Home समाचार प्रधानमंत्री मोदी के लक्षद्वीप यात्रा की तस्वीरें सामने आते ही क्यों होने...

प्रधानमंत्री मोदी के लक्षद्वीप यात्रा की तस्वीरें सामने आते ही क्यों होने लगी राजीव गांधी के फैमिली टूर की चर्चा?

SHARE

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 2 और 3 जनवरी को अपनी लक्षद्वीप यात्रा के दौरान कई कार्यक्रमों में तो शामिल हुए ही, यहां के शानदार समुद्र किनारे समय बिताने के साथ ही उन्होंने स्नॉर्कलिंग का भी आनंद लिया। उन्होंने यहां प्रोफेशनल डाइवर्स के साथ स्नोर्कलिंग की और समुद्र के अंदर की दुनिया भी देखी। यात्रा से जुड़ी कई तस्वीरें शेयर करते हुए उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर पोस्ट किया, “हाल ही में, मुझे लक्षद्वीप के लोगों के बीच रहने का अवसर मिला। मैं अभी भी इन द्वीपों के स्तंभित करने वाले सौन्दर्य और यहां के लोगों की शानदार गर्मजोशी से अभिभूत हूं। मुझे अगत्ती, बंगाराम और कवरत्ती में वहां के लोगों के साथ बातचीत करने का अवसर मिला। मैं द्वीप के लोगों को उनके आतिथ्य के लिए धन्यवाद देता हूं। यहां कुछ झलकियां हैं, जिनमें लक्षद्वीप की हवाई झलकियां भी शामिल हैं…”

एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा कि लक्षद्वीप की प्राकृतिक सुंदरता ने उनके अंदर ऊर्जा भर दी है और अब वह 140 करोड़ भारतवासियों के कल्याण के लिए और भी अधिक मेहनत करेंगे।

प्रधानमंत्री मोदी ने लक्षद्वीप में समुद्र किनारे वक्त गुजारने के साथ स्नॉर्कलिंग कर रोमांचक पल बिताए। उन्होंने यह भी कहा कि रोमांच के शौकीन लोगों को यहां जरूर आना चाहिए। लक्षद्वीप को बेहतरीन टूरिस्ट डेस्टिनेशन बताते हुए उन्होंने लोगों से इसे अपनी ट्रैवल लिस्ट में शामिल करने की अपील की।

प्रधानमंत्री ने लिखा कि प्राचीन समुद्र तटों के साथ सुबह की सैर भी शुद्ध आनंद के क्षण थे। उन्होंने कहा कि लक्षद्वीप सिर्फ द्वीपों का एक समूह नहीं है। यह परंपराओं की एक कालातीत विरासत है, और इसके लोगों की भावना का एक प्रमाण है। मेरी यात्रा सीखने और बढ़ने की एक समृद्ध यात्रा रही है।

प्रधानमंत्री मोदी के लक्षद्वीप यात्रा की तस्वीरें शेयर करते ही सोशल मीडिया पर पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के फैमिली टूर की चर्चा होने लगी। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के बेटे राजीव गांधी ने मीडिया की नजरों से बचते हुए 26 दिसंबर 1987 से 6 जनवरी 1988 के बीच परिवार और रिश्तेदारों के साथ लक्षद्वीप की यात्रा की थी। सबसे बड़ी बात तो यह थी कि इस यात्रा के दौरान छु्ट्टी मनाने के लिए लिए युद्धपोत आईएनएस विराट का गलत इस्तेमाल किया गया। इस फैमिली ट्रिप में मेहमानों में सोनिया गांधी ने इटली से अपनी बहन, बहनोई, भतीजी, मां, भाई और मामा को शामिल किया था। इसके अलावा राहुल, प्रियंका के दोस्तों और अमिताभ को भी सपरिवार शामिल किया गया। गांधी परिवार को ले जाने के लिए आईएनएस विराट का इस्तेमाल हुआ था। राजीव के परिवार के लिए उसे देश की सुरक्षा से हटा दिया गया। मेहमानों को लाने-ले जाने और जरूरी सामान जुटाने के लिए भी सेना के विमान का भी दुरुपयोग किया गया था। इसमें लक्षद्वीप प्रशासन को भी लगाया गया। पिकनिक के लिए शराब दिल्ली से ले जाई गई थी। चिकन, फल, सब्जियां, कोल्ड ड्रिंक, चॉकलेट और पानी की बोतलें लक्षद्वीप, कावारत्ती और कोचीन से मंगाई गई थीं। आईएनएस विराट को पूरे 10 दिन के लिए अरब सागर में तैनात किया गया था और अगत्ती में स्पेशल सैटेलाइट का सेटअप भी लगाया गया था। गांधी परिवार ने अपने इस दौरे को बेहद गोपनीय रखा था।


मीडिया से इस गोपनीय दौरे को छुपाने के लिए पूरे प्रयास किए गए फिर भी मीडिया को इसकी जानकारी हो गई। मीडिया को इसकी जानकारी तब हुई जब राहुल गांधी ने अपने चार दोस्तों के साथ लक्षद्वीप प्रशासन के नारंगी और सफेद रंग के एक हेलिकॉप्टर से उड़ान भरी थी। ऐसे में सोशल मीडिया पर लोग कह रहे हैं कि एक प्रधानमंत्री मोदी हैं जो लक्षद्वीप जाकर वहां पर्यटन को बढ़ावा देना चाहते हैं, वहीं राजीव परिवार ने इसे निजी पिकनिक स्पॉट बना दिया था। देखिए सोशल मीडिया पर क्या क्या कह रहे हैं लोग-

Leave a Reply