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खालिस्तानी आतंकवादी का मुद्दा उठाकर घर में घिरे ट्रूडो, भारत में एनआईए का ताबड़तोड़ एक्शन

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खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भारत का हाथ होने की बात कही थी जिसका भारत जोरदार तरीके से जवाब दे चुका है। भारत ने कहा कि ये बेतुका और प्रेरित बयान है। इसके साथ ही कहा कि कनाडा आतंकवादियों का पनाहगाह बनता जा रहा है। जस्टिन ट्रूडो भारत पर मनमाना आरोप लगाकर अपने ही घर में घिर गए हैं। कनाडा के विपक्षी दल के नेता और लोग सबूत की मांग कर रहे हैं लेकिन वे सबूत पेश करने में अब तक नाकाम रहे हैं। वहीं ट्रूडो एक अन्य मामले में फंस गए। कनाडा की संसद ‘हाउस ऑफ कॉमन्स’ में एक पूर्व नाजी सैनिक का सम्मान करने पर बवाल मचा हुआ है। विवाद को बढ़ता देख सदन के स्पीकर एंथनी रोटा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है, हालांकि मामला शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। अब यूरोपीय देश पोलैंड इसी पूर्व नाजी सैनिक यारोस्लाव हुंका के प्रत्यर्पण की मांग की है। भारत ने भी पिछले कुछ सालों में कई खालिस्तानी आतंकवादियों के प्रत्यर्पण के लिए कनाडा को डोजियर दिए हैं। कई महत्वपूर्ण दस्तावेज मुहैया कराए जाने के बावजूद कनाडा ने इन पर कोई कार्रवाई नहीं की। भारत-कनाडा के बीच विवाद बढ़ने के बाद राष्ट्रीय जांच एंजेसी (एनआईए) ने भारत में खालिस्तानी आतंकवादियों के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई की है। खालिस्तानी आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई को जारी रखते हुए एनआईए ने 27 सितंबर को खालिस्तानियों के खिलाफ 6 राज्यों के 51 ठिकानों पर छापेमारी की है।

खालिस्तानी समर्थकों के खिलाफ भारत सरकार एक्शन मोड में
खालिस्तानी समर्थकों के खिलाफ भारत सरकार एक्शन मोड में हैं। देश की एकता और अखंडता के विरुद्ध आवाज उठाने वाले लोगों पर नकेल कसने के लिए सरकारी जांच एजेंसी एनआईए लगातार कई जगहों पर छापेमारी कर रही है। जांच एजेंसी ने पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली एनसीआर, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में तकरीबन चार दर्जन से अधिक यानी करीब 51 ठिकानों पर छापेमारी की है। आतंकियों, ड्रग्स डीलर्स और गैंगस्टर्स के बीच सांठगांठ को खत्म करने के लिए एनआईए के जरिए लगातार कार्रवाई की जा रही है। जिस तरह से खालिस्तानियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है और संपत्ति जब्त की जा रही है उससे साफ है कि भारत से उनका सफाया जल्द ही हो जाएगा। 

एआईए ने मांगी थी गैंगस्टरों की डिटेल
एनआईए ने उनके स्वयं के नाम पर या उनके सहयोगियों, दोस्तों और रिश्तेदारों के नाम पर स्वामित्व वाली संपत्तियों, परिसंपत्तियों, बिजनस के बारे में डिटेल शेयर करने का भी अनुरोध किया। इसमें उनके व्यापारिक साझेदारों, श्रमिकों, कर्मचारियों और संग्रह एजेंटों का डिटेल शेयर करने के लिए भी कहा गया है। एनआईए ने अपने पोस्ट में लॉरेंस बिश्नोई, जसदीप सिंह, काला जठेरी उर्फ संदीप, वीरेंद्र प्रताप उर्फ काला राणा और जोगिंदर सिंह की तस्वीरें उनके नामों के साथ जारी कीं। इसमें इस बात पर प्रकाश डाला गया कि इनमें से कई गैंगस्टर कनाडा में स्थित हैं।

