिगत स्वर्ण पदक जीते। इसके अतिरिक्त, अदिति स्वामी सीनियर विश्व चैंपियनशिप में व्यक्तिगत स्वर्ण पदक जीतने वाली सबसे कम उम्र की तीरंदाज बन गईं। भारतीय अनुभवी ज्योति सुरेखा वेन्नम ने इसी स्पर्धा में कांस्य पदक अपने नाम किया। अदिति और ज्योति ने भी परनीत कौर के साथ मिलकर महिलाओं की कंपाउंड टीम स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता।

भारत ने घुड़सवारी में किया कमाल, 41 साल बाद गोल्ड जीतकर बढ़ाया मान
भारत ने चार दशकों के अंतराल के बाद ड्रेसाज प्रिक्स सेंट-जॉर्जेस में गोल्ड मेडल जीतकर एशियाई खेलों की घुड़सवारी प्रतियोगिताओं में इतिहास रचा है। एशियन गेम्स में घुड़सवारी में सुदिप्ती हजेला, दिव्यकृति सिंह, हृदय छेदा और अनुष अगरवल्ला की चौकड़ी ने 41 साल बाद देश को गोल्ड दिलाया। भारतीय टीम ने 209.206 अंक हासिल किए और मेजबान चीन से आगे रही, जिसने 204.882 अंक हासिल किए जबकि हांगकांग ने 204.852 के स्कोर के साथ ब्रॉन्ज मेडल जीता। यह एशियाई खेलों में टीम ड्रेसाज स्पर्धा में भारत का दूसरा पदक है। जीतेंद्रजीत सिंह अहलूवालिया, गुलाम मोहम्मद खान और रघुबीर सिंह की टीम ने कांस्य पदक जीता था, जब खेल ने नई दिल्ली में 1982 के संस्करण में अपनी शुरुआत की थी।

बैडमिंटन रैंकिंग में दुनिया की नंबर 1 बनी चिराग-सात्विक की जोड़ी
सात्विक साईराज और चिराग शेट्टी इस अक्टूबर में बैडमिंटन रैंकिंग में विश्व नंबर 1 स्थान हासिल करने वाले इतिहास में पहली भारतीय युगल जोड़ी बन गए। शेट्टी और सात्विक ने इस साल तीन बीडब्ल्यूएफ खिताब जीते। ‘ब्रदर्स ऑफ डिस्ट्रक्शन’ के नाम से मशहूर इस भारतीय जोड़ी ने एशियाई खेलों के साथ-साथ बैडमिंटन एशिया चैंपियनशिप में बैडमिंटन में भारत का पहला स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रचा। सात्विक साईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी को राष्ट्रीय खेल पुरस्कार 2023 में भारत के सर्वोच्च खेल सम्मान, प्रतिष्ठित खेल रत्न पुरस्कार प्राप्त करने के लिए नामांकित किया गया।

भारत की 4×400 रिले टीम ने इतिहास रचा, एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीता
बुडापेस्ट विश्व चैंपियनशिप में भारतीय एथलीटों ने न सिर्फ भाला फेंक में बल्कि 4×400 मीटर रिले में भी अव्वल दर्जे का प्रदर्शन किया। मुहम्मद अनस याहिया, अमोज जैकब, मुहम्मद अजमल और राजेश रमेश को शामिल करते हुए, भारतीय रिले टीम ने ऐतिहासिक रूप से संयुक्त राज्य अमेरिका, जमैका और ग्रेट ब्रिटेन जैसे शक्तिशाली देशों के प्रभुत्व वाले इवेंट में अपना उल्लेखनीय प्रभाव डाला। भारतीय रिले टीम हीट में 2:59.05 के एशियाई रिकॉर्ड समय के साथ विश्व रिकॉर्ड धारक संयुक्त राज्य अमेरिका के बाद दूसरे स्थान पर रही और इतिहास में पहली बार फाइनल में जगह बनाई। पदक से मामूली अंतर से चूकने और फाइनल में पांचवां स्थान हासिल करने के बावजूद, भारतीय चौकड़ी के उल्लेखनीय प्रदर्शन ने दुनियाभर के खेल प्रेमियों का ध्यान अपनी ओर खींचा। उसी टीम ने साल के आख़िर में एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीता।

