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बिहार ने पिछले कुछ सालों में अंधेरे से उजाले तक का सफर तय किया है : प्रधानमंत्री मोदी

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बिहार अब विकास की ओर तेजी से बढ़ रहा है। अब बिहार को न तो कोई बीमारू राज्य कह सकता है न ही बेबस राज्य बता सकता है। बिहार में अब लालटेन का जमाना लद चुका है, पिछले छह सालों में बिजली की खपत तीन गुनी बढ़ गई है। अंधेरे से उजाले की ओर बढ़ना इसी को कहते हैं। बिहार के लोग वे दिन नहीं भूल सकते, जब सूरज ढलने का मतलब होता था, सब कुछ बंद हो जाना, सब कुछ ठप पड़ जाना। आज बिजली है, सड़कें हैं, लाइटें हैं और सबसे बड़ी बात वह माहौल है जिसमें राज्य का सामान्य नागरिक बिना डरे रह सकता है, जी सकता है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को बिहार की ऐतिहासिक भूमि सासाराम समेत गया और भागलपुर में चुनावी सभाओं को संबोधित करते हुए ये बातें कहीं। उन्होंने कहा कि 2014 में केंद्र में सरकार बनने के बाद, जितने समय बिहार को डबल इंजन की ताकत मिली, राज्य के विकास के लिए और ज्यादा तेजी से काम हुआ है। बिहार को जो प्रधानमंत्री पैकेज मिला था, उस पर काम की रफ्तार भी तेज हुई है। कोरोना के इस समय में भी गरीबों को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए एनडीए सरकार ने काम किया है। जहां कभी गरीबों का राशन दुकान में ही लुट जाता था, वहीं कोरोना काल में गरीबों को मुफ्त राशन मिल रहा है। गरीब भूखा ना सोए, त्योहार ठीक से मना सके, दीवाली और छठ पूजा ठीक से मना सके, इसके लिए मुफ्त अनाज की व्यवस्था की गई है। जहां तक बात शहरों की है तो शहरों में जो रेहड़ी, ठेला, चलाने वाले साथी हैं, उनके लिए भी बैंकों से आसान ऋण सुनिश्चित कराया जा रहा है, ताकि वे भी अपना काम फिर से शुरू कर सकें।

पीएम मोदी ने कहा कि देश जहां संकट का समाधान करते हुए आगे बढ़ रहा है, वहीं कुछ लोग ऐसे हैं जो देश के हर संकल्प के सामने रोड़ा बनकर खड़े हो जाते हैं। देश ने किसानों को बिचौलियों और दलालों से मुक्ति दिलाने का फैसला लिया तो ये बिचौलियों और दलालों के ही पक्ष में खुलकर मैदान में हैं। जब देश की रक्षा के लिए राफेल विमानों को खरीदा गया, तब भी ये बिचौलियों और दलालों की ही भाषा बोल रहे थे। उन्होंने लोगों से संवाद स्थापित करते हुए कहा कि आप ही मुझे बताइए कि जम्मू कश्मीर से आर्टिकल-370 हटने का इंतजार देश बरसों से कर रहा था या नहीं? ये फैसला हमने लिया, एनडीए की सरकार ने लिया। लेकिन आज ये लोग इस फैसले को पलटने की बात कर रहे हैं। वे कह रहे हैं कि सत्ता में आए तो आर्टिकल-370 को फिर से लागू कर देंगे। इनका दुस्साहस देखिए। इतना कहने के बाद भी ये लोग बिहार के लोगों से वोट मांगने की हिम्मत दिखा रहे हैं। जो बिहार अपने बेटे-बेटियों को सीमा पर देश की रखवाली के लिए भेजता है। क्या ये उसकी भावना का अपमान नहीं है? मैं जवानों और किसानों की भूमि बिहार से इन लोगों को एक बात एकदम स्पष्ट करना चाहता हूं। ये लोग जिसकी चाहें मदद ले लें, देश अपने फैसलों से पीछे नहीं हटेगा, भारत अपने फैसलों से पीछे नहीं हटेगा।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज एनडीए के सभी दल मिलकर आत्मनिर्भर, आत्मविश्वासी बिहार के निर्माण में जुटे हैं। बिहार को अभी भी विकास के सफर में मीलों आगे जाना है, नई बुलंदी की तरफ उड़ान भरनी है। बीते वर्षों में बिहार के गरीब, दलित, वंचित, पिछड़े, अति पिछड़े और आदिवासियों तक उन सुविधाओं को पहुंचाने का प्रयास किया गया है, जिन्हें पाना बहुत मुश्किल था। आज उसको अपना पक्का घर बिना किसी भेदभाव के मिल रहा है। आज वो भी संपन्न परिवारों की ही तरह गैस चूल्हे पर खाना बना रहा है। आज उसके घर में भी शौचालय की सुविधा है। आज उसके बच्चे भी बिजली की रोशनी में पढ़ाई कर पा रहे हैं। आज वो बीमार होता है तो उसके पास 5 लाख रुपए तक मुफ्त इलाज की सुविधा है।

