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पीएम मोदी की अपील का असर, ‘स्वच्छता के लिए श्रमदान’ कार्यक्रम बना जन आंदोलन, केंद्रीय मंत्री और मुख्यमंत्री से लेकर आम लोग बढ़-चढ़कर ले रहे हैं हिस्सा

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘स्वच्छता ही सेवा’ अभियान के तहत आज (1 अक्टूबर) सुबह 10 बजे एक घंटे के लिए ‘स्वच्छता के लिए श्रमदान’ कार्यक्रम में हिस्सा लेने की अपील की थी। इसका व्यापक असर दिखाई दे रहा है। सुबह से ही लोग श्रमदान के लिए आगे आ रहे हैं। केंद्रीय मंत्री, नेता और आम लोग इस अभियान में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, बीजेपी शासित राज्योंं के मुख्यमंत्रियों और अलग-अलग क्षेत्रों से जुड़े दिग्गज झाड़ू लगाकर और कूड़ा उठाकर स्वच्छता का संदेश दे रहे हैं। इस अभियान में हिस्सा लेने के लिए आम लोगों में काफी उत्साह दिखाई दे रहा है। देश के विभिन्न भागों से आ रही तस्वीरें स्वच्छता के प्रति लोगों की प्रतिबद्धता और जागरूकता की कहानी बयां कर रही हैं। इस तरह लोगों की बढ़ती भागीदारी ने इस कार्यक्रम को जन आंदोलन बना दिया है।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अहमदाबाद में ‘स्वच्छता ही सेवा’ अभियान के तहत ‘स्वच्छता के लिए श्रमदान’ कार्यक्रम में भाग लिया। इस दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सड़क पर झाड़ू लगाकर स्वच्छता का संदेश दिया। 

बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने दिल्ली में ‘स्वच्छता अभियान’ में भाग लिया। इस दौरान दोनों ने झाड़ू लगाकर और कूड़ा उठाकर स्वच्छता का संदेश दिया। 

केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने दिल्ली के सफदरजंग रेलवे स्टेशन पर कूड़ा उठाकर ‘स्वच्छता ही सेवा’ अभियान में भाग लिया।

केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने राजस्थान के कोटा में ‘स्वच्छता ही सेवा’ अभियान में भाग लिया।

बीजेपी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने पटना में ‘स्वच्छता ही सेवा’ अभियान के तहत आयोजित सफाई अभियान में हिस्सा लिया।

राज्यों के मुख्यमंत्री भी ‘स्वच्छता के लिए श्रमदान’ कार्यक्रम में हिस्सा ले रहे हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सीतापुर में सड़क पर झाड़ू लगाकर ‘स्वच्छता ही सेवा’ अभियान में हिस्सा लिया।

गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने अहमदाबाद में ‘स्वच्छता अभियान’ में भाग लिया। उन्होंने सड़क पर झाड़ू लगाकर अपना श्रमदान किया।

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मुंबई में बीएमसी द्वारा आयोजित ‘स्वच्छता ही सेवा’ कार्यक्रम में भाग लिया। इस दौरान उन्होंने बच्चों से बातचीत की।

स्वच्छता और कचरा-मुक्त भारत को बढ़ावा देने के लिए 15 सितंबर से 2 अक्टूबर तक मनाए जा रहे ‘स्वच्छता ही सेवा-2023 अभियान’ के हिस्से के रूप में आज सुबह श्रम और रोजगार मंत्रालय के अधिकारियों को स्वच्छता की शपथ दिलाई गई।

आईटीबीपी ने लेह के शक्ति गांव में ‘स्वच्छता ही सेवा’ अभियान चलाया। स्वच्छ भारत अभियान को शहरों और गांवों तक पहुंच गया है।

प्रसिद्ध सैंड आर्टिस्ट सुदर्शन पटनायक ने ओडिशा के पुरी समुद्र तट पर अपनी कलाकृति से ‘स्वच्छता ही सेवा 2023’ अभियान में हिस्सा लिया और स्वच्छता का संदेश दिया। 

लोगों की बढ़ती भागीदारी ने ‘स्वच्छता के लिए श्रमदान’ कार्यक्रम को जन आंदोलन में बदल दिया है। शहर, कसबा, गांव में युवा से लकर 88 साल के बुजुर्ग तक झाड़ू लगाकर और कूड़ा उठाकर स्वच्छता का संदेश दे रहे हैं। 