‘खालिस्तान टाइगर फोर्स’ के ऊपर सबसे बड़ा प्रहार
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने 27 सितंबर को पंजाब के गैंगस्टर लॉरेन्स बिश्नोई, देवेंद्र बंबिहा के गिरोह से जुड़े लोगों के मामले में छापेमारी की। केंद्रीय एजेंसी ने तीन मामलों को लेकर छह राज्यों में 51 स्थानों पर छापा मारा। एनआईए की टीम पंजाब के मोगा और बठिंडा में तलाशी शुरू की। टीम मोगा जिले के गांव तख्तूपुरा में एक शराब ठेकेदार के घर पर ताबड़तोड़ छापेमारी की। इस ठेकेदार से गैंगस्टर अर्श डाला ने फिरौती मांगी थी और इस ठेकेदार ने फिरौती का कुछ हिस्सा अर्श डाला को दिया था। इस संबंध में एनआईए जांच कर रही है। खालिस्तानी संगठन ‘खालिस्तान टाइगर फोर्स’ के ऊपर सबसे बड़ा प्रहार माना जा रहा है। अर्शदीप डाला के पंजाब और अन्य राज्यों में नेटवर्क को खंगाला जा रहा है। गृह मंत्रालय ने इसी साल अर्शदीप सिंह गिल को आतंकी घोषित किया था।

अर्श डाला के हरदीप सिंह निज्जर से थे नजदीकी संबंध
अर्शदीप सिंह गिल उर्फ अर्श डाला पंजाब के मोगा जिले का रहने वाला है। मौजूदा समय में वह कनाडा में रह रहा है। यह खालिस्तान टाइगर फोर्स (केटीएफ) नामक संगठन से संबंध रखता है। अर्श डाला के आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर से नजदीकी संबंध थे, जिसकी कनाडा में हत्या कर दी गई थी। वह उसकी तरफ से आतंकी गतिविधियां चलाता था। अर्शदीप सिंह गिल उर्फ अर्श डाला आतंकवादी गतिविधियों के अलावा जघन्य अपराधों जैसे हत्या, जबरन वसूली और टारगेट क‍िल‍िंग में भी शामिल है। यही नहीं अर्श डाला बड़ी मात्रा में सीमापार से नशीले पदार्थों और हथियारों की तस्करी और आतंकी फंड‍िंग में भी शामिल है।

अर्श डाला ने करवाई थी कांग्रेस नेता की हत्या
पंजाब के मोगा जिले में कांग्रेस नेता बलजिंदर सिंह बल्ली की पिछले दिनों दिनदहाड़े उनके घर में घुसकर हत्या कर दी गई थी। खालिस्तानी आतंकी अर्श डाला ने उनकी हत्या की जिम्मेदारी ली थी। आतंकी अर्श डाला ने फेसबुक पर एक पोस्ट शेयर की थी जिसमें उसने लिखा था कि इसने मेरी मां को काफी रुलाया है। इसकी वजह से मेरी मां को एक हफ्ते तक सीएआई ने अपने पास बैठा कर रखा। मेरे घर में पुलिस के साथ जाकर तोड़फोड़ करवाई। मैं आज जो हारा हूं वह इसकी बदौलत से, इसकी वजह से हुआ है सब।

उत्तराखंड में गन हाउस पर रेड
एनआईए ने उत्तराखंड के उधम सिंह नगर के बाजपुर थाना क्षेत्र में एक गन हाउस पर छापा मारा। उत्तराखंड के देहरादून जिले के क्लेमेनटाउन थाना क्षेत्र में एनआईए ने एक और घर पर छापा मारा। एनआईए की टीम ने गन हाउस में हथियारों की जांच की। एनआईए ने आतंकी सरगना नेटवर्क से जुड़े 43 लोगों की डिटेल भी जारी की थी जिनका कनाडा से संबंध हैं।

फरीदकोट में एनआईए की रेड, फिरोजपुर में 1 गिरफ्तार
फरीदकोट जिले के गांव जीवन वाला में एनआईए ने रेड की। फरीदकोट के केंद्रीय माडर्न जेल में बंद सुखजीत सिंह सीतू पुत्र गुरदेव सिंह के घर पर एनआईए ने रेड की। पारिवारिक सदस्यों से जांच एजेंसी ने पूछताछ की। वहीं जांच के दौरान फिरोजपुर में पुलिस ने एक व्यक्ति को हिरासत में लिया है।

पंजाब के मोगा व बठिंडा में छापेमारी
पंजाब के मोगा में भी छापेमारी की गई। एनआईए ने लॉरेंस बंबीहा और अर्श डाला सहयोगियों से संबंधित स्थानों पर छापेमारी की। एनएआई की टीमों ने बठिंडा में दो जगह पर रेड मारी है। इसमें मोड मंडी के रहने वाले गैंगस्टर हैरी मोड और गांव जेठू के गुरप्रीत गुरी के घर पर रेड की गई। ये दोनों नामी गैंगस्टरों के लिए काम करते है। गैंगस्टर हैरी मोड गैंगस्टर हर्ष दीप डाला के लिए काम करता है जबकि गैंगस्टर गुरदीप सिंह गुरी अलग-अलग गैंग के लिए काम करता है जिन पर कई आपराधिक मामले दर्ज हैं।