हाल ही में शुरू की गई स्वामित्व योजना की चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमारे यहां गांवों के घरों के स्वामित्व को लेकर हमेशा बहुत बड़ा सवाल रहा है। गांव की जमीन, इन जमीनों पर घर, पुरखों के बनाए घर, इनमें बरसों से लोग रह तो रहे हैं, लेकिन सरकारी दस्तावेजों में इनका अस्तित्व ही नहीं रहता। ऐसे में अक्सर दो फुट-चार फुट को लेकर विवाद होता रहता है। इन जमीनों पर, इन घरों पर, आपको बैंकों से कोई कर्ज भी नहीं मिलता। भारत के गांवों में रहने वालों की इस दिक्कत को दूर करने के लिए केंद्र सरकार ने स्वामित्व योजना की शुरुआत की है। इस योजना में सब कुछ टेक्नोलॉजी कर रही है। ड्रोन की मदद से गांव के घर-घर की मैपिंग कराई जा रही है।सारी कार्रवाई के बाद, गांव के लोगों को उनके घर का, उनकी जमीन का स्वामित्व कार्ड दिया जा रहा है। एनडीए की सरकार बनने के बाद बहुत जल्द इस योजना को यहां भी शुरू किया जाएगा। इसका बहुत बड़ा लाभ बिहार के लोगों को होगा, यहां के नौजवानों को होगा। घर के स्वामित्व कार्ड पर बैंकों से आपको बहुत आसानी से ऋण मिलेगा।

सासाराम के बाद गया में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि दुनिया में कोई भी जगह हो, लोग वहां जाना पसंद करते हैं, जहां उन्हें जरूरी सुविधाएं मिले। टूरिस्ट वहां जाना ज्यादा पसंद करता है, जहां और सुविधाओं के साथ-साथ मोबाइल नेटवर्क भी अच्छा हो, इंटरनेट अच्छा हो, सड़कें अच्छी हों, रहने का इंतजाम अच्छा हो- इन्हीं सब बातों को ध्यान में रखते हुए बौद्ध सर्किट योजना के तहत बोध गया जी में भी जरूरी सुविधाओं को बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है। बोध गया जी में अंतर्राष्ट्रीय स्तर का एयरपोर्ट बनने के बाद तो यहां आने वाले टूरिस्टों को और ज्यादा आसानी होगी। एनडीए सरकार कुशीनगर में भी इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनवा रही है और जब कुशीनगर और बोध गया जी के बीच संपर्क बढ़ेगा, ये दोनों पवित्र स्थान जब हवाई मार्ग से जुडेंगे तो इसका लाभ गया जी में रहने वाले लोगों को भी होगा। बौद्ध टूरिस्ट आसानी से यहां आएंगे और जगह भी जा पाएंगे यहां अंतर्राष्ट्रीय स्तर की सुविधाओं का निर्माण तेजी से किया जा रहा है।

शुक्रवार को भागलपुर में अपनी तीसरी और अंतिम चुनावी सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज भारत आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रतिबद्ध है। बिहार आत्मनिर्भरता के संकल्प के साथ आगे बढ़ रहा है। अगर बिहार में विरोध और अवरोध को जरा भी मौका मिला तो बिहार की गति और प्रगति दोनों धीमी पड़ जाएगी। इसलिए, नीतीश जी की अगुवाई में भाजपा, जेडीयू, हम और VIP के गठबंधन यानि NDA को एक-एक वोट पड़ना चाहिए। इसलिए आपको मतदान केंद्र पर वोट डालने जरूर पहुंचना है। हां, कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए जो भी जरूरी कायदे हैं उनका हमें पूरा पालन करना है।

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