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‘मन की बात’ में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा- जो देश फिट होगा वो हमेशा हिट रहेगा

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को देशवासियों के साथ ‘मन की बात’ कार्यक्रम की। उन्होंने अपने 62वें मन की बात कार्यक्रम में हुनर हाट से लेकर भागीरथी अम्मा तक का जिक्र करते हुए कई प्रेरणादायी बातें बताईं। उन्होंने महज 12 वर्ष की उम्र में 7 हजार मीटर ऊंची माउंट एकोनगोवा की चोटी को फतह करने वाली काम्या कार्तिकेयन का जिक्र किया तो 105 वर्षीय भागीरथी अम्मा की अद्भुत कहानी भी बताई। साथ ही आने वाले परीक्षाओं के लिए स्टूडेंट्स को शुभकामनाएं भी दीं।

पीएम मोदी ने फिटनेस पर चर्चा करते हुए कहा कि जो देश फिट होगा वह हमेशा हिट रहेगा। दक्षिण अमेरिका की 7000 मीटर की सबसे ऊंची चोटी माउंट एकोनगोवा को फतह करने वाली काम्या कार्तिकेयन को बधाई दी। उन्होंने कहा कि काम्या ने सबसे पहले वहां हमारा तिरंगा फहराया। अब काम्या “मिशन साहस” पर है। वह सभी महाद्वीपों को सभी ऊंची चोटियों को फतह की कोशिश में जुटी है। उन्होंने कहा, “काम्या की सफलता सभी को फिट करने के लिए भी प्रेरित करती है। इनती कम उम्र में काम्या जिस ऊंचाई पर पहुंची है उसमें फिटनेस का भी बहुत बड़ा योगदान है। A nation that is fit will be a nation that will be hit यानि जो देश फिट है वो हमेशा हिट भी रहेगा।”  

पीएम मोदी ने कहा,”आने वाले महीने एडवेंचर स्पोर्ट्स के लिए बहुत उपयुक्त है। भारत की Geography ऐसी है जो हमारे देश में एडवेंचर स्पोर्ट्स के लिए ढेरों अवसर प्रदान करती है। एक तरफ जहां ऊंचे-ऊंचे पहाड़ है, वहीं दूसरी तरफ दूर-दूर तक फैला रेगिस्तान है। एक ओर जहां घने जंगलों का बसेरा है, वहीं दूसरी ओर समुद्र का असीम विस्तार है। इसलिए मेरा आप सब से विशेष आग्रह है कि आप भी अपनी पंसद की जगह और अपने रूचि की एक्टिविटि चुनें और अपने जीवन को एडवेंचर के साथ जरूर जोड़ेे। जिंदगी में ए़डवेंचर जरूरी है ना?”

केरल के कोल्लम की रहने वाली भागीरथी अम्मा की चर्चा करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि अगर हम जीवन में प्रगति करना चाहते हैं, विकास करना चाहते हैं, कुछ कर गुजरना चाहते हैं तो पहली शर्त यही होती है कि अपने भीतर का विद्यार्थी कभी मरना नहीं चाहिए। उन्होंने कहा कि 105 वर्षीय भागीरथी अम्मा की कहानी अदभुत है। भागीरथी अम्मा ने अपना हौसला नहीं खोया, इस उम्र में उन्होंने लेवल फोर की परीक्षा में 75% अंक प्राप्त किए। गणित में उन्हें 100 अंक मिले हैं। अम्मा अब और आगे पढ़ना चाहती हैं। जीवन में आगे बढ़ने के लिए अम्मा यही प्रेरणा देती है। 

दिल्ली के हुनर हाट का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि यहां पर उन्हें विविधता का रंग देखने को मिला। हुनर हाट में उन्होंने देश की विशालता, संस्कृति, परंपराओं की विविधिताओं के दर्शन किए और बिहार के लिट्टी-चोखे का आनंद लिया। उन्होंने कहा कि हुनर हाट के पीछे शिल्पकारों की साधना, लगन और हुनर के प्रति प्रेम की कहानियां हैं। हुनर हाट कला के प्रदर्शन के लिए एक मंच तो है ही साथ ही साथ लोगों को रोजगार को भी बढ़ावा दे रहा है। सबको हुनर हाट जरूर जाना चाहिए।