गोल्डी बरार के 1000 से ज्यादा ठिकानों पर छापेमारी
इससे पहले 21 सितंबर को एनआईए ने भगोड़े गैंगस्टर गोल्डी बरार से जुड़े पंजाब और हरियाणा में 1000 से ज्यादा ठिकानों पर छापेमारी की थी। पंजाब पुलिस के अधिकारियों ने एनआईए के साथ मिलकर इस ऑपरेशन को अंजाम दिया था। गोल्डी बरार एनआईए द्वारा नामित सर्वाधिक वांछित गैंगस्टरों में से एक है। उस पर हाल ही में एक अन्य गैंगस्टर सुक्खा दुनीके की हत्या के पीछे भी होने का संदेह है, जिसकी कनाडाई शहर विन्निपेग में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।

आतंकी लखबीर के साथियों के 48 ठिकानों पर छापेमारी
फिरोजपुर में पंजाब पुलिस ने 25 सितंबर को पाकिस्तान की सीमा से लगे फिरोजपुर जिले में खालिस्तान समर्थक आतंकी लखबीर सिंह के सहयोगियों के 48 ठिकानों पर छापेमारी की। मक्खू, मल्लांवाला, जीरा, तलवंडी भाई और मुदकी में छापे के दौरान 12 लोगों से पूछताछ की गई। पुलिस के मुताबिक, कई दिनों से लखबीर के नाम से रंगदारी के लिए लोगों को फोन आ रहे थे। जीरा में 15 लाख की रंगदारी न देने पर लखबीर के गुर्गों ने दुकानदार पर गोलियां चलाई थीं।

हरियाणा में मोस्टवांटेड हिमांशु उर्फ भाऊ व साहिल के ठिकानों पर छापा
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने हरियाणा में कई जगह दबिश दी। रोहतक, फतेहाबाद और सिरसा में रेड हुई है। एनआईए की टीम रोहतक के गांव रिटौली पहुंची और मोस्टवांटेड हिमांशु उर्फ भाऊ व उसके साथी साहिल के ठिकानों पर छापा मारा। हिमांशु उर्फ भाऊ रोहतक के गांव रिटौली का रहने वाला है। वह 2020 से ही फरार चल रहा है। उसके खिलाफ रोहतक में हत्या, हत्या का प्रयास, धोखाधड़ी, अवैध हथियार, लूट, रंगदारी मांगने के 10 केस दर्ज हैं। इसके अलावा झज्जर में सात व दिल्ली में एक अन्य आपराधिक केस में वह वांछित है।

हिमांशु उर्फ भाऊ विदेश से रंगदारी मांगने का रैकेट चला रहा
भाऊ नीरज बवाना व नवीन बाली गैंग से संबंध रखता है। उसने फर्जी नाम, पता, जाली कागजातों का प्रयोग कर धोखाधड़ी से पासपोर्ट बनवाया। पुलिस का मानना है कि आरोपी हिमांशु उर्फ भाऊ अब भी विदेश से रंगदारी मांगने का रैकेट चला रहा है। आरोपी विदेश से अपने साथियों के साथ मिलकर देश में व्यापारियों व अन्य लोगों से वाट्सअप के माध्यम से रंगदारी की डिमांड करता है। पीड़ित द्वारा रंगदारी न देने पर आरोपी ने अपने अन्य साथियों के माध्यम से उन पर जानलेवा हमला भी करवाया है। दिल्ली पुलिस स्टेशन में अवैध हथियारों की तस्करी का केस भी दर्ज है। उसके खिलाफ रेड कार्नर नोटिस भी जारी हो चुका है। पुलिस ने 13 अप्रैल को हिमांश उर्फ भाऊ से जुड़े ठिकानों पर एक साथ दबिश दी थी। दबिश में 79 मोबाइल फोन, 50 सिम कार्ड, 7 लाख रुपये नकद, 2 मोटरसाइकिल, 16 कारतूस, 9 आधार कार्ड, 13 पेटी शराब देशी, विदेशी मुद्रा, एटीएम कार्ड, पासपोर्ट, बैंक दस्तावेज, डायरी व नोटबुक व अन्य सामान बरामद किया गया था। आरोपी साहिल भी उसके गांव का रहने वाला है।

