कोरोना के बाद देश की अर्थव्यवस्था को फिर से पटरी पर लाने के लिए मोदी सरकार ने कमर कस ली है, सरकार की कोशिश हर सेक्टर में फिर से जान फूंकने की है। ताकि कोरोना माहामारी के बाद देश तेजी से विकास के रास्ते पर लौट सके। मोदी सरकार की कोशिशों का नतीजा है कि देश में लोगों की आमदनी में तेजी से इजाफा हो रहा है।
नौकरियों के बढ़ते मौकों की वजह से युवा अपने आशियाने का सपना पूरा करने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। यही वजह है कि हाल के दिनों में घर खरीदने की रफ्तार दोगुनी हुई है। प्रॉपर्टी कंसल्टेंट एनारॉक की जुलाई-सितंबर 2021 की तिमाही रिपोर्ट में इस बात का जिक्र है कि देश में घर खरीदने की रफ्तार कोरोना काल के पहले हो रही खरीददारी से भी तेजी से बढ़ी है।
7 शहरों में मकानों की बिक्री में 113 फीसदी का इजाफा
कई जानकारों का अनुमान है कि दीवाली से पहले रियल स्टेट सेक्टर में बूम आ सकता है, 7 शहरों में मकानों की बिक्री में आए113 फीसदी के इजाफे से साफ संकेत मिल रहे हैं, घरों की खरीद के लिए लोगों का रूझान तेजी से बढ़ रहा है। और आने वाले वक्त में घरों की बिक्री की रफ्तार और तेज पकड़ सकती है।
7 शहरों में घरों की बिक्री पर एनारॉक की रिपोर्ट
• साल 2020 की तीसरी तिमाही में घरों की बिक्री 29,520 यूनिट्स
• साल 2021 की तीसरी तिमाही में घरों की बिक्री 62,800 यूनिट्स
• घरों की बिक्री में साल दर साल 113 फीसदी का इजाफा
देश में फेस्टिवल सीजन दस्तक देने ही वाला है इसे लेकर रियल एस्टेट सेक्टर नई उड़ान की तैयारियों में जुट हुआ है। इस सेक्टर के कई दिग्गजों का अनुमान है कि अक्टूबर से लेकर दिसंबर तक का समय उनके लिए बेहद अहम है, सबसे बड़ी राहत की बात कोरोना के मोर्चे पर भी है। बिल्डर और डेवलपर्स को उम्मीद है कि इससे घरों की खरीद को लेकर लोगों में रूची बढ़ेगी।
प्रॉपर्टी कंसल्टेंट एनारॉक की रिपोर्ट से साफ हुआ है कि दिल्ली और मुंबई में घरों की खरीद में तेज इजाफा हुआ है।
दिल्ली-मुंबई जैसे बड़े शहरों में तेज हुई घरों की बिक्री
• मकानों की सबसे ज्यादा बिक्री मुंबई में देखने को मिली है
• मुंबई महानगर क्षेत्र यानी एमएमआर में 33 फीसदी का इजाफा
• दिल्ली-एनसीआर में घरों की बिक्री में 16 फीसदी की तेजी
देश के सात शहरों में घरों की मांग ही नहीं बढ़ रही, उनकी कीमतों में भी हल्का इजाफा हुआ है, इनपुट कॉस्ट में तेजी की वजह से घरों की कीमतें बढ़ी हैं। देश के टॉप 7 शहरों में घरों की कीमतों में 3 फीसदी का इजाफा देखने को मिला है। लेकिन बैंकों ने होम लोन के नियम आसान किए हैं। लोगों को कम ब्याज दरों पर बैंकों से लोन मिल रहा है, इससे युवा घरों की खरीददारी के लिए आगे आ रहे हैं।
आईटी सहित कई सेक्टरों में नौकरियों के ज्यादा मौकों की वजह से ही घरों की मांग तेजी से बढ़ी है। घरों के डिमांड में इजाफे से बिल्डरों का भी कोरोबार पर भरोसा लौट रहा है, इससे धड़ाधड़ नए प्रोजेक्ट्स लॉच हो रहे हैं। देश के ट़ॉप 7 शहरों में नए आवासीय प्रोजेक्ट की लांचिंग में भी पिछले साल के मुकाबले तेजी आई है।
देश भर में तेज हुई नए प्रोजेक्टस की लांचिंग
• 2021 की पहली तिमाही में 2020 के मुकाबले 98 फीसदी उछाल
• पिछले साल की तीसरी तिमाही में 32,530 यूनिट्स बाजार में आए
• इस साल ही तीसरी तिमाही में ये बढ़कर 64,560 यूनिट्स हो गए
• मुंबई में सबसे अधिक संख्या में करीब 16,510 यूनिट्स लॉच हुए
• हैदराबाद में नए लॉच यूनिट्स की संख्या 14,690 रही
देश भर में घरों की बिक्री के आंकड़े अनुमान से भी बेहतर रहे हैं। इससे साफ पता चलता है कि लोगों में खुद के आशियाने को लेकर दिलचस्पी बढ़ी है।
2021 में घरों की बिक्री में अनुमान से बेहतर नतीजे
• एनारॉक ने 7 शहरों में सालाना 30 फीसदी उछाल का अनुमान लगाया था
• देश भर में 1,79,527 घरों की बिक्री का अनुमान लगाया था।
• पिछले साल 2020 में 1,38,344 घरों की बिक्री हुई थी।
• कोरोना से पहले वर्ष 2019 में 7 प्रमुख शहरों में 2,61,358 घर बिके थे।
2020 की तीसरी तिमाही के मुकाबले, इस साल की तीसरी तिमाही में जिन शहरों में घरों की बिक्री तेज हुई उनमें हैदराबाद, मुंबई, पुणे, चेन्नई और कोलकाता शामिल हैं।
शहर यूनिट्स इजाफा (%)
हैदराबाद 6,735 300
मुंबई (MMR) 20,965 128
पुणे 9,705 100
NCR 10,220 97
बेंगलुरू 8,550 58
चेन्नई 3,405 113
कोलकाता 3,220 100
देश में रियल स्टेट सेक्टर में आने वाले वक्बत में बड़े निवेश का दावा किया जा रहा है। मोदी सरकार की कोशिशों से रियल स्टेट सेक्टर में बड़ा निवेश आने की उम्मीद है। नाइट फ्रैंक ने दावा किया है कि भारत में वर्ष 2022 में रियल एस्टेट में 2.5 अरब डॉलर निवेश आएगा। अमेरिका, यूके, जर्मनी, फ्रांस, नीदरलैंड्स जैसे देशों से सबसे ज्यादा निवेश आने का अनुमान है ।