पीएम मोदी ने कहा कि श्रीहरिकोटा से होने वाली रॉकेट लॉन्चिंग को अब सामने बैठकर देखा जा सकता है। इसके लिए विजिटर गैलरी बनाई गई है। 10 हजार लोगों के बैठने की व्यवस्था है। कई स्कूल अपने विद्यार्थियों को रॉकेट लॉन्चिंग दिखाने के लिए ले जा रहा हैं। स्कूल के प्रिंसिपल से आग्रह करता हूं कि वे छात्रों को ले जाएं। युविका, युवा विज्ञानी कार्यक्रम इसरो का कार्यक्रम है। इस कार्यक्रम में युवा छुट्टियों के दिनों में स्पेस साइंस, और स्पेस कार्यक्रम के बारे में सीखते हैं। युविका का मतलब युवा विज्ञानी कार्यक्रम है। यह कार्यक्रम हमारे जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान और जय अनुसंधान के विजन के अनुरूप है। पीएम ने विद्यार्थियों से इसरो के युविका कार्यक्रम में खुद को जोड़ने की भी अपील की।  

मन की बात में पीएम मोदी ने कहा कि लद्दाख के एयरपोर्ट से जब AN-32 विमान ने उड़ान भरी तो एक नया इतिहास बन गया। इस उड़ान में 10 फीसदी इंडियन बायो जेट फ्यूल का मिश्रण किया गया। ऐसा पहली बार हुआ जब दोनों इंजनों में इस मिश्रण का इस्तेमाल किया गया। जहां से इस विमान ने उड़ान भरी यह दुनिया के सबसे ऊंचाई पर बसे एयरपोर्ट में से एक है। 

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमारा नया भारत, अब पुराने एप्रोच के साथ चलने को तैयार नहीं है। खासतौर पर न्यू इंडिया की हमारी बहनें और माताएं तो आगे बढ़कर उन चुनौतियों को अपने हाथों में ले रही हैं, जिनसे पूरे समाज में एक सकारात्म परिवर्तन देखने को मिल रहा है। उन्होंने कहा कि बिहार के पूर्णिा की कहानी देशभर के लोगों को प्रेरणा से भर देने वाली है। ये वो इलाका है जो दशकों से बाढ़ की त्रासदी से जूझता रहा है। ऐसे में यहां खेती और आय के अन्य संसधानों को जुटाना बहुत मुश्किल रहा है। मगर इन्हीं परिस्थतियों में पूर्णियां की कुछ महिलाओं ने एक अलग रास्ता चुना है।

पीएम मोदी ने कहा कि यहां की महिलाएं शहतूत के पेड़ पर रेशम के कीड़ों से कोकुन तैयार करती थीं, जिसका उन्हें मामूली दाम मिलता था। उसे खरीदकर उससे रेशम के धागे बनाने वाले लोगों को अच्छी कीमत मिलती थी। बाद में इन महिलाओं ने नई शुरुआत की। इन महिलाओं ने सरकार के सहयोग से शहतूत उत्पादन समूह बनाए। फिर रेशम के धागे बनाए और इन धागों से उन्होंने खुद ही साड़ी बनवाकर बेचना शुरू किया। अब ये साड़िया हजारों में बिक रही हैं।

भारत की जैव विवधिता की चर्चा करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि Biologists ने मछली की एक ऐसी नई प्रजाति की खोज की है जो केवल मेघालय में गुफाओं के अंदर पाई जाती है। माना जा रहा है कि यह मछली गुफाओं में जमीन के अंदर रहने वाले जल जीवों की प्रजातियों में से सबड़े बड़ी है। यह मछली ऐसी गहरी और अंधेरी अंडरग्राउंड caves में रहती हैं, जहां रोशनी भी शायद ही पहुंच पाती है। वैज्ञानिक इस भी इस बात से आश्चर्यचकित हैं कि इतनी बड़ी मछली इतनी गहरी गुफाओं में कैसे जीवित रहती हैं? यह एक सुखद बात है कि हमारा भारत और विशेष तौर पर मेघालय एक दुर्लभ प्रजाति का घर है।

पीएम मोदी ने मन की बात के जरिए विद्यार्थियों को परीक्षा की बधाई दी उन्होंने कहा, “अगली ‘मन की बात’ तक तो मुझे लगता है शायद विद्यार्थी परीक्षा में व्यस्त होंगें। जिनकी परीक्षा पूरी हो गई होगी, वो मस्त होंगें। जो व्यस्त हैं, जो मस्त हैं, उनको भी, अनेक-अनेक शुभकामनाएँ देते हुए आइए, अगली ‘मन की बात’ के लिए अनेक-अनेक बातों को लेकर के फिर से मिलेंगे।

पीएम मोदी की “मन की बात” कार्यक्रम को सुनने के लिए यहां क्लिक करें

 

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