आर प्रगनानंद और बहन वैशाली ग्रैंडमास्टर भाई-बहन की पहली जोड़ी बने
तमिलनाडु के चेन्नई में जन्मे रमेशबाबू प्रगनानंद ने शतरंज खिलाड़ी के तौर पर दुनियाभर में अपनी धाक जमाई। उनकी मां नागलक्ष्मी एक गृहिणी हैं। उनकी एक बड़ी बहन वैशाली आर हैं, जो शतरंज खेलती हैं। भारतीय शतरंज ग्रैंडमास्टर प्रगनानंद सिर्फ 18 साल की उम्र में अगस्त में FIDE विश्व कप फाइनल में पहुंचने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बन गए। फाइनल पहुंचने के सफर में उन्होंने दुनिया के नंबर 2 हिकारू नाकामुरा और दुनिया के नंबर 3 फैबियानो कारूआना को हराया। आपको बता दें कि भारत के पहले ग्रैंडमास्टर विश्वनाथन आनंद के बाद प्रगनानंद फाइनल में पहुंचने वाले दूसरे भारतीय हैं। हालांकि वे चार बार के विश्व चैंपियन और नॉर्वे के ग्रैंडमास्टर मैग्नस कार्लसन के खिलाफ फाइनल में हार गए, लेकिन उन्होंने 2024 में कैंडिडेट्स टूर्नामेंट में अपनी जगह पक्की कर ली। उनकी बहन 22 वर्षीय वैशाली आर भारत की तीसरी महिला ग्रैंडमास्टर बनीं। इस उपलब्धि के साथ वैशाली और उनके छोटे भाई रमेशबाबू प्रगनानंद भारत से ग्रैंडमास्टर भाई-बहनों की पहली जोड़ी बन गए।

विराट कोहली ने 50वां एक दिवसीय शतक जमाकर विश्व रिकॉर्ड बनाया
2023 में भारतीय खेलों में अन्य यादगार लम्हों में विराट कोहली ने न्यूजीलैंड के खिलाफ आईसीसी विश्व कप 2023 सेमीफाइनल के दौरान अपना 50वां एकदिवसीय शतक बनाया, और इस तरह से उन्होंने अपने आदर्श सचिन तेंदुलकर के 49 एक दिवसीय शतकों के विश्व रिकॉर्ड को तोड़ दिया। तेंदुलकर खुद इस ऐतिहासिक लम्हें को देखने के लिए वानखेड़े स्टेडियम में मौजूद थे। क्रिकेट विश्वकप में भारत ने लगातार दस मैच जीतकर रिकॉर्ड बनाया, लेकिन फाइनल में उसे हार का सामना करना पड़ा। क्रिकेट में महिला प्रीमियर लीग और खेलो इंडिया पैरा गेम्स की शुरुआत भी एक बड़ा कदम रहा और नौ साल में घरेलू मैदान पर अपने पहले टेस्ट मैच में भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने इंग्लैंड पर 347 रनों की जोरदार जीत भी हासिल की।

मुंबई में आईओसी सत्र में ओलंपिक में क्रिकेट की वापसी पर मुहर लगी
खेल की दुनिया में कुछ ही बैठकें इतनी अहम होती हैं, जितनी दुनियाभर में चर्चा होती है। इस साल अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) की बैठक मुंबई में हुई। इसके दौरान भविष्य के ओलंपिक खेलों, खेलों को शामिल करने और बाहर करने के संबंध में मुख्य चर्चाएं होती हैं और इनके बारे में निर्णय लिए जाते हैं। 141वां आईओसी सत्र में इसमें पीएम मोदी भी शामिल हुए। यह सिर्फ इतिहास में दूसरा मौका था जब भारत ने आईओसी सत्र की मेजबानी की। इस सत्र का महत्व एलए 2028 खेलों के लिए T20 क्रिकेट को ओलंपिक कार्यक्रम में शामिल करने के निर्णय के लिए याद किया जाता है। क्रिकेट में भारत की क्षमता जबरदस्त है और ओलंपिक कार्यक्रम में इस खेल का शामिल होना देश को ओलंपिक में एक शानदार अवसर प्रदान करेगा। स्क्वैश को भी एलए 2028 कार्यक्रम में शामिल किए जाने पर भी मुहर लग गई है।

