हर कोई चाहता है कि वो कुछ सेविंग्स करते रहे, जिससे उन्हें आगे पैसों की कमी का सामना नहीं करना पड़े। महिलाओं को इस समस्या से छुटकारा दिलाने के लिए मोदी सरकार ने बजट 2023 में जबरदस्त ऐलान किया है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वित्त वर्ष 2023-24 के बजट में महिलाओं के लिए नई बचत योजना का ऐलान किया है। वित्त मंत्री ने अपने बजट भाषण में कहा कि आजादी के अमृत मोहत्सव के अवसर पर सरकार महिलाओं के सम्मान में एक नई सेविंग स्कीम महिला सम्मान बचत पत्र पेश कर रही है। इसके तहत महिला या लड़की के नाम पर दो लाख रुपये तक का निवेश किया जा सकेगा और इस बचत पर 7.5% का निश्चित ब्याज मिलेगा।
#AzadiKaAmritMahotsav के तहत एक बार की नई लघु बचत योजना 'महिला सम्मान बचत पत्र' मार्च 2025 तक 2 वर्ष के लिए उपलब्ध होगी।
यह आंशिक निकासी विकल्प के साथ 7.5% की निश्चित ब्याज दर पर ₹2 लाख तक की जमा सुविधा प्रदान करेगाः वित्त मंत्री @nsitharaman#AmritKaalBudget #UnionBudget2023 pic.twitter.com/6aw3EaYcFU
— पीआईबी हिंदी (@PIBHindi) February 1, 2023
महिलाओं को 2 लाख रुपये की जमा पर 7.5 फीसदी ब्याज मिलेगा
सरकार ने बजट पेश करते समय महिलाओं के लिए अनोखी स्कीम को लांच किया है। इस स्कीम के तहत महिलाओं को दो साल की अवधि के लिए दो लाख रुपये तक की सेविंग पर जबर्दस्त रिटर्न की गारंटी दी जा रही है। वित्त मंत्री ने कहा कि आजादी का अमृत महोत्सव मनाने के साथ ही, वन टाइम नई लघु बचत योजना महिला सम्मान बचत पत्र मार्च 2025 तक उपलब्ध कराया जाएगा। इसके तहत 2 लाख रुपये तक की जमा पर फिक्स्ड इंट्रेस्ट रेट 7.5 प्रतिशत रहेगा। इसमें आंशिक रूप से धन निकासी की भी सुविधा मिलेगी। इस घोषणा के बाद से सरकार की काफी सराहना की जा रही है।
महिला सम्मान बचत पत्रः आत्मनिर्भर भारत में महिलाएं भी होंगी आत्मनिर्भर
महिला सम्मान बचत पत्र योजना के जरिए देश की कई महिलाएं अब अच्छी खासी सेविंग कर सकती हैं। महिलाओं के इस स्पेशल स्कीम के तहत अब महिला या लड़की के नाम पर 2 लाख रुपये तक का निवेश किया जा सकेगा। ये योजना मार्च 2025 तक लागू रहेगी। यह एक वन टाइम न्यू सेविंग स्कीम है। इस घोषणा को काफी सराहा जा रहा है। इस पर साढ़े 7 फीसदी ब्याज मिलेगा। जैसे अभी किसान विकास पत्र है, उसी तरह ही महिला बचत सम्मान पत्र होने की बात कही जा रही है। इसके जरिए महिलाएं एक अच्छी बचत कर सकती हैं।
लघु बचत स्कीम है- महिला सम्मान बचत पत्र, फिक्स ब्याज मिलेगा
महिला सम्मान बचत पत्र, भारत सरकार की बचत योजना है, जोकि भारतीय महिलाओं और लड़कियों को बचत करने पर ज्यादा फायदा देने के उद्देश्य से शुरू की गई है। इस स्कीम में आपको एक निश्चित रकम जमा करके सेविंग सर्टिफिकेट खरीदना पड़ता है। मेच्योरिटी पूरी होने पर, आपकी जमा के साथ ब्याज जोड़कर पैसा वापस मिल जाता है। इसमें अधिकतम 2 लाख रुपए तक जमा किए जा सकते हैं। आपकी जमा पर 7.5% की दर से निश्चित ब्याज मिलेगा। सरकार की अन्य लघु बचत योजनाओं की ब्याज दर बदलने पर भी महिला सम्मान सर्टिफिकेट की ब्याज दर में कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।
आजादी का अमृत महोत्सव – महिला सम्मान बचत पत्र जारी किए जाएंगे जिनकी मियाद दो साल के लिए होगी और इनके तहत किसी महिला या बालिका के नाम से दो साल के लिए, दो लाख रुपये जमा करवाए जा सकेंगे।