फतेहाबाद में हरजीत सिंह के घर में रेड
फतेहाबाद के गांव भड़ोलावाली में एनआईए की टीम ने अलसुबह में रेड की। रेड गांव के हरजीत सिंह के घर पर हुई। विदेश में छुपे आतंकी अर्शदीप उर्फ अर्श डाला और गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के साथ हरजीत सिंह के संबध का इनपुट एनआईए टीम को मिला। उसी इनपुट के आधार पर एनआईए की टीम ने रेड की है।

राजस्थान में के 13 जिलों में NIA की छापेमारी 
राजस्थान के 13 जिलों हनुमानगढ़, झुंझुनूं, गंगानगर, जोधपुर, बीकानेर, जैसलमेर, सीकर, पाली, जोधपुर ग्रामीण, बाड़मेर, कोटा ग्रामीण, भीलवाड़ा और अजमेर में NIA की टीमों ने छापेमारी की। जहां छापेमारी की गई, उन लोगों के बैंक खातों में हुए ट्रांजेक्शन की भी जांच की जा रही है। हाल ही में राजस्थान के 10 से ज्यादा जिलों को भी खालिस्तानी के नए नक्शे में दिखाया गया है।

बब्बर खालसा इंटरनेशनल दुनिया भर में फैला रहा अपना जाल
26 सितंबर को जानकारी सामने आई कि एनआईए की ओर से दाखिल चार्जशीट के जरिए जानकारी सामने आई कि खालिस्तान समर्थक प्रतिबंधित आतंकी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल (BKI) दुनिया भर के देशों में अपना नेटवर्क फैलाता जा रहा है। इस संगठन ने गैंगस्टर्स और खालिस्तान समर्थकों को एक साथ लाते हुए आतंकी-गैंगस्टर नेटवर्क बनाया है। यह संगठन विभिन्न देशों में बसे खालिस्तान समर्थकों की मदद से अपने महत्वपूर्ण सदस्यों और तड़ीपार आतंकियों को बसाने की कोशिश कर रहा है। गैंगस्टर खालिस्तान समर्थकों के लिए टारगेट किलिंग में शूटरों का काम कर रहे हैं। बदले में उन्हें सीमा पार से अत्याधुनिक हथियार मिलते हैं। एनआईए के मुताबिक, बीकेआई ने महत्वपूर्ण सुरक्षा प्रतिष्ठानों को निशाना बनाया और हमला किया। इनमें पंजाब के मोहाली स्थित इंटेलिजेंस मुख्यालय और तरनतारन में सरहाली पुलिस स्टेशन पर आरपीजी हमला शामिल है।

बब्बर खालसा इंटरनेशनल कई देशों में प्रतिबंधित
यह भारत, कनाडा, यूरोपीय संघ, जापान, मलेशिया, यूनाइटेड किंगडम और अमेरिका सहित कई देशों की ओर से आधिकारिक तौर पर प्रतिबंधित और अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी संगठन के रूप में नामित किया गया है। एनआईए के मुताबिक, बीकेआई का प्रमुख वाधवा सिंह बब्बर पाकिस्तान में छिपा हुआ है।

मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की हत्या में भी था शामिल
चार्जशीट में कहा गया है, मेहल सिंह बीकेआई का उप प्रमुख है। मेहल और वाधवा दोनों उन 20 आतंकियों में से हैं, जिन्हें भारत चाहता है कि पाकिस्तान प्रत्यर्पित करे। वाधवा सिंह बब्बर ने 31 अगस्त, 1995 को पंजाब के मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की हत्या की निगरानी की थी। वाधवा ने जनवरी, 2004 में हत्याकांड के आरोपित जगतार सिंह हवारा को बुड़ैल जेल से भागने की साजिश रची थी।

खालिस्तानी आतंकी करणवीर के खिलाफ रेड कार्नर नोटिस
इंटरपोल ने 25 सितंबर को प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआइ) के करणवीर सिंह के खिलाफ रेड कार्नर नोटिस जारी किया। उस पर आपराधिक साजिश रचने हत्या शस्त्र अधिनियम और विस्फोटक पदार्थ अधिनियम आतंकी फंडिंग करने साजिश रचने और आतंकवादी गिरोह का सदस्य होने सहित कई मामले दर्ज हैं। इंटरपोल पोर्टल के अनुसार 38 वर्षीय करणवीर सिंह मूल रूप से पंजाब के कपूरथला जिले का रहने वाला है।

