कानपुर शूटआउट का मुख्य आरोपी गैंगस्टर विकास दुबे गिरफ्तार हो गया है। मध्य प्रदेश की पुलिस ने उसे उज्जैन के महाकाल मंदिर से गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी के बाद जहां उत्तर प्रदेश की पुलिस ने राहत की सांस ली, वहीं ट्विटर पर गिरफ्तारी को लेकर गर्मागर्म बहस देखने को मिली। ट्विटर पर इस गिरफ्तरी को धार्मिक एंगल देने की कोशिश की गई, तो बीजेपी नेता की तरफ से करारा जवाब मिला। वहीं ट्विटर पर लोगों ने जमकर क्लास लगायी।
दरअसल ट्विटर पर अमीर हैदर जैदी नाम के एक ट्विटर यूजर ने विकास दुबे को मुस्लिम धर्म से जोड़ते हुए लिखा कि अगर विकास दुबे का नाम विकार अहमद होता और मस्जिद से पकड़ा जाता तो राकेश सिन्हा और संबित पात्रा जवाब देंगे इस पर आरएसएस का नजरिया क्या होता?
विकास दुबे का नाम अगर विक़ार अहमद होता और वह मस्जिद से पकड़ा जाता तो @RakeshSinha01 और @sambitswaraj जवाब देंगे इस पर RSS का नज़रिया क्या होता ?
— Ameer Haider Zaidi (@zaidicpi) July 9, 2020
इस ट्विट के बाद बीजेपी नेता और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी के सूचना सलाहकार शलभ मणि त्रिपाठी ने ट्वीट किया और अमीर हैदर जैदी की जमकर धुलाई कर दी। उन्होंने अपने ट्विट में लिखा कि विकास दुबे का नाम अगर विकार अहमद होता, वह मस्जिद में छुपा होता, और आपकी अपनी चहेती सरकारें होतीं, तो पुजारी जी की तरह मौलाना जी पकड़वाते नहीं, तहखाने में छुपा चुके होते, पीछे के रास्ते भगा चुके होते।
विकास दुबे का नाम अगर विकार अहमद होता, वह मस्जिद में छुपा होता, और आपकी अपनी चहेती सरकारें होती तो पुजारी जी की तरह मौलाना जी पकड़वाते नहीं, तहखाने में छुपा चुके होते, पीछे के रास्ते भगा चुके होते। @RakeshSinha01 https://t.co/p42oS7Pw97
— Shalabh Mani Tripathi (@shalabhmani) July 9, 2020
विकास दुबे की गिरफ्तारी से हर एक हिन्दू खुश है क्योंकि वह एक हत्यारा है …
अगर यही गिरफ्तारी मौलाना शाद की हुई होती तो अब तक इस्लाम खतरे मैं आ जाता …. !!!
सहमत हो तो RT करो
— ‼️संकल्प (हिन्दू राष्ट्र)‼️ (@Hindu__Nation) July 9, 2020
श्रीमान
मौलाना साद इसी तरह छुपा है आज उसे हम पकड़ नहीं पा रहे हैं कुछ धर्मस्थल अपराधियों को छुपाते हैंअगर मौलाना साद मिल जाए तो उसका भी निजीकरण कर दिया जाए
कश्मीर में धर्म स्थलों से हमारे सीआरपीएफ जवानों पर गोलियां चलती पत्थर चलते हैं
नाश हो ऐसे कट्टरपंथ का
— कोरोना फाइटर समर्थक (@LaxmiNarayanDi4) July 9, 2020
विकास दूबे तो मंदिर जाने के बाद भी नहीं बच पाया पर मौलाना साद तो मस्जिद में नमाज पढ़कर भी निकल गया।
— Nikhil kumar (@NikhilKr091) July 9, 2020