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हरियाणा सीएम खट्टर के सलाहकार ने खोली दिल्ली के पढ़े-लिखे सीएम के झूठ की पोल, कहा- हथिनीकुंड बैराज से पानी छोड़ने के मामले में केजरीवाल को किया गया गुमराह

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दिल्ली इस समय भयंकर बाढ़ की चपेट में हैं। बाढ़ ने 45 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया है। बाढ़ की वजह से राष्ट्रीय राजधानी में हाहाकार मचा हुआ है। यमुना का जल स्तर बढ़ने से रिहायशी इलाके जलमग्न हो गए हैं। घरों में पानी घूसने से लोग शिविरों में शरण लेने के लिए मजबूर हो रहे हैं। इस दौरान दिल्ली और हरियाणा सरकार के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो चुका है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनकी आम आदमी पार्टी ने इस आपदा को कृत्रिम बताया है। उन्होंने हरियाणा सरकार पर साजिश के तहत दिल्ली को डूबाने का आरोप लगाया है। साथ ही कहा है कि जानबूझकर हथिनीकुंड बैराज से पानी छोड़ा जा रहा है। वहीं हरियाणा सरकार ने अरविंद केजरीवाल के आरोपों को खारिज करते हुए उन्हें झूठा करार दिया है। सीएम मनोहर लाल खट्टर ने अरविंद केजरीवाल के आरोपों पर कहा कि जब दिल्ली के मुख्यमंत्री के पास कोई जवाब नहीं होता है तो उन्हें सपने में भी हरियाणा याद आने लगता है।

केजरीवाल को उनके अधिकारी और पार्टी के नेता कर रहे गुमराह

दिल्ली के पढ़े-लिखे मुख्यमंत्री केजरीवाल को अधिकारी और पार्टी के नेता किस तरह गुमराह करते हैं, इसका खुलासा हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के सलाहकार (सिंचाई) सेवानिवृत आईएएस देवेंद्र सिंह ने किया है। उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल पर आधारहीन और तथ्यों से परे बात करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि दिल्ली के सीएम को उनके अधिकारी और पार्टी के नेता गुमराह कर रहे हैं। केजरीवाल ने हथिनीकुंड बैराज से पानी छोड़ने को लेकर जो केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखा है, वो पूरी तरह गलत तथ्यों पर आधारित है।

हथिनीकुंड पर बनी संरचना एक बैराज है, बांध नहीं

देवेंद्र सिंह के मुताबिक हथिनीकुंड पर बनी संरचना एक बैराज है जोकि केवल पानी को डाइवर्ट/रेगुलेट करने के लिए है। पानी को सीमित मात्रा में केवल किसी बांध से संचालित किया जा सकता है, बैराज से नहीं। उन्होंने बताया कि हथिनीकुंड बैराज का डिजाइन सीडब्ल्यूसी द्वारा किया गया था। इस बैराज में पानी को स्टोर करने का कोई तरीका नहीं है। सीडब्ल्यूसी के दिशा-निर्देशों के अनुसार इसमें एक लाख क्यूसेक से ज्यादा मात्रा में पानी आने पर पानी स्वत: यमुना नदी में चला जाता है। अगर बैराज में आए पानी को रोकने का प्रयास किया जाए तो यह बैराज के सभी गेटों को क्षतिग्रस्त कर सकता है।

पानी रोकने से हथिनीकुंड बैराज के गेटों को टूटने का खतरा

देवेंद्र सिंह ने कहा कि हथिनीकुंड बैराज की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यमुना नदी में जो पानी छोड़ा जा रहा है, वो पानी हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड से आ रहा है। दोनों राज्यों में हुई बहुत बार‍िश की वजह से जल की मात्रा बढ़ गई है। हथिनीकुंड बैराज के गेटों को टूटने और बाढ़ से होने वाली भयंकर तबाही से बचने के लिए हरियाणा सरकार ने केंद्रीय जल आयोग के दिशा-निर्देशों अनुसार कदम उठाया है। गौरतलब है कि हथिनीकुंड बैराज यमुना नदी पर हरियाणा के यमुनानगर में स्थित है। यह बैराज वर्ष 1998-2000 के दौरान बनाया गया था। इससे पार्टनर राज्यों को 1994 के समझौते के अनुसार पानी की आपूर्ति की जाती है।

 

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