‘आत्मनिर्भर भारत अभियान’ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की महत्वकांक्षी योजनाओं में से एक है, लेकिन कांग्रेस और उसके नेता इसे कमजोर करने की हरसंभव कोशिश कर रहे हैं। राहुल गांधी और कांग्रेसी नेता हर एक एंटरप्रेन्योरशिप पर हमला कर रहे हैं जो भारत की इकोनॉमी को आगे बढाने में मदद कर रहा है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने हाल ही में प्रधानमंत्री केअर्स फंड के तहत मिलने वाले वेंटिलेटर पर सवाल खड़े किए गए थे। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक मीडिया रिपोर्ट को ट्वीट किया था। इसके जरिए राहुल ने केंद्र सरकार पर लोगों की जिंदगी को खतरे में डालने का आरोप लगाया था। राहुल ने आरोप लगाया था कि पीएम केयर्स की अपारदर्शिता के कारण देश की जनता के जीवन को खतरे में डाला जा रहा है और लोगों के पैसे का इस्तेमाल घटिया क्वॉलिटी के प्रोडक्ट खरीदने में किया जा रहा है।
राहुल गांधी के आरोप पर AgVa हेल्थकेयर वेंटिलेटर के को-फाउंडर प्रोफेसर दिवाकर वैश ने कहा है कि उनके वेंटिलेटर पर जो सवाल खड़े किए जा रहे हैं, वो निराधार हैं। क्वालिटी के आधार पर उनका वेंटिलेटर हर मानक पर खरा उतरता है। उन्होंने कहा कि हमारे वेंटिलटर करीब 5 से दस गुना तक सस्ते हैं, एक वेंटिलेटर की कीमत 10-15 लाख तक होती है, लेकिन हमारे वेंटिलेटर की कीमत डेढ़ लाख रुपये तक है। इन प्रोडक्ट्स में अंतरराष्ट्रीय कंपनियों का जाल काम करता है, क्या वो लोग (विरोध करने वाले) स्वदेशी प्रोडक्ट को बढ़ावा नहीं देंगे।
#WATCH: Prof. Diwakar Vaish, Co-founder AgVa Healthcare, on media reports alleging glitches in their ventilators installed in some hospitals of Delhi and Mumbai. pic.twitter.com/RbGQ0zhJ3R
— ANI (@ANI) July 7, 2020
प्रोफेसर दिवाकर ने कहा कि कुछ लोगों को टेक्निकल चीजों की बात पता नहीं थी और वो मार्केटिंग से थे, उन्होंने इसपर सवाल किया। अब राहुल गांधी जी को ये बात पता नहीं होगी, क्योंकि वो डॉक्टर तो है नहीं.. इसलिए उन्होंने इसे रिट्वीट कर दिया।
इसके अलावा राहुल गांधी लगभग हर एक मंच पर उद्योगपतियों की निंदा कर अपनी राजनीति चमकाने की कोशिश करते हैं। अंबानी, अडानी और रुइया को लेकर राहुल गांधी की नाराजगी जगजाहिर है। कांग्रेसियों की नीति है कि हर एक उस उद्योगपति पर हमला करो जो गुजरात का है या फिर प्रकार किसी प्रकार से वो भारत के विकास में योगदान दे रहा है।