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पीएम मोदी ने जंगल का किस्सा सुनाकर कांग्रेस का किया शिकार, देखते रह गए राहुल गांधी, कहा- जनता के आशीर्वाद के सुरक्षा कवच को झूठ के शस्त्र से कभी भेद नहीं सकोगे

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर हो रही चर्चा का बुधवार (08 फरवरी, 2023) को जवाब दिया। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने जहां अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाईं, वहीं नाम लिए बिना राहुल गांधी और कांग्रेस को आईना दिखाते हुए जमकर शिकार किया। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने जंगाल का एक किस्सा सुनाया। उन्होंने कहा कि एक बार जंगल में दो नौजवान शिकार करने गए। एक जगह वो गाड़ी रोककर अपनी बंदूक रखकर सोचे कि थोड़ा टहल लिया जाए। हाथ-पैर सीधा कर लिया जाए। उसके बाद बाघ का शिकार करेंगे। अभी निकले ही थे कि बाघ सामने दिख गया उन्होंने सोचा अब क्या करें। तब वो बाघ को बंदूक का लाइसेंस दिखाने लगे। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इन्होंने बेरोजगारी दूर करने के लिए कानून दिखाया लेकिन पल्ला झाड़ दिया।

आइए देखते हैं पीएम मोदी के तरकश से निकले तीरों ने किस तरह राहुल गांधी और कांग्रेस को अपना शिकार बनाया…

प्रधानमंत्री मोदी ने राहुल पर बिना नाम लिए कसा तंज 

प्रधानमंत्री मोदी ने राहुल गांधी का नाम लिए बिना उन पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कल कुछ लोग उछल रहे थे। कल कुछ लोग बोल रहे थे तो पूरा इकोसिस्टम उछल रहा था। कल नींद भी अच्छी आई होगी और शायद आज वे उठ भी नहीं पाए होंगे। कुछ लोग तो ये भी कह रहे थे कि ये हुई न बात। प्रधानमंत्री मोदी ने तंज कसते हुए कहा कि कुछ लोग कह रहे हैं- ये कह कह कर हम दिल को बहला रहे हैं, वो अब चल चुके हैं, वो अब आ रहे हैं।

‘जिसकी जैसी सोच होगी, उसे वैसा ही नजर आएगा’

काका हथरसी को कोट करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जिसकी जैसी सोच होगी, उसे वैसा ही नजर आएगा। कुछ लोग निराश हैं। ये निराशा भी ऐसे नहीं आई। एक तो जनता का हुकुम, बार-बार हुकुम। उन्होंने कहा कि 2014 के पहले अर्थव्यवस्था खस्ता हो गई, महंगाई डबल डिजिट में रही। कुछ अच्छा होता है निराशा और उभरकर सामने आ जाती है।

2004 – 14 आजादी के बाद सबसे अधिक घोटालों का दशक

जब न्यूक्लियर डील पर बात हो रही थी, तब ये नोट फॉर वोट में उलझे थे। 2004 से 2014 आजादी के बाद सबसे अधिक घोटालों का दशक रहा। 10 साल कश्मीर से कन्याकुमारी, भारत के हर कोने में आतंकी हमले होते रहे। यही सूचना चलती रही कि अनजानी चीज को हाथ मत लगाना। 10 साल में कश्मीर से नॉर्थ ईस्ट तक हिंसा ही हिंसा। ग्लोबल प्लेटफॉर्म पर भारत की आवाज इतनी कमजोर थी कि दुनिया सुनने को तैयार नहीं थी। 2004 से 2014 तक इन्होंने वो अवसर गंवा दिया और हर मौके को मुसीबत में पलट दिया।

‘आतंक पर पलटवार करने का साहस नहीं था’

प्रधानमंत्री  मोदी ने 2जी, कोल स्कैम का भी जिक्र किया और कहा कि घोटालों के कारण दुनिया में देश बदनाम हुआ। उन्होंने कहा कि 2004 से 2014 के दशक में देश का बहुत नुकसान हुआ। 2030 का दशक भारत का है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इनमें आतंक पर पलटवार करने का साहस नहीं था। देश के नागरिकों का 10 साल तक खून बहा।

नौ साल आरोप में गंवा दिए, चुनाव हार जाएं तो ईवीएम को दोष

प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि भारत लोकतंत्र की जननी है। लोकतंत्र हमारी रगों में है। आलोचना होनी चाहिए लेकिन इन्होंने नौ साल आरोप में गंवा दिए। चुनाव हार जाएं तो ईवीएम को दोष, भ्रष्टाचार की जांच हो तो एजेंसियों को गाली। उन्होंने कहा कि ईडी का धन्यवाद करना चाहिए कि उसने इन लोगों को एक मंच पर ला दिया है। जो काम देश के मतदाता नहीं कर पाए।

हार्वर्ड में ‘द राइज एंड डिक्लाइन ऑफ कांग्रेस पार्टी’ पर स्टडी 

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कुछ लोगों में हार्वर्ड स्टडी का बड़ा क्रेज है। एक नेता ने कहा था हार्वर्ड में स्टडी होगी। हार्वर्ड में स्टडी हो चुकी है। इस स्टडी का टॉपिक है द राइज एंड डिक्लाइन ऑफ कांग्रेस पार्टी। उन्होंने शायराना हमला बोलते हुए दुष्ययंत कुमार की पंक्तियां पढ़ी और कहा कि पैरों के नीचे जमीन नहीं है लेकिन इन्हें यकीन नहीं है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जनता के आशीर्वाद के सुरक्षा कवच को झूठ के शस्त्र से तुम कभी भेद नहीं सकोगे। तुम परिवार के लिए जीते हो, मोदी 140 करोड़ लोगों के लिए जीता है। 

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