इसपर सरकार द्वारा 𝟕.𝟕𝟓% ब्याज दिया जाएगा।
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— BJP (@BJP4India) February 1, 2023
महिलाएं 31 मार्च 2025 तक उठा सकती हैं इस योजना का लाभ
सेविंग सर्टिफिकेट खरीदने के लिए, फिलहाल 2 साल तक की समय सीमा निर्धारित की गई है। कोई भी महिला या लड़की 31 मार्च 2025 तक इसका अकाउंट खुलवा सकती है और ज्यादा ब्याज दर का फायदा उठा सकती है। सर्टिफिकेट की मेच्योरिटी अवधि पूरी होने पर, आपकी कुल जमा और ब्याज को मिलाकर, पूरा पैसा वापस मिल जाएगा। कोई जरूरत पड़ने पर इस अकाउंट से कुछ पैसे निकालने की भी छूट रहेगी।
खाता खोलने के लिए उम्र का कोई प्रतिबंध नहीं
किसी भी उम्र की महिला या लड़की के लिए महिला सम्मान बचत पत्र का अकाउंट खुलवाया जा सकता है। छोटी बच्चियों के लिए सरकार की एक और अच्छी बचत योजना पहले से है, जिसका नाम सुकन्या समृद्धि योजना है। उसमें इससे ज्यादा ब्याज और टैक्स छूट मिलती है, लेकिन सुकन्या समृद्धि खाता सिर्फ 10 साल से कम उम्र की बच्चियों के लिए खुलवाया जा सकता है। जबकि महिला सम्मान बचत पत्र का फायदा किसी भी उम्र की महिला को मिल सकता है।
इस योजना में फिक्स डिपॉजिट अकाउंट से भी ज्यादा ब्याज
महिला सम्मान बचत पत्र में जमा पैसों पर सरकार फिलहाल 7.5% सालाना के हिसाब से ब्याज दे रही है। यह किसी भी बैंक या पोस्ट ऑफिस की की FD (फिक्स डिपॉजिट अकाउंट) या RD से अधिक है। यहां तक कि सरकार की कई अन्य बचत योजनाओं जैसे कि PPF, NSC, मंथली इनकम स्कीम वगैरह से भी अधिक ब्याज, महिला सम्मान बचत पत्र पर मिल रही है।
महिला सम्मान बचत पत्र में दो साल बाद ब्याज सहित पैसा मिल जाएगा
महिला सम्मान बचत पत्र का पैसा सिर्फ 2 साल में ही अच्छी ब्याज के साथ वापस मिल जाता है। जबकि सुकन्या समृद्धि योजना का अकाउंट 21 साल तक चलता है। हालांकि 18 साल की उम्र में लड़की की शादी के समय भी अकाउंट का पूरा पैसा निकाल सकते हैं। इसी तरह PPF अकाउंट में भी जमा पैसों को पाने के लिए भी 15 साल तक इंतजार करना पड़ता है। इसी तरह किसान विकास पत्र का पैसा पाने के लिए 10 साल, राष्ट्रीय बचत पत्र (NSC) का पैसा पाने के लिए 5 साल इंतजार करना पड़ता है।
जरूरत पड़ने पर बीच में निकाल भी सकते हैं पैसे
महिला सम्मान बचत पत्र के अकाउंट में पैसे जमा करने के बाद, बीच में कोई आवाश्यकता पड़ने पर आप इस अकाउंट से कुछ पैसे निकाल भी सकते हैं। सुकन्या समृद्धि योजना, पीपीएफ अकाउंट वगैरह में आप 5 साल के पहले कोई पैसा नहीं निकाल सकते। इसी तरह किसान विकास पत्र का पैसा 2.5 साल के पहले नहीं निकाल सकते और NSC का पैसा 5 साल के पहले नहीं निकाल सकते।
महिला सम्मान बचत पत्र योजना की अन्य स्कीमों से तुलनाः
महिला सम्मान बचत पत्र योजना 7.5% सालाना
1 वर्षीय पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट (FD) स्कीम 6.6% सालाना
2 वर्षीय पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट (FD) स्कीम 6.8% सालाना
3 वर्षीय पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट (FD) स्कीम 6.9% सालाना
5 वर्षीय पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट (FD) स्कीम 7.0% सालाना
5 वर्षीय पोस्ट ऑफिस रेकरिंग डिपॉजिट (RD) स्कीम 5.8% सालाना
PPF: पीपीएफ खाता योजना 7.1% सालाना
NSC: राष्ट्रीय बचत पत्र योजना 7.0% सालाना