इस साल कई प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय खेलों की सफलतापूर्वक मेजबानी की
भारत ने इस साल कई प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय खेलों की सफलतापूर्वक मेजबानी भी की। ओडिशा ने एफआईएच हॉकी पुरुष विश्व कप 2023, भुवनेश्वर-राउरकेला की मेजबानी की। विश्व कप 13 जनवरी 2023 को शुरू हुआ और फाइनल 29 जनवरी 2023 को खेला गया। जर्मनी ने टूर्नामेंट जीता और बेल्जियम ने रजत पदक जीता। इसके अलावा पहली मोटोजीपी भारत का आयोजन बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट, नोएडा में किया गया था। मोटोजीपी दुनिया का शीर्ष स्तरीय मोटरसाइकिल रोड रेसिंग इवेंट है, जहां 11 टीमों का प्रतिनिधित्व करने वाले 22 सवारों ने प्रतिष्ठित खिताब के लिए प्रतिस्पर्धा की, जिसमें इटली के मार्जो बेज़ेची ने उद्घाटन मोटोजीपी भारत खिताब जीता।

नई दिल्ली में आईबीए महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप की मेजबानी
भारत ने 23 मार्च के दौरान नई दिल्ली में आयोजित आईबीए महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप 2023 की मेजबानी की, जहां भारतीय महिला मुक्केबाजों (लवलीना बोरगोहेन, निखत ज़रीन, नीतू घनघास और स्वीटी बूरा) ने विभिन्न भार श्रेणियों में 4 स्वर्ण पदक जीते, और भारत को टूर्नामेंट का सर्वश्रेष्ठ टीम का ताज पहनाया गया। इसके अलावा भारत ने आईसीसी विश्व कप 2023 की सफलतापूर्वक मेजबानी की। यह टूर्नामेंट पांच अक्टूबर से 19 नवंबर के दौरान 46 दिनों तक चला, इस दौरान 10 टीमों के बीच 48 मुकाबले खेले गए। टूर्नामेंट के मैच 10 शहरों अहमदाबाद, चेन्नई, हैदराबाद, पुणे, बेंगलुरु, मुंबई, कोलकाता, दिल्ली, लखनऊ और धर्मशाला में खेला गया। टूर्नामेंट में भारतीय टीम का शानदार प्रदर्शन रहा और उसने लगातार 10 मैचों में जीत हासिल की। हालांकि भारतीय टीम को खिताबी मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया के हाथों हार का सामना करना पड़ा।

गोवा में 37वें राष्ट्रीय खेलों का शानदार और सफल आयोजन
37वें राष्ट्रीय खेलों का उद्घाटन 26 अक्टूबर 2023 को गोवा के पंडित जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में प्रधानमंत्री मोदी द्वारा किया गया था। इस संस्करण ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों का प्रतिनिधित्व करने वाले 10,000 से अधिक खिलाड़ियों, कोचों और अधिकारियों की भागीदारी के साथ एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित किया। महाराष्ट्र 228 पदकों के साथ पदक तालिका में शीर्ष पर है, उसके बाद सर्विसेज और हरियाणा का स्थान है। राष्ट्रीय खेल दिवस 2023 भारत सरकार के मंत्रालयों और विभागों, राज्य सरकारों, विदेश में भारतीय मिशनों, शैक्षणिक संस्थानों आदि सहित विभिन्न हितधारकों की सक्रिय भागीदारी के साथ पूरे देश में मनाया गया। इस विभाग द्वारा विभिन्न महत्वपूर्ण पहल शुरू की गईं। राष्ट्रीय खेल दिवस में फिट इंडिया क्विज़ के तीसरे संस्करण का शुभारंभ, दो पोर्टल, एक राष्ट्रीय खेल महासंघों के लिए और दूसरा खेलो इंडिया बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के लिए शामिल है।

 

प्रतिभाओं की पहचान के लिए पहली बार खेलो इंडिया पैरा गेम्स
प्रतिभा की पहचान करने और युवा और महत्वाकांक्षी पैरा एथलीटों को चमकने का अवसर देने की दृष्टि से पहली बार खेलो इंडिया पैरा गेम्स 10 दिसंबर से 17 दिसंबर, 2023 तक दिल्ली में आयोजित किए गए। हरियाणा कुल 105 पदकों के साथ पहले स्थान पर रहा। उत्तर प्रदेश दूसरे और तमिलनाडु तीसरे स्थान पर रहा। खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स (केआईयूजी) 2022 का तीसरा संस्करण 25 मई से 3 जून, 2023 तक उत्तर प्रदेश में सफलतापूर्वक आयोजित किया गया। इस आयोजन में देश भर के 200 से अधिक विश्वविद्यालयों के लगभग 4700 एथलीटों ने भाग लिया। पंजाब विश्वविद्यालय 26 स्वर्ण पदक सहित 69 पदकों के साथ पदक तालिका में शीर्ष पर रहा, उसके बाद गुरु नानक देव विश्वविद्यालय, अमृतसर और जैन विश्वविद्यालय, कर्नाटक रहे।

 

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