कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी महिला सुरक्षा को लेकर उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के खिलाफ प्रोपेगेंडा करते रहते हैं। लेकिन उनके इस प्रोपेगेंडा को तगड़ा झटका लगा है। उनकी पार्टी के सांसद आनंद शर्मा के नेतृत्व वाली एक संसदीय समिति ने महिलाओं की सुरक्षा को लेकर योगी सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की जमकर तारीफ की है। संसदीय समिति ने अन्य राज्यों को भी महिलाओं और बच्चोंं के खिलाफ हो रहे अपराध को रोकने के लिए योगी सरकार से सीखने की सलाह दी है।
The Parliamentary Standing Committee on Home Affairs, headed by #Congress leader Anand Sharma, praised the #YogiAdityanath Government of #UttarPradesh for taking steps to check violence against #women and ensuring #WomenEmpowerment.@myogiadityanath https://t.co/TJQecNf4ll
— Organiser Weekly (@eOrganiser) August 14, 2021
दरअसल उत्तर प्रदेश अब अन्य राज्यों के लिए एक मिसाल बनकर सामने आया है। राज्य ने हर जिले में ‘वन स्टॉप सेंटर्स’ की स्थापना कर रखी है, ताकि हिंसा पीड़ित महिलाओं को जल्द से जल्द न्याय दिलाई जा सके। इससे 1,04,859 महिलाओं को अब तक लाभ हुआ है। इन सेंटर्स में हिंसा से प्रभावित महिलाओं को पांच सेवाएं प्रदान की जाती हैं। इनमें पुलिस सहायता, चिकित्सा, कानूनी सहायता, मनोवैज्ञानिक परामर्श और अस्थायी आश्रय शामिल है। बलात्कार जैसी घटनाओं को रोकने के लिए सज़ा भी कड़ी से कड़ी दिलाई जा रही है। इससे महिलाओं के खिलाफ हो रहे अपराधों में कमी आई है।
योगी सरकार ने महिलाओं के खिलाफ अपराध की रोकथाम के लिए प्रशासन को ‘ऑपरेशन दुराचारी’ चलाने की सलाह दी। इसके तहत अपराध करने वाले हिस्ट्रीशीटर्स के पोस्टर्स सड़कों पर लगाए गए। सीएम योगी ने कहा कि लोगों को ऐसे अपराधियों के हरकतों के बारे में पता चलना चाहिए, ताकि इन अपराधियों का ‘नेम एंड शेम’ हो सके। महिलाओं का पीछा करने वालों के लिए एंटी-रोमियो स्क्वाड भी बनाया गया था। अपराध रोकने के उपाय के साथ योगी सरकार कई ऐसी पहल की है, जिनका लाभ महिलाओं को मिल रहा है। योगी सरकार ‘कन्या सुमंगल योजना’ भी चला रही है, जिसका फायदा 7.8 करोड़ लड़कियों को मिला है। ‘मिशन शक्ति’ के तहत महिलाओं को प्रशिक्षण दिया जाता है, ताकि वो अपनी आय अर्जित कर सकें।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा 2017 में उत्तर प्रदेश की कमान संभालने के बाद महिला सुरक्षा को लेकर सुधार देखने मिल रहा है। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के आंकड़ों में यूपी को देश में महिलाओं के लिए सबसे सुरक्षित स्थान बताया गया। जनवरी 2021 में यूपी पुलिस ने NCRB की 2019 की रिपोर्ट को शेयर करते हुए बताया कि उत्तर प्रदेश महिलाओं के विरुद्ध हो रहे अपराधों में 15वें स्थान पर है। वहीं, बलात्कार के मामले में 26 वें स्थान पर और दोष सिद्धि (Convictions) मामले पर 1 रैंक पर है।
On the directions of Hon’ble CM UP Sri @myogiadityanath ji to make UP safer for women,we have worked hard on all aspects to reduce crime against women.
A/c to NCRB report(2019),on crime rate, UP ranks 15th in the country in crime against women, 26th in rape & 1st in convictions. pic.twitter.com/M324TBjQCH— UP POLICE (@Uppolice) January 12, 2021
गौरतलब है कि योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद से उत्तर प्रदेश सरकार की महिलाओं की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता रही है। उनकी देखरेख में यूपी सरकार ने महिलाओं को सभी प्रकार के अपराधों से बचाने और सुरक्षा के लिए उचित कदम उठाए हैं। अपराधियों को सख्त सजा भी सुनिश्चित की है ताकि संभावित अपराधी अपने तरीके से सुधार करें। इसके सकारात्मक नतीजे भी सामने आए। देश के सबसे ज्यादा आबादी वाले राज्य में महिलाओं के खिलाफ बलात्कार और अन्य जघन्य अपराधों को नियंत्रित करने में काफी हद तक सफलता मिली है।