भारत में वांछित आतंकी है करणवीर
इंटरपोल पोर्टल के अनुसार 38 वर्षीय करणवीर सिंह मूल रूप से पंजाब के कपूरथला जिले का रहने वाला है। करणवीर भारत में वांछित आतंकी है। उस पर आपराधिक साजिश रचने, हत्या, शस्त्र अधिनियम और विस्फोटक पदार्थ अधिनियम, आतंकी फंडिंग करने, साजिश रचने और आतंकवादी गिरोह का सदस्य होने सहित कई मामले दर्ज हैं।

गैंगस्टर हिमांशु के खिलाफ रेड नोटिस
इससे पहले, इंटरपोल ने गैंगस्टर हिमांशु उर्फ भाऊ के खिलाफ रेड नोटिस जारी किया था। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो द्वारा अपने देश में हुई आतंकी निज्जर की हत्या में भारत का हाथ होने के आरोप लगाने के बाद भारत और कनाडा के बीच चल रही तनातनी के मध्य इंटरपोल की ओर से करणवीर के खिलाफ यह कदम उठाया गया है।

पाकिस्तान के आईएसआई का मिल रहा समर्थन
इन मामलों में आरोपित हरियाणा, दिल्ली व उत्तर प्रदेश सहित अन्य राज्यों से हैं, जो बीकेआई के निर्देशों पर काम कर रहे हैं। जांच एजेंसी के अनुसार, बीकेआई आतंकवादियों की उपस्थिति भारत के बाहर पाकिस्तान, उत्तरी अमेरिका, यूरोप और स्कैंडिनेविया में है। बीकेआई वर्तमान में अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन, बेल्जियम, फ्रांस, जर्मनी, नार्वे, स्विट्जरलैंड और पाकिस्तान में सक्रिय है। आतंकी समूहों को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई का पूरा समर्थन मिल रहा है।

जांच एजेंसी ने गुरपतवंत सिंह पन्नू की संपत्ति जब्त की
कुछ दिनों पहले एनआईए ने गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम के तहत चंडीगढ़ और अमृतसर में खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नून के स्वामित्व वाली संपत्तियों को जब्त कर लिया था। चंडीगढ़ में सेक्टर 15 स्थित पन्नू के आवास के बाहर संपत्ति जब्ती का नोटिस चिपका हुआ देखा गया। पन्नू प्रतिबंधित संगठन सिख फॉर जस्टिस (SFJ) का मुखिया है। वह कनाडा और दूसरे देशों से लगातार भारत विरोधी बातें करता रहता है। हाल ही में कनाडा-भारत विवाद में उसने कनाडा में रहने वाले हिंदुओं को भी धमकी दी थी। इसके साथ ही एनआईए ने लॉरेंस बिश्नोई, जसदीप सिंह, काला जठेरी उर्फ ​​संदीप, वीरेंद्र प्रताप उर्फ ​​काला राणा और जोगिंदर सिंह की तस्वीरें उनके नाम के साथ जारी कीं। इसमें इस बात पर प्रकाश डाला गया कि इनमें से कई गैंगस्टर कनाडा में स्थित हैं।

पन्नू अब इन प्रॉपर्टी का मालिक नहीं रहा
NIA की तरफ से अमृतसर के गांव खानकोट में पन्नू की 46 कनाल की प्रॉपर्टी जब्त की गई है। खानकोट पन्नू का पैतृक गांव है। यह एग्रीकल्चर लैंड है। वहीं चंडीगढ़ के सेक्टर 15 C में पन्नू का घर है। पहले 2020 में इन्हें अटैच किया गया था। अब NIA ने इन्हें जब्त कर लिया। कानूनी तौर पर अब पन्नू इन प्रॉपर्टी का मालिक नहीं रहा। यह प्रॉपर्टी अब सरकार की हो गई हैं।

2020 में आतंकी घोषित हुआ पन्नू
भारत सरकार ने 2019 में आतंकी गतिविधियां चलाने के आरोप में गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम यानी UAPA के तहत पन्नू के संगठन SFJ पर बैन लगाया। गृह मंत्रालय ने अपनी अधिसूचना में कहा था कि सिखों के लिए रेफरेंडम की आड़ में SFJ पंजाब में अलगाववाद और उग्रवादी विचारधारा का समर्थन कर रहा है। पन्नू पर साल 2020 में अलगाववाद को बढ़ावा देने और पंजाबी सिख युवाओं को हथियार उठाने के लिए प्रोत्साहित करने का आरोप लगा। इसके बाद केंद्र सरकार ने 1 जुलाई 2020 को पन्नू को UAPA के तहत आतंकी घोषित किया। 2020 में सरकार ने SFJ से जुड़े 40 से ज्यादा वेबपेज और यूट्यूब चैनलों को बैन किया।

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