इस स्वच्छता अभियान में हर वर्ग की भागीदारी है। जयपुर में महिलाओं ने ‘स्वच्छता के लिए श्रमदान’ कार्यक्रम में हिस्सा लेकर और झाड़ू लगाकर बताया कि वो भी इस कार्यक्रम में किसी से पीछे नहीं है।

स्वच्छता अभियान के लिए देश भर में 6.4 लाख से अधिक स्थलों की पहचान

‘स्वच्छता के लिए श्रमदान’ का यह कार्यक्रम स्वच्छता पखवाड़ा-स्वच्छता ही सेवा अभियान 2023 की एक कड़ी है। इस अभियान की थीम ‘कचरा मुक्त भारत’ है। केंद्रीय मंत्री हरीदप सिंह पुरी ने दिल्ली में ‘स्वच्छता ही सेवा’ अभियान में हिस्सा लिया। उनके अनुसार, स्वच्छता अभियान के लिए देश भर में 6.4 लाख से अधिक स्थलों की पहचान की गई है। अभियान का उद्देश्य कचरा संवेदनशील बिंदुओं, रेलवे ट्रैक और स्टेशनों, हवाई अड्डों और उसके आसपास के क्षेत्रों, जल निकायों, घाटों, झुग्गियों, बाजार स्थानों, पूजा स्थलों और पर्यटन स्थलों को साफ करना है। इसके लिए शहरी स्थानीय निकायों, कस्बों, ग्राम पंचायतों, विभिन्न मंत्रालयों ने ‘स्वच्छता ही सेवा’नागरिक पोर्टल पर स्वच्छता श्रमदान के लिए कार्यक्रम जोड़े हैं।

पीएम मोदी का नारा- ‘एक तारीख, एक घंटा, एक साथ’ 

गौरतलब है प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक दिन पहले (30 सितंबर, 2023) को सोशल मीडिया में पोस्ट कर ‘स्वच्छता ही सेवा’अभियान में भाग लेकर एक घंटे श्रमदान करने की अपील की थी। उन्होंने कहा था कि स्वच्छ भारत साझी जिम्मेदारी है। इसलिए स्वच्छ भाविष्य की शुरुआत के लिए उत्कृष्ट प्रयास में शामिल हों। उन्होंने अभियान के संबंधन में ‘एक तारीख, एक घंटा, एक साथ’का नारा दिया था। प्रधानमंत्री मोदी ने पोस्ट में लिखा था कि आइए, कल सुबह 10 बजे एकजुट होकर एक घंटा स्वच्छता को समर्पित करें और देश के उज्ज्वल भविष्य के निर्माण में अपना हाथ बटाएं। इससे पहले मन की बात के 105वें एपिसोड में प्रधानमंत्री मोदी ने 1 अक्टूबर को सुबह 10 बजे स्वच्छता के लिए एक घंटे का श्रमदान करने की अपील करते हुए कहा कि बापू की जयंती की पूर्व संध्या पर उन्हें ‘स्वच्छांजलि’ दी जाएगी। 

‘स्वच्छता ही सेवा’ अभियान बना जन आंदोलन, 32 करोड़ लोगों की भागीदारी 

सामूहिक रूप से एकता और दृढ़ संकल्प का प्रदर्शन करते हुए और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्वच्छता के आह्वान से प्रेरित होकर, पिछले 14 दिनों में 32 करोड़ से अधिक लोगों ने राष्ट्रव्यापी ‘स्वच्छता ही सेवा’ अभियान में भाग लिया। इस अभियान में देश में प्रति दिन औसतन लगभग 2.3 करोड़ लोगों ने भागीदारी की। यह ‘जन आंदोलन’ राष्ट्र के लिए व्यापक परिणाम प्राप्त कर रहा है, जिसमें भारत के 75 प्रतिशत गांवों को ओडीएफ प्लस के रूप में घोषित करना यानी ठोस या तरल कचरा प्रबंधन की व्यवस्था करने के साथ-साथ गांवों को खुले में शौच से मुक्त की स्थिति बनाए रखना शामिल है। यह स्वच्छता और साफ-सफाई के प्रति समुदायों एवं सरकार की दृढ़ प्रतिबद्धता पर भी जोर देता है।

 

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