प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश की कमान संभालते ही कहा था कि वे प्रधानमंत्री नहीं बल्कि सवा करोड़ नागरिकों के प्रधानसेवक हैं। बीते 51 महीने के कार्यकाल के दौरान उनके प्रेरणात्मक नेतृत्व में लोगों की मानसिकता पर प्रभावपूर्ण असर डाला है। आम लोगों के साथ उनके सहयोगी भी ऐसे उदाहरण प्रस्तुत कर रहे हैं जो देश को लेकर भविष्य आशंकाओं को निर्मूल साबित करते हैं। आजकल एक तस्वीर सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है जो यह साबित करता है कि पीएम मोदी के सहयोगी मंत्री भी उनका अनुसरण करते हैं और वीआईपी कल्चर को आईना दिखा रहे हैं।
देश के खिलाड़ियों को मेडल जीतते देखकर गर्व होता है और जब आप उसके पीछे की वजहों के बारे में सोचते हैं तो खिलाडियों की जबरदस्त मेहनत के साथ योगदान ऐसे व्यवहार का भी होता है जो इस तस्वीर में दिख रहा है।केंद्रीय मंत्री खुद खिलाड़ियों को सर्व करते हुए।दिल जीत लिया @Ra_THORe साहब। pic.twitter.com/niaESCMoTu
— Sushant Sinha (@SushantBSinha) August 27, 2018
दरअअसल एशियन गेम्स में खिलाड़ियों की हौसला अफजाई करने के लिए खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ आजकल इंडोनेशिया में हो रहे मौजूद हैं। वहीं की उनकी एक तस्वीर सोशल मीडिया में काफी सुर्खियां बटोर रही है। इस तस्वीर वे हाथ में ‘ट्रे’ लिए हुए हैं जिसमें खाना है। कहा जा रहा है कि जब खिलाड़ी और कोच खाना खा रहे थे तब उन्होंने अपने हाथों से खिलाड़ियों को खाना परोसा।
This amazing pic
This is #NewIndia
Minister serving players ?? pic.twitter.com/YUSpELXgQ2— Kapil Mishra (@KapilMishra_IND) August 27, 2018
इस फोटो को सोशल मीडिया पर खूब पसंद किया जा रहा है। ट्विटर पर यूजर इसके लिए उन्हें थैंक्स भी कह रहे हैं। एक यूजर लिखती हैं… एक sportsperson को पता है कि दूसरे sportsperson का सम्मान कैसे करना है। कोई इसे दिल को छू लेने वाली तस्वीर बता रहा है। तो कोई इसकी तुलना कांग्रेस राज से कर रहा है।
कितना बड़ा अंतर है . कॉंग्रेस के राज मेँ मंत्री ऐसे behave करते थे मानो यह खिलाड़ी उन के मातहत हैँ (I am using A sober term). यह मंत्री महोदय प्रंशसा व सम्मान के पात्र हैँ .
— Singh Vijay (@sinvijay1) August 27, 2018
— ?ANSHUL??? (@anshul862) August 27, 2018
वाकई कमाल की तस्वीर है।यह इस बात को भी दर्शाती है कि एक खिलाड़ी ही खिलाड़ी का सही सम्मान कर सकता है
— Samarjeet Singh sirohi (@Samarjeet999) August 27, 2018
गौरतलब है कि खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ एथेंस ओलंपिक में देश के लिए रजत पदक जीत चुके हैं। उस समय वह ओलंपिक में ऐसा कारनामा करने वाले देश के पहले खिलाड़ी थे। आपको बता दें कि एशियाई खेलों में भारतीय खिलाड़ियों ने देश के लिए अब तक 7 गोल्ड मेडल जीते हैं।
एक खिलाड़ी हैं वो पहले ।। देखकर अपार खुशी हुई । मोदी जी की सरकार में ऐसे ही काम होता है – साथ मिलकर , न कोई छोटा ना बड़ा ।।
— SushantPrakash (@Sushantprakash3) August 27, 2018
Sir, Yahi Change to chahie tha, Medal milna na milna to alag baat hai, Players ko asset samajha ja raha hai ye acchi baat hai.
— Rajesh Kumar (@RajeshKr78) August 27, 2018
A sport person can only feel this, and it’s good to India have a sport person as sport minister @Ra_THORe ??