KVP: किसान विकास पत्र योजना 7.2% सालाना
POMIS: पोस्ट ऑफिस मासिक आय योजना 7.1% सालाना
मोदी राज में महिलाओं का हुआ सशक्तिकरण
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समृद्ध भारत के विजन के तहत देश की महिलाओं के लिए कई योजनाएं लाई गईं जिससे वे भी आत्मनिर्भर बन सकें और उनका सशक्तिकरण हो सके। यही वजह है कि मोदी सरकार ने पिछले आठ साल में महिलाओं की सशक्तिकरण के लिए कई सौगात दिए हैं। ‘यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते, रमन्ते तत्र देवता’ इस विजन के तहत मोदी सरकार ने महिलाओं को सशक्त, समृद्ध और आत्मनिर्भर बनाने के लिए अनेक योजनाएं चलाकर समाज में उनकी हिस्सेदारी को मजबूत किया है। आज महिलाएं शिक्षा, सुरक्षा, बेहतर स्वास्थ्य जैसी हर सुविधाएं पा रही हैं। जन धन योजना से लेकर उज्जवला योजना तक, मुद्रा योजना से लेकर वोकल फॉर लोकल तक पीएम मोदी ऐसी योजनाएं लाईं ऐसा आह्वान किया कि आज महिलाओं का जीवन तो आसान हुआ ही है साथ ही वे अपने पैरों पर खड़े होकर आत्मनिर्भर बन रही हैं। मोदी सरकार ने तीन तलाक खत्म कर महिला सशक्तिकरण की दिशा में क्रांतिकारी कदम उठाए, जिससे आज महिलाएं शिक्षा, सुरक्षा, बेहतर स्वास्थ्य समेत हर सुविधा पा रहीं हैं।
आत्मनिर्भर बनकर अपने सपनों को पूरा कर रहीं महिलाएं
आज महिलाएं आत्मनिर्भर बनकर अपने सपनों को पूरा कर रहीं हैं। देश के आर्थिक रूप से कमजोर और गरीब लोगों का सपना होता है कि अपनी जमीन और अपना घर हो। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी उनको वित्तीय सहायता देकर उनके सपने को पूरा कर रहे हैं। मोदी सरकार ने प्रधानमंत्री स्वामित्व योजना और प्रधानमंत्री आवास योजना की शुरुआत की, जो गरीबों के लिए वरदान साबित हो रही हैं। इन योजनाओं का लाभ लेकर आर्थिक रूप से कमजोर लोग जमीन और घर का मालिक बन रहे हैं। इन योजनाओं के लाभार्थियों में ज्यादातर महिलाएं हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना या स्वामित्व योजना से ग्रामीण इलाकों में महिलाओं का सशक्तिकरण हो रहा है। इन योजनाओं के तहत महिलाएं होम लोन लेने में पहली बार बड़ी तादाद में आगे आई हैं। आंकड़ों के मुताबिक ऐसा पहली बार हुआ है कि 16 प्रतिशत महिलाओं ने होम लोन लिया है। यहीं नहीं देश के कुछ जिलों में तो होम लोन लेने वाली महिलाओं की संख्या 80 प्रतिशत को पार कर गई है।
पीएम मोदी की पहल से महिलाओं के लिए कई योजनाएं शुरू हुईं
पीएम मोदी की पहल से उज्जवला योजना, नल जल योजना, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, सुकन्या समृद्धि योजना, फ्री सिलाई मशीन योजना, मातृत्व वंदना योजना, महिला शक्ति केंद्र योजना आदि योजनाएं शुरू की गई जिससे महिलाएं लाभान्वित हुई। मोदी सरकार ने महिलाओं को सशक्त करने के लिए मातृत्व अवकाश को 12 हफ्तों से बढ़ाकर 26 हफ्ते किया, वर्क प्लेस पर महिलाओं की सुरक्षा के लिए सख्त कानून बनाए। बलात्कार जैसे जघन्य अपराधों पर फांसी जैसी सजा का प्रावधान किया। सैनिक स्कूलों में बेटियों के दाखिले की शुरुआत हुई। पीएम मोदी की पहल से पहली बार देश को महिला आदिवासी राष्ट्रपति मिली है। पीएम मोदी ने वोकल फॉर लोकल पर जोर देते हुए कहा था कि यह अर्थव्यवस्था से जुड़ा बहुत अहम विषय बन गया है। आज दुनिया में वही देश चल सकता है जो अपने पैरों पर खड़ा हो।