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मोदी राज में नौ साल में 59 प्रतिशत बढ़ा रोड नेटवर्क, चीन को पछाड़ अमेरिका के बाद दूसरे स्थान पर पहुंचा भारत

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार देश के इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने पर विशेष ध्यान दे रही है। इसका परिणाम है कि इस क्षेत्र में रोज नए कीर्तिमान स्थापित हो रहे हैं। रोड नेटवर्क के मामले में भारत को एक और सफलता मिली है। अब रोड नेटवर्क मामले में चीन को पछाड़कर भारत दूसरे स्थान पर आ गया है। रोड नेटवर्क मामले में अमेरिका पहले नंबर पर है। देश में मोदी सरकार बनने के बाद से ही देश में तेज गति से सड़कों का निर्माण हो रहा है।

केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि पिछले नौ वर्षों में देश में राष्ट्रीय राजमार्गों की कुल लंबाई लगभग 59 प्रतिशत बढ़ी है। इस विस्तार के साथ ही भारत के पास अब अमेरिका के बाद दूसरा सबसे बड़ा सड़क नेटवर्क है। उन्होंने यह भी कहा कि पिछले 9 साल में भारत ने रोड सेक्टर में 7 वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाए हैं।

दिल्ली में मोदी सरकार की 9 साल की उपलब्धियां विषय पर 27 जून को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए गडकरी ने कहा कि 2013-14 में राष्ट्रीय राजमार्गों की कुल लंबाई 91,287 किलोमीटर थी जो 2022-23 में बढ़कर 1,45,240 किलोमीटर हो गयी जो, इस अवधि में 59 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि है। उन्होंने यह भी कहा कि पिछले नौ वर्षों में फोर-लेन राष्ट्रीय-राजमार्ग में वृद्धि लगभग दोगुनी हो गई है। 2013-14 में फोर-लेन राष्ट्रीय-राजमार्ग की यह लंबाई 18,371 किलोमीटर थी जो, पिछले नौ वर्षों में बढ़कर 44,654 किलोमीटर हो गई है।

गडकरी ने कहा कि फास्टैग को शुरू करने से टोल संग्रह में काफी उछाल आया है। उन्होंने कहा कि टोल से राजस्व संग्रह 2013-14 के 4,700 करोड़ से बढ़कर 2022-23 में 41,342 करोड़ हो गया है। श्री गडकरी ने आगे कहा कि सरकार का लक्ष्य 2030 तक टोल राजस्व संग्रह को 1,30,000 करोड़ तक पहुंचना है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इससे टोल प्लाजा पर प्रतीक्षा समय भी कम हो गया है। 2014 में टोल प्लाजा पर प्रतीक्षा समय 734 सेकेंड था जबकि 2023 में यह घटकर 47 सेकंड रह गया है। हमें उम्मीद है कि हम जल्द ही इसे घटाकर 30 सेकेंड कर लेंगे। एक शोध के अनुसार इस कदम से टोल प्लाजा पर इंतजार के कारण बर्बाद होने वाले ईंधन खर्च में लगभग 70,000 करोड़ रुपए की बचत हुई है।

उन्होंने कहा कि उत्तर पूर्व क्षेत्र में सड़क राजमार्ग नेटवर्क के विस्तार पर विशेष जोर दिया जा रहा है। इस क्षेत्र में 2 लाख करोड़ से अधिक लागत की परियोजनाएं चलाई जा रही हैं। उन्होंने यह भी कहा कि राष्ट्रीय राजमार्गों पर यात्रा के सुखद अनुभव प्रदान करने के उद्देश्य से सड़क किनारों पर 670 सुविधाएं विकसित की जा रही हैं।

गडकरी ने कहा कि एनएचएआई के आईएनवीआईटी (इंफ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट) मॉडल के तहत एक बॉन्ड इश्यू लॉन्च किया गया और इसे जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली है। मुंबई स्टॉक एक्सचेंज पर इसकी उपलब्धता के पहले दिन के भीतर बांड को सात गुना अधिक अभिदान मिला। श्री गडकरी ने निवेशकों से एनएचएआई आईएनवीआईटी में निवेश करने का आग्रह किया जो पारंपरिक बैंक दरों से ज़्यादा 8.05 प्रतिशत की आकर्षक ब्याज दर प्रदान कर रहा है।

हरित पहल के मुददे पर गडकरी ने कहा कि एनएचएआई ने पिछले नौ वर्षों में 68,000 से अधिक पेड़ों का प्रत्यारोपण किया, जबकि 3.86 करोड़ नए पेड़ लगाए। उन्होंने कहा कि एनएचएआई ने देश-भर में राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे 1500 से अधिक अमृत सरोवर विकसित किए हैं। गडकरी ने यह भी बताया कि मंत्रालय ने दिल्ली रिंग रोड परियोजना के लिए सड़क निर्माण में 30 लाख टन कचरे का उपयोग किया है, जो अपशिष्ट प्रबंधन और टिकाऊ बुनियादी ढांचे के विकास के प्रति एक सक्रिय दृष्टिकोण है।

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