— Kr. Ujjwal Singh (@iamujjwalsingh) August 27, 2018
भारत के पास प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के रूप में ऐसा नेतृत्व मौजूद है जिनकी सोच रचनाशील और दृष्टि विकासशील है। इनकी अगुवाई में बीते चार वर्षों में देश के लोगों ने हर क्षण सकारात्मकता का अहसास किया है। यही कारण है कि उनकी एक-एक बात हर भारतीय के लिए प्रेरणा का एक कारण बन जाती है और सोच में बदलाव का अनुभव करवाती है। आइये हम देश में बदल रही इसी सोच को इन 5 कहानियों के माध्यम से समझते हैं…
…जब पीएम मोदी से प्रेरित होकर भारत के एथलीटों ने किया शानदार प्रदर्शन
13 अगस्त 2017 को पीएम मोदी ने ट्वीट किया, ”जीत और हार जीवन का हिस्सा है। सभी एथलीट बचे हुए खेल में अपनी क्षमता के मुताबिक अच्छा प्रदर्शन करें और वो परिणाम को लेकर किसी भी तरह का बोझ अपने मन पर नहीं रखें।” इसके बाद खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन किया और रियो ओलंपिक में भारत ने दो पदक हासिल किए। दोनों पदक महिला एथलीट्स ने जीते। भारतीय बैडमिंटन टीम के राष्ट्रीय कोच पुलेला गोपीचंद ने कहा, ”हमारी जीत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ट्वीट का अहम योगदान रहा। इससे भारतीय खिलाड़ियों को बड़ी प्रेरणा मिली।”
दो युवाओं ने बना दिए ‘स्मार्ट गांव’
”कभी हमलोग सुना करते थे कि भारत से ब्रेन ड्रेन को रोकने के लिए कुछ करना पड़ेगा, भारत की धरती कई ‘मोती’ पैदा करती है… ये ब्रेन ड्रेन ‘गेन’ भी बन सकता है।” वर्ष 2015 में अमेरिका दौरे में कही गई पीएम मोदी की इस बात ने आईटी प्रोफेशनल्स रजनीश और योगेश को प्रेरित किया। दोनों युवाओं ने देश के लिए कुछ करने के लिए तय किया और सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र रायबरेली के बदहाल तौधकपुर गांव की तस्वीर बदलकर दी।
इनके बनाए गए ‘स्मार्ट गांव ऐप’ के कारण आज यहां 18 से 20 घंटे बिजली, वाई-फाई जोन, सीसीटीवी कैमरा, स्ट्रीट लाइट्स जैसी सुविधाएं हैं। किसानों को उपज की जानकारी भी मिल रही है। गांव के विकास कार्यों को रिकॉर्ड, ट्रैक और मॉनिटर किया जा रहा है।
गायत्री तैयार कर रहीं ‘रानी मिस्त्री’
पांच मई को पीएम मोदी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग से देशभर की महिलाओं से बात की थी। इनमें से एक हैं झारखंड में खूंटी की गायत्री। गायत्री ने ‘रानी मिस्त्री’ का प्रशिक्षण लेकर प्रधानमंत्री के स्वच्छता अभियान में हाथ बंटाया और कई शौचालय बनाए हैं।
2016 में ‘रानी मिस्त्री’ का प्रशिक्षण लेने के बाद वह तीन शौचालयों और प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 15 घरों का निर्माण कर चुकी हैं। वह अब ‘रानी मिस्त्री’ बनाने के लिए 30 लोगों की टीम को प्रशिक्षण भी दे रही हैं। जाहिर है पीएम मोदी की बातों से प्रेरणा लेकर ऐसी महिलाएं समाज की अन्य महिलाओं के लिए प्रेरणास्रोत बन गई हैं।
छात्रा ने पॉकेटमनी से बनवाए शौचालय
पीएम मोदी की स्वच्छता अभियान से प्रेरणा लेकर झारखंड में जमशेदपुर की मोंद्रिता चटर्जी ने पोटका गांव में दो शौचालय बनवाए। छठी क्लास की छात्रा मोंद्रिता ने 12 महीनों में 24 हजार रुपये बचाए। मोंद्रिता का कहना है कि दूसरे लोग भी इस तरह के काम कर स्वच्छता अभियान में हिस्सा ले सकते हैं।
हाई-वे पर सैल्यूट से सेना का सम्मान
14 अक्टूबर, 2016 को भोपाल में शौर्य स्मारक पर प्रधानमंत्री मोदी द्वारा शुरू किए गए ‘सैनिकों का सम्मान’ अभियान का लोग अनुसरण कर रहे हैं। अब बरेली और मुरादाबाद के बीच टोल बूथ पर काम कर कर कर्मचारी ‘सैनिकों के सम्मान’ में उन्हें सैल्यूट मारते हैं। वे सेना की गाड़ियों के ड्राइवर्स से पानी या अन्य किसी जरूरत के बारे में भी पूछते हैं।